एक तरफा हो रही जांच, पंचनामा से पंच, ग्रामवासी असंतुष्ट
- सुडग़ांव पंचायत में चल रही भ्रष्टाचार की जांच
- 17 लाख से अधिक राशि का किया गया गोलमाल
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के मोहगांव विकासखंड की ग्राम पंचायत सुडग़ांव में सरपंच और सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। इन आरोपों के चलते शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि कई महीनों से शिकायतें दर्ज होने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से पंच और ग्रामवासी संतुष्ट नहीं है। शिकायत के बाद जांच दल गठित किया गया था, जांच में देरी होने से ग्रामीणों में आक्रोश था, लेकिन गठित जांच दल शनिवार को ग्राम पंचायत सुडग़ांव पहुंचा। जहां ग्रामीणों के साथ किये गए कार्यो की जांच की गई।
जानकारी अनुसार इस मामले में जांच के लिए एक दल का गठन किया गया था। इस जांच दल में सहायक यंत्री, प्रभारी खंड पंचायत अधिकारी, उपयंत्री और पंचायत समन्वयक अधिकारी शामिल थे। जांच दल ने शिकायत के प्रत्येक बिंदु पर गहन जांच की और अपनी रिपोर्ट मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मंडला को सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इन अनियमितताओं में सरकारी धन का दुरुपयोग, फर्जी बिलों का निर्माण, नियमों का उल्लंघन और स्वीकृत राशि से अधिक का भुगतान करना शामिल है।
जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
ग्राम पंचायत सुडग़ांव और डोंगरगांव के आंतरिक मार्गों में मुरमीकरण के नाम पर 2 लाख 12 हजार 500 की राशि निकाली गई, जबकि मौके पर कोई कार्य नहीं पाया गया। यह कार्य नियमों के विरुद्ध था और यह राशि वसूली योग्य है। ग्राम पंचायत भवन की मरम्मत के नाम पर 79600 का फर्जी भुगतान किया गया, जबकि कोई मरम्मत कार्य नहीं हुआ था। यह राशि भी वसूली योग्य है। लोहार टोला स्टॉप डैम में कड़ी शटर के नाम पर 75000 का फर्जी बिल बनाया गया, जबकि कोई शटर नहीं लगाया गया था। यह राशि भी वसूली योग्य है। नल जल योजना के कार्यों में भी अनियमितताएं पाई गईं, जिनमें स्वीकृत राशि से अधिक का भुगतान और अधूरा कार्य शामिल है। इस मामले में 1012211 की राशि वसूली योग्य है। सरपंच पति द्वारा सरकारी राशि से अपने उपयोग के लिए मोबाइल खरीदने का भी आरोप है, जिसमें 13 हजार का भुगतान किया गया। यह राशि भी वसूली योग्य है। बताया गया कि इसके साथ ही नल जल कनेक्शन, सार्वजनिक कूप मरम्मत और किचन शेड मरम्मत के नाम पर भी फर्जी भुगतान किए जाने के आरोप हैं, जिनमें लाखों रुपए की राशि का दुरुपयोग किया गया है। सचिव पर अपने भांजे के नाम पर फर्जी बिल लगाकर राशि निकालने का भी आरोप लगाया गया है। इसके साथ ही जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत सुडग़ांव के सरपंच और सचिव द्वारा कुल 1751666.56 की राशि का दुरुपयोग किया गया है, जो कि मध्यप्रदेश पंचायत एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 92 के तहत वसूली योग्य है।
ग्रामीणों में असंतोष
मोहगांव की ग्राम पंचायत सुडग़ांव में चल रही भ्रष्टाचार जांच के दौरान जांच टीम ने ग्राम पंचायत में बैठक आयोजित की। बैठक में सरपंच को अलग बैठा दिया गया, जबकि जांच टीम, सरपंच सचिव, पंच और ग्रामवासियों ने कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। इसके बाद ग्राम पंचायत भवन पर पंचनामा बनाया गया। हालांकि पंच और ग्रामवासी इस पंचनामे से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि जांच अधिकारी मामले में देरी कर रहे हैं और जांच एक तरफा चल रही है। बैठक में सरपंच कत्तो बाई मलगाम, पंच राजाराम वरकड़े, फग्गन सिंह मरावी, ममता मार्को, लाल सिंह मार्को, राजकुमार कुलस्ते, गोतम परते, जयपाल मार्को, इन्द्रमेन मार्को, सुख राम पन्द्रो, राज कुमार धुर्वे, सचिव कमलेश प्रसाद यादव, रोजगार सहायक सचिव महेश कुमार परते और अन्य नागरिक उपस्थित थे।