तीन दिवसीय गणना में मिले 313 गिद्ध

तीन दिवसीय गणना में मिले 313 गिद्ध

  • मुक्की में दिखे दो राज गिद्ध
  • व्हाईट वैक्स गिद्ध, सिनेरियस गिद्ध, इंडियन, राज गिद्ध, यूरेशियन की हुई पहचान
  • तीन दिवसीय शीतकालीन गणना में कान्हा नेशनल पार्क, पूर्व व पश्चिम सामान्य परिक्षेत्र में की गणना

मंडला महावीर न्यूज 29. गिद्धों को विलुप्त प्रजाति की श्रेणी में रखा गया है। इन्हें संरक्षित करने संबंधित विभाग पुरजोर प्रयास कर रहा है। जिसके लिए हर दो वर्ष में इनकी गणना की जाती है। गिद्धों की गणना दो चरणों में होती है। एक चरण ठंड के मौसम में और दूसरा गर्मी के मौसम में की जाती है। जिससे देश में गिद्धों को संरक्षित करके इन्हें विलुप्त प्रजाति की श्रेणी से अलग किया जा सके। आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के अनेक वनांचल क्षेत्रों में प्राकृतिक के अद्भूत नजारे के साथ अनेक प्रकार के वन्य प्राणी, पक्षी की भी भरमार है। जिसके लिए जिले की पहचान है। यहां देशी, विदेशी पर्यटकों की आमद साल भर होती है।

मंडला जिला प्राकृतिक रूप से समृद्ध है और यहां बाघ, तेंदुआ, बारासिंघा, चीतल, हाथी, हिरण समेत अनेक प्रकार के वन्य प्राणियों और पक्षियों की कमी नहीं है। जिले में विलुप्त होने वाले वन्य प्राणियों और पक्षियों के संरक्षण के लिए प्रतिवर्ष उनकी गणना की जाती है। कान्हा प्रबंधन ने बताया कि तीन दिवसीय गिद्ध गणना में जिस दिन सबसे ज्यादा गिद्ध गणना में आएंगे, वही संख्या गिद्धों की मानी जाएगी। तीन दिन चली गिद्धों की गणना में प्रथम दिन ही 313 गिद्ध तैनात अमले को मिले है।

जानकारी अनुसार मंडला जिले में विलुप्त होते गिद्धों का प्रवास है। जिनके संरक्षण के लिए वन विभाग, कान्हा प्रबंधन कवायद कर रहा है। वर्ष 2015 में मध्यप्रदेश में शुरू हुई गिद्धों के संरक्षण की पहल के बाद मंडला जिले में भी वर्ष 2016 से गिद्धों के संरक्षण के लिए योजना बनाकर इनके संरक्षण की कवायद शुरू की गई। विगत वर्ष फरवरी 2024 में हुई तीन दिवसीय गिद्ध गणना में कान्हा पार्क क्षेत्र में 185 गिद्ध देखे गए हैं, जो विगत चार वर्ष पूर्व हुए गणना के मुताबिक उल्लेखनीय रहा, लेकिन यह रिकार्ड इस वर्ष हुए तीन दिवसीय गणना में टूट गया और गिद्धों की संख्या में इजाफा हो गया। प्रथम दिन ही अलग-अलग प्रजाति के 313 गिद्धों को देखा गया। जिसमें वयस्क गिद्धों की संख्या 279 और अवयस्क गिद्ध 34 मिले।

तीन दिन में पहले दिन ही सबसे ज्याद मिले गिद्ध 

बताया गया कि गणना के पहले दिन कान्हा पार्क के कान्हा परिक्षेत्र में 43 गिद्ध मिले है जिसमें 37 वयस्क और 6 अवयस्क हैं। यहां 17 घौसला भी इनके दिखे है। मुक्की परिक्षेत्र में 60 गिद्ध मिले हैं जिसमें 56 वयस्क और 4 अव्यस्क है। सरही परिक्षेत्र में 145 गिद्ध गणना में सामने आये हैं। जिसमें 129 वयस्क और 16 अवयस्क शामिल हैं और 33 घौसला मिले हैं। कान्हा नेशनल पार्क के तीनों परिक्षेत्र में कुल 248 गिद्धों में 222 वयस्क और 26 अवयस्क गिद्ध पहले दिन गणना में देखे गए थे। वहीं तीनों परिक्षेत्र में 50 घोसले में गिद्धों के मिले है। पश्चिम सामान्य वनमंडल के निवास में 5 गिद्ध मिले हैं। जिसमें 4 वयस्क और 1 अवयस्क है। यहां एक घौसले मिले हैं। वहीं पूर्व सामान्य वनमंडल के मवई में 60 गिद्ध मिले हैं। जिसमें 53 वयस्क और 7 अवयस्क शामिल हैं। यहां 10 घोंसले मिले है।

सरही परिक्षेत्र में मिले 123 व्हाईट बैक्ड गिद्ध 

तीन दिवसीय गिद्ध गणना में तीनों परिक्षेत्र में अलग-अलग प्रजाति के गिद्ध मिले है। सबसे ज्यादा सफेद गिद्ध मिले हैं। गणना के दौरान कान्हा परिक्षेत्र में सफेद पीठ व्हाईट वैक्स गिद्ध, काला सिनेरियस गिद्ध, मुक्की परिक्षेत्र में इंडियन लॉग विल्ड गिद्ध, व्हाईट वैक्स गिद्ध, राज गिद्ध, हिमालयन ग्रिफन गिद्ध, कान्हा सरही परिक्षेत्र में व्हाईट वैक्स गिद्ध, इंडियन लॉग विल्ड गिद्ध, यूरेशियन ग्रिफन, निवास परिक्षेत्र के पश्चिम सामान्य में सफेद इंजिप्शियन गिद्ध देखा गया है। वहीं मवई परिक्षेत्र के पूर्व सामान्य में सफेद पीठ व्हाईट वैक्स गिद्ध की प्रजाति देखी गई है। इसके साथ ही कान्हा और सरही में सफेद पीठ व्हाईट वैक्स गिद्ध बड़ी संख्या में देखे गए है।

बैठे गिद्धों की हुई गणना 

बताया गया कि जिले में विलुप्त प्रजाति के गिद्धों के संरक्षण के लिए प्रयास किये जा रहे है। देश में वर्ष 2000 से लेकर 2015 तक अधिकांश गिद्ध विलुप्त हो गये थे। इन्हीं गिद्धों के संरक्षण के लिए मंडला जिले में वर्ष 2016 से इनकी गणना की कार्ययोजना बनाई गई। जिसके बाद हर दो साल में गिद्ध गणना की जा रही है। गिद्धों की गणना इस वर्ष 2025 के प्रथम चरण में तीन दिवसीय कान्हा नेशनल पार्क, पूर्व सामान्य वनमंडल, पश्चिम सामान्य वनमंडल में गिद्धों की गणना की गई। जिसमें विभाग के वनकर्मी चिन्हित आवास स्थल पर पहुंचकर उन्होंने दूरबीन कैमरे की मदद से घोंसले, चट्टान और पेड़ पर बैठे गिद्ध की गणना की है। वहीं उड़ते हुए गिद्ध को गणना में शामिल नहीं किया गया है।

इस वर्ष प्रथम चरण में दिखे 313 गिद्ध 

विगत वर्ष फरवरी और अप्रैल में गिद्धों की गणना की गई। जिसमें कान्हा पार्क के 33 आवास स्थलों में मुख्यत: 4 प्रजाति के गिद्ध मिले हैं। बताया गया कि विगत चार वर्ष पहले 2021 में हुए सर्वेक्षण में गिद्धों की संख्या 98 थी, जो विगत वर्ष सर्वेक्षण में बढ़कर 185 हो गई है। इसके साथ ही विगत वर्ष प्रदेश व्यापी गिद्ध गणना 28 अप्रेल से एक मई तक की गई। जिसमें कान्हा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में 238 गिद्ध मिले हैं। गणना के बाद कान्हा नेशनल पार्क में गिद्धों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष 2025 की गणना के प्रथम चरण में तीन दिवस में 62 घोसलों के साथ 313 गिद्ध गणना के दौरान देखे गए है। दूसरा चरण की गणना अप्रैल माह में की जाएगी। दोनों चरणों में होने वाले गिद्धों की गणना के बाद अब इस वर्ष मंडला जिले में गिद्धों की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा सकती है। दूसरे चरण की गिद्ध गणना के बाद इसकी सही जानकारी मिल सकेगी।



 

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