- एसीएफ के माध्यम से शिक्षक कराएंगे टीबी की पहचान
- टीबी के लक्षण, जांच और उपचार की दी विस्तार से जानकारी
- नि:क्षय नारायणगंज ब्लाक को टीबी मुक्त करने की कवायद
मंडला महावीर न्यूज 29. राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत नारायणगंज विकासखंड को टीबी मुक्त बनाने अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियां शुरू हो गई। अभियान के तहत विकासखण्ड नारायणगंज को आगामी 06 माह में टीबी मुक्त किये जाने के लिए सभी विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को टीबी की पहचान करने में आसानी होगी।
नि:क्षय नारायणगंज ब्लाक को टीबी मुक्त करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शुक्रवार को शिक्षा विभाग के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया दिया गया। जिससे उन्हें टीबी के मरीजों को चिन्हित करने में कोई परेशानी ना हो। प्रशिक्षण में शिक्षकों को बताया कि किसी व्यक्ति को दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, भूख ना लगना, वजन कम होना, छाती में दर्द होना, कफ आना, कफ में कभी-कभी खून आना, शाम के समय हल्का बुखार आना जैसे लक्षणों से टीबी की पहचान की जा सकती है।
प्रशिक्षण में शिक्षकों को बताया कि स्कूलों में एक्टिव केस फाइडिंग के माध्यम से बच्चों को समझाने की बात कही। जिसमें बच्चों को एक फार्मेट दिया जाए, जिसमें टीबी बीमारी के लक्षण लिखे हो, यदि उनके घर में किसी भी सदस्य में वे लक्षण मिलते है तो उन पर टिक लगाकर स्कूल में जमा करें। जिसके बाद उन सदस्यों की स्क्रीनिंग कर उन सदस्यों के सेंपल लेकर जांच कराई जा सके। प्रशिक्षण में शिक्षकों को टीबी के लक्षण, इस रोग का उपचार और रोग की पहचान कैसे करनी है, इस विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत आगामी 30 सितंबर को स्वास्थ्य विभाग के सीएचओ, एएनएम, एमपीडब्ल्यू व 07 अक्टूबर को समस्त आशा सहयोगिनी, आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण कराया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर उक्त अभियान के तहत् 25 सितंबर से प्रचार-प्रसार गतिविधियॉं जैसे नारे लेखन, प्रभात फैरी, नुक्कड़ नाटक, चैपाल इत्यादि का क्रियान्वयन किया जाएगा।