- रिटायर्ड बुजूर्ग अपनी जमा पूंजी पाने भटक रहा
- अल्प बचत सहकारी साख समिति में गड़बड़ झाला
- कार्यालय का रोज चक्कर कट रहा बुजुर्ग बसंत कुमार
मंडला महावीर न्यूज 29. एक शासकीय कर्मचारी जीवन भर काम करके अपने परिवार के लिए अपने वेतन से ही थोड़ी थोड़ी पूंजी जमा करता है, जिससे मुसीबत के समय वह पूंजी काम आ सके, लेकिन जब वही जमा पूंजी और बुढ़ापे का सहारा ही डूबता दिखाई दे तो उस पर क्या बीतेगी। एक ऐसा ही मामला जिला मंडला में अल्प बचत सहकारी साख समिति का सामने आया है, जहां एक रिटायर्ड कर्मचारी अपनी जमा पूंजी को वापस लेने भटक रहा है।
जानकारी अनुसार रिटायर्ड कर्मचारी बुजुर्ग बसंत सोनी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में काम करते थे, इन्होने अपने वेतन का थोड़ा-थोड़ा पैसा एक अल्प बचत सहकारी साख समिति में जमा कराया था। जहां पर बिजली विभाग, भूमि विकास बैंक, सहायक आयुक्त सहकारिता और जिला सहकारी बैंक सहित कई और विभाग के कर्मचारी अपने रिटायरमेंट और बुढ़ापे के लिए पैसा जमा करते थे। इस साख समिति में सैकड़ों लोग इस आस में पैसे जमा करते है कि जमा हुई राशि आसानी से मिल जाएगी।
बताया गया कि अल्प बचत सहकारी साख समिति में लोगो ने फिक्स डिपोजिट तक करा रखा था कि बुरे वक्त में काम आएगा। इससे मिलने वाले ब्याज और जमा रकम से इनका बुढ़ापा आसानी से कट जाएगा, लेकिन इन बुजूर्गो की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। अब लोग रिटायरमेंट के बाद ब्याज तो छोडि़ए अपना ही पैसा पाने के लिए अल्प बचत के चक्कर काटने को मजबूर है। पीडि़त बसंत कुमार पटेल ने कलेक्टर और मंडला पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है।
शिकायत में बसंत कुमार ने बताया कि उनके द्वारा पूर्व में 5-5 लाख रूपए का प्रतिबंधित डिपोजिट रसीद में जमा किये गए हैं, उक्त जमा राशि पर प्राप्त मासिक ब्याज जो कि आवेदक को जारी सदस्य डिपोजिट खाता में जमा होता था। इस मिलने वाले मासिक ब्याज से ही आवेदक अपने परिवार का भरण पोषण करता था, लेकिन विगत वर्ष अक्टूबर 2023 से आवेदक को ब्याज मिलना बंद हो गया है। जिसकी जानकारी आवेदक के द्वारा ली गई, लेकिन इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। इसके साथ ही उक्त समिति के सदस्य जो कि अपने अधीनस्थ बैंक में ही बैठते हैं, वे भी नदारद हैं जो कि संदेहास्पद है।
इनका कहना है
अल्प बचत समिति कर्मचारियों की समिति रहती है, जिसमें सहकारिता संबंधी जितने भी विभाग हैं इसमें सदस्य बनते हैं, और वहां आवश्यकता अनुसार लोन एवं जमा की गई राशि लेते थे, लगभग ये पैसा करोड़ों का है, जिसकी सहकारिता विभाग से जांच चल रही है, इस मामले को कलेक्टर ने भी संज्ञान लिया है, जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
एनके कोरी, महाप्रबंधक
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक
बसंत कुमार सोनी ने लिखित शिकायत की है, अल्प बचत समिति में उन्होंने पैसा जमा किये है, जिसका ब्याज उनको मिल रहा था, कुछ माह से उनको न तो ब्याज दिया जा रहा है और न ही पैसे, मामले की जांच पड़ताल कर पीडि़त बसंत कुमार को न्याय दिलाया जाएगा।
रजत सकलेचा, पुलिस अधीक्षक मंडला