आर्थिक उन्नति में क्रांति ला सकता है कृषि के साथ मत्स्य पालन

  • आर्थिक उन्नति में क्रांति ला सकता है कृषि के साथ मत्स्य पालन
  • विश्व मत्स्य दिवस पर उत्कृष्ट विद्यालय में कार्यशाला

मंडला महावीर न्यूज 29. अंतर्राष्ट्रीय मत्स्य दिवस के अवसर पर शासकीय जगन्नाथ उत्कृष्ट विद्यालय मंडला में श्रीमती कल्पना नामदेव प्राचार्य के मार्गदर्शन में कृषि संकाय के छात्र एवं छात्रों को मछली पालन विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसके तहत आरआर धुर्वे सहायक मत्स्य अधिकारी द्वारा मध्यप्रदेश शासन के लाभकारी योजनाओं की जानकारी कक्षा 11वीं एवं 12वीं के कृषि संकाय के छात्र एवं छात्रों को दी। इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि कृषि के विकास के साथ मत्स्य पालन करने से समाज उन्नति में क्रांति ला सकता है।

मंडला जिला एक कृषि प्रधान जिला है, धान, गेहूं के साथ ही तलाबों का निर्माण कराकर मछली पालन कर हम अपने जीवन यापन की आर्थिक स्थिति में बदलाव ला सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने प्रकृति एवं पर्यावरण व जैव विविधता के संतुलन और जल के जीवन में संतुलन, मछली के संरक्षण के लिए उपयोगी बताया है। छात्रों ने नदियों एवं तालाबों को प्रदूषण से बचाने, नदियों के किनारे कीटनाशक उर्वरक का उपयोग न करने, साबुन शैंपू का प्रयोग न करने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर श्रीमती कल्पना नामदेव प्राचार्य ने बताया कि कृषि संकाय का उद्देश्य है कि छात्र एवं छात्रों में पूर्ण जानकारी हो जिससे बच्चे अपने जीवन को सफल बनाने के साथ कृषि के क्षेत्र में भी प्रगति कर सकें। कार्यक्रम में आरके क्षत्री पर्यावरण विद एवं जिला जैव विविधता सदस्य ने छात्रों को बताया कि नर्मदा नदी में पाई जाने वाली राजकीय मछली महाशीर का अस्तित्व संकट में है, जिसे हम टाइगर ऑफ नर्मदा भी कहते है। इस महाशीर मछली की आवश्यकता स्वच्छ जल होता है और वही प्रजनन करती है। नर्मदा में लगातार होने वाले रेत खनन व अवैध शिकार के कारण और विस्फोटक पदार्थ एवं अपशिष्ट पदार्थों के कारण महाशीर मछली की संख्या लगातार घटती जा रही है, जो एक चिंता का विषय है। इसे हमें आम जनता में जागरूकता लाकर ही बचाया जा सकता है।

बरसात के दिनों में मध्यप्रदेश शासन के द्वारा प्रजनन काल की प्रक्रिया में मछली मारना प्रतिबंधित किया जाता है। जिसे जनसमुदाय को भी इस प्रतिबंध का सम्मान किया जाना चाहिए। क्योंकि नर्मदा के जल को शुद्ध करने का कार्य भी यही जलीय जीव करते हैं। श्रीमती अपराजिता पाठक ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में हेमंत कुमार भगत एवं संजय भारद्वाज, आरके हरदहा, मुकेश चौरसिया, नत्थूसिंह घोसी, सेवानिवृत्ति शिक्षक राजेश क्षत्री उपस्थित रहे।


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