- 6.5 डिग्री पहुंचा न्यूनतम तापमान, छा रही कोहरे की धुंध
- दिन में होने लगी ठिठुरन, वनांचल क्षेत्रों में पड़ रही कड़ाके की ठंड
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में न्यूनतम तापमान पिछले एक पखवाड़े में करीब 4 डिग्री सेल्सियस नीचे उतर कर 6.5 डिग्री पर पहुंच गया है। शहर सहित जिले में तापमान में गिरावट का दौर जारी है। इसके चलते ठंड अपने पूरे शबाव पर आ गई है। सुबह के समय कोहरा और धुंध के बीच कड़ाके की ठंड का आनंद लोगों मार्निंग वॉक में ले रहे है। अक्टूबर माह में जहां हल्की ठंड थी, वहीं अब नवंबर के अंतिम सप्ताह में ठंड अपने पूरे शबाव पर आ गई है। न्यूनतम तापमान कम होने से आगामी एक सप्ताह में हाड़ कपाने वाली ठंड का सितम लोगों को सहना पड़ेगा।
जानकारी अनुसार मौसम ने आखिरकार करवट ले ही ली। पिछले एक पखवाड़े से रातें जहां सर्द हो गई है। वहीं दिन में भी अब ठंड का एहसास शुरू हो गया है। आम लोगों के लिए तो मौसम खुशगवार हो ही गया है। साथ ही खेती-किसानी के लिए भी यह मौसम अनुकूल है। आमतौर पर दिवाली के बाद ही सर्दी के दिन शुरू हो जाते हैं लेकिन दिवाली को बीतने के एक सप्ताह हो जाने के बाद भी ठंड पडऩा शुरू नहीं हुई थी। 16 से 20 नबंवर तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास थमा हुआ था, 21 नबंवर से न्यूनतम तापमान रोजाना कम होता गया और 28 नबंवर को न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री पर पहुंच गया। विगत एक सप्ताह से ठंड अपने पूरे शबाव पर है।
कम होता जा रहा न्यूनतम तापमान
सुबह व शाम को तापमान कम होने के कारण ठंड का असर शुरू हो गया है। ठंडी हवाओं के कारण ठिठुरन भी बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि अब दोपहर की धूप भी तीखी नहीं लग रही है। ग्रामीण अंचल में शहर की अपेक्षा ठंड अधिक है। शहर में जहां 6.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास तो वनांचल क्षेत्र 5 डिसे तक न्यूनतम तापमान पहुंच गया है। वहीं मौसम विभाग आने वाले दिनों में ओर भी अधिक ठंड बढऩे की बात कह रहा है। दिसंबर माह में हाड़ कपाने वाली ठंड का सामना जिलेवासियों का करना पड़ेगा। प्रदेश के मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है। इस बीच ठंड भी बढ़ती जा रही है। सुबह और शाम के समय हवाओं का रुख बदल रहा है। इसके साथ ही सुबह और रात के तापमान में गिरावट भी देखी जा रही है। वहीं, दोपहर के वक्त तेज धूप निकलने से लोगों को राहत मिल रही है।
उत्तरी हवाओं से बढ़ रही ठंड
प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने के लिए अलग-अलग वेदर सिस्टम एक्टिव होते है, जिसके कारण प्रदेश का मौसम अपना असर दिखाता है। फिलहाल प्रदेश में अभी कोई वेदर सिस्टम एक्टिव नहीं है। वहीं इस समय उत्तर की तरफ से आ रही ठंडी हवा के कारण ठंड का असर अधिक तीव्र हो रहा है। मौसम विभाग अनुसार आगामी समय में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
इस वजह से बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग का कहना है कि केवल उत्तर भारत की तरफ से आने वाली हवाओं की वजह से ही तापमान नहीं गिर रहा है, बल्कि अब मौसम भी शुष्क हो रहा है। हालांकि अभी तक हिमालय पर बर्फबारी नहीं हुई है। सर्द हवाओं के चलते तापमान में गिरावट हो रही है, अब एक दिसंबर के बाद से अच्छी ठंड पडऩे की उम्मीद है। तब न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। तब रात का पारा अधिकांश इलाकों में 5 से 6 डिग्री हो गया है।