116 शालाओं के 2767 छात्रों के सीखने की क्षमता का होगा आंकलन

नवाचार को बढ़ावा देने ओएमआर तकनीक से परखी जाएगी छात्रों की समझ

  • 116 शालाओं के 2767 छात्रों के सीखने की क्षमता का होगा आंकलन
  • परख शैक्षिक उपलब्धि सर्वे के तहत 04 दिसंबर को होगी सर्वेक्षण
  • कक्षा तीसरी, छटवी और नवमीं के छात्र होंगे शामिल

मंडला महावीर न्यूज 29. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों की सीखने के स्तर को परखने के लिए नेशनल अचीवमेंट सर्वे चिन्हित शालाओं में किया जाता है, अब इस सर्वेक्षण के नाम में थोड़ा परिवर्तन किया गया है, विगत वर्ष एनएएस के स्थान पर राज्य शैक्षिक उपलब्धि सर्वे, नेशनल अचीवमेंट सर्वे की तर्ज पर किया गया था, अब इस सर्वे का नाम परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण कर दिया गया है। यह सर्वे आगामी 04 दिसंबर को होना तय है। परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण की तैयारी मंडला जिले में पूरी हो चुकी है।

जानकारी अनुसार 4 दिसंबर को होने वाले इस ऐतिहासिक सर्वेक्षण में आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के 116 सेम्पल शाला शामिल होंगे, जो कक्षा 3, कक्षा 6 और कक्षा 9 के 2767 विद्यार्थी इस सर्वेक्षण में शामिल होंगे। भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के साथ महत्वपूर्ण विषयों में दक्षताओं का सावधानी पूर्वक आकलन किया जाएगा। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य शिक्षार्थियों की सीखने का स्तर और छात्रों के प्रदर्शन को समझना है। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण द्वारा रखी गई नींव पर निर्माण करते हुए, परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 को जिले में शिक्षा प्रणाली के समग्र स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए, व्यापक संस्थाओं के रूप में स्कूलों का आकलन करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें राज्य सरकार, सरकारी सहायता प्राप्त, केंद्र सरकार और निजी मान्यता प्राप्त संस्थान समान रूप से शामिल हैं।

बताया गया कि यह अभिनव ओएमआर तकनीक के साथ एक पेपर-आधारित दृष्टिकोण का उपयोग किया जाएगा। इस तकनीक से एक मजबूत मूल्यांकन प्रक्रिया सुनिश्चित होगी। यह पहल केवल एक मूल्यांकन नहीं है, यह रष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के साथ संरेखित शैक्षिक सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए एक आधार शिला है। समृद्ध डेटा और अंतर्दृष्टि एकत्र करके हर बच्चे के लिए एक उज्जवल और अधिक न्यायसंगत शैक्षिक भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने की पहल है।

मॉक टेस्ट कराकर छात्रों को किये तैयार 

एपीसी डॉ. शेषमणि गौतम ने बताया कि जिले के सभी विद्यालयों में अभ्यास कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को इस सर्वेक्षण के लिए तैयारी कराई गई है। जिससे छात्र अपने सीखने का स्तर में सुधार कर सके। बताया गया कि छात्रों की शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने के लिए शासन, प्रशासन नए-नए प्रयोग करती है। जिससे छात्रों का भविष्य उज्जवल हो सके। इसी के तहत बच्चों की शैक्षणिक स्तर को जानने के लिए एनएएस सर्वे की तर्ज पर इस बार परख शैक्षिक उपलब्धि सर्वे किया जाना है। जिसके लिए विद्यालयों में माह अक्टूबर और नबंवर में मॉक टेस्ट कराया गया है। मॉक टेस्ट के लिए भी छात्रों को अभ्यास के माध्यम से तैयारी कराई गई है। टेस्ट के आधार पर कठिन अंशों का विश्लेषण कर शिक्षकों द्वारा उसकी तैयारी कराई गई है। जिसके बाद छात्र सर्वे के लिए होने वाली परीक्षा में शामिल होंगे।

इन विषयों पर छात्रों की होगी परख 

एपीसी डॉ. शेषमणि गौतम ने बताया कि परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 में कक्षा 3, कक्षा 6 और ग्रेड 9 के छात्रों का विभिन्न विषयों के माध्यम से उनकी योग्यता का मूल्यांकन किया जाएगा। कक्षा 3 में शिक्षार्थियों का आधारभूत स्तर की दक्षताओं के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा जिसके लिए छात्रों को मूल्यांकन के लिए 90 मिनट का समय मिलेगा। कक्षा 6 के विद्यार्थियों का भाषा, गणित और हमारे आस-पास की दुनिया में मूल्यांकन किया जाएगा और इन छात्रों को भी मूल्यांकन के लिए 90 मिनट का समय दिया जाएगा। इसके साथ ही कक्षा 9 में शिक्षार्थियों का भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में मूल्यांकन लिया जाएगा और इन छात्रों के लिए मूल्यांकन का समय 120 मिनट मिलेगा।

116 फील्ड इन्वेस्टिगेटर, 98 ऑब्जर्वर नियुक्त 

बताया गया कि परख राष्ट्रीय शैक्षिक सर्वेक्षण के क्रियान्वयन के लिए एनसीईआरटी द्वारा चयनित जिले की 116 शासकीय, अशासकीय एवं केन्द्र सरकार द्वारा संचालित शालाओं में तीसरी, छठवीं और नवमीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चों का परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 4 दिसंबर को किया जायेगा। इस सर्वेक्षण के लिए जिले में 116 फील्ड इन्वेस्टिगेटर और 98 ऑब्जर्वर को नियुक्त किया गया है। फील्ड इन्वेस्टिगेटर इन चयनित विद्यालय में जाकर सर्वे कार्य करेंगे। इसके लिये उन्हें जिला स्तर पर डाइट में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

फील्ड इन्वेस्टीगेटर कक्षा तीसरी के विद्यार्थियों की भरेगें ओएमआर सीट 

इस सर्वे का उद्देश्य प्रदेश के शासकीय और शासकीय सहायता प्राप्त व अशासकीय विद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता का आंकलन करना है। जिससे बेहतर कार्य योजना बनाकर छात्रों के सीखने के मानकों बढ़ाया जा सके। इस सर्वेक्षण में ओएमआर सीट में प्रश्रों के उत्तर दिए जाएंगे। बताया गया कि कक्षा 3 में ओएमआर शीट्स विद्यार्थी स्वयं नहीं भरेगा। इस परीक्षा में विद्यार्थी अचीवमेंट बुकलेट में अपने उत्तर अंकित करेगा। अचीवमेंट बुकलेट से फील्ड इन्वेस्टीगेटर द्वारा ओएमआर में प्रविष्टि की जाएगी। सर्वे के समय कक्षा 3 के छात्रों को ओएमआर शीट नहीं दी जाएगी। छात्रों को केवल अचीवमेंट बुकलेट दी जाएगी। इसके साथ ही कक्षा 6 वीं एवं 9 वीं के छात्र स्वयं ओएमआर शीट भरेंगे। एक प्रश्न के लिए केवल एक ही उत्तर के गोले को डार्क करना है। विद्यार्थी को उत्तर बदलने की सुविधा नहीं रहेगी। ओएमआर शीट में विद्यार्थी की सामान्य जानकारी भरने के लिए अंग्रेजी के कैपीटल लेटर्स का प्रयोग किया जाए। फील्ड इन्वेस्टिगेटर्स सर्वे प्रारंभ होने से पूर्व ही विद्यार्थियों को इस विषय की सूचना अनिवार्य रूप से प्रदान करने के निर्देश दिए गए है।


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