जिला चिकित्सालय के प्रयासों से बची प्रसूता का जीवन
- सुरक्षा गार्ड ने किया स्वेच्छा से रक्तदान
- रोगी कल्याण समिति से दी नगद सहायता
मंडला महावीर न्यूज 29. कलेक्टर सोमेश मिश्रा के निर्देशन में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला चिकित्सालय के समन्वित प्रयास से गर्भवती माताओं और नवजात शिशुओं के जीवन की रक्षा की जा रही है। मंगलवार को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नैनपुर से जिला चिकित्सालय भेजी गई गर्भवती महिला अत्यंत गंभीर हालत में थी, जिसे समय पर उचित उपचार, रक्तदान व नगद सहायता देकर उसकी और शिशु की जीवन रक्षा की गई।
जानकारी के अनुसार नैनपुर विकासखंड के ग्राम देहला निवासी गर्भवती महिला श्रीमति स्वाति भांवरे पति सुनील भांवरे को सिविल अस्पताल नैनपुर में एएनसी प्राइमी ग्रेविड विद एंटेपार्टेम नेमरनहेज के लिए मंगलवार को सायंकाल 6 बजे भर्ती किया गया था। प्रसव के पहले अत्यधिक खून जाने के कारण महिला की स्थिति गंभीर थी। उक्त महिला को सिविल अस्पताल नैनपुर से प्राथमिक उपचार कर तत्काल जिला चिकित्सालय मंडला रेफर किया गया। गर्भवती महिला मरीज को जिला चिकित्सालय मण्डला के मेटरनिटी विंग में भर्ती किया गया।
महिला की स्थिति ठीक न होने के कारण ऑन ड्यूटी नर्सिंग ऑफिसर और डॉ. मालती उइके स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा तत्काल ही उपचार शुरू कर दिया और मरीज की जांच करने पर यह पाया गया कि महिला के बच्चादानी में बच्चे से पहले कनेरी निकल रही थी, जिसके कारण महिला को अत्यधिक रक्त स्त्राव हो रहा था एवं महिला की स्थिति गंभीर थी। खून के अत्यधिक जाने के कारण महिला के शरीर में खून की कमी हो रही थी, उस समय जिला चिकित्सालय मंडला के ब्लड बैंक में गु्रप बी प्लस का खून उपलब्ध नहीं था।
जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ
मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने तत्परता दिखाते हुए रक्त की आवश्यकता के विषय में समस्त टीम को अवगत कराया। इस पर जिला चिकित्सालय मंडला के सुरक्षा गार्ड कर्मचारी श्याम बिहारी द्वारा स्वेच्छा से महिला मरीज को रक्तदान किया, इसके साथ ही सिविल सर्जन डॉ. विजय सिंह धुर्वे के द्वारा रोगी कल्याण समिति के माध्यम से 2000 रूपये की सहायता राशि प्रदाय की गई। महिला मरीज को चिकित्सालय में समुचित उपचार देकर सरकारी एम्बुलेंस 108 के माध्यम से मेडिकल कॉलेज जबलपुर रैफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों को महिला मरीज की स्थिति से अवगत कराया गया। मेडिकल कॉलेज जबलपुर के चिकित्सकों के द्वारा उक्त महिला का सिजर ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के दौरान महिला मरीज का सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 20 पहुंच गया था। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की टीम के द्वारा 2 एफएफपी, 2 ब्लड व मरीज को जीवन रक्षक दवाईयों पर रखा गया। अब महिला स्थिति सामान्य है, जच्चा एवं बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य हैं।