बीईओ कार्यालय की लापरवाही-वेतन को तरसते नैनपुर ब्लाक के शिक्षक
- वेतन ना मिलने पर होली में धरने पर बैठेंगे शिक्षक
- शिक्षकों की लोन की किस्त जमा नहीं होने से पेनाल्टी बढ़ी, सिविल खराब
मंडला महावीर न्यूज 29. बीईओ कार्यालय नैनपुर में इस माह अब तक शिक्षकों का वेतन जमा नहीं हो पाया, जिसके कारण पर्सनल लोन, होम लोन में फंसे लगभग 80 प्रतिशत शिक्षकों को लोन की किस्त जमा करने में भारी परेशानी हो रही है। बहुत से शिक्षकों की लोन की किस्त समय पर जमा नहीं होने के कारण उन्हें पैनाल्टी देनी पड़ेगी और उनकी सिविल भी खराब हो रही है। इसी तरह पिछले माह भी नैनपुर ब्लाक में वेतन देरी से जमा होने के कारण भी बहुत से शिक्षकों को लोन की किस्त चुकाने में ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा और कुछ शिक्षकों की अनावश्यक वेतन रोकने से विवाद की स्थिति बन गई, लेकिन इसके बावजूद इससे सबक ना लेते हुए इस माह भी वेतन बिल बनाने में लापरवाही की गई, जिसके कारण शिक्षकों की होली बेरंग होने की परिस्थिति निर्मित हो रही है।
ट्रायबल वेलफेयर के प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी ने आरोप लगाया कि पिछले माह के विवादित स्थिति से सबक ना लेते हुए बीईओ कार्यालय द्वारा शिक्षकों के वेतन में फिर लापरवाही की गई। बीईओ नैनपुर से लेखापाल का स्थानांतरण हो जाने के बाद उन्हें तुरंत कार्यमुक्त नहीं किया गया। इसके बाद 25 फरवरी 2025 को वेतन बिल क्रिएट करने के समय उसे कार्यमुक्त किया गया, इसके बाद कार्यालय यदि चाहता तो उसी के सहयोग से वेतन बिल क्रिएट कराकर समय पर वेतन जमा किया जा सकता था, लेकिन ऐसा ना करते हुए वेतन के समय नया क्रिएटर बनाया गया जिसे कम्प्यूटर में वेतन संबंधी काम करने का कोई अनुभव नहीं है।
ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन नैनपुर के वेतन शीघ्र जमा करने के दबाव के बाद कम्प्यूटर के जानकार शिक्षक को वेतन बिल क्रिएट करने के लिए कार्यालय में अटैच किया गया। फिर भी वेतन बिल नहीं बन सका, जिसके कारण कुछ एचआरए हेड में आवंटन खत्म हो गया। जिसके चलते पुन: बिलों में सुधार करके बिल क्रिएट किया जा रहा है। होली के त्यौहार को देखते हुए कार्यालय द्वारा अतिथि शिक्षकों का बिल लगाकर यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि कार्यालय में वेतन का काम चल रहा है।
ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के ब्लाक अध्यक्ष अमरसिंह चंदेला और प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी द्वारा होली पूर्व वेतन जमा ना होने पर होली में धरने में बैठने की धमकी देने के बाद आनन-फानन में कार्यालय के सभी कर्मचारी एक सक्रियता दिखाते हुए स्थानांतरित पुराने लेखापाल के सहयोग बिल क्रिएट कर होली पर्व के पूर्व वेतन जमा कराने की जुगत में लग गए हैं। एसोसिएशन के प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी ने कार्यालय पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि ऐसी ही तत्परता के साथ यदि पहले ही बिल क्रिएट कर लिया जाता तो ना तो किसी हैड में आवंटन खत्म होने की स्थिति बनती, ना ही शिक्षकों की लोन की किस्त में पेनल्टी लगने या सिविल खराब होने की स्थिति निर्मित होती। इस सबके बावजूद यदि किसी कारणवश होली के पूर्व वेतन जमा नहीं होगी तो मजबूरी में हमें बीईओ कार्यालय के सामने होली जैसे पावन पर्व में धरने में बैठने को मजबूर होना पड़ेगा।