मंडला मुख्यालय की दो पैथोलॉजी सील

मंडला मुख्यालय की दो पैथोलॉजी सील

  • बिना अनुमति और वैध दस्तावेज के संचालित हो रही थी पैथोलॉजी लैब

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय में बिना अनुमति और आवश्यक दस्तावेज के दो पैथोलॉजी लैब संचालित की जा रही थी, शिकायत के बाद दोनों पैथोलॉजी को मंगलवार के दिन सील कर दिया गया। मंडला एसडीएम सोनल सिडाम और जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. विजय धुर्वे ने कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान दोनों लैब बिना अनुमति और अन्य जरूरी दस्तावेज पेश नहीं कर सके। इस कार्रवाई के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि जिले के डॉक्टरों द्वारा भी मरीजों को जांच के लिए यहां भेजा जा रहा था। यहां स्वास्थ्य विभाग पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है कि इतने वर्षो से बिना अनुमति और वैध दस्तावेज के कैसे यह पैथोलॉजी लैब संचालित हो रही थी।

जानकारी अनुसार मंडला में बिना अनुमति और आवश्यक दस्तावेज के संचालित हो रही दीक्षा पैथोलॉजी लैब को स्थानीय प्रशासन ने मंगलवार को सील कर दिया है। यह कार्रवाई शिकायत मिलने के बाद एसडीएम सोनल सिडाम और सिविल सर्जन डॉ. विजय धुर्वे द्वारा कार्रवाई की गई है। बताया गया कि जिला मुख्यालय के बीचो बीच पैराडाइज होटल के नीचे दीक्षा पैथोलॉजी संचालित हो रही थी। यहां पैथोलॉजी की जांच के दौरान आवश्यक दस्तावेज नहीं मिले। इसके साथ ही कार्रवाई करने पहुंचे प्रशासनिक अमले को बड़ी खैरी में इसकी एक अन्य संस्था की भी जानकारी लगी, जो दीक्षा लाइफ केयर सेंटर क्लिनिक के नाम से संचालित हो रही थी। दोनों लैब बिना पंजीयन के संचालित हो रही थी। जिन्हें सील कर दिया गया है।

एसडीएम सोनल सिडाम ने बताया कि दीक्षा पैथोलॉजी के खिलाफ शिकायत मिली थी। जिसके बाद जांच कार्रवाई की गई और जांच में पता चला कि सत्येंद्र पटैल के नाम से थायरो केयर का पंजीयन है, लेकिन यहां पैथोलॉजी लैब चलाई जा रही थी। नियमानुसार पैथोलॉजी सेंटर का पंजीयन एमडी पैथोलॉजिस्ट के नाम से होना चाहिए था। इसके साथ ही नगर के मध्य में स्थित यह पैथोलॉजी वर्षों से चल रही थी। स्थानीय चिकित्सकों द्वारा मरीजों को यहां जांच के लिए भेजा जाता था। बिना किसी अनुमति और वैध दस्तावेज के वर्षो से इस पैथोलॉजी का संचालन हो रहा था।



 

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