- जंगली नालों में बहा रहा बांध का पानी
- जलाशय की जमीन में खेती कराने खाली कर रहे बांध
मंडला महावीर न्यूज 29. नगर का एक मात्र बहुउपयोगी जलाशय जिससे लगभग चौवन सौ एकड़ रकबा का सिंचाई अनुमानित है और पुरी नगर परिषद में पेय जल प्रदाय होता है किन्तु बीते सप्ताह से जलाशय का का जल व्दार खोल कर नहरों से पानी जंगली नालों में बहाया जा रहा है। इस वर्ष पिछले सप्ताह तक बारिश हुई है किसानो को पानी की आवश्यकता भी नहीं है। आने वाली रबी फसल के लिए पानी अति आवश्यक है बीते दो तीन वर्षों में गेहूं फसल में तीसरा पानी नहीं मिला है। जिसका खामियाजा किसान भुगते हैं।
गेहूं की फसल की उत्पादन भी कम हुआ है फसल की लागत से भी मोहताज होना पड़ा है। फिर सिंचाई विभाग के कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। किसानो का कहना है कि जलाशय खाली होने से जलाशय की खाली भुमि में खेती होती है। जलाशय की खाली भुमि में फसल उत्पादक किसान और विभागीय कर्मचारियों की सांठगांठ किसी से छिपी नहीं है। जलाशय भूमि में खेती करने वाले किसान चौबीस घंटे पानी का उपयोग करने स्वतंत्र रहते हैं। उनसे सिंचाई विभाग से कोई जलकर नहीं लिया जाता है। किसान अनेक प्रकार की दवाइयों का उपयोग करते हैं और वहीं पानी पुन: जलाशय में मिलने से पानी दुषित होता है। जिसका प्रदाय नगर परिषद द्वारा पेयजल के लिए किया जाता है। सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों से अनुरोध है कि जलाशय के कीमती जल को जंगलों में बहने से बचायें और जलाशय की रिक्त भूमि का सदुपयोग के लिए निर्देशित करें।