अधिकारी नकार रहे सिरे से, फिर भी कब्जा कार्यालय पर
- मंडला जनसंपर्क कार्यालय पुन: विवाद के घेरे पर ?
मंडला महावीर न्यूज 29. जनसंपर्क कार्यालय मंडला इन दिनों विवादों के घेरे में है। एक मामला यह भी प्रकाश में आया है कि जनसंपर्क कार्यालय परिसर में एक ऐसे व्यक्ति के अनाधिकृत रूप से जो कि जनसंपर्क विभाग में फोटोग्राफी का भी कार्य करता है। सूत्रों के मुताबिक इस पर रेट से ज्यादा बिल भुगतान की बात भी चर्चा में है। किन्तु इसे जनसंपर्क अधिकारी सिरे से नकार रहे है।
चौंकाने वाली बात यह है कि यह व्यक्ति कार्यालय में अधिकारी के लिए बने आवास में रह रहा है। जानकारी के अनुसार यह व्यक्ति जनसंपर्क कार्यालय में फोटोग्राफर के तौर पर कार्यरत है। हालांकि उसकी नियुक्ति किस आधार पर हुई यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। विभाग के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है। सबसे गंभीर बात यह है कि इसी फोटोग्राफर द्वारा विभाग को भारी-भरकम बिल सौंपे गए हैं।
विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि इन बिलों में कई तरह की अनियमितताएं हैं और कई बिल बाजार दर से अधिक के हैं। यहां तक कि यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि विभाग द्वारा इन संदिग्ध बिलों का भुगतान भी कर दिया गया है, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है। अधिकारी के आवास पर एक गैर-अधिकारी का रहना और फोटोग्राफी के नाम पर लाखों रुपयों के संदिग्ध भुगतान ने विभाग के कामकाज पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस गंभीर मामले पर जिला प्रशासन क्या रुख अपनाता हैं और क्या कोई पारदर्शी जांच प्रक्रिया शुरू की जाती है। फिलहाल, मंडला जनसंपर्क कार्यालय में मचे इस हड़कंप ने विभाग की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
इस संबंध में जब सहायक जनसंपर्क अधिकारी से केके मरावी से बात करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने गोलमोल जबाव देते हुए सिरे से इस तरह के आरोप को इंकार कर दिया, साथ ही उन्होंने यह भी कहां कि जनसंपर्क कार्यालय में कोई भी फोटोग्राफर अधिकृत नहीं है, सुविधा अनुसार जब जिसे जहां आवश्यकता पड़ती है, उन फोटोग्राफरों को बुला लिया जाता है। यह बात समझ से परे है कि जिले में उत्कृष्ट फोटोग्राफी के लिए इतने फोटोग्राफर उपलब्ध है, बावजूद इसके मनमानी का दौर जारी है। अब देखना यह है कि जनसंपर्क विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है।