एसबीआई बैंक और दफ्तर में आजीविका मिशन कर्मचारी का हाई-वोल्टेज ड्रामा
- आजीविका मिशन की संकुल समन्वयक ने एसबीआई ब्रांच और जिला कार्यालय में जमकर किया हंगामा, विवादों का पुराना नाता
मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला जिला मुख्यालय के एसबीआई की मुख्य शाखा में गुरुवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की लिंगा-पौड़ी संकुल समन्वयक संगीता अग्रवाल ने स्व-सहायता समूह के एक ऋण की वसूली को लेकर बैंक के भीतर ही बवाल शुरू कर दिया। इस घटना से बैंक की नव-नियुक्त शाखा प्रबंधक भी हक्की-बक्की रह गईं।
जानकारी अनुसार कामयाब संकुल लिंगापौड़ी क्षेत्र के ग्राम सलैया का एक स्व-सहायता समूह ऋण राशि वापस न करने के कारण एनपीए में चला गया था। इस मामले पर बैंक के लोन ऑफिसर निरंजन ने आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक सीमा झारिया से बैंक शाखा में आने और शाखा प्रबंधक से मिलने का अनुरोध किया। जिला प्रबंधक के पहुंचने तक प्रभारी ब्लॉक मैनेजर अभय गौर भी शाखा पहुंच गए।
जिला प्रबंधक सीमा झारिया ने बताया कि अभय गौर ने फोन पर संगीता अग्रवाल से समूह के ऋण की वापसी न होने का कारण पूछा जिस पर संगीता अग्रवाल ने सभी के सामने स्पीकर पर जवाब दिया कि वह समूह का ऋण वापस नहीं करा सकतीं और जो करना है कर लो। उन्होंने यह भी कहा कि समूह ने ग्राम संगठन से भी ऋण लिया है और बिना जानकारी के पुराने नोडल से पूछकर फाइल जमा की गई थी, इसलिए वह ऋण वापसी नहीं कराएंगी।
इस पर जिला प्रबंधक सीमा झारिया ने अभय गौर के फोन पर ही संगीता अग्रवाल के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार पर आपत्ति जताई, जिस पर संगीता अग्रवाल ने अभद्र तरीके से बात करते हुए कहा तू कौन है, तेरे से मैं बात नहीं करना चाहती, मैं वहीं आकर बात करती हूं। जिला प्रबंधक के रोकने के बावजूद संगीता अग्रवाल तुरंत बैंक पहुंच गईं और ब्रांच मैनेजर के केबिन में भी अभद्र व अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए हंगामा किया। उन्होंने समूह को ठीक नहीं बताया, जिस पर जिला प्रबंधक ने सीसीएल कराने पर सवाल उठाया। बहस बढऩे पर बैंक मैनेजर और अन्य अधिकारियों ने उनसे कार्यालय में जाकर बात करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया और लगातार अभद्रता करती रहीं।
जमकर किया हंगामा
बताया गया कि बैंक शाखा की घटना के बाद संगीता अग्रवाल आजीविका मिशन के जिला कार्यालय पहुंचीं और वहां भी जमकर हंगामा किया। जिला प्रबंधक सीमा झारिया ने आरोप लगाया कि संगीता अग्रवाल ने उन्हें जातिसूचक और अश्लील शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित भी किया। अन्य अधिकारी-कर्मचारी इस अप्रत्याशित हंगामे से सकते में थे और कोई भी इस विषय पर टिप्पणी करने से बचता दिखा।
इनका विवादों से पुराना नाता
सूत्रों के अनुसार संगीता अग्रवाल का विवादों से पुराना नाता रहा है। मार्च 2020 में नारायणगंज में स्थानांतरण के बाद से भी उनका अपने प्रबंधकों से लगातार विवाद होता रहा है। जिला परियोजना प्रबंधक भगवान दास भैंसारे पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि संगीता अग्रवाल के खिलाफ लगातार शिकायतों के बावजूद उन पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे उनके हौसले बुलंद होते दिख रहे हैं।
इनका कहना है
संगीता अग्रवाल के आपत्तिजनक व्यवहार की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है। वही प्रभारी ब्लॉक मैनेजर अभय गौर के प्रबंधन पर भी सवाल उठे हैं, क्योंकि वह बैंक में मौजूद होने के बावजूद अपनी अधीनस्थ संगीता अग्रवाल को नियंत्रित नहीं कर पाए।
सीमा झारिया, जिला प्रबंधक









