जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन, जल दूतों को मिला सम्मान
- जल संरक्षण के प्रति जागरूकता, वृक्षारोपण से प्रकृति को संवारा
मंडला महावीर न्यूज 29. मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद जिला मंडला के तत्वावधान में नैनपुर विकासखंड में चलाए गए महत्वाकांक्षी जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन किया गया। 30 मार्च से 30 जून तक चले इस 90 दिवसीय अभियान के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम, अध्ययन केंद्र शासकीय स्नातक महाविद्यालय नैनपुर में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। समापन कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज परिसर में बीएसडब्ल्यू, एमएसडब्ल्यू के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई मनमोहक रंगोलियों के साथ हुई, जिनमें जल के महत्व और उसके संरक्षण को बखूबी दर्शाया गया था। डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर तिलक लगाकर और दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया। मंच संचालन अशोक जंघेला ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।
विकासखंड समन्वयक सीता उइके ने अपने उद्बोधन में अभियान की सराहना की और इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले सभी छात्रों, मेंटर्स, ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों और नवांकुर संस्थाओं के कार्यक्रम समन्वयक, प्रतिनिधियों को बधाई दी। उन्होंने विशेष रूप से जल दूतों के रूप में कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं द्वारा अपने प्रयोगशाला ग्रामों में जल संरक्षण के लिए किए गए कार्यों की सराहना की। इनमें चौपालों, संगोष्ठियों का आयोजन, बोरी बंधान, कुएं, नदी, तालाब, बावड़ी और हैंडपंपों के आसपास की साफ-सफाई, और दीवार लेखन जैसी गतिविधियां शामिल थीं, जिन्होंने जल स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। छात्रों और संस्थाओं ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में किए गए कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
गया कि अभियान में सक्रिय सभी जल दूतों को प्रशंसा प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर कॉलेज परिसर के उपवन में पीपल, कंजी और गुलमोहर के पौधों का वृक्षारोपण भी किया गया, साथ ही पुराने पेड़ों की साफ-सफाई भी की गई। कार्यक्रम में नवांकुर संस्थाओं में सेक्टर 1 नैनपुर से ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति निवारी, सेक्टर 2 पिंडरई से जनकल्याण शिक्षा सेवा एवं विकास समिति मक्के, और सेक्टर 4 जामगांव से ग्रामीण अधिकार मंच बोरी पीपरडाही के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। विकासखंड समन्वयक सीता उइके, मेंटर सुभाष बंशकार, अशोक जंघेला, अंजय विश्वकर्मा, संतोष कुमार भाँवरें और राजाराम जंघेला ने भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अंत में सुभाष बंशकार ने कार्यक्रम का समापन किया।










