महाशिवरात्रि, हादसा, अवैध शराब, अपराध, कार्यक्रम समेत प्रमुख खबरें

महाशिवरात्रि, हादसा, अवैध शराब, अपराध, कार्यक्रम समेत प्रमुख खबरें


दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, भभूत, भांग से किया शिव का अभिषेक

  • ऊँ नम: शिवाय के जयकारे से गूंजा मंडला
  • महाशिवरात्रि पर महाकाल का हुआ विशेष श्रृंगार
  • शिवालयों में लगा भक्तों का तांता, धूमधाम से मनाई महाशिवरात्रि
  • नर्मदा तटों पर रहे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

मंडला महावीर न्यूज 29. महाशिवरात्रि पर्व शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही शिवालयों में भोले का अभिषेक करने श्रृद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यह क्रम देर शाम तक चलता रहा। श्रृद्धालुओं ने दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, भभूत, भांग आदि से शिव का अभिषेक किया। धार्मिक समितियों ने भी जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया। मंदिरों में भजन कीर्तन का आयोजन सुबह से देर रात्रि तक चलता रहा। शिवरात्रि के अवसर पर दूर दूर से श्रृद्धालु नर्मदा स्नान करने पहुंचे। रपटा घाट पर भीड़ भाड़ रही। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया, चारो तरफ ऊँ नम: शिवाय के जयकारे गूंज रहे थे। भक्त भोले में लीन नजर आ रहे थे। महा शिवरात्रि के मौके पर मंदिर को फू ल मालाओं से सजाया गया। कुछ लोग स्थानीय नदियों का पवित्र जल को कांवर में रखकर चढ़ा रहे थे तो वहीं नर्मदा जी से भी कई कांवरिये जल लेकर धार्मिक स्थानों की ओर निकले।

जानकारी अनुसार महाशिवरात्रि के अवसर पर नर्मदा तटों समेत शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। श्रृद्धालु मां नर्मदा में स्नान पूजन करने पहुंचे। जिसे देखते हुये जिला प्रशासन, नपा द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए। घाटों में बेरियर लगाया गया। शहर के रपटा घाट, संगम घाट में सुरक्षा के इंतजाम किये गये। नर्मदा तटों में पुलिस बल बड़ी संख्या तैनात रहा।

रपटाघाट में हुआ आयोजन

रपटाघाट में माँ रेवा सेवा महाआरती समिति के तत्वाधान में शिव बारात और शोभा यात्रा निकाली गई। गाजे बाजे के साथ भोले नाथ की बारात और शोभा यात्रा रपटा घाट से निकाली गई। इसके पूर्व शिव अभिषेक, पूजन, हवन, आरती, कन्या भोज का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इसके साथ अन्य समितियों द्वारा कांवर यात्रा निकाली गई। जो नगर भ्रमण करते हुये रपटा घाट पहुंची। महाआरती समिति द्वारा निकाली गई शोभा यात्रा का रपटा घाट के रेवा दरबार में आगवानी महिलाओं द्वारा की गई। आगवानी के दौरान भक्तों का तांता लगा रहा।

निकाली गई शोभा यात्रा

महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव पार्वती का विवाह हुआ था। जिसके चलते इस दिन कई स्थानों से भक्तों द्वारा भगवान शंकर की बारात, शोभायात्रा, त्रिशुल यात्रा निकाली गई। इसके साथ भगवान शंकर की प्रतिमा की भी स्थापना की गई थी। जिसे दोपहर बाद भगवान शंकर की बारात बैंड बाजों के साथ निकाली गई।

जगह-जगह हुए धार्मिक आयोजन

प्रतिवर्षानुसार महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरे जिले में जगह-जगह धार्मिक आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत धार्मिक स्थलों में महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया। नगर के नाना घाट में शिवलिंग का निर्माण किया गया। बताया गया कि नर्मदा तट में स्थित नानाघाट में विगत 24 वर्षो से आयोजन हो रहे है। शिवरात्रि के अवसर पर सुबह से ही भोलेनाथ का रूद्राभिषेक किया गया। बैगा बैगी चौराहे में स्थित शिव मंदिर में भी शिव अभिषेक कर रामधुन आयोजन किया गया। संगीतमय रामधुन में भक्त झूमते नजर आए। दिन भर धार्मिक आयोजन चलता रहा।

राजीव कालोनी में हुआ शिव अभिषेक 

राजीव कालोनी झंडा चौक स्थित सार्वजनिक शिव मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर प्रात:काल शिव अभिषेक किया गया। जहां महाकाल को दूध, दही, शक्कर, शहद, बेल पत्र, धतूरा, भांग आदि से पूजन किया गया। हवन एवं आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। शाम को विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।

शिवालयों में उमड़ी भीड़ 

शिवरात्रि के अवसर पर शहर के शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रृद्धालु पहुंचे। कारीकोन स्थित शिवालय, दादाधनीराम आश्रम स्थित ज्योर्तिलिंग, सिद्ध रेवा घाट स्थित शिवालय, रपटा घाट स्थित बारह ज्योर्तिलिंग, जेल घाट स्थित शिवालय, सहस्त्रधारा आश्रम, मंगलेश्वर मंदिर महाराजपुर, पीपल घाट स्थित नर्मदा आश्रम आदि शिव स्थानों पर श्रृद्धालु भगवान शिव का पूजन करने बड़ी संख्या में पहुंचे।

झंडा चौक में भोले का अभिषेक 

राजीव कालोनी झंडा चौक में सार्वजनिक दुर्गा उत्सव समिति के द्वारा हर धार्मिक त्यौहारों में विविध आयोजन करती है। इसी के अंतर्गत महा शिवरात्रि के अवसर पर स्थापित शिवलिंग का पूजन, रूद्री निर्माण का आयोजन किया गया। जिसमें नव निर्मित चबूतरे में शिवलिंग का रूद्राभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद प्रसाद वितरण किया गया। इसके बाद शाम को 07 बजे महाआरती की गई। जहां बड़ी संख्या में भक्तों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।

नगर में हुए भंडारे

शिवरात्रि पर्व पर नगर के विभिन्न स्थानों में भंडारे का आयोजन किया गया। नगर के शिवालयों में भी प्रसादी बांटी गई। नगर के रपटा घाट, नेहरू स्मारक, बस स्टेंड, झंडा चौक, सिद्ध घाट, नाना घाट बैगा बैगी चौक आदि स्थानों में स्थित शिवालयों में भव्य भंडारे का आयोजन किया गया।

सिद्ध टेकरी में लगा महाशिवरात्रि का मेला 

जिले के सभी शिवालयों में महाशिवरात्रि में अल सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। प्रसिद्ध मंदिरों के बाहर लंबी लंबी कतारें लगी रही। जिला मुख्यालय से करीब चार किमी दूर खैरी ग्राम में स्थित सिद्ध टेकरी में महाशिवरात्रि पर्व का मेला लगा। हजारों की संख्या में लोग पहाड़ी पर विराजमान भोलेनाथ के दर्शन के लिए सुबह से पहुंचे। सिद्ध टेकरी में विराजमान भोलेनाथ का बेलपत्र, भांग, धतुरा, दूध, शहद से अभिषेक किया गया। भक्त सिद्ध टेकरी की पहाड़ी पर ऊं नम: शिवाय बोलते चढ़ते गए। जहां पहुंच कर भक्तों ने भगवान शिव की पूजा आराधना करते हुए संकटों से मुक्ति व सुखमय जीवन की कामना की। सिद्ध टेकरी में दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा।

घुघरी हुआ शिवमय

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर विकासखंड घुघरी भी भगवान भोले की भक्ति में लीन रहा। सुबह से शाम तक शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। दिनभर पूजन पाठ का दौर चलता रहा। महाशिवरात्रि पर्व पर घुघरी के मंदिरों, शिवालयों, घरो में भक्तों द्वारा भोले को प्रसन्न करने दूध, दही, शहद से अभिषेक किया गया। मंदिरों और शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। क्षेत्र के युवाओं द्वारा इस अवसर पर घुघरी बस स्टेंड में महाप्रसाद वितरित किया गया।



महाकाल की तर्ज में सजे दादा दरबार के महादेव

  • महाशिवरात्रि के अवसर पर हवन, पूजन, कन्या भोज के साथ भंडारा हुआ आयोजित
  • प्रात: काल हुई भस्म आरती हुआ अनुष्ठान

मंडला महावीर न्यूज 29. देवों के देव महादेव भगवान शिव की आराधना के पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर धूनीवाले दादा दरबार में विविध आयोजन हुए। प्रात: काल से ही शिव भक्त बड़ी संख्या में दर्शन व पूजन करने पहुंचे । धूनी वाले दादा दरबार के संत श्री अमृत देवानंद महाराज ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण सन 2013 में भक्तों के सहयोग से किया गया था। इस दरबार में सभी ने अपना श्रमदान भी किया है। भगवान भोले नाथ का यह शिवलिंग महाकालेश्वर उज्जैन से लाया गया है और महाकाल की तर्ज पर दरबार में शिवलिंग स्थापित किया गया है। इस दरबार में भक्तों द्वारा लगातार धार्मिक आयोजन किये जाते है। पिछले 15 वर्षो से यहां भक्त रोजाना सैकड़ों की संख्या में पूजा अर्चना और अपनी मनोकामना लेकर आ रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां स्थापित भोलेनाथ सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं।

प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर दरबार में विशेष श्रृंगार किया जाता है। श्रृंगार होने के बाद भक्त यहां महाकालेश्वर जैसे आनंद का अनुभव करते हैं। भक्तों का कहना है कि भोले के दरबार में जब आते है तो मानो उज्जैन महाकाल की नगरी में आ गए हों। बता दे कि यहां भोलेनाथ का श्रृंगार दूध, दही, भस्म, चंदन, कुमकुम से किया जाता है। साल भर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। महाशिवरात्रि के दिन सुबह 4 बजे भस्म आरती हुई, दिनभर दूध, दही, शहद आदि से शिवलिंग का श्रृंगार किया गया। देर शाम बाबा महाकाल की बारात दादा दरबार से निकाली गई। महाआरती के साथ अनुष्ठान का समापन हुआ।

परिक्रमावासियों के लिये है विशेष व्यवस्था 

मंडला जिले में दादा दरबार जैसा कोई दूसरा दरबार नही है। जहां प्रतिदिन सुबह शाम निरंतर श्रृंगार, पूजन आरती होती हो। यहां पूरे विधि-विधान के साथ पूजन अर्चन किया जाता है। दरबार में भगवान महाकाल, श्री धूनीवाले दादा जी, मां नर्मदा और माँ विंध्यवासिनी की मूर्ति  स्थापित हैं। प्रत्येक गुरुवार को श्री धूनीवाले दादाजी के दरबार में भक्तों द्वारा विशेष श्रमदान, सेवा की जाती है। यहां दरबार में परिक्रमावासियों के लिये रूकने, विश्राम और भोजन की व्यवस्था की जाती है।

धूनी वाले दादा दरबार के नाम से प्रसिद्ध है यह स्थान 

बताया गया कि निवास मुख्यालय से करीब 01 किमी दूर शहपुरा मार्ग पर नगर के लधा टोला में यह दरबार धूनी वाले दादा दरबार के नाम से जाना जाता है। संत श्री अमृत स्वरूप अमित बाबा ने बताया कि हमारे गुरु देव जों की धूनी वाले दरबार खंडवा में समाधि स्थल है। उनके प्रति मेरी आस्था शुरू से ही हैं इसलिए इसे भी धूनी वाले दादा  दरबार का नाम दिया गया है।

शिवालयों में भी हुई विशेष पूजा

निवास के थाना प्रांगण के शिव मंदिर, तालाब मोहल्ला शिव मंदिर, राम मंदिर के शिव मंदिर, खेरमाई प्रांगण के शिव मंदिर, रसलगंज यज्ञशाला प्रांगण के शिव मंदिर, स्टेडियम ग्राउंड के पास शिव मंदिर, लोक निर्माण विभाग के पास शिव मंदिर समेत आसपास के क्षेत्रों में भी भक्तों द्वारा विशेष पूजन अर्चन महाशिवरात्रि के दिन किया गया।

15 वर्षों से जल रही अखंड ज्योति व धूनी 

स्थापना के समय से ही महाकाल दरबार में अमृत देवानंद जी महाराज की विशेष देखरेख में विगत 15 वर्षों से अखंड ज्योति जल रही है। इसके साथ ही धूनी भी 15 वर्षों प्रज्वलित है। जिससे भक्तों की समस्याओं व परेशानियों से छुटकारा मिल रहा है और महाकाल की विशेष कृपा प्राप्त हो रही है। भोले के दरबार में अखण्ड रूप से विगत 15 वर्षों से धूनी व अखण्ड ज्योति  प्रज्वलित है।

रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



 


श्री व्यास नारायण मंदिर में हजारवें अंश के आधे भाग में शिव का वास

  • श्री व्यास नारायण मंदिर में भक्तों की अटूट श्रृद्धा

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय के राजराजेश्वरी मंदिर के पास स्थित व्यास नारायण मंदिर स्थापित है। पुराणिक काल के अनुसार यहां श्री व्यास नारायण जी का आश्राम हुआ करता था जो कि अब वर्तमान में राजराजेश्वरी किला वार्ड मंडला में स्थित है, नर्मदा पुराण में वर्णन विस्तार पूर्वक मिलता है। यह एक अत्यंत प्राचीन एवं ऐतिहासिक मंदिर है, इस स्थल पर भगवान व्यास जी सपत्नी सहित आश्रम में रहते एवं तपस्या करते थे।

बताया गया कि कुछ समय बाद पुत्र रत्न की प्राप्ति के अवसर पर व्यास जी ने सभी देवी देवताओं एवं ऋषि मुनियों को आमंत्रित किया एवं उनसे भोजन करने का निवेदन किया। तब देवी देवताओं एवं ऋषियों ने नर्मदा के दक्षिण तट पर भोजन करने पर वृत भंग हो जाने की बात कही। तब व्यास जी ने नर्मदा जी की स्तुति कर उन्हें प्रसन्न किया एवं व्यास जी के पीछे पीछे वे उनके आश्रम के दक्षिण की ओर से बहने लगी पूर्व में नर्मदा जी व्यास तीर्थ के उत्तर से बहती थी।

इस तरह संपूर्ण देवी देवताओं एवं ऋषि मुनियों ने अन्न-जल ग्रहण कर व्यास जी को सम्मानित किया और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने उन्हें वरदान दिया कि मैं नर्मदा के तट पर स्थित आपके आश्रम में प्रत्यक्ष रहूँगा और हजारवे अंश के आधे भाग में तुम्हारे आश्रम में स्थित शिव मंदिर में निवास करूँगा। तब से इस आश्रम के शिव मंदिर का नाम श्री व्यास नाराणय मंदिर कहां जाने लगा।

जानकारी अनुसार लोगों की आस्था आज भी इस मंदिर से बहुत अटूट है, प्रतिवर्ष सावन के अंतिम सोमवार को श्री व्यास नारायण जी को पालकी यात्रा निकाली जाती है, और महाशिवरात्रि पर्व में भक्तों का हूजुम उमड़ता है। शिवरात्रि पर्व में अल सुबह से ही व्यास नारायण मंदिर में स्थापित भोलेनाथ की पूजा, अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ एकत्र हो जाती है। बताया गया कि सावन में निकलने वाली पालकी यात्रा का नगर भ्रमण कराया जाता है। जगह जगह भोले नाथ का भव्य स्वागत किया जाता है, यह परम्परा वर्षो से चली आ रही है। पालकी यात्रा भव्यता के साथ निकाली जाती है, पालकी की सजावट इतनी की जाती है कि सभी लोग देखते ही रह जाते है। हजारों की संख्या में श्री व्यास नारायण के भक्त इस भव्य पालकी यात्रा में अपनी सहभागीता निभाते है।



 


रहवासी क्षेत्र स्थित कबाड़ में लगी भीषण आग

  • फायर बिग्रेड को आग बुझाने करने पड़ी मशक्कत
  • बिछिया पुलिस और स्थानीयजन ने आग बुझाने की मदद

मंडला महावीर न्यूज 29. नगर परिषद बिछिया के वार्ड क्रमांक 11 पठानी मोहल्ला के घनी आबादी वाले क्षेत्र में संचालित एक कबाड़ दुकान के कबाड़ में अचानक आग लग गई। भीषण आग देखते ही देखते बेकाबू हो गई। आग बुझाने मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान पुलिस प्रशासन भी मौके पर मदद के लिए पहुंच गया। बताया गया कि नगर के मध्य रहवासी क्षेत्र में घनी बस्ती होने के बाद भी ग्राम वासियों ने अनेकों बार प्रशासन को अवगत कराया कि यहां से कबाड़ की दुकान संचालित हो रही है। जिस पर प्रशासन संबंधित कबाड़ी को नोटिस भी जारी किया। बावजूद इसके कबाड़ का भंडारण मार्ग के ऊपर बढ़ता ही जा रहा था।

बताया गया कि इसी भंडारण में बुधवार की शाम करीब 4 से 5 बजे के लगभग अचानक लगी आग ने संपूर्ण नगर में दहशत में आ गया। धीरे-धीरे आग बढ़ती ही जा रही थी और आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था। देखते ही देखते घटना स्थल में मजमा लग गया। नगर परिषद का दमकल और टेंकर के साथ नजदीकी रहवासियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका, देर रात 9 बजे के बाद बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया।

स्थानीयजनों का कहना है कि आबादी वाले क्षेत्र में ज्वलनशील पदार्थ, कबाड़, डीजल, पेट्रोल समेत अन्य ज्वलनशील सामान रखने पर पाबंदी होती है, लेकिन बिछिया नगर मे रहवासी क्षेत्र में संचालित कबाड़ की दुकान में किसी भी किस्म की पाबंदी नहीं होने के कारण इनके हौसले बुलंद है। जिसके परिणाम स्वरूप यह भीषण आगजनी की घटना हुई। इस आगजनी की घटना से कबाड़ के जलने से उठते धुएं के गुब्बारे दूर से दिखाई दे रहे थे। बिछिया पुलिस ने मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है। एसडीएम ने दो बार नोटिस दिए मगर मार्ग से कबाड़ नहीं हटाया गया। इस आगजनी के मामले की जांच शुरू कर दी गई है।



 


ऋणमुक्तेश्वर भगवान के दर्शन से मिलती है सभी ऋणों से मुक्ति

  • नर्मदा पुराण में इस मंदिर का है उल्लेख, नीचे तल पर स्वयं शंभू ऋण मुक्तेश्वर भगवान का शिवलिंग
  • नर्मदा परिक्रमा मार्ग में ऋणमुक्तेश्वर के दर्शन के बाद आगे बढ़ते है परिक्रमावासी
  • राजा ह्दय शाह ने करीब 500 साल पहले कराया गया था निर्माण

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय से महज 10 किमी दूर रायपुर नेशनल हाईवे 30 पर ग्राम पंचायत पीपरपानी के खड़देवरी गांव में स्थित शिव मंदिर काफी प्रसिद्ध है। नर्मदा के उत्तरी तट पर यह शिव मंदिर है। नर्मदा पुराण में भी इस स्थल का उल्लेख दिया हुआ है। मान्यता है कि यहां पूजन अर्चन दर्शन करने से पूर्व जन्मों के किसी भी तरह के ऋणों से मुक्ति मिल जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मनुष्य जन्म लेता है तो कर्मानुसार उसकी मृत्यु तक कई तरह के ऋण, पाप और पुण्य उसके साथ चलते हैं।

बताया गया कि शास्त्रों के अनुसार तीन तरह के ऋण होते है, जिसमें देव ऋण, ऋषि ऋण और पितृ ऋण। इसके साथ ही कहीं-कहीं ब्रम्हा ऋण का भी उल्लेख मिलता है। इन ऋणों को उतारने के बाद ही मनुष्य पाप, संकटों से छुटकारा पा सकता है। वहीं मंडला जिले के ग्राम खड़देवरी के स्वयंभू भगवान शिव के दर्शन मात्र से इन ऋणों से छुटकारा पाया जा सकता है। जिसके चलते यहां वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।

जानकारी अनुसार लगभग 500 साल पहले राजा हृदय शाह ने इस मंदिर का निर्माण कराया था, समय के साथ यह मंदिर जर्जर हो गया, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा इस मंदिर को अधीनस्थ किया गया है। विभाग द्वारा इसका संरक्षण व विकास कराया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस मंदिर में श्रद्धालु अपनी बीमारी लाचारी को दूर करने मन्नत लेकर आते है, तो स्वयं शंभू भगवान उनकी मन्नत की पूर्ति करते हैं लेकिन कपट भावना से कोई व्यक्ति भोलेनाथ से कोई इच्छा पूर्ति की मांग करने आता है तो वह इस मंदिर पर नहीं पहुंच पाता।

बताया गया कि यहां शिवलिंग की स्थापना कहीं बाहर से लाकर नहीं की गई है बल्कि यहां जो शिवलिंग है वह स्वयंभू है, मतलब आज जहां शिवलिंग स्थापित है उसी स्थान से यह शिवलिंग जमीन के अंदर से अपने आप निकला था। पुराणों में इन्हें ऋणमुक्तेश्वर कहा गया है। यह मंदिर दो भागों में बना हुआ है। ऊपरी भाग में हाथ से बनी हुई प्रतिमाएं दीवारों पर अंकित है। जिसमें लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश व हनुमान जी की प्रतिमा है। वहीं नीचे तल पर स्वयं शंभू ऋण मुक्तेश्वर भगवान का शिवलिंग है। यहां नर्मदा परिक्रमा मार्ग होने से परिक्रमावासी भी यहां नर्मदा स्नान कर भगवान ऋणमुक्तेश्वर के दर्शन कर आगे प्रस्थान करते हैं।

बड़ी संख्या में दशर्न करने पहुंचते है नर्मदा परिक्रमावासी 

ऋण मुक्तेश्वर शिवमंदिर मंडला से रायपुर नेशनल हाईवे 30 पर ग्राम खड़देवरी ग्राम पंचायत पीपरपानी में बना हुआ है। जिसे गांव के अंदर से जाकर नर्मदा तट पर पहुंचना पड़ता है। आने वाले समय में यह मंदिर एक पर्यटन के हिसाब से दार्शनिक स्थल होगा जो कि लोगों को मनोरंजन का साधन बन सकेगा। नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए यह एक शुभ स्थल है। मंडला जिले में न जाने ऐसे कितने पुराने काल के मंदिर बने हुए हैं जो आम जनता से दूर है। उसका कारण है कि मंदिरों की जानकारी ना होना।

सामान्य दिनों में भी रहती है भीड़ 

बताया गया कि भगवान शिव को ऋण मुक्तेश्वर भी कहा जाता है। नर्मदा तट में होने से इसका और भी महत्व बढ़ जाता है। यहां सामान्य दिनों में भी बड़ी संख्या में श्रृद्धालु भगवान शिव के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं वहीं महाशिवरात्रि और सावन माह में तो यहां सुबह से देर शाम तक श्रृद्धालुओं का तांता लगा रहता है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि जब भी उन्हें मौका मिलता है वे यहां भगवान शिव के दर्शनों के लिए चले आते हैं। बताया गया कि आम दिनों में भी भक्तों का तांता ऋणमुक्तेश्वर भगवान के दर्शनों के लिए लगा रहता है। ग्राम खड़देवरी के इस मंदिर का जहां धार्मिक महत्व है वहीं नर्मदा पुराण में इस मंदिर का उल्लेख मिलता है। इसके साथ ही ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह मंदिर काफी महत्व रखता है।



जिला में गूंजेगी ऊँ नम: शिवाय की गूंज

  • शिवरात्रि में होंगे विविध आयोजन, निकलेगी शिव बारात

मंडला महावीर न्यूज 29. महाशिवरात्रि के अवसर पर आज शहर के शिवालयों पर ऊँ नम: शिवाय की गूंज सुनाई देगी। सुबह से महाआरती के बाद मंदिरों के पट भक्तों के लिये खुल जाएंगे। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को ही महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। हालांकि प्रत्येक मास की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन चार प्रहर की साधना करने से शिव की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन सुबह से ही मंदिरों में शिव भक्तों का तांता लग जाएगा। शुभ संयोग और शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की आराधना करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

इस वर्ष महाशिवरात्रि के दिन शुभ संयोग भी बन रहा है, जो भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना के लिये बहुत ही उत्तम है। इस बार महाशिवरात्रि पर शिव योग के साथ धनिष्ठा नक्षत्र, परिघ योग बन रहा है और चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे। महाशिवरात्रि पर्व में रात्रि की प्रधानता रहती है। इस कारण 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व मनाना शास्त्र सम्मत होगा। पंडित विजयानंद शास्त्री ने बताया कि फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 26 फरवरी को सुबह 11.08 बजे शुरू होगी। इस तिथि का समापन 27 फरवरी को सुबह 08.54 मिनट पर होगा। महाशिवरात्रि में रात्रि के पूजन का विधान है इसलिए 26 फरवरी को रात में महादेव का पूजन किया जाएगा।

आज शिवरात्रि के अवसर पर शहर में विभिन्न धार्मिक आयोजन किये जाएंगे। रपटाघाट में माँ रेवा सेवा महाआरती समिति के तत्वाधान में शिव बारात निकाली जाएगी। इसके पूर्व शिव अभिषेक, पूजन, हवन, आरती, कन्या भोज का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि आयोजन पिछले 16 वर्षो से किया जा रहा है। शिवरात्रि के अवसर पर धार्मिक आयोजन एवं शिव बारात का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रृद्धालु हिस्सा लेते है।

शिवालयों में उमड़ेगी भीड़ 

शिवरात्रि के अवसर पर शहर के शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रृद्धालु पहुंचेगे। पीपल घाट स्थित नर्मदा आश्रम, कारीकोन स्थित शिवालय, दादाधनीराम आश्रम स्थित ज्योर्तिलिंग, सिद्ध रेवा घाट स्थित शिवालय, रपटा घाट स्थित बारह ज्योर्तिलिंग, जेल घाट स्थित शिवालय, सहस्त्रधारा आश्रम, मंगलेश्वर मंदिर महाराजपुर आदि शिव स्थानों पर श्रृद्धालु भगवान शिव का पूजन करेंगे।

महाशिवरात्रि का महत्व 

पंडित विजयानंद शास्त्री ने बताया कि शिवपुराण में वर्णित है कि शिवजी के निष्कल निराकार स्वरूप का प्रतीक ‘लिंगÓ इसी पावन तिथि की महानिशा में प्रकट होकर सर्वप्रथम ब्रह्मा और विष्णु के द्वारा पूजित हुआ था। इसी कारण यह तिथि ‘शिवरात्रिÓ के नाम से विख्यात हो गई. यह दिन माता पार्वती और शिवजी के ब्याह की तिथि के रूप में भी पूजा जाता है। माना जाता है जो भक्त शिवरात्रि को दिन-रात निराहार एवं जितेंद्रिय होकर अपनी पूर्ण शक्ति व सामर्थ्य द्वारा निश्चल भाव से शिवजी की यथोचित पूजा करता है, वह वर्ष पर्यंत शिव-पूजन करने का संपूर्ण फल मात्र शिवरात्रि को तत्काल प्राप्त कर लेता है।

झंडा चौक में होगा शिव अभिषेक 

राजीव कालोनी झंडा चौक में सार्वजनिक शिव मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर विविध आयोजन किये जाएंगे। जिसमें शिव मंदिर और नव निर्मित चबूतरे में स्थापित शिवलिंग का पूजन अभिषेक किया जाएगा। इसके साथ ही झंडा चौक स्थित सार्वजनिक शिव मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर प्रात:काल शिव अभिषेक और हवन एवं आरती की जाएगी।


नैनपुर नपा अध्यक्ष ने पेयजल स्रोतों में समर्पित किया प्रयागराज संगम का पवित्र जल

  • महाशिवरात्रि में वार्ड क्रमांक 7 और 14 के नागरिकों को मिला अमृत स्नान का लाभ

मंडला महावीर न्यूज 29. तीर्थ के राजा प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ पर्व में स्नान करने बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं और जो लोग किसी कारणवश प्रयागराज महाकुंभ में स्नान नहीं कर पाए हैं वे आज 26 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व को महाकुंभ का अंतिम अमृत स्नान किया जाएगा। श्रृद्धालुओं की आस्था को देखते हुए नैनपुर नगर के नागरिक भी आज माहशिवरात्रि पर्व पर अमृत स्नान का लाभ मिला। इसके लिए पवित्र संगम का जल प्रयागराज से नैनपुर नपा अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा पंजवानी द्वारा लाया गया था, जिसे मंगलवार को वार्ड क्रमांक 07 एवं 14 स्थित पेयजल टंकी के संपवेल में प्रवाहित किया गया है। यह जल महाशिवरात्रि के दिन नागरिकों को उनके घर तक पहुंचाया जाएगा।

इस अवसर पर अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा पंजवानी, उपाध्यक्ष श्रीमती संजू लता वैष्णव, पार्षद श्रीमती निशा चंद्रोल, राजाराम शर्मा, नितिन ठाकुर, करन सिंह इनवाती, मोहित कांत झारिया, मुख्य नगर पालिका अधिकारी लक्ष्मण सिंह सारस, गणमान्य नागरिक राकेश रजक, संजू सिसोदिया, हरि सिंह ठाकुर, अनिल जांगड़े, ओमप्रकाश सोनी, समीम खान, सत्येंद्र तिवारी, जफर कुरेशी, नगर पालिका कर्मचारी अभिलाष श्रीवास, अमन मोटघेरे, अरुण यादव, राजकुमार साहू, राजकुमार पंजवानी, गोपी नंदा, कमल सिंह धुर्वे, हरि सिसोदिया एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।


 


मचलेश्वर मेला- एक सदी पुरानी पंरपरा

  • महाशिवरात्रि से होलिकेा दहन तक होता है आयोजन
  • प्रदेश भर में मशहूर हिरदेनगर का पशु मेला

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर मटियारी बंजर सुरपन के त्रिवेणी संगम में करीब एक सदी पूर्व से भरने वाला ऐतिहासिक पशु मेला आज महाशिवरात्रि पर्व से शुरू होगा, जो होलिका दहन तक चलेगा। हालांकि मेले का औपचाारिक शुभारंभ आज शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजन, पाठ के साथ शुरू किया जाएगा। वहीं इस मेले में शबाव आखिरी चार दिनों तक ही रहता है। 100 वर्षों पूर्व से भरने वाला यह ऐतिहासिक पशु मेला संभाग ही नहीं प्रदेश में अपना एक अलग महत्व रखता है। इस पशु मेले का मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं अन्य प्रदेशों के व्यापारी, सर्कस, खेल-तमाशे, पशु व्यापारी बड़ा बेसब्री से इंतजार करते हैं।

बताया गया कि यह मचलेश्वर मेला बंजर सुरपन के तट पर रेत मैदान में प्रारंभ हुआ था, जो वृहत रूप लेते हुए मेले का क्षेत्रफल बढ़ गया। आज भी इस मेले को भूमि-स्वामी के अधिकांश जमीन में लगाया जा रहा है। बताया गया कि भूतपूर्व मालगुजार पंडित मचलप्रसाद मिश्र द्वारा मेले को वृहत करने एवं हिरदेनगर की पहचान बनाने के उद्देश्य से मेला लगाया जाता है। वर्ष 1970 के पूर्व इस मेले का नाम मचलेश्वर मेला हिरदेनगर था, लेकिन सन् 1971 से लेकर वर्ष 2003 तक इसे सिर्फ हिरदेनगर मेला के नाम से जाना जाने लगा। मेले का नाम राज्य शासन द्वारा मचलेश्वर मेला हिरदेनगर किया गया है। अब मेले में पशुओं के साथ ही मसाला, कपड़ा, बर्तन समेत अन्य बड़े-बड़े व्यवसायी अलग-अलग क्षेत्रों से व्यापार करने पहुंचते है।

रूझान हो रहा कम 

मचलेश्वर मेले के नाम से प्रदेश भर में मशहूर हिरदेनगर का पशु मेला अपनी पहचान खोने की कगार पर पहुंच गया है। खेती के आधुनिक संयंत्र आ जाने से जहां पशुओं की उपयोगिता खेती में घट गई है, वहीं हर कस्बे में बाजार विकसित हो जाने से लोग जरूरत का सामान खरीदने अब इस मेले में कम ही पहुंचते हैं। साल दर साल मेले में पशुओं की आवक तो कम हो ही रही है, और लोगों का रूझान भी कम होता नजर आ रहा है। अगर यही हालात रहे और मेले को नया स्वरूप नहीं दिया गया तो अगले कुछ वर्षों में मेले का अस्तित्व ही मिट जाएगा।

100 वर्ष पुरानी परंपरा 

जानकारी अनुसार ग्राम हिरदेनगर में लगने वाला मचलेश्वर मेला करीब 100 साल पहले से लगाया जा रहा है। बताया गया कि मेले की शुरूआत 1890 में हुई थी। आयोजित होने वाला मेला बंजर मटियारी और सुरपन नदी के संगम में लगता था। मेले के दौरान बारिश और तूफान आ जाने से मेले में अधिक नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ता था। जिसके कारण यह मेला हिरदेनगर में लगने लगा। शिवरात्रि से मेला लगने के कारण इस मेले का नाम भगवान शिव के नाम पर सन 1900 में मचल मेले का नाम दिया गया। 100 साल पहले मेले का अनुबंध यहां के जनपद सभा और मालगुजार के बीच हुआ था। मालगुजार और अन्य कृषकों की निजी भूमि पर यह मेला लगाया जाता था। अनुबंध के अनुसार शिवरात्रि से लेकर होलिका दहन तक यह मेला निजी स्वामित्व की भूमि पर लगाया जाने लगा। खेतो में फसल होने के बावजूद भी मेले के लिए भूमि मालिक जमीन नि:शुल्क देते थे, जो परंपरा आज भी बरकरार है। यहां के लोग इस पुरानी पंरपरा का पालन आज भी कर रहे है। वर्ष 1970 में इस मेले का नाम हिरदेनगर मेला कर दिया गया। वर्ष 2003 के बाद इस मेले को भगवान शिव और पार्वती के नाम पर मचलेश्वर मेला कर दिया गया।



बॉटल आर्टिस्ट त्रिलोक ने बनाई अलौकिक दिव्य शिवलिंग

  • महाशिवरात्रि पर्व में बांस और बरगद की जड़ जटा से शिव लिंग आकृति की तैयार

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला के बॉटल आर्टिस्ट त्रिलोक सिंधिया ने देश के कई धार्मिक स्थलों की कलाकृतियों को कांच की बॉटल के अंदर कैद कर दिया है। जिसे देखकर हर कोई दंग रह जाता है। ये कांच की बोतलों के अंदर सुंदर कलाकृतियां बनाते हैं। त्रिलोक ने कांच की अलग-अलग बोतलों के अंदर कई सुंदर मॉडल और मंदिर बनाए है। त्रिलोक सिंधिया ने बताया कि बचपन से ही उन्हे बांस में कुछ ना कुछ बनाने का शौक था और बनाते थे। लगभग 12 वर्ष की आयु से त्रिलोक ने बांस से मंदिर, टेबिल लैम्प, जहाज और अनेक कलाकृतियां बना रहे है।

जानकारी अनुसार महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर जिले के बॉटल आर्ट के बादशाह त्रिलोक सिंधिया द्वारा अलौकिक दिव्य शिवलिंग की कलाकृति तैयार की जा रही है। महाशिवरात्रि पर्व में इस बार भी जिला पंचायत के सामने स्थित हनुमान शेषनाग राम दरबार मंदिर में बांस और बरगद की जड़ जटा से शिव लिंग की आकृति तैयार की जा रही है। त्रिलोक सिंधिया ने बताया कि शिवलिंग बनाने में कड़ी मेहनत के साथ इसे पूर्ण करने में चार दिन लग गए। इस दिव्य शिवलिंग बनाने की प्रेरणा समाजसेवी सुधीर कांसकार द्वारा इन्हें मिली है।



पटवारी संघ ने मूलभूत समस्याओं के निराकरण की मांग

  • प्रमुख सचिव एवं आयुक्त भू-अभिलेख ग्वालियर के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मंडला महावीर न्यूज 29. मध्यप्रदेश पटवारी संघ ने पटवारियों की मूलभूत समस्याओं का उचित निराकरण करने को लेकर प्रमुख सचिव राजस्व मध्यप्रदेश शासन भोपाल एवं आयुक्त भू अभिलेख ग्वालियर मध्यप्रदेश के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया कि वर्तमान समय प्रदेश के पटवारियों को लगातार विभिन्न अभियानों तथा अन्य योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री सम्मानिधी, मुख्यमंत्री सम्मान निधि योजना, ई- केवाईसी व फार्मर रजिस्ट्री जैसे अन्य कई महत्वपूर्ण कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है। बावजूद इसके प्रदेश का पटवारी अपने मूलभूत अधिकारों से वंचित होकर आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहा है।

ज्ञापन के माध्यम से बताया कि पटवारी को अवकाश के दिनों में आपातकालीन सेवा के लिए बुलाया जाता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अवकाश के दिनों में सामान्य कार्यों के लिए भी पटवारी को लगाया जाता है, जिसे बंद किया जाए। पटवारियों का कार्य क्षेत्र बेहद दुर्गम पहाड़ी व दूरस्थ क्षेत्रों में रहता है, जहाँ नेटवर्क उपलब्ध नहीं रहता है। जिससे उक्त एप्प के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराना अव्यवहारिक है। इसकी अनिवार्यता समाप्त की जायें। प्रधानमत्री एवं मुख्यमंत्री सम्मान निधि योजना में पैसा उच्च स्तर से सीधे किसान के खाते में आता है। पटवारी का कार्य केवल कृषक का रजिस्ट्रेशन करना हैं, लेकिन पैसा ना आने पर अनावश्यक रूप से सीएम हेल्पलाइन लगाई जाती है, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री सम्मान निधि योजना में सीएम हेल्पलाइन 181 शिकायत से अलग किया जाए।

स्वामित्व योजना को लेकर मंदसौर जिले में पटवारियों को निलंबित एवं प्रताडि़त किया जा रहा हैं। पटवारियों के खिलाफ उक्त समस्त कार्यावाही वापस ली जाए। इसके साथ ही मजरे टोले के नक्शे का नवीन कार्य पटवारियों से बिना प्रशिक्षण एवं संसाधन तथा बिना मानदेय से कराया जा रहा हैं, जो अनुचित एवं न्याय संगत नहीं हैं। गिरदावरी का कार्य पिछले वर्ष सर्वेयर द्वारा कराया गया था, जिनका भुगतान आज दिनांक तक नहीं किया गया है। भुगतान के लिए सर्वेयर पटवारी पर दबाव बनाते हैं। फसल सर्वे का भुगतान सर्वेयर को तत्काल किया जाए। इसके साथ ही पटवारियों की अन्य प्रमुख समस्याओं को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रमुख सचिव एवं आयुक्त भू-अभिलेख ग्वालियर से पटवारियों ने निवेदन किया है कि प्रदेश के जिला कलेक्टर को निर्देशित करें कि पटवारियों की बैठक आयोजित कर उनकी उचित समस्याओं को सुने एवं उचित निराकरण कराए। पटवारी संघ ने निवेदन करते हुए कहा कि प्रदेश के पटवारियों की उक्त समस्या का निराकरण ना होने के स्थिति में प्रदेश का पटवारी मजबूरन चरणबद्ध आदोलन के लिए बाध्य होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।


टीबी की पहचान के लिए 464 ग्रामीणों के हुए एक्स-रे

  • नारायणगंज को टीबी मुक्त बनाने चल रहा 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान

मंडला महावीर न्यूज 29. ब्लाक नारायणगंज के ग्राम टिकरिया और पटेहरा में टीबी मुक्त जिला बनाने 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान के अंतर्गत टीबी रोग की जांच और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिविर का आयोजन टिकरिया उपस्वास्थ्य केन्द्र और पटेहरा ग्राम पंचायत भवन में आयोजित किया गया। शिविर में आए ग्रामीणों को टीबी बीमारी के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। शिविर के दौरान एसटीएस देवेन्द्र साहू, सीएचओ मोनिका सिंह, अनीता लोधी, एएनएम माधुरी सोनी, एक्सरे टैक्निशियन सत्यम रैयगढ़, शुभम, सौरभ रैयगढ़, आशा कार्यकर्ता अजबकली, आंगनवाडी कार्यकर्ता समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान के तहत नारायणगंज ब्लाक को टीबी रोग से मुक्त बनाने कवायद की जा रही है। स्वास्थ्य कर्मचारी मैदानी स्तर पर कार्य कर रहे है। विविध जागरूकता गतिविधियां आयोजित कर लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही शिविर के माध्यम से लोगों को टीबी मुक्त जिला बनाने की शपथ भी दिलाई गई। आयोजित 100 दिवसीय निक्षय अभियान के तहत टीबी मुक्त नारायणगंज बनाने के लिए चर्चा करते हुए जागरूकता अभियान का प्रचार प्रसार किया गया। इसके साथ ही ग्रामीणों को टीबी की बीमारी संबंधित पम्पलेट भी बांटे गए।

जानकारी अनुसार आदिवासी बाहुल्य जिला को टीबी मुक्त करने मैदानी स्तर पर कार्य किया जा रहा है। 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान के अंतर्गत टीबी रोग की जांच की जा रही है, जिसमें टीबी रोग की पहचान के लिए लोगों के एक्स-रे किए जा रहे हैं। जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत नारायणगंज के उपस्वास्थ्य केन्द्र टिकरिया और ग्राम पंचायत पटेहरा में एक्स-रे जांच के लिए निक्षय शिविर आयोजित किया गया। आयोजित निक्षय शिविर में उपस्वास्थ्य केन्द्र टिकरिया में 287 और ग्राम पटेहरा में 177 ग्रामीणों का पंजीयन करते हुए दोनों ग्रामों में 464 ग्रामीणों का पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से टीबी रोग की पहचान के लिए एक्स-रे किए गए। इसके साथ ही ग्रामीणों को टीबी रोग के लक्षण बताते हुए उन्हें जानकारी दी कि दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, भूख ना लगना, वजन कम होना, शाम के शाम हल्का बुखार आना, छाती में दर्द होना ये लक्षण टीबी की बीमारी के हो सकते है।

ग्रामीणों को बताया कि इस बीमारी की जांच किसी भी सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क की जाती है। इसके साथ ही इनका एक्स-रे भी नि:शुल्क किया जाता है। वहीं टीबी मरीज को हर माह पोषण आहार के लिए एक हजार रुपए भी दिया जाता है। जिससे टीबी मरीज पोषण युक्त आहार ले सके। टीबी रोग के उपचार के लिए टीबी मरीज को सरकारी अस्पताल से नि:शुल्क 168 दिन की दवा दी जाती है। इसके साथ ही डीबीटी के माध्यम से मरीज को कुल 6750 रुपए दिए जाते है। इसके साथ ही टीबी मरीज को निक्षय मित्र के माध्यम से हर माह पोषण आहार के लिए फूड बास्केट दिया जाता है।

ग्राम पटेहरा में 177 वन्र्यूरवल पॉपुलेशन का एक्स-रे 

100 दिवसीय नि:क्षय शिविर अभियान के अंतर्गत ग्राम पटेहरा, ब्लॉक नारायणगंज में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित जनसमुदाय को टीबी की बीमारी के विषय में जानकारी दी गई। सभी को टीबी मुक्त अभियान की शपथ दिलाई गई। शिविर में आए सभी ग्रामीणों की स्क्रीनिंग की गई। इसके साथ ही 177 वन्र्यूरवल पॉपुलेशन का एक्स-रे किया गया। ग्राम के लोगों को टीबी की बीमारी के लक्षण बताकर जागरूक किया गया। सभी को समझाईश दी गई कि लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच कराएं। इस बीमारी का पूर्ण इलाज उपलब्ध है, इसलिए घबराएं नहीं, अधिक जानकारी के लिए नि:शुल्क नंबर 180011666 पर संपर्क करने की सलाह दी गई।



 


55 लाख की अवैध शराब पर चला बुलडोजर

  • न्यायालय के आदेश पर हुई कार्रवाई
  • थाना नैनपुर एवं थाना कोतवाली के प्रकरणों में जब्त 4509 लीटर अवैध शराब हुई नष्ट

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला पुलिस द्वारा सोमवार को लगभग 55 लाख रुपए की कीमत की जब्त देशी विदेशी शराब पर कलेक्टर न्यायालय के नष्टीकरण के आदेश के बाद बुलडोजर चलाया गया। बताया गया कि जिले में पुलिस के द्वारा अवैध शराब पर कार्यवाही करते हुए भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की कार्रवाई की जाती है। थाना नैनपुर एवं थाना कोतवाली के प्रकरणों में पुलिस द्वारा लगभग 45 सौ लीटर शराब जब्त किये गये है। जिनके प्रकरण माननीय न्यायालय में समाप्त हो गये है।

जानकारी अनुसार न्यायालय में चल रहे अवैध शराब प्रकरणों के समाप्त होने के बाद इन प्रकरणों में न्यायालय से आदेश प्राप्त पर नष्टीकरण की कार्यवाही सोसमवार को गई। अवैध शराब के 06 प्रकरण जिनमें थाना नैनपुर के वर्ष 2021 के प्रकरण में जब्त कुल 545 पेटी शराब जो लगभग 4200 लीटर हैं एवं थाना कोतवाली के पांच प्रकरणों जिनमें वर्ष 2017, 2018 के प्रकरणों में जब्त 356 लीटर अवैध शराब कलेक्टर न्यायालय एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आदेशानुसार सोमवार को नष्टीकरण किया गया है।

बताया गया कि नष्टीकरण की कार्यवाही कलेक्टर मंडला के न्यायालय के आदेश पर गठित समिति द्वारा कार्यवाही का संपादन किया गया। नष्टीकरण के दौरान कलेक्टर मंडला सोमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक मंडला रजत सकलेचा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडला, आबकारी अधिकारी मंडला, एसडीओपी मंडला, थाना प्रभारी नैनपुर, थाना प्रभारी कोतवाली व अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

की जाएगी त्वरित कार्रवाई 

बताया गया कि मंडला पुलिस द्वारा अवैध शराब की सूचना पर लगातार कार्यवाही कर रही हैं। पुलिस थाना द्वारा किसी भी स्त्रोत से प्राप्त सूचना पर कार्यवाही करते हुए भारी मात्रा में शराब जब्त कर आरोपियों के विरूद्ध आबकारी अधिनियम के तहत अनेक प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने होली के पूर्व कार्यवाही करके यह संदेश दिया है कि जो भी अवैध शराब के धंधे में लिप्त है वो अपने अवैध काम को बंद करें। किसी भी सूचना पर तत्काल एवं त्वरित कार्यवाही की जाएगी।

27 को मदिरा दुकानों का लॉटरी द्वारा निष्पादन 

मंडला जिले के नवीनीकरण आवेदन से शेष रहे नैनपुर समूह में सम्मिलित कम्पोजिट मदिरा दुकानों का 27 फरवरी को दोपहर 2 बजे से लॉटरी द्वारा निष्पादन किया जाना है। जिसमें आवेदक 27 फरवरी को दोपहर 1:30 बजे तक ऑनलाईन लॉटरी आवेदन एवं ऑफ लाईन लॉटरी आवेदन जिला आबकारी कार्यालय से प्राप्त कर आवेदन जमा कर सकेंगे।



इतिहास के पन्नों में सिमट जाएगी गन्ने की खेती

  • खांडसारी मिल बंद होने से टूटे किसान
  • गुड़ तक सिमटा गन्ने की पैदावार

मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला पहले गन्ने की खेती के लिये प्रसिद्ध हुआ करता था लेकिन जिले में संचालित दो खाण्डसारी चीनी मिल के बंद होने के बाद इसका दायरा सीमित क्षेत्रों तक सिमट कर रह गया। गन्ने की खेती क्षेत्र में अब गिने चुने गांवों में ही होती है। इसके पीछे प्रमुख कारण सरकार द्वारा किसानों को गन्ने की फसल के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जा रहा है। बताया गया कि लागत अधिक व फायदा कम होने के कारण क्षेत्र के किसानों का इस खेती से प्रत्येक साल मोह भंग होता जा रहा है। अगर समय रहते सरकार द्वारा कोई प्रोत्साहन नीति नहीं बनाई गई तो आने वाले कुछ वर्षों में इसकी खेती इतिहास के पन्नों में सिमट जायेगी। सरकारी आंकड़े अनुसार जिले में करीब तीन हजार हेक्टेयर में गन्ने की फसल लगाई जा रही है।

जानकारी अनुसार जिले के गन्ना उत्पादक किसान खाण्डसारी चीनी मिल बंद होने से टूट गए है जो किसान गन्ना की फसल ले रहे है, वह गन्ना सिर्फ गुड़ बनाने के काम आ रहा है। इससे किसानो को कोई ज्यादा फायदा नहीं है। अब किसान फिर से खाण्डसारी चीनी मिल खोलने की मांग कर रहे है। गन्ना उत्पादक किसानो का कहना है कि मंडला में गन्ना फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए शासन स्तर से गन्ना विकास कार्यक्रम संचालित किया जाए। जिसका फायदा यहां के करीब तीन हजार हैक्टेयर भूमि में गन्ना लगाने वाले किसानो को मिल सकें।

घाटे के कारण बंद हो गई खाण्डसारी मिल 

किसानों ने बताया कि मंडला में गन्ना उत्पादन को देखते हुये यहां रायपुर रोड में दो खाण्डसारी मिल संचालित थी, जो विगत कई वर्षो पहले ही बंद हो चुकी है। बताया गया कि खाण्डसारी मिल में गन्ने के दाम कम मिलने के कारण अधिकत्तर किसान गन्ने से गुड़ बना लिया करते है। जिसके कारण खाण्डसारी मिल में गन्ना कम जाने लगा। वहीं उपेक्षा के शिकार गन्ना किसान बिना कार्यक्रम के इसकी पैदावार बढ़ाने में संकोच कर रहे है। क्षेत्र में करीब तीन हजार हेक्टेयर में गन्ने की फसल किसान लगा रहे है, गन्ने की फसल आने के बाद किसानो का रूझान गुड बनाने की तरफ बढ़ गया। जिसके चलते मिल में पर्याप्त गन्ना नहीं पहुंच पाया। लगातार घाटे में चल रही खाण्डसारी मिल को मलिक ने बंद कर दिया है। इसके बाद जो गन्ना खाण्डसारी मिल में करीब 240 रूपए प्रति क्ंिवटल में बेचा जाता था। अब गुड़ बनाने वाले व बिचौलिया इसे कम कीमत में ले रहे है। इससे किसानो को नुकसान झेलना पड़ रहा है।

जिले के बाहर जाता है मंडला का गुड़ 

बताया गया है कि अब जिले में खाण्डसारी मिल बंद हो जाने के बाद गन्ना उत्पादक किसान गन्ना से गुड़ बनाने का काम करते है ओर अन्य छोटे किसान बड़े किसानों को अपने गन्ने की फसल गुड़ बनाने के लिए बेच देते है। मंडी में विक्रय करने के बाद मंडला का यह गुड़ बिहार, छत्तीसगढ़ के साथ प्रदेश के सतना कटनी, जबलपुर समेत अन्य जिलो में सप्लाई किया जाता है। जहां मंडला के गुड़ की अधिक मांग है। अभी कृषि मंडी में गुड़ की आवक हो रही है। गुड़ के दाम भी मंडी में एक हजार से पन्द्रह सौ रूपए मन चल रहा है। गुड़ की गुणवत्ता अनुसार मंडी में गुड़ के दाम तय किए जाते है। गुड़ बनाने से भी किसानों को मामूली मुनाफा ही होता है।

सिमटी गन्ने की खेती 

जिले में गन्ने की खेती का दायरा दिन प्रतिदिन सिमटता जा रहा है। विगत वर्षो पहले क्षेत्र के पुरवा, सकवाह, रामबाग, कौरगांव, हिरदेनगर, पदमी, सेमरखापा, भपसा, पीपरपानी, मुगदरा, धनौरा, करियागांव समेत आसपास के ग्रामों में गन्ने की खेती वृहद पैमाने पर की जाती थी। उस वक्त ग्राम पुरवा के नजदीक खाण्डसारी शुगर मिल में गन्ना विक्रय केन्द्र होने के चलते किसानों को उनकी फसलों का उचित भाव आसानी से मिल जाता था लेकिन मिल को घाटे के कारण शुगर मिल बंद कर दी गई। जिसके बाद किसान आर्थिक रूप से बदहाल होने लगे और गन्ने की जगह धीरे-धीरे गेहूं, धान, आलू सहित कई अन्य फसलों ने स्थान लेना शुरू कर दिया। अब जिले में करीब तीन हजार हेक्टेयर में गन्ने की खेती सिमट कर रह गई है।

एक साल में तैयार होती है फसल 

क्षेत्रीय किसानों ने बताया कि गन्ने की फसल तैयार होने में लगभग एक साल का समय लग जाता है और बुआई के समय कुल लागत खर्च प्रति एकड़ करीब 8 से 10 हजार रूपये आती है। किसानों ने बताया कि गन्ने की बुआई साल के जनवरी व फरवरी माह में होती है। बहरहाल, किसानों को लागत खर्च वसूलने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है लेकिन उनके पास सिर्फ दो ही विकल्प होते हैं या तो वे ग्रामीण हॉकरों को बेचें या उसे गुड़ बनाकर बाजारों में बेच दें। किसानों को गन्ने के रस से गुड़ बनाने में ढाई से तीन घंटे का समय लगता है। तैयार होने के बाद उसे मंडला मंडी और बाजारों में बेच दिया जाता है।

इनका कहना है

मंडला में खाण्डसारी मिल बंद हो जाने के कारण गन्ना उत्पादक किसानो को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। गुड़ के लिए गन्ना क्रय करने वाले समूह को कम दामो में गन्ना बेचना पड़ रहा है। जिससे किसानो को नुकसान हो रहा है। गन्ना की पैदावार बढ़ाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई काम नहीं किया जा रहा है। भारतीय किसान संघ का कहना है कि प्रशासन के सहयोग से खाण्डसारी मिल खोली जाए।


श्री राम सिंधिया, भारतीय किसान संघ अध्यक्ष

मंडला में दो खाण्डसारी मिल थी, जिसके बंद हो जाने के कारण गन्ना उत्पादक किसानो को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। हम अब गुड़ बनाकर मंडी में बेच रहे है, लेकिन मेहनत के मुताबिक गुड़ बेचने पर फायदा नहीं हो रहा है। जिसके कारण गन्ने की फसल अब कम कर दी है। गन्ने का रकबा करीब आधा हो गया है, अन्य फसलों को प्राथमिकता दे रहे है।


मनीराम मरावी, तिलई बम्हनी

मंडला का गुड़ प्रदेश के बाहर भी अपनी मिठास के लिए प्रसिद्घ है। गन्ना की खेती नगद खेती कहलाती है जिसके चलते यहां का गन्ना का रकबा अच्छा था, जिसके कारण खाण्डसारी मिल की स्थापना हुई, मिल अनेक वर्षों तक चली, लेकिन अचानक इसके बंद हो जाने से जिले में खाण्डसारी का उत्पादन बंद हो गया। अब किसानों को मेहनत के मुताबिक दाम नहीं मिल पाता है।


पवन भांवरें, मरार टोला, माधोपुर

मुख्यालय के आसपास के सभी क्षेत्रों में गन्ने की फसल लगाई जाती थी, पहले दो खंडसारी मिल थी, लेकिन अब गन्ने की फसल बेचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण गुड़ बनाकर मंडी में बेचा जाता है, यहां जिले के बाहर के व्यापारी गुड़ खरीदी करते है, जिसके कारण बाहर भी जिले के गुड़ की मांग अधिक है, लेकिन उचित दाम ना मिलने के कारण किसानों का रूझान गन्ने की फसल से हटता जा रहा है।


बारे लाल केवट, लफरा



दो बाईक की आमने सामने टक्कर, पांच घायल

  • पांचों गंभीर घायलों को मंडला जिला चिकित्सालय किया रैफर
  • नारायणगंज बबलिया के ग्राम मझगांव की घटना

मंडला महावीर न्यूज 29. तेज रफ्तार, बेलगाम और वाहनों की रफ्तार पर लगाम नहीं लग पा रहा है। तेज भागते वाहनों के कारण आए दिन जिले के मुख्य मार्गो में हादसे हो रहे है। इन हादसों में असमय ही लोग काल के गाल में समा रहे है। इसके साथ ही शराब के नशे में भी वाहन चालक हादसों को न्यौता दे रहे है। वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई के बावजूद वाहन चालक लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे है। जिसके कारण हादसे का शिकार हो रहे है।

जानकारी अनुसार नारायणगंज ब्लाक की ग्राम पंचायत बबलिया के ग्राम मझगांव में दो बाइक सवारों की जोरदार भिंडत हो गई। इसमें एक बाईक सवार नशे की हालत में अपने परिवार के तीन सदस्यों को बैठाकर तेज गति से जा रहा था। सामने से आ रहे दोपहिया वाहन सवार के साथ अचानक जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में दोनों बाईक सवारों को गंभीर चोट आई है। हादसे में घायल मैली निवासी को नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उपचार के लिए लाया गया। वहीं दूसरे बाईक सवार जिसके बाद तीन अन्य लोग और थे उन्हें बबलिया स्वास्थ्य केन्द्र उपचार के लिए भेजा गया। हादसे में घायल पांचों लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद मंडला जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया गया। इस हादसे की जानकारी टिकरिया पुलिस को दी गई। टिकरिया पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे की जांच कर रही है।

बताया गया कि नारायणगंज बबलिया के ग्राम मझगांव के पास हुए सड़क हादसे में नारायणगंज मैली निवासी संजय साहू पिता केशव साहू 36 वर्ष किसी कार्य से बबलिया क्षेत्र गया हुआ था। वहां से लौटते समय सामने से आ रहे बाईक सवार संजय उइके पिता सुरेश उइके तेज रफ्तार में आ रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि संजय उइके शराब के नशे में था। जिसकी बाईक में उसकी पत्नि सरस्वती उइके पति संजय और उसके दो बेटे प्रतीक और प्रशांत बैठे थे। इस हादसे में संजय उइके साथ पत्नि और दोनों बेटे भी घायल हो गए।

जिला चिकित्सालय किया रैफर

बताया गया कि मैली निवासी संजय को ग्राम मझगांव निवासी ने निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उपचार के लिए लेकर पहुंचे। घायल संजय को सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटे आई थी। जहां चिकित्सक ने घायल संजय की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार देकर आगे के उपचार के लिए मंडला जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया। वहीं घायल संजय उइके और उसकी पत्नि और दोनों बच्चों को बबलिया स्वास्थ्य केन्द्र उपचार के लिए ले जाया गया। जहां इन चारों घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया गया।



नारायणगंज के चुटका से टिकरिया मार्ग जर्जर, आंदोलन की चेतावनी

  • चुटका से टिकरिया का 25 किलोमीटर मार्ग जर्जर
  • एक दर्जन गांव के ग्रामीणों को आवाजाही हो रही परेशानी

मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासाी बाहुल्य जिला मंडला में आज भी सैकड़ो ग्राम पहुंच विहीन मार्ग की बदहाली झेल रहे है। जिले के कई वनांचल आदिवासी क्षेत्रों में जर्जर मार्ग के कारण आवागमन में परेशानी का सामना ग्रामीणों को करना पड़ रहा है। ऐसे कई ग्राम भी है, जहां पहुंच मार्ग तो लेकिन मार्ग इतनी जर्जर हालत में कि उस पर आवागमन करना हादसे को न्यौता देने के बराबर है। यही हाल नारायणगंज विकासखंड के चुटका से टिकरिया मार्ग का है, जहां मार्ग की हालत खस्ताहाल है। यहां विगत कई माह से मार्ग निर्माण का कार्य किया जा रहा है, लेकिन संबंधित ठेकेदार ने मार्ग को उखाड़ दिए है। लेकिन मार्ग निर्माण नहीं कराया जा रहा है। जिसके कारण यहां से गुजरने वाले करीब एक दर्जन से अधिक ग्रामों के ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी अनुसार नारायणगंज जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाठा के ग्राम चुटका में परमाणु बिजली घर बनना प्रस्तावित है। टिकरिया से चुटका मार्ग में बसे एक दर्जन से अधिक ग्रामों को इस मार्ग में आवाजाही में परेशानी हो रही है। इस मार्ग की सड़क को टिकरिया रोड ठेकेदार द्वारा उखाड़ दी गई। जिसके कारण करीब 12 पंचायत के ग्राम के ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मुल्लू सिंह मरावी ने बताया कि इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है। ग्रामीणों ने बताया कि बरगी बांध रानी अवंती बाई जलाशय के जल भराव से सैकड़ो गांव की जनता विस्थापित एवं प्रभावित होकर मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। जिसकी जानकारी शासन प्रशासन को भी है। यहां रहने वाले वंशिदे बरगी बांध से विस्थापित एवं प्रभावित है। जिन्होंने अपने पूर्वजों की बसाहट को छोड़कर जंगल में बसे हुए हैं। बावजूद इसके यहां के लोगों की मूलभूत सुविधाओं की तरफ स्थानीय प्रशासन का ध्यान नहीं है।

ग्रामीणों ने बताया कि शासन प्रशासन को ज्ञात है कि बरगी बांध का निर्माण विकास के नाम पर हुआ लेकिन बरगी बांध से विस्थापित एवं प्रभावित लोगों का विनाश ही हुआ है, इनका विकास नहीं। यहां बसे विस्थापितों को विकासखंड तहसील एवं जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए सड़क मार्ग तक नहीं है, यदि है भी तो सड़क मार्ग बरसों से जर्जर हालत में है। चुटका परमाणु बिजली उत्पादन संयंत्र योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण कार्य विगत तीन वर्षों से निर्माणाधीन है, जो जर्जर हालत में है। जिसके कारण बरगी बांध से विस्थापित एवं प्रभावित लोगों की परेशानी का शबब बन गया है।

यहां बसे ग्रामीणों को नारायणगंज मुख्यालय, तहसील जिला मुख्यालय आने-जाने में क्षेत्र वासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरगी पुनर्वास आयोग बना है, उसमें अधिकारी कर्मचारी नेता एवं विस्थापित लोगों को आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है। बरगी बांध विस्थापित एवं प्रभावित जनता ने शासन प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 31 मार्च तक टिकरिया से चुटका सड़क निर्माण पूरा नहीं किया जाता है तो, क्षेत्रीय ग्रामीण समेत आसपास के पंचायत के ग्रामीण आंदोलन करने विवश हो जाएगे। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।



5 मार्च को बाबा ईश्वर शाह साहिब का आगमन

  • शोभा यात्रा, भजन, सत्संग, प्रवचन के साथ होंगे सांस्कृतिक आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. आध्यात्मिक सद्गुरु बाबा ईश्वर शाह जी का आगमन मंडला में 5 मार्च बुधवार को डिंडौरी रोड खैरी में स्थित स्थानीय लॉन में होने जा रहा है। हरे माधव परमार्थ सत्संग समिति कटनी, शाखा मंडला के सेवादार सदस्यों के द्वारा बताया गया कि हरिराया पूरण सतगुरु बाबा ईश्वर शाह साहिब जी का मंडला की पावन नगरी में आगमन को लेकर सभी आवश्यक विशेष तैयारियां की जा रही हैं।

बताया गया कि इस आयोजन में बड़ी संख्या में धर्म आस्था प्रेमियों के शामिल होने की संभावना है। इसमें मंडला की संगत के साथ ही अन्य शहरों से भी बड़ी संख्या में सात संगत के आने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में भजन,सत्संग प्रवचन,गुरु दर्शन के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक आयोजन की बेला शामिल है। आयोजन में भंडारे के लिए विशेष तैयारी की जा रही है जिसमें सभी जनों को प्रसादी ग्रहण करने का अवसर प्राप्त होगा।

आवश्यक तैयारियों को लेकर बैठक में शामिल हुए आस्था प्रेमी

बताया गया कि हरिराया पूरण सतगुरु बाबा ईश्वर शाह साहिब जी का मंडला की पावन नगरी में आगमन को लेकर सभी आवश्यक विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए समिति के सदस्यों के द्वारा आवश्यक बैठक की गई, आयोजन की रूपरेखा तैयार करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने एवं व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा की गई।बताया गया कि इस आयोजन में बड़ी संख्या में धर्म आस्था प्रेमियों के शामिल होने की संभावना है। इसमें मंडला की संगत के साथ ही अन्य शहरों से भी बड़ी संख्या में सात संगत के आने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में भजन,सत्संग प्रवचन,गुरु दर्शन के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक आयोजन की बेला शामिल है। आयोजन में भंडारे के लिए विशेष तैयारी की जा रही है जिसमें सभी जनों को प्रसादी ग्रहण करने का अवसर प्राप्त होगा।



निवास नगर पहुंची विशाश्री माताजी की मंगल पदयात्रा

  • कोलकाता से इंदौर की ओर चल रहा विहार

मंडला महावीर न्यूज 29. आर्यिका विशाश्री माताजी की मंगल पदयात्रा सोमवार को निवास नगर पहुंची। बताया गया की विशाश्री माताजी सहित 16 माताजी की ससंघ पदयात्रा इंदौर की ओर चल रही है। कोलकाता से शुरू हुई पदयात्रा जैसे ही निवास पहुंची सकल जैन समाज में उत्साह नजर आया। पैर पखारते हुए जैन समाज से सभी माताजी की आगवानी की। सभी माताजी जैन संत श्री विरागसागर जी महाराज और विशुद्ध सागर जी महाराज की शिष्या हैं। प्रतिदिन माताजी ससंघ 20-25 किलोमीटर का विहार कर रहीं हैं।

नगर के नजदीक ग्राम बिझौली से निवास के नागरिक पैदल पदयात्रा करते हुए माताजी के संघ के साथ निवास पहुंचे। गाजे-बाजे के साथ माताजी का स्वागत किया गया। श्री आदिनाथ जैन मंदिर में माताजी ने पूजन किया। नगर के मुख्य मार्ग होते हुए माताजी श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर पहुंची। पदयात्रा के दौरान बड़ी संख्या में युवा, बुजुर्ग, महिलाओं सहित बच्चे उत्साह के साथ शामिल हुए। आगवानी के दौरान निवास पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा वही मुख्य रूप से अंकू जैन, विशाल जैन, अभिषेक जैन, अमित जैन, विजय जैन सहित समाज के नागरिकों की उपस्थिति रही।

आज नगर में होगी आहारचर्या

माताजी ससंघ निवास में विराजमान हैं। मंगलवार को पूजन-अर्चन के साथ विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। माताजी ससंघ की आहरचर्या भी निवास नगर में होगी। माताजी अपने प्रवचनों के माध्यम से सभी को अहिंसा और महावीर के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दे रहीं हैं। एक-दो दिन में माताजी का विहार जबलपुर की ओर होने की संभावना है।


रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



 


शराब व मांस विक्रय पर लगा प्रतिबंध

  • संकीर्तन राम धुन प्रभात फेरी समिति का 20 वां वर्षगांठ महोत्सव
  • ग्राम पटेहरा की संकीर्तन राम धुन प्रभात फेरी समिति जगा रही राम नाम की अलख
  • निमय उल्लंघन करने वाले ग्रामीण को देना होगा अर्थदण्ड

मंडला महावीर न्यूज 29. शास्त्रों में कहां गया है कि राम से बड़ा उनका नाम है, लोगों में राम नाम की अलख जगाने और लोगों को रामधुन प्रभात फेरी संकीर्तन से जोडऩे मंडला जिले के विकासखंड नारायणगंज के ग्राम पटेहरा के बुजूर्ग विगत 20 वर्ष से राम नाम की महिमा की अलख जगा रहे है। इन बुजूर्गो का उद्देश्य लोगों को राम के आदर्शो और लोगों में भक्ति भावना की अलख जगाना है। जिससे लोग राम नाम की महिमा जान सके। बुजूर्गो की इस पहल के 20 वर्ष पूर्ण हो चुके है। जिसका ग्राम पटेहरा में 20वीं वर्षगांठ धूमधाम से रविवार को मनाई गई। इस अवसर पर ग्राम के बुजूर्गो समेत युवाओं ने कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये है। गांव में बनाए गए नियमों को सुरक्षित रखने प्रशासनिक सहायता के लिए एक आवेदन सामूहिक रूप से मंडला कलेक्टर को देने तैयार किया गया है। जिसमें ग्राम के सभी वरिष्ठों, युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं की सहमति है।

जानकारी अनुसार नारायणगंज के ग्राम पटेहरा की संकीर्तन राम धुन प्रभात फेरी समिति द्वारा राम नाम की महिमा से लोगों को जोडऩे का प्रयास कर रही है। इस प्रयास में समिति सफल भी हो रही है, क्योंकि ग्राम पटेहरा की संकीर्तन रामधुन समिति से प्रेरित होकर करीब आधा दर्जन से अधिक ग्रामों में सुबह संकीर्तन राम धुन प्रभात फेरी शुरू हो चुकी है। संकीर्तन राम धुन प्रभात फेरी समिति द्वारा क्षेत्र के सभी आस पास के ग्राम पडरिया, नारायणगज, खेरी, मेली समेत आसपास के अन्य ग्रामों में अल सुबह 04 बजे से संक्रीर्तन रामधुन प्रभात फेरी पटेहरा के बुजूर्गो द्वारा विगत 20 वर्षो से निकाली जा रही है। इस प्रभात फेरी में संकीर्तन रामधुन के भक्त राम नाम की महिमा से लोगों को जोडऩे का सफल अभियान चला रहे है। गांव का प्रत्येक व्यक्ति सीताराम संकीर्तन समिति से जुड़कर स्वास्थ्य लाभ के साथ धार्मिक लाभ भी ले रहे है। इस पहल का श्रेय ग्राम बुजुर्ग और सीताराम समिति से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं को जाता है।

मनाया गया प्रभात फेरी वर्षगांठ महोत्सव 

ग्राम पटेहरा में संचालित सीताराम संकीर्तन समिति द्वारा अल सुबह राम धुन प्रभात फेरी के 20 वर्ष पूर्ण होने पर वर्षगांठ को महोत्सव के रूप में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान सुबह 9 बजे कलश यात्रा निकाली गई। जिसके बाद 12 बजे देव पूजन किया गया। इस राम धुन समिति के वर्षगांठ महोत्सव में नारायणगंज क्षेत्र के कई ग्रामों की संकीर्तन समितियां आई। जिसमें ग्राम चौकी, सिंघानपुरी, पडरिया, टोला तिलगाओ, सोनपुर, सुंदरपुर, पटपरा देवरी, बरेला, डूडी समेत अन्य 17 संकीर्तन समितियों का स्वागत किया गया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक चैन सिंह वरकड़े, समाज सेवक राजेश सोनी, दुर्गेश सिंगरौरे, रितेश सोनी, अखिलेश अग्रवाल, धनेश्वर पटेल ने अपनी बात रखी। इसके साथ कार्यक्रम में संतो और प्रभात फेरी संकीर्तन सीताराम समिति के कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। इसके साथ ही ग्राम के प्रतिभाशाली छात्रों को भी सम्मान किया गया, जो समाज को राम धुन से जोडऩे का प्रयास कर रहे है। कार्यक्रम के अंत में कन्या भोज और भंडारे का आयोजन किया गया।

शराब और मांस बिक्री पर प्रतिबंध, उल्लंघन पर लगेगा अर्थदण्ड 

ग्राम पटेहरा में राम धुन प्रभात फेरी के 20 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ग्राम के पंच, बुजूर्ग, युवा और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पूरे गांववासियों के साथ बैठक कर ग्राम के विकास और आने वाली पीढ़ी के अच्छे भविष्य के लिए चिंतन मनन किया गया। वर्षगांठ महोत्सव में मौजूद सभी ग्रामवासियों की उपस्थिति में ग्राम में शराब और मांस विक्रय पर प्रतिबंध लगाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। महोत्सव के दौरान आने वाली पीढ़ी के भविष्य को देखते हुए ग्राम में शराब और मांव बिक्री बंद करने के नियम बनाए गए। यह नियम पेसा एक्ट के तहत मादक पदार्थ विक्रय पर निषेद अधिनियम का प्रयोग कर ग्राम को जो अधिकार गए है, उसके तहत ग्राम के पंच, मुकदम, बुजूर्ग, युवा और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सर्वसम्मति से इसके प्रतिबंध पर निर्णय लिया है। अब ग्राम पटेहरा में शराब बिक्री ओर मांस बिक्री को पूर्ण रूप से वर्जित कर दिया गया है। इस नियम का उल्लंघन करने वाले ग्रामीणों को कम से कम एक हजार रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित करने का भी प्रावधान इस निर्णय में रखा गया है। सर्वसम्मति से बनाए गए नियम को को सुरक्षित रखने प्रशासनिक सहायता के लिए एक आवेदन सामूहिक रूप से मंडला कलेक्टर को देने तैयार किया गया है।

नशा समाज के विनाश का बन रही कारण 

भारतीय आम नागरिक देश संघर्ष युवा संगठन के कार्यकर्ता दुर्गेश सिंगरोंरे ने अपनी बात रखते हुए कहा कि समाज की प्रथम पीढ़ी कभी समाज का भविष्य तय नहीं करती, समाज की आने वाली पीढ़ी समाज का निर्माण करती है, नशा समाज में आज विनाश का कारण बन चुकी है, नशा से धन, मान, सम्मान परिवार की सुख शांति खतरे में है, जिसके कारण कई परिवार बर्बाद हो चुके है। आने पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षी करने के लिए गांव में कठोर नियम बनाने की जरूरत है। हमारी सरकार ने हमें ग्राम को पैसा एक्ट के तहत कुछ अधिकार दिए हुए है, जिनका प्रयोग करके हम समाज में क्रांतिकारी बदलाव कर सकते है। वर्षगांठ महोत्सव में शराब और मांस प्रतिबंध के लिए जो निर्णय लिया गया है, जो आने वाले पीढ़ी के लिए उजाला लेकर आएगी।



जिला अस्पताल में चिकित्सकी स्टाफ के साथ तीमारदार ने की बदतमीजी

  • नर्सिंग स्टाफ की नर्स के साथ गाली गलौच करते हुए तोड़ा मोबाईल
  • उचित कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली पुलिस को दिया आवेदन

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला चिकित्सालय मंडला में पदस्थ चिकित्सकी स्टाफ, मरीज और उनके परिजनों के साथ अक्सर वाद, विवाद व गाली गलौच का मामला सामने आता है। जिसके कारण उपचाररत् अन्य मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं इस स्थिति में ड्यूटी में तैनात चिकित्सक और स्टाफ में भय बना रहता है। जिससे चिकित्सीय सेवा में व्यवधान उत्पन्न होता है। विगत दिवस 22 फरवरी की रात्रि करीब 11 बजकर 45 मिनिट में एक मरीज को उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां उनके परिजनों ने ड्यूटी में तैनात स्टाफ से गाली गलौच करते हुए बदतमीजी करने लगे। इस मामले को लेकर जिला अस्पताल का चिकित्सीय स्टाफ ने मंडला कोतवाली प्रभारी को लिखित आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी अनुसार 22 फरवरी की रात्रि करीब 11.45 बजे मरीज मुकेश तेकाम पिता सुखदेव तेकाम निवासी छपरा निवास को उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 41 में मरीज के परिजन द्वारा वार्ड में अचानक हंगामा शुरू कर दिया और ड्यूटी स्टाफ के साथ बदतमीजी करते हुए गाली, गलौच करने लगे। ड्यूटी स्टाफ ने बताया कि मरीज के परिजन के साथ राजकुमार तेकाम पिता विश्वनाथ तेकाम 20 वर्ष द्वारा ड्यूटी में कार्यरत स्टाफ नर्स के साथ बदतमीजी करते हुए स्टाफ नर्स का मोबाईल भी तोड़ दिया। इस घटना से अस्पताल का स्टाफ भय में है। इस घटना को संज्ञान में लेकर मंडला कोतवाली थाने में उचित कार्रवाई करने के लिए शिकायत की गई है।



 


चार बाल नि:क्षय साथी 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर के जागरूकता सत्रों का करेंगे नेतृत्व

  • एक छोटे संस्करण का नेतृत्व करने उत्कृष्ठ विद्यालय में 4 बाल नि:क्षय साथी  
  • उत्कृष्ठ विद्यालय में 4 बाल नि:क्षय साथी चयनित

मंडला महावीर न्यूज 29. राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत 100 दिवसीय टीबी अभियान नि:क्षय शिविर के तहत् सीएमएचओ एवं जिला क्षय अधिकारी के निर्देशन में उत्कृष्ठ विद्यालय मंडला में बाल नि:क्षय साथी चयनित किये गये। बाल नि:क्षय साथी शब्द सरकारी पहल निक्षय मित्र से प्रेरित है, जो व्यक्तियों को क्षय रोगियों को अपनाने और उनकी पोषण और चिकित्सा आवश्यकताओं का पूरा करने का अवसर देता है। इस संदर्भ में, बाल निक्षय साथी एक ऐसा छात्र है जो स्कूल में अपने सहपाठियो और स्कूल के अन्य छात्रों में टीबी जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।

बाल निक्षय साथी टीबी जागरूकता सत्रों का नेतृत्व करेंगे, विभिन्न टीबी से संबंधित गतिविधियों के लिए शिक्षकों और टीबी चौंपियंस के साथ समन्वय करेंगे और टीबी से जुडे मिथकों से संबंधित आवश्यक जानकारी जैसे क्षय रोग के प्रति जागरूकता लाने में सहयोग प्रदान करेंगे। वे स्कूलों में जानते हो ना अभियान के एक छोटे संस्करण का नेतृत्व करेंगे और लक्षणों की जानकारी देकर एवं छात्रों को चिकित्सा परामर्श लेने के लिए प्रेरित कर संभावित क्षय रोगियों की पहचान में भी सहायता करेंगे।

ये है चार बाल निक्षय साथी 

उत्कृष्ठ विद्यालय मंडला से 4 बाल निक्षय साथी कैलाश तैकाम, निशांत यादव, रानू पूषाम, राशी चौरसिया का चयन किया है। इस दौरान प्रभारी डीपीसी गौरव साहू, एसटीएस मुकुल तुमराम, प्रभारी टीबीएचव्ही भूपेन्द्र चौधरी एवं डीईओ दीपक तिवारी उपस्थित रहे।



पद्म विभूषण से अलंकृत सैयद हैदर रजा के 103 वें जन्म दिवस दी पुष्पांजलि

  • मंडला के कलाकारो की पहचान अब राष्ट्रीय पटल पर

मंडला महावीर न्यूज 29. विश्व प्रसिद्ध चित्रकार पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्म विभूषण से अलंकृत सैयद हैदर रज़ा के 103 वें जन्म दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि दी गई। सुबह स्थानीय कब्रिस्तान में उनके व उनके पिता की कब्र पर चादर पेश कर रज़ा उत्सव की शुरुआत की गई। इस दौरान रज़ा फाउंडेशन से जुड़े कलाकारों ने बड़ी संख्या में पहुंच कर पुष्पांजलि अर्पित की। सैयद हैदर रज़ा को पुष्पांजलि देते हुए कला प्रेमी व समाज सेवी जयदत्त झा ने कहा कि रज़ा साहब एक महान कलाकार होने के साथ बेहतरीन शख्सियत के धनी थे।

6 दशक तक विदेश में रहने के बाद भी वह मंडला की माटी को नहीं भूले। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि इतनी बड़ी हस्ती हमारे शहर में आराम फरमा रही है। उनकी मृत्यु के बाद से ही लगातार रजा फाउंडेशन द्वारा मंडला में कला के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है, जिसके परिणाम दिखने लगे हैं। मंडला के कलाकारों की पहचान न सिर्फ राष्ट्रीय पटल पर हो रही है बल्कि देश की राजधानी में भी उनके कार्यों की प्रदर्शनी लग रही है, जिसे कला जगत में सरहा जा रहा है।

वरिष्ठ चित्रकार अखिलेश ने बताया कि रजा साहब के पेरिस के स्टूडियो में भी मंडला की माटी मौजूद रहती थी और जब भी लोगों उनसे मिलने जाते तो बड़े गर्व के साथ वह उन्हें दिखाते कि यह देखो यह मंडला की माटी है। उन्होंने बताया कि रजा साहब के मंडला में सुपुर्द ए ख़ाक होने के बाद से उनके जन्म दिवस और पुण्यतिथि पर कला के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

इसके अलावा ग्रीष्म ऋतु में भी पेंटिंग, भारतीय शास्त्रीय संगीत व नृत्य की कार्यशालाएं आयोजित की जाती है। रजा उत्सव 2025 की शुरुआत हो चुकी है। 22 से 25 फरवरी की सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक रजा कला वीथिका में चित्रकला कार्यशाला और माटी के रंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें कला प्रेमी बड़ी संख्या में पहुंचकर चित्रकारी कर अपने पसंदीदा कलाकार को याद करेंगे।



गंभीर गर्भवती केस समय रहते उच्च स्वास्थ्य केन्द्र में करें रैफर

  • संचालित योजनाओं के प्रगति की समीक्षा, स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिए निर्देश
  • नारायणगंज सीएचसी में मासिक समीक्षा बैठक आयोजित

मंडला महावीर न्यूज 29. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में 100 दिवसीय निक्षय अभियान, मिशन नेत्र ज्योति, परिवार कल्याण कार्यक्रम, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम, शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, टीकाकरण कार्यक्रम समेत अन्य संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में की गई। इसके साथ ही विगत माह आयोजित हुई बैठकों की भी समीक्षा और उसकी प्रगति की जानकारी ली गई। समीक्षा बैठक में नारायणगंज सीएचसी प्रभारी सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल, बीसीएम शैलेन्द्र सिंह, बीईई विजय मरावी, सीएचओ, एएनएम, सुपरवाईजर समेत सेक्टर के स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे।

आयोजित समीक्षा बैठक में सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल ने उपस्थित सीएचओ, एएनएम, सुपरवाईजर को स्वास्थ्य सेवाओं अंतर्गत चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा करते हुए उनकी समीक्षा की गई। सभी उपस्थित कर्मचारियों से उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी ली। संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए बीसीएम शैलेन्द्र सिंह ने कहां कि अनमोल एप में एएनसी पंजीयन करना अनिवार्य है, एएनसी की प्रथम त्रिमाही में एण्ट्री, एएनसी चौथी जांच की एण्ट्री अनमोल एप में करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं को उच्च स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निर्देश दिए गए। इसके साथ ही एमडीआर, सीडीआर की जानकारी सभी उपस्थित कर्मचारियों से ली गई।

समीक्षा बैठक में घर में होने वाले प्रसव की जानकारी ली गई। इसके साथ ही वीएचएनडी सत्रों में औषधी एवं वैक्सीन की सूची मांगी गई। बैठक में बीसीएम ने सभी सीएचओ को निर्देशित करते हुए कहां कि ग्राम के गंभीर गर्भवती केस समय रहते उच्च स्वास्थ्य केन्द्र में रैफर करने के लिए निर्देशित किया। इसके साथ ही बाल मृत्यु की समीक्षा की गई। एसएनसीयू से डिस्चार्ज हुए गृह भेंट करने, आरबीएसके मोबाईल टीम द्वारा विद्यालयों में स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से करने के लिए निर्देशित किया गया।

नारायणगंज सामुदायिक केन्द्र में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल, बीसीएम शैलेन्द्र सिंह, बीईई विजय मरावी, नेत्र चिकित्सा सहायक जयकरण चौधरी, मलेरिया विभाग से आरसी जैन, टीबी विभाग से एसटीएस देवेन्द्र साहू समेत सीएचओ, एएनएम, सुपरवाईजर समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे।



नैनपुर पुलिस की गिरफ्त में तीन चोर, चंद घंटों में किया चोरी का पर्दाफाश

  • संजीवनी क्लिनिक नैनपुर में दी थी चोरी की वारदात को अंजाम
  • तीनों आरोपियों के विरुद्ध दर्ज है 22 अपराध

मंडला महावीर न्यूज 29. थाना नैनपुर अंतर्गत पुराना अस्पताल स्थित संजीवनी क्लिनिक नैनपुर में शुक्रवार को अज्ञात चोर द्वारा खिड़की तोड़कर अंदर रखे सामान पर हाथ साफ कर दिया। चोरी की रिपोर्ट नैनपुर थाने में दर्ज कराई गई। चोरी की रिपोर्ट पर थाना नैनपुर में अपराध बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई। चोरी के मामले में अनुविभागीय अधिकारी नैनपुर के निर्देशन में थाना प्रभारी नैनपुर के द्वारा उक्त चोरी में संलिप्त आरोपियों का पता लगाकर गिरफ्तार करने के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन किया गया।

बताया गया कि 6 सदस्यीय टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों के संबंध में लगातार मुखबीरों से जानकारी प्राप्त कर तलाश पतासाजी की गई। इस दौरान पुलिस टीम को चोरों के संबंध में अहम जानकारी प्राप्त हुई। चोरी में संलिप्त गणेश उर्फ बी मरकाम पिता मुनिम मरकाम 22 साल निवासी वार्ड नंबर 15 नैनपुर, विक्रम उर्फ भूरा पिता कमोद साहू 24 साल निवासी वार्ड नंबर 15 नैनपुर एवं पवन लिल्हारे पिता मारूति लिल्हारे 48 साल निवासी वार्ड नंबर 1 गौरी शंकर नगर बूढ़ी जिला बालाघाट हाल वार्ड नंबर 14 सीताराम टोला को नैनपुर पुलिस टीम द्वारा तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में तीनों ने चोरी करना स्वीकार किया। तीनों चोरो से चोरी किए एलईटी मानिटर, 1 नग दरी 12 वाई 20 कीमत 30 हजार रूपये का मशरूका जप्त किया गया। आरोपियों के विरूद्ध पूर्व में चोरी, हत्या और मारपीट, आम्र्स एक्ट के अपराध पंजीबद्ध है। उक्त आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है।

तीनों पर दर्ज है 22 अपराध 

बताया गया कि चोरी की वारदात में गिरफ्तार तीनों आरोपियों पर पूर्व में भी अपराधिक रिकार्ड दर्ज है। जिसमें पवन लिल्हारे के विरूद्ध कुल 15 अपराध पंजीबद्ध है। गणेश उर्फ बी मरकाम के विरूद्ध 4 अपराध पंजीबद्ध है और विक्रम उर्फ भूरा पर 3 अपराध पंजीबद्ध है।

इनकी रही विशेष भूमिका 

चोरी के आरोपियों को गिरफ्तार करने में नैनपुर पुलिस टीम की अहम भूमिका रही। थाना प्रभारी नैनपुर निरीक्षक बलदेव मुजाल्दा के नेतृत्व में उपनिरीक्षक केके विश्वकर्मा, उपनिरीक्षक निधि नेमा, उपनिरीक्षक राजकुमार हिरकने, सउनि वंदना नाग, आरक्षक ओमप्रकाश बघेल, रामलाल मोय, सुरेश जैतवार, विशाल, दुर्गेश लिल्हारे सायबर सेल मंडला सुरेश भटेरे, सुर्यचंद बघेल की विशेष भूमिका रही।



शरारती तत्व कर रहे झूठी कर्ज माफी का प्रचार

  • शासकीय योजनाओं से महिला ग्राहकों को किया जागरूक
  • एचडीएफसी बैंक द्वारा वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज में विगत दिवस में एचडीएफसी बैंक और एनआरएलएम द्वारा माइक्रोफाइनेंस इंड्रट्री के नेतृत्व में ग्राहक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ब्लाक प्रबंधक श्रुतिसागर उपाध्याय, जनपद पंचयात सीईओ गौरीशंकर डेहरिया, जनपद उपाध्यक्ष अविनाश शर्मा, जिले के अग्रणी लिड बैंक प्रबंधक सुजॉय कुमार, एमफिन के मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के प्रभारी नीरज सोनी, समर्पित एनजीओ से लक्ष्मी पटेल, जिला व्यापार उद्योग प्रबंधक अनिल दुबे, एचडीएफसी बैंक के सर्किल हेड मोहन प्रकाश सिंह, क्लस्टर हेड नीलगगन दुबे, बीएम मुकेश बोडख़े, फील्ड स्टाफ सोनू मांझी, देवांश पांडे, रविकांत उइके उपस्थित रहे।

जागरूकता कार्यक्रम में एचडीएफसी बैंक सर्किल हेड मोहन प्रकाश सिंह ने सभी माइक्रोफाइनेंस ग्राहकों से अच्छे क्रेडिट रिकॉर्ड बनाने की अपील की जिससे उन्हें निरंतर लोन सुविधा मिलती रहे, और उनका जीवन बेहतर हो। लीड बैंक प्रबंधक ने सरकार द्वारा संचालित योजनाओं पर प्रकाश डाला एवं सभी महिला ग्राहकों से लोन माफी जैसे भ्रामक प्रचार अभियान से दूर रहने की अपील की। जिला उद्योग व्यापार केंद्र से अनिल दुबे ने जिले में चल रहे सरकारी योजनाओं से महिला ग्राहकों को जागरूक किया। माइक्रो फाइनेंस इंडस्ट्री नेटवर्क से धीरज सोनी ने बताया कि मंडला जिले में कुछ शरारती तत्वों द्वारा झूठी कर्ज माफी का प्रचार कर महिला ग्राहकों को बरगलाया जा रहा है ऐसे में सभी मंडला के आदिवासी ग्राहकों को इस झूठे भ्रामक प्रचार से दूर रहना चाहिए।

प्रभारी वित्तीय साक्षरता अभियान श्रीमती लक्ष्मी पटेल ने सरकार द्वारा चलाई जा रही बीमा योजनाओं की जानकारी दी। एचडीएफसी बैंक के क्लस्टर हेड नीलगगन दुबे ने सभी महिला ग्राहकों का आभार व्यक्त करते हुए बैंक द्वारा स्वयं समूह को ऋण देने व किस्तों का सही एवं समय पर भुगतान करने की समझाईश दी। कार्यक्रम के अंत मे एचडीएफसी बैंक द्वारा लोन वितरण की राशि का चेक के माध्यम से एनआरएलएम सहायक प्रबंधक सरस्वती निखार और समस्त अतिथियों द्वारा वितरण किया गया। क्षेत्र की सभी सीआरपी दीदियों का सहयोग रहा।



मंगल कलश से जैन समाज के प्रत्येक घरों में गुरु चरण की भव्य आगवानी

  • सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा निकाली गई शोभायात्रा

मंडला महावीर न्यूज 29. व्रती नगरी पिंडराई में विगत दिवस युग शिरोमणि जन-जन की आस्था के केंद्र आचार्य भगवन श्री विद्या सागर महामुनिराज के चरण कमल की आगवानी और भव्य शोभा यात्रा सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा निकाली गई। इस विशेष अवसर में व्रती नगरी वासियों को पूज्य गुरुदेव के परम प्रभावक शिष्य पूज्य ऐलक श्री नम्र सागर जी महाराज का मंगल सानिध्य प्राप्त हुआ।

बताया गया कि प्रात: काल शोभा यात्रा के बाद व्रती नगरी स्थित नवीन जिनालय में गुरु जी के पावन चरण की स्थापना की गई। इसके बाद गुरु जी की संगीतमय महा पूजन किया गया। इस दौरान पूज्य ऐलक द्वारा रचित बुंदेली संगीत में गुरु गाथा ऐलक जी के मुखारबिंद किया गया। शाम को सभी भक्तों ने मिलकर गुरु जी की संगीतमय आरती की।

मीडिया प्रभारी ऋषभ जैन ने बताया कि यह दिवस व्रती नगरी वासियों के लिए यादगार सिद्ध हुआ। नगर के प्रत्येक जैन समाज के घरों के आँगन में आचार्य भगवन की फोटो, रंगोली, दीपक, मंगल कलश के माध्यम से सभी ने अपने-अपने घरों में गुरु चरण की आगवानी की। उनके उत्साह और उनकी भक्ति को देख मानो साक्षात् गुरु जी का ही पादर्पण नगर में हुआ है।


निशार कुरैशी ने मधुमक्खी पालन बजट लिए मुख्यमंत्री का कराया ध्यान आकर्षण

  • भोपाल में जैविक खेती पद्धति एवं मूल्य संवर्धन कार्यशाला

मंडला महावीर न्यूज 29. भोपाल में जैविक खेती पद्धति एवं मूल्य संवर्धन कार्यशाला के अवसर पर दो दिवसीय जिला के उत्पाद प्रदर्शन मे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंडला के स्टॉल पर आये, उन्हें निशार कुरैशी मधुमक्खी एक्सपर्ट के द्वारा ध्यान आकर्षित कराते हुए अनुरोध किया गया की मधुमक्खी पालन का मंडला जिला मे बहुत सम्भावना है लेकिन विभागीय बजट पिछले 20 सालो से वही चल रहा है, जिसके कारण मंडला के किसान को मधुमक्खी पालन कार्य कराने मे असुविधा हो रही है।

मुख्यमंत्री ने पूरी बातों को गंभीरता से सूना और सम्बंधित अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये। बता दे कि शहद के क्षेत्र मे निशार कुरैशी द्वारा मधुमक्खी संरक्षण और इससे लोगो को प्रशिक्षण देखकर रोजगार उपलब्ध करा रहे है, जैसा की मधुमक्खी पालन के लिए बॉक्स की राशि है लेकिन उनका प्रशिक्षण टूल किट एवं शहद निकालने के एक्यूपमेंट का बजट नहीं है, जिसके कारण मंडला के किसान इस योजना को गंभीरता से नहीं ले रहे है।

मुख्यमंत्री के पूर्व क़ृषि मंत्री को मेरे एवं मंडला क़ृषि विभाग से आरडी जाटव के द्वारा प्रोडक्ट और श्री अन्न की जानकारी दी गईं। इस अवसर पररायसिंग सोलंकी एवं जबलपुर रीजन से नेताम सर के द्वारा जिले के कार्यक्रम के बारे मे जानकारी दी गईं। भोपाल में दो दिवसीय कार्यशाला मे प्रदेश भर के किसान कम्पनी के स्टॉल लगाए गए। मुख्यमंत्री को मंडला जिला के शहद, कुकीज, कुटकी चिया सीड आदि गिफ्ट किया गया।



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