छेडख़ानी का विरोध करना सगी बहनों को पड़ा महंगा
- बाप बेटे ने नाबालिग बहनों को सरे राह पीटा
- रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गई पीडि़ताओ की 8 घण्टे बाद लिखी गई रिपोर्ट
मंडला महावीर न्यूज 29. छेडख़ानी का विरोध करने वाली दो नाबालिग बहनों को महंगा पड़ गया। दबंग बाप बेटे ने दोनों बहनों को घर से निकाल कर सरे राह नीचे गिरा कर लात घुसो से घसीट घसीट कर पीटा। आसपास के लोगो ने जैसे तैसे नाबालिग दोनों बहनें की मदद की और वे जान बचा कर थाने पहुँची, जहां आरोपी दोनों नाबालिग बहनों का पीछा करते हुए वहाँ भी पहुँच गये और थाने के गेट पर रोक कर बाहर खींचने लगे। हद तो तब हो गई जब पुलिस ने दोनों बहनों को करीब 8 घण्टे से ज्यादा थाने में बिठाए रखा और ग्रामीणों व समाजसेवियों के हस्तक्षेप के बाद रात्रि करीब 11 बजे रिपोर्ट दर्ज हो पाई। पूरा मामला उस समय उजागर हुआ जब क्षेत्र के पूर्व विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले अगले दिन रात्रि करीब 11 बजे पीडि़ताओं से मिलने पहुँचे।
कालपी निवासी दोनों नाबालिग बहनों ने रोते बिलखते मीडिया को बताया 17 मार्च को दोपहर करीब 12 बजे के आसपास में और मेरी बहन घर में अकेले थे हमारे माता पिता किसी काम से बाहर गये हुए थे उसी दौरान अकेले पन का फायदा उठाकर आरोपी आजाद पटैल पिता मुन्ना पटैल घर के सामने खड़े होकर गंदे गंदे इशारे औऱ गाली गलौज कर था जिसका हम दोनों बहनों ने विरोध किया तो आजाद पटैल घर में घुस आया औऱ मुझसे और मेरी बहन से छीना झपटी करते हुए मेरे कपड़े फाड़ दिए औऱ बाहर लाकर लात घुसो से मारने लगा। तब मेरी बहन ने विरोध किया तो उसके पिता मुन्ना पटैल आया औऱ वो भी लात घुसे से मारने लगा जैसे तैसे ग्रामीणों की मदद से हम लोग वहां से जान बचा कर रोड तरफ भागें, तब कही जाकर हमारी जान बच पाई। उसके बाद दोनों नाबालिग बहने अपने परिजनों के साथ बीजाडांडी थाने पहुँची। थाने में पहले से मौजूद आरोपी आजाद पटैल और उसकी माँ ने हमें थाने के गेट पर रोक लिया और हाथ पकड़ कर बाहर खीचने लगा। बड़ी मुश्किल से मै और मेरी बहन अपने परिजनों के साथ थाने अंदर पहुँचे।
नाबालिगों ने पुलिस पर लगाया भेदभाव का आरोप
पीडि़त दोनों नाबालिगों ने बताया हम लोग करीब 1 बजे बीजाडांडी थाने पहुँच गये थे लेकिन पुलिस ने उन लोगो की पहले सुनवाई की और हमें बाहर बिठा दिया साथ ही बताया रेखा दुबे नामक पुलिस अधिकारी हम से कह रही थी कि आप लोग पैसे लेकर राजीनामा कर लो वो लोग गुंडा और बड़े आदमी है, तुम कुछ नही कर पाओगें। फिर भी हम लोग रिपोर्ट दर्ज कराने थाने में डटे रहे और जिन लोगो ने हमें पिटते देखा वे सभी लोग थाने आ गये तब कही जाकर रात्रि करीब 10 बजे रिपोर्ट लिखी गई और हम लोग रात्रि करीब 12 बजे अपने घर पहुँचे।
दो दिन बाद भी आरोपीयों की नही हुई गिरफ्तारी
पीडि़ता ने बताया मामला दर्ज हुए दो दिन हो गये है लेकिन अभी तक आरोपी और उसके पिता की गिरफ्तारी नही हुई है, दोनों पिता पुत्र खुलेआम घूमते हुए कह रहे अगर हम जेल गये तो छूटने के बाद सभी को निपटा देंगे। अब सवाल यह उठता है आखिर बीजाडांडी पुलिस आरोपियों की इतनी तरफदारी क्यों कर रही है आखिरकार अभी तक दोनों आरोपियों को गिरफ्तार क्यों नही किया गया है। वही उक्त मामले को लेकर क्षेत्रीय नेताओ सहित ग्राम वासियो में बहुत आक्रोश है अगर जल्द से जल्द दोनों बाप बेटे की गिरफ्तारी नही हुई और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही नही हुई तो बेटियों के सम्मान में बहुत बड़ा जनांदोलन होगा। वही जब इस विषय को लेकर एसडीओपी निवास पीएस बालरे से फोन पर बात हुई तो उनका कहना था सात से कम वाली धाराओं में गिरफ्तारी नही होती है, इसके बाद एसडीओपी ने थाना प्रभारी पुष्कर सिंह मुवेल को लाइन पर लिया तो उनका कहना था अभी तक तो आरोपीयों की गिरफ्तारी नही हुई है लेकिन बहुत जल्द गिरफ्तारी हो जाएंगी।