- छेडख़ानी के मामले को मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
- मंडला एसपी से जांच कराकर तीन सप्ताह में मांगा कार्रवाई का प्रतिवेदन
मंडला महावीर न्यूज 29. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष कार्यवाहक मनोहर ममतानी एवं सदस्य राजीव कुमार टण्डन ने विगत दिवस के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के नौ मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है। जिसमें एक मामला मंडला जिले का भी हैं। आयोग ने संबंधितों से इस मामले में जवाब मांगा है।
जानकारी अनुसार मंडला जिले में एक मकान मालिक द्वारा अपने ही किरायेदार की बेटी से छेडख़ानी का मामला जो मंडला महावीर न्यूज 29 में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। जिसमें प्रथम दृष्टया मानव अधिकार का उल्लंघन है। ऐसे मामले को संज्ञान मे लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है। इस बात की जानकारी कार्यालय प्रभारी मप्र मानव अधिकार आयोग मित्र शिकायत प्रकोष्ठ शाखा मंडला के वरूण विकास नीखर ने दी है।
मकान मालिक ने किरायेदार की बेटी से की छेडख़ानी
मंडला जिले के विकासखंड बीजाडांडी थाना क्षेत्र में एक मकान मालिक द्वारा अपने ही किरायेदार की बेटी के साथ छेडख़ानी का मामला सामने आया है। यहां पीडि़त युवती की मां अपनी बेटी को न्याय दिलाने थाने के चक्कर काट रही है। बीजाडांडी थाने से न्याय ना मिलने के बाद पीडि़त युवती की मांग मंडला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची। जहां जल्द न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
बताया गया कि एक 20 वर्षीय युवती स्वयं के साथ हुई छेडख़ानी की रिपोर्ट दर्ज कराने अपने परिजनों के साथ बीजाडांडी थाने गई, लेकिन बीजाडांडी पुलिस द्वारा पीडि़त की शिकायत पर कोई उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। यह भी बताया गया कि बीजाडांडी थाना प्रभारी ने हम लोगो को कहां कि तुम लोग तीन वर्ष से यहां नहीं रह रहे हो, पीडि़ता की मां को खराब औरत होने का आरोप लगाया गया है। बीजाडांडी पुलिस द्वारा शिकायत की जांच ना कर शिकायत पर ही आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।