टीकाकरण से होता है शिशुओं के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास
- नारायणगंज के आंगनवाडी केन्द्रों में मनाया गया आरोग्य दिवस
मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में सप्ताह के दो दिन आरोग्य दिवस मनाने बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कार्यक्रम सफलता पूर्वक किया जा रहा है। टीकाकरण दिवस में बच्चों के स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक जानकारियां उनकी माताओं को दी जा रही हैं। इस अवसर पर एएनएम, सीएचओ, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आंगनवाडी कार्यकर्ता, सहायिका द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं। बताया गया कि जिले के नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत उपस्वास्थ्य केन्द्र टिकरिया के आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक एक में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस सप्ताह के मंगलवार और शुक्रवार को मनाया जा रहा है। जिले के सभी आंगनवाडी केन्द्रों में टीकाकरण दिवस के रूप में अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें बच्चों और गर्भवती महिलाओं को आवश्यक टीके लगाए गए। गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। गर्भावस्था के दौरान आवश्यक परीक्षण और परामर्श दिए जा रहे है।
सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल ने बताया कि वीएचएनडी में गर्भवती और धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन की सेवाएं भी दी जाती हैं। गर्भवती महिलाओं और पांच साल तक की उम्र के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही 10 से 19 वर्ष के किशोरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें जरूरत के अनुसार कैल्शियम व आयरन की गोलियां दी जा रही है। सीएचओ मोनिका सिंह ने बताया कि नारायणगंज टिकरिया आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक एक में आयोजित टीकाकरण दिवस में 0 से 5 साल तक के 11 बच्चों का टीकाकरण किया गया। जिसमें पेंटा फस्र्ट, एमआर फस्र्ट, एमआर सेकेंड, डीपीटी, बूस्टर का टीका लगाया गया।
एएनएम माधुरी सोनी ने बताया कि टीकाकरण दिवस में बच्चों के साथ आंगनवाडी केन्द्र में सात गर्भवती महिलाएं अपना जांच परीक्षण कराने पहुंची। जहां मौजूद एएनएम माधुरी सोनी और सीएचओ मोनिका सिंह द्वारा जांच परीक्षण कर उचित सलाह दी गई। टीकाकरण दिवस में गर्भवती महिलाओं को टीडी फस्र्ट, टीडी सेकेंड, बूस्टर डोज लगाए गए। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। टीकाकरण दिवस में आए 11 बच्चों को विटामिन ए की दवाई पिलाई गई। इसके साथ ही ओआरएस के पैकेट दिए गए।
शिशु मृत्यु दर कम करने जरूरी है टीकाकरण
सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल ने बताया कि शिशुओं के सम्पूर्ण टीकाकरण के जरिए बच्चों को संक्रामक रोगों से बचा कर सुरक्षित किया जाता है। टीकाकरण न केवल बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाता बल्कि नवजात व शिशुओं के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करता है। इसके साथ ही समय से बच्चों को प्रतिरक्षित करने से बच्चों में होने वाली सामान्य रोगों में भी कमी आती है। शिशु मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से अनेक ऐसी बीमारियां हैं, जिनको नियमित टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है। लेकिन इन सभी टीकों का सही समय पर दिया जाना भी महत्वपूर्ण है, जिससे बच्चों को बीमारियों से बचाया जा सके। बच्चों में होने वाले पोलियो, टीबी, खसरा एवं रूबेला, निमोनिया, डायरिया, हेपेटाइटिस-बी, गलाघोंटू, काली खांसी, दिमागी बुखार एवं टीटनेस जैसे कई गंभीर रोगों से टीकाकरण बचाव करता और शिशु मृत्यु दर में कमी लाता है।
सप्ताह में दो दिन आंगनवाडी केन्द्रों में टीकाकरण
जिला के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्ताह में दो दिन आरोग्य दिवस, ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस मनाया जाता है। इस दौरान 5 साल तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण समय सारणी के अनुसार टीका लगाया जाता है। जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। जिले की आशा, आंगनबाड़ी, सीएचओ, एएनएम के सहयोग से आरोग्य दिवस का सफल संचालन किया जा रहा है। जिले की सभी आशा, एएनएम और सीएचओ को टीकाकरण की महता पर नियमित उन्मुखीकरण भी किया जाता है। लगातार जिले में बच्चों के परिजनों को टीकाकरण के विषय में जागरूक किया जा रहा है।