हनुमान जयंती, राम नाम लेखन, आगजनी, घटना, हादसा, समेत प्रमुख खबरें

हनुमान जयंती, राम नाम लेखन, आगजनी, घटना, हादसा, समेत प्रमुख खबरें


दो ट्रकों की भीषण टक्कर, पांच घंटे फंसा रहा ड्राइवर

  • बमुश्किल से निकला वाहन चालक
  • सीधा पैर टूटा, गंभीर अवस्था में जबलपुर किया रैफर

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला जबलपुर नेशनल हाईवे 30 मार्ग में नारायणगंज के टिकरिया थाना क्षेत्र में रविवार सुबह करीब 8.30 बजे दो ट्रकों की आमने सामने भिंडत हो गई। जिसमें एक ट्रक चालक का पैर वाहन की स्टेरिंग में फंस गया। सड़क हादसे की जानकारी तत्काल स्थानीय लोगों ने टिकरिया पुलिस को दी। सूचना मिलते ही टिकरिया पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक में फंसे वाहन चालक को निकालने का प्रयास शुरू किया गया। करीब पांच घंटे बाद वाहन में फंसे चालक को बमुश्किल से निकाला जा सका। इस दौरान नेशनल हाईवे में जाम लग गया। जिससे गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

जानकारी अनुसार एनएच 30 में टिकरिया थाना क्षेत्र में स्मार्ट सिटी नारायणगंज के पास दो भारी ट्रकों की आमने सामने टक्कर हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वाहन क्रमांक सीजी 10 एजी 2151 जबलपुर से मंडला की तरफ जा रहा था। इसी दौरान वाहन क्रमांक आरजे 01 जीडी 7121 के वाहन चालक फागनू सिंह पिता संतराम 38 वर्ष निवासी बिलगहा रायपुर की तरफ से मंडला होते हुए जबलपुर की तरफ जा रहा था। अचानक जबलपुर की तरफ जा रहे ट्रक के सामने एक मवेशी आ गया। जिसे बचाने के चक्कर में ट्रक चालक ने अपना वाहन काटा और सामने से आ रहे ट्रक से भिड गया। दोनों वाहन रफ्तार में होने के कारण दोनों वाहनों की जोरदार टक्कर हो गई। जिसमें जबलपुर की तरफ जा रहा ट्रक चालक वाहन की स्टेरिंग में बुरी तरह से फंस गया।

बताया गया कि हादसे के बाद हाईवे के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। यात्री वाहन समेत भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई। तत्काल इस हादसे की जानकारी टिकरिया पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही तत्काल टिकरिया पुलिस घटना स्थल पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और स्थानीय ग्रामीण मिलकर फंसे हुए ड्राइवर फागनू सिंह को सुरक्षित निकालने का घंटो प्रयास करते रहे, लेकिन इनके प्रयास सफल नहीं हो सके। ट्रक चालक स्टेरिंग में बुरी तरह फंस चुका था।

स्टेरिंग में बुरी तरह फंसा था चालक का पैर 

मंडला पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने बताया कि सड़क हादसे में फंसे वाहन चालक को दोपहर करीब एक बजे के आसपास टिकरिया पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से बमुश्किल बाहर निकाला। घटना स्थल पर मौजूद एम्बुलेंस की मदद से तत्काल घायल चालक को नारायणगंज सीएचसी उपचार के लिए ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार कर घायल वाहन चालक फागनू सिंह को जबलपुर मेडिकल रैफर कर दिया। चिकित्सक डॉ. राकेश विश्नोई ने बताया कि वाहन चालक के दोनों पैर बुरी तरह से ट्रक की स्टेरिंग में फंसे हुए थे। जिसमें घायल फागनू सिंह का सीधा पैर किसी लोहे के पार्ट से दबा हुआ था। जिसके कारण वाहन चालक को निकालने में मशक्कत करनी पड़ी। वाहन चालक का सीधा पैर घुटने के नीचे से बुरी तरह से टूट गया है। वाहन चालक की गंभीर हालत को देखते हुए तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर रैफर कर दिया गया।

घंटो फंसे रहे यात्री और भारी वाहन 

बताया गया कि रविवार सुबह करीब 8.30 बजे दोनों ट्रक की भिंडत के बाद नेशनल हाईवे 30 मार्ग में जाम लग गया। हाईवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम लगने के कारण हाईवे से गुजरने वाले वाहनों के पहिये थम गए। घटना स्थल में पुलिस के पहुंचने के बाद बाधित यातायात को बहाल करने टिकरिया पुलिस ने वैकल्पिक व्यवस्था की। हादसे के करीब एक घंटे बाद जाम में फंसे वाहनों को एक-एक करके निकाला गया और यातायात सुचारू किया गया।



 


धूमधाम से मनाई हनुमान जयंती, चहुं ओर गूंजा जय श्रीराम

जिले भर में हुए विविध आयोजन, रामधुन, भंडारे के साथ संपन्न हुए कार्यक्रम

मंडला महावीर न्यूज 29. श्रीराम भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव जिले में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। जिले भर में जय श्रीराम की गूंज गुंजायमान रही। शास्त्रों अनुसार श्री हनुमान जी का जन्म मंगलवार के दिन ही हुआ था। ऐसी मान्यता है कि अगर हनुमान जयन्ती का पर्व मंगलवार व शनिवार के दिन पड़े तो उसकी महत्वता अधिक बढ़ जाती है। हनुमान जयंती पर्व पर जो व्यक्ति हनुमान जी का भक्ति भाव से दर्शन करता है, उसके सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।

श्री हनुमान जन्मोत्सव पर्व पर जिला मुख्यालय के सूर्यकुण्ड धाम में स्थित दक्षिण मुखी श्री हनुमान मंदिर, राजीव कालोनी झंडा चौक स्थित हनुमान मंदिर, उपजेल प्रांगण हनुमान मंदिर, रपटा घाट स्थित हनुमान मंदिर, पड़ाव स्थित हनुमान मंदिर, अस्पताल के पीछे हनुमान मंदिर, उदय चौक, जिला पंचायत के सामने, हनुमान घाट आश्रम स्थित मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर महाराजपुर समेत अन्य हनुमान मंदिरों में हनुमान जन्मोत्सव पर भक्तों का तांता लगा रहा। सभी मंदिरों में एक दिन पहले ही सभी तैयारियां कर ली गई थी। मंदिरों में सुबह जन्म आरती हुई और भगवान का विशेष शृंगार किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए और भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। जिले के सभी छोटे-बड़े मंदिरों में एक दिन पूर्व ही सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ और रामधुन का आयोजन किया गया। जिनका समापन हनुमान जन्मोत्सव पर किया गया। जहां पूजन अर्चन के बाद भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।

भक्तों ने लिया आर्शीवाद 

हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान जी की विशेष पूजा-आराधना की गई। इस पावन दिन हनुमान जी की मूर्ति पर सिन्दूर का चोला चढ़ाकर उनका विशेष श्रृंगार भी किया गया। मारुति नंदन को चोला चढ़ाने से जहां सकारात्मक ऊर्जा मिली, वहीं बाधाओं से मुक्ति के लिए भक्तों ने आर्शीवाद लिया। इस दिन की गई विशेष पूजा से हनुमान जी अपने भक्तों की हर तरह की मनोकामनाएं पूरी करते हैं और अनिष्ट करने वाली शक्तियों को दूर रखते हैं।

हनुमान जी के अनेकों नाम 

हनुमान जयंती के अवसर पर भक्तों ने हनुमान जी के अनेकों नामों का उच्चारण कर आराधना की। भक्तों ने बताया कि चैत्र माह की पूर्णिमा पर भगवान राम की सेवा के उद्देश्य से भगवान शंकर के ग्यारहवें रुद्र अवतार के रूप में माता अंजना के घर हनुमान जी ने जन्म लिया था। शस्त्रों के अनुसार हनुमान जी के पिता सुमेरू पर्वत के राजा केसरी थे तथा माता अंजना थी। इन्द्र के शस्त्र वज्र के प्रहार से हनुमानजी की ठुड्डी (संस्कृत भाषा मे हनु) टूट गई थी। इसलिए इन्हें हनुमान जी के नाम से जाना जाता है। इसके अतिरिक्त हनुमान जी अनेक नामों से प्रसिद्ध हैं जैसे अंजनि सुत, वायुपुत्र, महाबली, महावीर, बजरंग, बालाजी, रामेष्ठ, अमित, कपीश, विक्रम, केसरीनन्दन, मारुति, पवनपुत्र, संकटमोचन आदि नामों से जाना जाता है।

दर्शन को पहुंचेंगे श्रद्धालु 

जिलेहटी से एक किमी दूर हनुमान ददरा में बारहवीं शताब्दी की हनुमान प्रतिमा विराजित है। लोगों की धारणा हैं कि यह प्रतिमा सिद्धीदायक एवं मनोकामना पूर्ण करने वाली हैं। यहां जयंती अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए। मंदिर में दूर-दूर से भक्तगण हनुमान जी के दर्शन करने मंगलवार और रविवार को आते हैं। बताया गया कि हनुमान ददरा के पास स्थित श्री पर्वत में पाण्डवों ने वनवास के दौरान तालाब का निर्माण किया। मूर्ति के दक्षिण दिशा की ओर अनवरत एक झरना बहता रहता हैं। यह सुरंम्य क्षेत्र आने वाले भक्तों को शांति प्रदान करता हैं। क्षेत्र में भटगांव में स्थित प्रतिमा कल्चुरी कालीन हैं। यह प्रतिमा आठवी से नवमीं शताब्दी की हैं। लोगों के सहयोग से इन क्षेत्रों का विकास किया जा रहा है। हनुमान जयंती के अवसर पर यहां पर राम धुन कीर्तन किया गया।


नर्मदा किनारे धूमधाम से मनाया श्री हनुमान जन्मोत्सव

  • पूजन, पाठ के बाद निकाली वाहन रैली

मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज के ग्राम पदमी में हनुमान जन्मोत्सव पर भव्य और उत्साहपूर्ण माहौल देखने को मिला। इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने नर्मदा किनारे विराजे हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर बंधन और चोला चढ़ाकर विशेष पूजा-अर्चना की। यह धार्मिक अनुष्ठान बड़े ही धूमधाम और भक्तिभाव के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान उपस्थित जनसमूह ने हनुमान चालीसा का पाठ किया, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। इसके बाद यहां से वाहन रैली निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। रैली पूरे गांव में भ्रमण करती हुई नर्मदा नदी के किनारे स्थित हनुमान जी की प्राचीन मंदिर में समाप्त हुई।

कार्यक्रम के अंत में भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में पारंपरिक व्यंजन शामिल थे, जिनका सभी ने आनंद लिया। इस अवसर पर ग्राम पदमी के लोग मौजूद रहे। सफल आयोजन के लिए आयोजकों और ग्रामीणों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजन हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवंत रखते हैं और समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देते हैं।
हनुमान जयंती के इस आयोजन ने ग्राम पदमी में एक उत्सव का माहौल बना दिया, जिसमें सभी धर्म और वर्ग के लोगों ने मिलकर भाग लिया और भगवान हनुमान के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन किया। यह आयोजन आने वाले वर्षों में भी इसी उत्साह और उमंग के साथ मनाने का संकल्प लिया गया।


बिछिया नगर में धूमधाम से मनाया श्री हनुमान जन्म महोत्सव

  • राममंदिर में अखंड रामधुन के समापन पर हवन भंडारा, नगर में निकली शोभा यात्रा

मंडला महावीर न्यूज 29.  बिछिया नगर में संकट मोचन हनुमान जी महाराज का जन्म महोत्सव जगह-जगह धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह हनुमान जी के विभिन्न स्वरूपों को चोला चढ़ाया गया। शनिवार को प्रात: से ही मंदिरों में पूजन अर्चन शुरू हो गई जो देर रात्रि तक चलता रहा। अनेक जगह अखंड रामधुन, सुंदरकांड पाठ और हनुमान चालीसा का आयोजन किया गया। इसके साथ ही भंडारे का आयोजन किया गया।

नगर के राममंदिर में एक दिवस पूर्व शुरू हुई राम धुन के समापन पर हवन, पूजन के बाद विशाल भंडारा किया गया। हजारों लोगों प्रसाद गृहण किया। हनुमान नाला हनुमान मंदिर में विशाल रामधुन के साथ चोला चढ़ाया गया। बस स्टेड प्राचीन दक्षिणी मुखी हनुमान मंदिर में सुबह 10 बजे हवन पूजन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। वेयर हाउस जनपद कॉम्प्लेक्स हनुमान मंदिर में पूजन हवन आरती प्रसाद वितरण किया गया।

जंतीपुर हनुमान मंदिर में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके साथ ही बैंड बाजे और आतिशबाजी के साथ हनुमान जी की झांकी, शोभा यात्रा निकली गई। हवन, पूजन के साथ भंडारा कराया गया। पुलिस थाना हनुमान मंदिर में भी पूजन आरती चालीसा पाठ किया गया। हनुमान टेकरी में भी हनुमान जी को चोला चढ़ाया गया।

नगर हुआ भगवा मय 

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा संपूर्ण नगर को भगवा मय से सजा दिया था। नगर के पूरे सड़क मार्ग वार्डों में एवं मंदिरों और देवालयों में भगवा ध्वज लगाए गए। जिससे पूरा नगर भगवा में रंग गया।



हनुमान जन्मोत्सव पर सुंदरकांड, महाआरती और किया दीपदान

  • हनुमान शेष नाग मंदिर में मनाया हनुमान जन्मोत्सव

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला पंचायत के सामने स्थित हनुमान शेष नाग मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। सुबह हनुमान लला को चोला चढ़ाया गया और पंडित रामनाथ शास्त्री ने हवन पूजन पाठ के साथ आरती कराई। समाजसेवी सुधीर कांसकार ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हनुमान जन्मोत्सव पर भंडारा प्रसादी वितरण किया गया। शाम को महिलाओं ने संगीतमय सुंदरकांड का पाठ किया और महाआरती व दीपदान का आयोजन किया गया। पंडित रामनाथ शास्त्री ने विधि विधान से पूजन संपन्न कराई। इस अवसर पर पंडित रामनाथ शास्त्री ने हनुमान जी के बल और उनके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हनुमान जी का एक नाम महाबल भी है, क्योंकि उनके बल की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने हनुमान जी को सीता शोक विनाशन भी बताया, क्योंकि उन्होंने माता सीता के शोक का निवारण किया था।

शास्त्री जी ने घर में हनुमान जी की तस्वीर लगाने के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में हनुमान जी की तस्वीर लगाने से कई लाभ मिलते हैं, लेकिन इसे सही दिशा में लगाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं, इसलिए उनकी तस्वीर बेडरूम में नहीं लगानी चाहिए। घर या दुकान में दक्षिण दिशा की ओर हनुमान जी की तस्वीर लगाना सबसे अच्छा माना जाता है। उन्होंने पंचमुखी, पर्वत उठाते हुए या राम भजन करते हुए हनुमान जी की तस्वीर लगाने की सलाह दी, जिससे घर के सभी दोष दूर होते हैं।


जय हनुमान जय श्री राम जयकारों के साथ निकली विशाल शोभायात्रा

  • विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल ने श्री हनुमान जयंती पर किया विशाल आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. श्री हनुमान जयंती के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को विशाल शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा शाम को उदय चौक से प्रारंभ होकर नगर की मुख्य मार्ग से होकर निकली। श्री हनुमान जयंती शनिवार को होने के कारण भक्तों ने दोगुने उत्साह से आयोजन में सहभागिता की। इसके पहले शुक्रवार को उदय चौक में भगवान हनुमान की प्रतिमा विधि विधान से स्थापित की गई। शोभायात्रा की शुरुआत श्री हनुमान के पूजन अर्चन से की गई, इसके बाद श्री बड़े हनुमान, राम दरबार की आकर्षक झांकियों के साथ शोभायात्रा बैंड बाजे के साथ निकली।

शोभा यात्रा का आतिशबाजी के साथ जगह-जगह स्वागत किया गया। यात्रा में सामाजिक समरसता सनातन संस्कृति, धर्म आस्था की झलक दिखाई दी। शोभायात्रा में विश्व हिंदू परिषद, बंजरग दल के पदाधिकारी, सदस्यगण,शहर के व्यापारी बंधु,नगर के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और आयोजन को यादगार के साथ सफल बनाया। आयोजन में हिंदू धर्म,संस्कृति एवं धार्मिक सांस्कृतिक धरोहर को परिलक्षित किया गया।

शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत 

शनिवार को उदय चौक से निकाली गई शोभायात्रा का बैंड बाजे,धमाल के साथ भव्य रूप देखने को मिला। इसमें श्री बड़े हनुमान, हनुमान जी की प्रतिमा, राम दरबार से सुसज्जित झांकियों से सुशोभित यात्रा का भक्तों के द्वारा जगह-जगह स्वागत किया गया।इस अवसर पर आतिशबाजी के साथ जय वीर हनुमान, हर हर महादेव, जय श्री राम के नारे लगाए गए। शोभा यात्रा के स्वागत पर जगह-जगह स्वल्पाहार का आयोजन किया गया।



श्री मारूति महायज्ञ में श्रृद्धालुओं ने दी पूर्णाहूति

  • सिद्ध संतो की उपस्थित में संपन्न हुआ धार्मिक कार्यक्रम

मंडला महावीर न्यूज 29. सूर्यकुंड धाम में हिमालय एवं हरिद्वार के सिद्ध संतों की उपस्थिति में श्री मारूति महायज्ञ एवं श्रीराम कथा का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस धार्मिक कार्यक्रम में दूर-दूर से आए भक्तों ने धर्म लाभ लिया। प्रतिदिन हो रहे महायज्ञ में भक्त ने श्री हनुमान जयंती के दिन पूर्णाहूति देकर महायज्ञ पूर्ण किया। धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचने वाले भक्तों के लिए व्यवस्था भी समिति द्वारा की गई है।

बताया गया कि यह धार्मिक आयोजन महायोगी पायलट बाबा योग समिति अंजनिया एवं श्री सूर्यकुण्ड धाम महाआरती भंडारा समिति मंडला द्वारा संतो के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इसके साथ ही श्रीराम कथा का वाचन भी रोजाना शाम 4 बजे से लेकर 7.30 बजे तक चला। श्रीराम कथा का समापन महायज्ञ के साथ किया गया। श्रद्धालु इस दौरान कथा व्यास सुश्री उमाकिशोरी द्वारा भगवान राम के विभिन्न प्रसंगों की मनमोहक कथा का वाचन किया। बताया गया कि श्री मारूति महायज्ञ में सिद्ध संतों में हिमालय से पायलट बाबा के शिष्य डीके बाबा, ब्रम्हाचारी बाबा समेत अन्य सिद्ध संत आयोजन के अंतिम दिन तक रहे।

श्रीराम कथा का समापन, राज्य अभिषेक और रावण वध का वर्णन 

कथा व्यास सुश्री उमाकिशोरी ने श्रीराम कथा के अंतिम दिन प्रभु श्रीराम के राज्य अभिषेक और रावण वध की कथा का भावपूर्ण वर्णन किया। कथा के अंतिम दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे, जिन्होंने सुश्री उमा किशोरी के मुखारविंद से भगवान श्रीराम के पराक्रम और आदर्श राज्य की स्थापना की कथा सुनी। उन्होंने रावण के अत्याचारों का वर्णन करते हुए बताया कि किस प्रकार भगवान श्रीराम ने धर्म की स्थापना के लिए रावण का वध किया। कथा के दौरान सुश्री उमा किशोरी ने भगवान श्रीराम के गुणों और आदर्शों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन हमें धर्म, न्याय और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया। कथा के समापन पर श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम की आरती की और प्रसाद ग्रहण किया। आयोजकों ने कथा को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।



हनुमान जन्मोत्सव मनाने सूर्यकुण्ड में भक्तों का मेला

  • धूमधाम से मनाया हनुमान जन्मोत्सव
  • हजारो की संख्या में उमड़े भक्त

मंडला महावीर न्यूज 29. सूरज कुण्ड के हनुमान जी जिले समेत प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी प्रसिद्ध है। इस स्थल में वर्ष भर विविध धार्मिक आयोजन होते रहते है। जहां दूर दूर से भक्त हनुमान जी के दर्शन व पूजन के लिए आते है। जयंती अवसर पर यहां भक्तों का मेला लग जाता है। यहां आए श्रृद्धालुओं ने बताया कि यहां के हनुमान जी तीन रूपों में भक्तों को दर्शन देते है। सुबह बाल्य रूप, दोपहर को व्यस्क रूप, शाम को वृद्ध अवस्था के रूप में भक्तों को दर्शन देते है। जयंती अवसर पर बजरंगबली के दर्शन के लिए भक्तों का यहां तांता लगा रहा। सुरक्षा की दृष्टि से इस वर्ष सूर्यकुण्ड में पुलिस बल तैनात रहा। जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो सके।

प्रसिद्ध धाम सूर्यकुण्ड हनुमान मंदिर में श्री हनुमान लला का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यहां श्री श्री 1008 ब्रम्हलीन भारती जी महाराज मुख्य संचालक समिति ब्रम्हमूर्हत आरती सेवादार के द्वारा शनिवार की प्रात: 3.45 ब्रम्ह्र मूर्हत में हनुमान लला को विधि विधान से पूजन पाठ करते हुए चोला अर्पण किया गया। इसके साथ मंदिर में उपस्थित सभी भक्तों के द्वारा स्पर्श वंदन लगाने का सौभाग्य मिला। मंदिर में आने वाले सभी भक्तों के चरण धुलाए गए और तिलक वंदन करते हुए पुष्पवर्षा के साथ अंग वस्त्र भेंट किया गया।

आरती के बाद हनुमान लला को अनेक प्रकार के भोग लगाए गए। सूर्यकुण्ड पहुंचे भक्तों में एक अलग तरह का उत्साह दिखाई दे रहा था। इस वर्ष हनुमान लला के मंदिर को अनोखे रूप से सजाया गया। हनुमान जन्मोत्सव पर अलसुबह से देर रात्रि तक भक्तों का आना जाना लगा रहा। भंडारा प्रसादी वितरण भी भव्य रूप से किया गया।

सूर्यकुंड धाम की विशेषता 

जिला मुख्यालय से लगभग तीन किलोमीटर दूर सकवाह गांव में स्थित सूर्यकुंड हनुमान मंदिर में हनुमान जी अपने भक्तों को तीन रूपों में दर्शन देते हैं। बाल रूप, युवा रूप और वृद्ध रूप। यहां मान्यता है कि कोई भी भक्त हनुमान जी के दरबार से निराश नहीं लौटता। रोजाना सैकड़ों भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को यहां ब्रम्ह मुहूर्त 3.45 बजे विशेष आयोजन किया जाता है। यहां ब्रम्ह मुहूर्त 3.45 बजे पुरुष ही नहीं, महिलाएं भी यहां दर्शन के लिए आती हैं।



राम नाम का लेखन एक महान यज्ञ के समान

  • राम नाम लिखने से मिलती है मन को शांति
  • अयोध्या के श्रीराम नाम बैंक में जमा होगा श्रीराम नाम लेखन

मंडला महावीर न्यूज 29. मनोकामना पूर्ण करने के लिए विभिन्न जप तप है पर इन सब में सबसे सरल राम नाम लेखन है। श्री राम के नाम में एक महान शक्ती है। राम नाम की महिमा और शक्ति को जानने वाला आपको कोई नहीं मिलेगा, यह मन को शांत और स्थिर करने वाला राम नाम का एक बहुत बढिय़ा उपाय हैं । इस राम नाम से मन को शांति मिलेगी, यदि लग्न हो तो राम को भी पाया जा सकता है। राम नाम का लेखन कार्य एक महान यज्ञ के समान हैं।

किया जा रहा श्रीराम नाम का लेखन 

राम नाम के लेखन के लिए एक सफेद कोरा कागज जिसमें लाईन ना हो, उस पर लाल स्याही से राम नाम का लेखन करना चाहिए। लाल रंग के पैन से लिखे क्योकि लाल रगं प्रेम का प्रतिक है और प्रभु का लाल रंग से गहरा नाता है। ऐसा ही कुछ अद्भुत प्रयास ब्रम्ह मुहूर्त आरती सेवादार समिति सूर्य कुंड द्वारा इस वर्ष भी किया गया है। जहां समिति द्वारा श्री हनुमान लला दरबार में दो बड़ी कापियां सफेद कोरे कागज की बनवाई है। जिसमें एक कापी में दो हजार पन्ने है। इन कापियों में राम नाम लेखन की शुरूआत रामनवमी के दिन शुरू किया गया है, जो वैसाख की पूर्णिमा तक श्रीराम नाम लेखन किया जाएगा। हनुमान जी के दर्शन करने आने वाले भक्तों द्वारा इन कापियों में श्रीराम नाम का लेखन किया जा रहा है। भक्तो द्वारा बड़े ही श्रृद्धा भाव से श्रीराम नाम लेखन किया जा रहा है।

राम नाम से मिलती है शांति 

श्रीराम नाम लिखते लिखते आदमी राम को ही लिख लेता है, जान लेता है, पहचान लेता है और इसमें मन भी लगता है, और मन की शुद्धि भी होती है। राम नाम लेखन में यह विशेषता है कि अपनी पूरी चेतना लिखते समय उसमें में रहती है। क्रिया भी वही, विचार भी वही, भावना भी और इस प्रकार क्रिया शक्ति विचार शक्ति एवं ये तीनों शक्तियां सर्वात्मन इसमें लगती है। जप के समय ध्यान इधर-उधर हो सकता है, पर लेखन के समय पूरा ध्यान उसी में लग जाता है। राम नाम के सभी विधानों का बड़ा महत्व है। लेकिन विधान विशेष इसलिए होता है जब लिखेंगे तो स्वभाविक ही आंख ,मन और हाथ में तीनों एकाकार करने होंगे। अत: मन इंद्रिय दोनों का सहयोग होता है। मानसिक एकाग्रता और शांति के लिए लिखित मंत्र जप बहुत प्रभावशाली होता है। किसी साफ, हवादार, एकांत जगह पर बैठकर धैर्य और गंभीरता पूर्वक अवश्य लिखें तो बहुत लाभ होगा। मानसिक एवं शारीरिक रूप से शांति मिलती है। यह एक अनुभव किया हुआ प्रयोग है। धरती पर जितने भी महान संत हुए हैं उन सब ने राम नाम को जप, तप और लिखा है। ऐसा हमारे शास्त्रों में धार्मिक शास्त्रों में वर्णन है।

श्रीराम नाम बैंक में करेंगे जमा 

प्रतिवर्ष चैत्र की रामनवमी से शुरू होकर वैशाखी पूर्णिमा तक राम नाम लेखन मंडला के सूर्यकुण्ड धाम में किया जाता है। इस वर्ष दो बड़ी कापियां दो हजार पन्ने की राम नाम लेखन की सूर्यकुण्ड धाम में रखी गई है। सूर्यकुण्ड धाम में आने वाले भक्तों द्वारा इन कापियों में राम नाम का लेखन किया जा रहा है। यह क्रम वैशाखी पूर्णिमा तक चलेगा। रामनाम लेखन के बाद वैशाखी पूर्णिमा में इन राम नाम लेखन को अयोध्या के राम नाम बैंक में लेकर जाकर जमा किया जाएगा। अयोध्या के राम नाम लेखन की कापियों को ब्रम्हमूहुर्त आरती सेवादार द्वारा जमा कराई जाएगी।



फेसबुक पोस्ट से धार्मिक भावनाएं आहत, मामला दर्ज

  • पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला महाराजपुर निवासी आकाश चौरसिया ने कोतवाली थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने विवेक हरदहा नामक व्यक्ति पर फेसबुक पोस्ट के माध्यम से हिंदू धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है।

आकाश चौरसिया ने अपनी शिकायत में कहा है कि 12 अप्रैल 2025 को रात 9 बजे उन्होंने विवेक हरदहा की फेसबुक पोस्ट देखी, जिसमें हनुमान जी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। इस पोस्ट से उनकी और हिंदू धर्म के अनुयायियों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

पुलिस ने आकाश चौरसिया की शिकायत पर धारा 299 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।

शिकायत में दर्ज पोस्ट

विवेक हरदहा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, हनुमान जी से एक बात जरूर सीखनी चाहिए, भले ही खुद की कोई ना हो पर दूसरों की जीएफ को बचाने के लिए अपनी जान लगा दो, जय श्रीराम।

की शिकायत, कार्रवाई की मांग 

आकाश चौरसिया ने अपनी शिकायत में कहा है कि विवेक हरदहा की इस पोस्ट से उनकी और हिंदू धर्म के मानने वाले लोगों की धार्मिक भावनाएं अपमानित और आहत हुई हैं। उन्होंने विवेक हरदहा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस कार्रवाई 

पुलिस ने आकाश चौरसिया की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा है कि वह मामले की गंभीरता से जांच करेगी और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।



 


श्री हनुमान 24 घंटे में बदलते है तीन स्वरूप

  • ग्राम सकवाह के नर्मदा तट पर स्थित है सूर्यकुण्ड धाम
  • दूर-दूर से आते है भक्त, साल भर होते है धार्मिक आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय से करीब तीन किमी दूर ग्राम सकवाह के सूर्य कुण्ड धाम में दक्षिण मुखी हनुमान जी स्थापित है। यहां नर्मदा तट में स्थित सूर्यकुंड धाम में बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं का तांता प्रतिदिन लगा रहता है। दूर-दूर से भक्त हनुमान जी के दर्शन के लिए पहुंचते है। पूरे वर्ष भर सूर्यकुण्ड धाम में विविध धार्मिक आयोजन किए जाते है। सूर्यकुण्ड ग्राम सकवाह का एक छोटा सा मोहल्ला है, जहां आधा सैकड़ा से भी कम परिवार निवास करते है। वहीं ग्राम सकवाह के इस छोटे से क्षेत्र में स्थापित श्रीराम भक्त हनुमान की प्राचीन प्रतिमा विश्व विख्यात है।

जानकारी अनुसार मंडला से करीब तीन किमी दूर ग्राम सकवाह में श्रृद्धा और भक्ति का एक प्राचीन हनुमान मंदिर लोगों की आस्था का केन्द्र है, जिसे सूर्यकुण्ड के नाम से जाना जाता है। यहां पर हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर है। मंदिर में प्रतिष्ठित हनुमान जी की प्रतिमा के त्वचा का रंग अत्यंत ही दुर्लभ पत्थर से निर्मित है और उनकी आदमकद प्रतिमा रामायणकाल की घटनाओं का विवरण देती है। हनुमानजी का चेहरा आकर्षण और तेज लिए हुए है, जिससे दिव्यता और असीम शांति का अनुभव होता है। मंदिर में विराजमान हनुमान जी की इस दुर्लभ मूर्ति की खासियत यह है कि ये चौबीस घंटो में प्राकृतिक रूप से तीन बार अपना स्वरूप बदलती है।

24 घंटे में तीन स्वरूप बदलते है श्री हनुमान 

पुजारी कुंज बिहारी उपाध्याय ने बताया कि यहां स्थापित हनुमान मंदिर की प्राचीन प्रतिमा 24 घंटे में 3 बार अपना स्वरुप बदलती है। सुबह 04 बजे से 10 बजे तक बाल स्वरुप, इसके बाद 10 बजे से शाम 06 बजे तक युवा स्वरुप इसके बाद शाम 06 बजे से पूरी रात वृद्ध स्वरुप में हनुमान जी नजर आते है। इनके दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते है। आये दिन समितियों द्वारा यहां विविध धार्मिक आयोजन किए जाते है। वर्ष में दो बार हनुमान जयंती के साथ ही नर्मदा जन्मोत्सव, महाशिवरात्री, मकर संक्राति समेत अन्य पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।

बाढ़ में गुम हो गया सूर्य कुंड 

बताया जाता है कि 1926 के पहले यहां नर्मदा तट में एक कुंड स्थापित था, जिसे सूर्य कुंड के नाम से जाना जाता है। नर्मदा पूराण में भी नर्मदा के किनारे स्थापित चार कुंडों में से इस सूर्यकुंड को बताया गया है। कहा जाता है कि उक्त कुंड में भगवान सूर्य ने यज्ञ किया था। वहीं कुंड के पानी में दोपहर को भवन सूर्य की परछाई घोड़े व रथ के साथ दिखाई देती थी। सन 1926 में नर्मदा में आई बाढ़ में कुंड में कापू जम गई। जिसकी दिल्ली से पहुंचे भू सर्वेक्षण टीम द्वारा भी काफी तालाश की गई। लेकिन पता नहीं चला। धार्मिक मान्यताओं के चलते यहां श्रृद्धालुओं का जमघट लगा रहता है।

इनका कहना

यह स्थान काफी प्राचीन है। हनुमान जी के चमत्कारी रूप के कारण लोगों की आस्था बढ़ती जा रही है। कुंड को तालाशने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। समय-समय पर धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। दूर-दूर से श्रद्धालु परिवार सहित पहुंचते हैं। समिति द्वारा लगातार यहां विकास कार्य कराया जा रहा है।
कुंज बिहारी उपाध्याय, पुजारी

मुझे जब भी मौका मिलता है यहां आता हूं एक आत्मीय शांति अनुभव होता है। यहां नर्मदा तट में कुछ देन बैठना अच्छा लगता है। हनुमानमंदिर, श्रीकृष्ण राधामंदिर, दुर्गामंदिर, शनि मंदिर, माता काली का मंदिर सहित अन्य मंदिर स्थापित है। सभी भगवान के एक ही स्थान पर दर्शन हो जाते हैं।
दुष्यंत कुशवाहा, ग्राम रामबाग



चमत्कार दिखा रहे बंजरग बली, छोटा पडऩे लगा मंदिर

  • ग्राम बंदरिया में बढ़ रही प्रतिमा को देखने दूर-दूर से पहुंचते हैं भक्त

मंडला महावीर न्यूज 29. तीन फीट की प्रतिमा कुछ ही वर्षों में सात फीट ऊंची हो गई। पहले चबूतरा बनवाया, वह छोटा पड़ा तो 8 फीट का मंदिर बनवाया। लेकिन अब वह भी छोटा पडनेे लगा है। अब भव्य मंदिर का निर्माण किया जाने लगा। ये अनोखी घटना है निवास विकासखंड मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम बंदरिया की। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा का स्वरूप बढ़ रहा है। प्रतिमा की ऊंचाई लगातार बढ़ रही है। इस चमत्कार की जानकारी लगते ही लोगो की आस्था भी बढ़ रही है। सामान्य दिनों में भी हनुमान भक्तों की कतार लगी रहती है जहां दूर दूर से भक्तगण पूजन अर्चन व दर्शन के लिए आते। यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। जिसके चलते बजरंगबली के इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है।

छोटा पडऩे लगा मंदिर 

लोगों ने बताया कि जब ये मूर्ति मिली थी तब लगभग 03 फीट की थी और ग्रामीणों ने छोटा सा मंदिर का निर्माण कराया था। लेकिन हनुमान जी की ये मूर्ति लगातार बढ़ रही है वर्तमान में ये मूर्ति 07 फीट की हो गई है।

गौर नदी का उद्गम स्थल 

स्थानीय लोगों ने बताया कि गौर नदी का उद्गम स्थल भी बंदरिया गांव ही है। गौर नदीं के इस उद्गम स्थल पर हर दिन भक्त पहुंच रहे हैं। हनुमान जी की इस मूर्ति को कुछ वर्ष पहले चोरी करने का प्रयास भी किया गया था लेकिन चोर सफल नहीं हो सके। बड़ी ही श्रृद्धा और भक्ति के साथ बजरंग बली की पूजा अर्चना करते हैं।

जन सहयोग से हुआ मंदिर निर्माण 

यहां बड़े मंदिर का निर्माण 07 वर्ष पहले शुरू किया गया था। बताया गया कि एक महिला श्रृद्धालु ने मन्नते पूरी होने के बाद मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। जिसके बाद महिला व जनसहयोग से मंदिर का काम शुरू कर दिया गया जिसका निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और पूर्व का छोटा सा मंदिर अब भव्य आकार ले चुका है जिसके कारण मंदिर प्रांगण की सुंदरता भी बढ़ गई है साथ ही यहां पहुंचने वाले भक्तों के लिये सुविधा भी बढ़ी है।

इनका कहना है

चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इस दिन राम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था। इस वर्ष हनुमान जन्मोत्सव का पर्व कई मामलों में खास है। क्योंकि इस दिन शनिवार होने का अच्छा योग बन रहा है। ऐसे में हनुमान जी के साथ-साथ शनिदेव को प्रशंन्न करना काफी लाभकारी होगा। मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि शनिदेव के प्रकोप से बचने के लिए संकटमोचन की पूजा करना चाहिए।
रोहित चौकसे



मनोकामना पूर्ण करते है सिंगपुर के श्री हनुमान

  • कुंआ खुदाई के दौरान निकली थी प्रतिमा
  • करीब 150 वर्ष पुरानी है मूर्ति

मंडला महावीर न्यूज 29. निवास से करीब सात किमी दूर ग्राम सिंगपुर में प्राचीनकालीन श्री हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है। बताया गया की यह मूर्ति लगभग 150 वर्ष पुरानी है। बुजूर्ग बताते है कि ग्राम में कुंआ निर्माण किया जा रहा था, इसी दौरान कुंआ खुदाई में यह श्री हनुमान जी की मूर्ति निकली थी। जिसके बाद श्री हनुमान जी की मूर्ति को एक जस्मीन के फूल के पेड़ पर टिकाकर स्थापित कर दी गई थी।

बताया गया कि जस्मीन पेड़ के नीचे मूति स्थापित होने के बाद ग्राम के लोग मूर्ति की पूजा, अर्चना करने लगे। यह क्रम चलता रहा और इस स्थान की मान्यता बढऩे लगी। इसके बाद ग्राम के लोग एकमत होकर यहां एक छोटा सा मंदिर का निर्माण कराया। जिस मंदिर में मूर्ति को विविध विधान के साथ स्थापित की गई। धीरे-धीरे यहां स्थापित श्री हनुमान जी ख्याति बढऩे लगी। लोग इनके दर्शन, पूजन के लिए आने लगे। मूर्ति की ऊंचाई लगभग 05 फीट है और वर्तमान में मंदिर का निर्माण कार्य चालू है।

मनोकामनाएं होती है पूरी 

ग्रामीणों ने बताया कि पूर्वजों का कहना था कि यह मूर्ति कुंआ की खुदाई में निकली थी और बहुत सिद्ध मूर्ति है। ग्राम सिंगपुर के अलावा इनके दर्शन और पूजन के लिए दूर-दूर से श्रृद्धालु आते है और उनकी मनोकामनाएं यहां पूर्ण होती हैं। ग्राम के रामकिशोर कछवाहा ने बताया की हनुमान मंदिर के पास ही रहता हूं, मेरा अपना स्वयं का अनुभव भी है कि मेरी सभी मनोकामनाएं इसी स्थान से पूर्ण हुई है। रामकिशोर का कहना है कि जो भी भक्तगण विश्वास रखकर अपनी मनोकामनाएं हनुमान जी के सामने रखेंगे, उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। श्री हनुमान जन्मोत्सव पर ग्राम सिंगपुर में विविध आयोजन किए गए। दिन भर भक्तों का तांता लगा रहा। बताया गया की ग्राम सिंगपुर को जिले की प्रसिद्ध पत्थर की खदान के नाम से भी जाना जाता था।


रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



 


पीएम आवास की किश्त जारी करने सचिव ने मांगी थी रिश्वत

  • ग्राम पंचायत सचिव चार हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
  • लोकायुक्त पुलिस ने फूलसागर की चाय नाश्ता दुकान में रंगे हाथो किया गिरफ्तार

मंडला महावीर न्यूज 29. लोकायुक्त पुलिस जबलपुर ने ग्राम पंचायत खुक्सर के सचिव संतोष कुमार झारिया को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश पर की गई है।

जानकारी अनुसार मंडला जिले की ग्राम पंचायत डुंगरिया के निवासी खिलोन सिंह पंद्रो ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पिता के नाम से स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्तों के भुगतान के लिए ग्राम पंचायत सचिव संतोष कुमार झारिया सात हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत की सत्यता की जांच के बाद लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार को फूलसागर में राम सैयाम की चाय नाश्ता दुकान पर संतोष कुमार झारिया को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

बताया गया कि आरोपी संतोष कुमार झारिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर श्रीमती मंजू किरण तिर्की, इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव और लोकायुक्त जबलपुर के अन्य सदस्य शामिल थे।


 


पानी के लिए त्राहि-त्राहि

  • वनग्राम रेडम के वंशिदे कर रहे पानी के लिए जद्दोजहद
  • 40 घर के वंशिदे दो किलोमीटर दूर से पानी लाने मजबूर
  • वनांचल क्षेत्र नलजल योजना से दूर, एक माह से पेयजल के लिए हो रहे परेशान
  • वन ग्राम रेड़म में गहराता जल संकट, ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर

मंडला महावीर न्यूज 29. आजादी के वर्षो बाद भी जिले के कई गांव विकास की बाट जोह रहे हैं। जिले में ऐसे कई गांव है, जहां मूलभूत सुविधाओं के साथ योजनाओं तक का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिले के सभी विकासखंड के कई ग्राम, मजरे, टोलों में पानी के लिए त्राहि-त्राहि शुरू हो गई है। ग्रामीण पानी के लिए परेशान होते नजर आ रहे है। अप्रैल माह का प्रथम पखवाड़ा चल रहा है और जिले के ग्रामीण अंचलों में जल संकट गहराने लगा। वहीं गर्मी अपने रूद्र रूप अपनी प्रचंडता पर पहुंच गई है, पारा 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। प्रंचड गर्मी की शुरूआत हो गई है। अब ग्रामीणों को बेहद परेशानी का सामना करने के साथ पानी के लिए जदोजहद करते देखा जा रहा है। दूर-दूर से लोग पीने के पानी की व्यवस्था करने मजबूर है। पेयजल के लिए लोग हैंडपंप, कुंआ, नदी, झिरिया समेत अन्य जल स्त्रोत का सहारा लेना पड़ रहा है। जल स्त्रोत भी अब धोखा देने लगे है। ग्रामीणों की जल समस्या के लिए विभाग कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर पा रहा है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के लिए ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है।

जानकारी अनुसार जिले के करीब 1215 गांवों को वर्ष 2024 तक हर घर नल कनेक्शन का लक्ष्य जल जीवन योजना के तहत रखा गया था। जिससे हर परिवार को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। इस शुद्ध पेयजल के लिए अभी भी कई ग्रामों के ग्रामीणों को इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल ग्रामीण पानी के लिए कुंए, हैंडपंपों में घंटो लाईन लगाकर और दो-दो किलोमीटर पैदल चलकर पेयजल की व्यवस्था कर रहे है। बताया गया कि विकासखंड निवास के ग्राम, मजरे, टोलों में जल संकट गहराना शुरू हो गया है। निवास अंतर्गत ग्राम पंचायत थानमगांव के पोषक ग्राम थानमगांव, मलहरी माल, मलहरी रैयत और रेड़म में पेयजल की समस्या शुरू हो गई है। वनग्राम रेडम को छोड़कर अन्य टोलो में भी पेयजल की समस्या तापमान बढऩे के साथ बनेगी।

वन ग्राम रेड़म में विगत एक माह से जल संकट की समस्या बनी हुई है। वन ग्राम रेड़म के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम के लगभग 40 परिवारों की 250 आबादी पिछले एक महीने से पीने के पानी के लिए तरस रहा है। विडंबना यह है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं जैसे जल जीवन मिशन का लाभ यहां के लोगों नहीं मिला है। जहां शासन गांव-गांव में नल-जल और घर-घर में नल की टोंटी लगाने की बात कह रहा है, वहीं वनग्राम रेड़म में यह योजना विफल होती नजर आ रही हैं। ये योजनाएं धरातल पर उतरने के बजाय कागजों तक ही सीमित रह गई हैं।

हैंडपंप उगलने लगा गरम हवा, कुंए भी सूखा 

फिलहाल रेड़म गांव में ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक बोर और एक कुआं मौजूद तो है, लेकिन दोनों में ही पानी की क्षमता बहुत कम है, जो पूरे गांव की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। तापमान बढ़ते ही इनका जलस्तर नीचे खिसक गया है। जिसके कारण हैंडपंप से गरम हवा निकल रही है। वहीं कुंआ में भी पानी नीचे उतर गया है। बताया गया कि वार्ड क्रमांक 20 की बसाहट गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां पानी लाने के लिए ग्रामीणों को दो किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।

झिरिया का पानी पीने मजबूर 

बताया गया कि वनग्राम रेडम में जल संकट गहरा गया है। इस ग्राम के सबसे चिंताजनक बात यह है कि पानी की कोई और वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण वनग्राम के ग्रामीण नदी के किनारे स्थित एक झिरिया से गंदा पानी छानकर पीने के लिए मजबूर हैं। यह स्थिति ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है, क्योंकि दूषित पानी से कई तरह की बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग से उनके वार्ड में बोर या हैंडपंप की व्यवस्था कराने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए तो पीने के पानी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है और उन्हें दूषित पानी पीने से मुक्ति मिल सकती है। ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस गंभीर जल संकट का तत्काल संज्ञान लेकर पानी की व्यवस्था कराने की मांग की है।

जल संकट से निपटने पंचायत ने बनाई कार्य योजना 

ग्राम पंचायत थानमगांव ने पेयजल की गंभीर समस्या को देखते हुए वर्ष 2025-26 के लिए एक कार्य योजना बनाई है। इस संबंध में ग्राम पंचायत द्वारा एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें ग्राम पंचायत थानमगांव में ग्रीष्मकालीन मौसम के दौरान पेयजल की समस्या होने की संभावना है। इससे ग्राम थानमगांव के वनग्राम थानमगांव, मलहरी माल, मलहरी रैयत और वनग्राम रेडम गांव गर्मी के सीजन में प्रभावित होते है। इस समस्या से निपटने के लिए ग्राम पंचायत थानमगांव ने सामान्य सभा की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया है। इस प्रस्ताव के आधार पर वर्ष 2025-26 के लिए एक पेयजल कार्य योजना तैयार कर संबंधित अधिकारियों को देते हुए इस समस्या का समाधान करने की बात कही है।

हैंडपंप खनन के लिए प्रस्ताव, मांगी स्वीकृति 

ग्राम पंचायत थानमगांव ने अपने क्षेत्र में हैंडपंप खनन कराने का प्रस्ताव पास किया है। जिसके लिए पंचायत ने संबंधित विभाग से स्वीकृति मांगी है। ग्राम पंचायत द्वारा पास किये गए प्रस्ताव में ग्राम पंचायत थानमगांव के पंाच स्थानों में हैंडपंप खनन का प्रस्ताव पास किया गया है। जिसमें थानमगांव माध्यमिक शाला के पास, रेडम कछरा टोला महेश के घर के पास, रेडम कछरा टोला केहर के घर के पास, थानमगांव भेड़ी टोला और मलहरी प्राथमिक शाला के पास हैंडपंप खनन होना है। ग्राम पंचायत थानमगांव की सरपंच सरिता मरावी ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग मंडला से इन स्थानों पर हैंडपंप खनन की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया है। पंचायत का मानना है कि इससे इन क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता में सुधार होगा।

इनका कहना है

ग्राम रेडम में पिछले एक माह से पेयजल समस्या बनी हुई है। वार्ड क्रमांक 20 में 40 घर है, जो दो किलोमीटर दूर से पानी लाने मजबूर है। शासन, प्रशासन से सभी ग्रामीणों ने जल संकट से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।


केवल सिंह उइके, ग्रामीण

एक माह से वार्ड क्रमांक 20 के लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों पेयजल के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। ग्राम में शुद्ध पेयजल के लिए जल्द से जल्द पुख्ता इंतजाम किया जाना चाहिए, जिससे इस गर्मी में परेशानी ना हो।


सुमतिया बाई, ग्रामीण

गांव में पानी की किल्लत शुरू हो गई है, गांव से दूर एक झिरिया से पानी लाकर पीने मजबूर है, इस समस्या के लिए सरपंच को भी अवगत कराया है, जिसके बाद पंचायत द्वारा पानी की व्यवस्था के लिए कार्ययोजना बनाकर संबंधितों को भेजा है।


महेश सिंह मरावी, ग्रामीण

वनग्राम रेडम में हर साल पानी की समस्या बनी रहती है। विगत एक माह से पानी की समस्या गांव में है, इस समस्या के लिए सरपंच से भी कहा है, टेंकर से पानी पर्याप्त नहीं मिल पाता है, गांव में पानी के लिए पुख्ता इंतजाम किया जाना चाहिए।


कलाबाई परस्ते, ग्रामीण



जिला प्रशासन ने क्रिकेटर शुचि उपाध्याय को पौधा भेंट कर किया सम्मान

मंडला महावीर न्यूज 29. कलेक्ट्रेट के गोलमेज कक्ष में अंर्तराष्ट्रीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी शुचि उपाध्याय को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया। शुचि श्रीलंका में आयोजित होने वाली त्रिकोणीय श्रृंखला के लिए बीसीसीआई द्वारा 15 खिलाडिय़ों की आधिकारिक घोषणा के बाद पहली बार मंडला आई थीं। जिला प्रशासन की ओर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रेयांस कुमट ने पौधा भेंट कर शुचि का स्वागत किया। इसके बाद उन्हें मंडला की प्रसिद्ध गोंडी पेंटिंग देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर श्री कुमट ने कहा कि यह जिले के लिए गर्व का विषय है कि मंडला जिले की बेटी आज अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए खेलने चयनित हुई है। उन्होंने शुचि से बातचीत करते हुए कहा कि यह आपके करियर की शुरुआत है और आपको अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है। उन्होंने कहा कि यह गोंडी पेंटिंग आपको मंडला से जुड़े रहने की याद दिलाएगी। उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप आने वाली श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन कर अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करें। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी मंडला, तहसीलदार मंडला, सीईओ जनपद पंचायत मंडला, बीईओ मंडला सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।


शुचि उपाध्याय का कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके ने किया भव्य स्वागत

मंडला महावीर न्यूज 29. प्रदेश शासन की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चयनित खिलाड़ी शुचि उपाध्याय का मंडला आगमन पर फूलों की मालाओं से भव्य स्वागत किया। उन्होंने शुचि उपाध्याय को भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चयन होने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी मोबाइल पर शुचि उपाध्याय से बात की और उन्हें इस सफलता पर बधाई और शुभकामनाएं दीं।


 


कबीरदास माँ नर्मदा की आजीवन परिक्रमा का लिये है संकल्प

  • 20 किलोमीटर प्रतिदिन करते है नर्मदा पथ में परिक्रमा

मंडला महावीर न्यूज 29. वेद पुराणों के अनुसार पुण्य सलिला मां नर्मदा ही एक मात्र ऐसी नदी है, जिसकी परिक्रमा की जाती है। माँ नर्मदा के दर्शन मात्र से गंगा में स्नान के समान पुण्य मिलता है। नर्मदा भक्त तरह तरह से परिक्रमा करते हुए मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। माहिष्मती नगरी मंडला का सौभाग्य है, जहां एक से बढ़कर एक साधु, संतु और महात्माओं के चरण नर्मदा नगरी में पड़ते है। इन सभी के दर्शन इनके नर्मदा परिक्रमा के दौरान होते है। बताया गया कि जिले में नर्मदा परिक्रमा के दो पथ है, एक उत्तर पथ और दूसरा दक्षिण पथ। दोनों पथों पर ही नर्मदा परिक्रमावासी अपने अनुसार नर्मदा परिक्रमा का मार्ग चुनते है। उत्तर पथ पर निवास विकासखंड आता है, जहां से नर्मदा परिक्रमावासियों का आगमन होता है। ऐसो ही दो नर्मदा भक्त माँ नर्मदा की परिक्रमा में निकले है। इन्होंने आजीवन माँ नर्मदा की परिक्रमा करने का संकल्प लिया है। अब ये अपना पूरा जीवन माँ नर्मदा की भक्ति में बीताना चाहते।

जानकारी अनुसार दो नर्मदा परिक्रमावासी मंडला जिले में विगत दिनों पहुंचे थे। इनमें छिंदवाडा निवासी कबीर दास और सिवनी निवासी चंद्रकली है, जो रोजाना करीब 20 किमी की परिक्रमा प्रतिदिन कर रहे है, और ये माँ नर्मदा की परिक्रमा ना ही किसी वाहन से कर रहे है, ना ही साईकिल से कर रहे है। ये दोनों पैदल परिक्रमा कर रहे है, लेकिन एक खास बात यह है कि ये पैदल परिक्रमा में अपने साथ एक साईकिल भी साथ में रखे है, जिसमें ना सीट है ना ही चैन है, ना ही साईकिल को खड़े करने के लिए स्टेंड लगा हुआ है। पैदल ही साईकिल को अपने साथ लेकर चलते है। फिलहाल करीबदास का ठहराव विगत 15 दिनों से सूर्यकुण्ड धाम में है। जहां श्री मारुति महायज्ञ और श्रीराम कथा का आयोजन चल रहा है। इस आयोजन में सहभागिता करने के लिए परिक्रमावासी करीब दास यहां रूके हुए है। धार्मिक कार्यक्रम के समापन के बाद इनकी आगे की नर्मदा परिक्रमा के लिए निकलेंगे।

24 घंटे होता है भोले का अभिषेक 

परिक्रमावासी करीबदास ने बताया कि वे माँ नर्मदा की पैदल परिक्रमा कर रहे है, लेकिन वे अपने साथ एक साईकिल भी रखे है। जिसमें रोजाना उपयोग होने वाली दिनचर्या का कुछ सामान भी रखते है, लेकिन इसके अलावा कबीरदास की इस अनोखी साईकिल में भगवान शिव शंकर समेत राधाकृष्ण, श्रीराम और अन्य भगवान उनकी साईकिल में विराजमान है। करीबदास ने अपनी साईकिल को एक मंदिर के रूप में सुसज्जित कर बनाया है। इसमें विराजे भोलेनाथ के शिवलिंग में 24 घंटे गाय के मुख से पवित्र जल का अभिषेक होता है। बता दे कि माँ नर्मदा की परिक्रमा में निकले भक्त की भक्ति को देखने वाले भी इनके आगे नस्मष्तक हो जाते है।

4 नवंबर 2024 को शुरू की थी तीसरी परिक्रमा 

माँ नर्मदा की परिक्रमा में निकले छिंदवाड़ा निवासी कबीर दास 60 वर्षीय और इनकी बहन सिवनी निवासी चंद्रकली विगत वर्ष 4 नवंबर 2024 को ओंकारेश्वर से 3500 किलोमीटर की नर्मदा परिक्रमा पर निकले हे। भाई-बहन की यात्रा का उद्देश्य धर्म के प्रति आस्था है। इसके पहले भी इन्होंने दो बार मां नर्मदा की परिक्रमा कर चुके है। अब कबीरदास अपना पूरा जीवन माँ की भक्ति में बीताना चाहते है। जिसके लिए उन्होंने जीवन भर माँ नर्मदा की परिक्रमा करने का संकल्प लिया है।

अद्भूत है माँ नर्मदा का बाल रूप 

परिक्रमावासी करीबदास की अनोखी साईकिल में सभी भगवान के साथ मुख्य रूप से एक मार्बल के पत्थर में माँ नर्मदा की सुंदर आकृति भी स्थापित है। कबीर दास ने बताया कि वर्ष 2020 में नर्मदा से मिला मार्बल का पत्थर जिसमें बाल रूप में मां नर्मदा स्पष्ट दिख रही हैं। इसके साथ ही इसमें नाग देवता का स्वरूप भी दिख रहा है। उनका कहना है कि यह चमत्कारी पत्थर में मूर्ति जब से मुझे मिली है तब से में मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहा हूं। यह करीबदास की तीसरी नर्मदा परिक्रमा है। इसी परिक्रमा के दौरान उन्हें सिवनी निवासी बहन चंद्रकली मिली।



श्री मारूति महायज्ञ में श्रृद्धालु दे रहे आहूति

  • सिद्ध संतो के मार्गदर्शन में श्रीराम कथा और मारूति यज्ञ का हो रहा आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. सूर्यकुंड धाम में हिमालय एवं हरिद्वार के सिद्ध संतों के मार्गदर्शन में श्री मारूति महायज्ञ एवं श्रीराम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक कार्यक्रम में भक्त पहुंच रहे है। प्रति हो रहे महायज्ञ में भक्त आहूति देकर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे है। धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचने वाले भक्तों के लिए व्यवस्था भी समिति द्वारा की गई है। बताया गया कि यह धार्मिक आयोजन महायोगी पायलट बाबा योग समिति अंजनिया एवं श्री सूर्यकुण्ड धाम महाआरती भंडारा समिति मंडला द्वारा संतो के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।

इसके साथ ही श्रीराम कथा का वाचन भी रोजाना शाम 4 बजे से हो रहा है। श्रीराम कथा के पांचवे दिन सूर्यकुंड धाम में श्रीराम विवाह का प्रसंग बताया गया। यह दिव्य कथा प्रतिदिन शाम 4 बजे से लेकर 7.30 बजे तक चल रही है। इसका समापन 12 अप्रैल को किया जाएगा। श्रद्धालु इस दौरान भगवान राम के विभिन्न प्रसंगों की मनमोहक कथा का श्रवण कथा व्यास सुश्री उमाकिशोरी द्वारा किया जा रहा है। बताया गया कि श्री मारूति महायज्ञ में सिद्ध संतों में हिमालय से पायलट बाबा के शिष्य डीके बाबा, ब्रम्हाचारी बाबा समेत अन्य सिद्ध संतो का आगमन हुआ है।

कथा व्यास सुश्री उमाकिशोरी ने श्रीराम कथा के पांचवे दिन प्रभु श्रीराम सीता विवाह का प्रसंग भक्तों को बताया। कथा में बताया कि भगवान राम विष्णु के अवतार माने जाते हैं। उनका जन्म अयोध्या नगरी के राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र के रूप में हुआ था। वहीं सीता राजा जनक की पुत्री थीं। सीता जी का जन्म धरती से हुआ था। राजा जनक हल चला रहे थे उस समय उन्हें एक नन्ही सी बच्ची मिली थी, जिसका नाम उन्होंने सीता रखा था। इसी कारण सीता जी को जनक नंदिनी के नाम से भी जाना जाता है। कथा में कथा व्यास उमाकिशोरी ने आगे बताया कि एक बार माता सीता ने शिव जी का धनुष उठा लिया था, जिसे परशुराम के अलावा और कोई नहीं उठा सकता था। ऐसे में राजा जनक ने यह निर्णय लिया कि जो भी शिव जी का धनुष उठा पाएगा सीता का विवाह उसी से होगा। इसके बाद सीता के स्वयंवर के लिए घोषणा कर दी गईं।

भगवान राम अपने छोटे भाई लक्ष्मण और गुरु विश्वामित्र के साथ स्वयंवर में पहुचे और देवी सीता के स्वयंवर में भाग लिया। स्वयंवर में कई राजकुमार आए हुए थे पर कोई भी शिव जी के धनुष को नहीं उठा सका। यहां पहुंचे सभी वीरों ने अपनी ताकत लगाई पर धनुष को अपनी जगह से हिला भी नहीं पाए, जिसके बाद गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से भगवान श्री राम ने शिव का धनुष उठाया और जब उन्होंने प्रत्यंचा चढ़ाने की कोशिश की तो वह टूट गया। वहां मौजूद हर कोई हैरान रह गया। इसके बाद विधि के अनुसार मां सीता का विवाह मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के साथ संपन्न हुआ। सूर्यकुंड धाम में चल रहे इन दोनों ही धार्मिक आयोजनों को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।



नारायणगंज ब्लॉक में टीबी मरीज को दिया जा रहा पोषण आहार

  • टीबी मुक्त जिला बनाने नारायणगंज की टीम मैदानी स्तर में कर रही कार्य

मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज ब्लॉक में टीबी के मरीजों को बेहतर पोषण प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है। इसके तहत टीबी रोगियों को फूड बास्केट के माध्यम से पोषण आहार वितरित किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत नारायणगंज के ग्राम सुरंगवानी के एक टीबी मरीज को सीबीएमओ डॉक्टर अमृत लाल कोल के मार्गदर्शन में मेडिकल आफिसर राजेश अहिरवार द्वारा फूड बास्केट दिया गया। जिससे टीबी मरीज जल्द स्वस्थ हो सके।

जानकारी अनुसार टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जब तक मरीजों का उपचार चलता है, तब तक हर महीने एक हजार रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जा रही है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अधिक से अधिक टीबी मरीजों को पौष्टिक भोजन मिल सके, जिससे वे अपनी उपचार प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर सकें।

एसटीएस देवेन्द्र साहू ने बताया कि टीबी एक गंभीर बीमारी है, और उपचार के दौरान उचित पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह पहल मरीजों को आवश्यक सहायता प्रदान करने और उन्हें स्वस्थ जीवन की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह प्रयास स्थानीय स्तर पर टीबी उन्मूलन के लिए किए जा रहे व्यापक प्रयासों का एक हिस्सा है, जिसमें विभिन्न स्वास्थ्य योजनाएं और कार्यक्रम शामिल हैं।


जल स्रोतों की सफाई कर जमा गाद को हटाया

  • तिदंनी में जल संरक्षण के लिए जागरूकता रैली और श्रमदान

मंडला महावीर न्यूज 29. मप्र जन अभियान परिषद मंडला द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्राम पंचायत तिदंनी में जल संरक्षण और संवर्धन के लिए जागरूकता रैली, श्रमदान और जल स्वच्छता संरक्षण की शपथ का आयोजन किया गया। यह अभियान मध्यप्रदेश शासन द्वारा 30 मार्च से 30 जून तक पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य लोगों को जल के महत्व के बारे में समझाना है।

जन अभियान परिषद मंडला द्वारा चयनित नवांकुर संस्था, जन अभियान परिषद जिला समन्वयक राजेंद्र चौधरी, ब्लॉक समन्वयक संतोष झरिया और आगाज नवयुवक संस्थान के संतोष रजक, गोविंद, मोनिका पटेल, किरण, प्रतिभा हरदहा और ग्राम वासियों ने मिलकर जल स्रोतों की साफ सफाई की और उनमें जमा गाद को हटाया। इसके बाद ग्राम वासियों को जल संरक्षण और स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।


तेज रफ्तार में भाग रहे दो डंपर आमने सामने टकराए

  • बड़ा हादसा टला, एनएच 30 के ग्राम लालीपुर तिराहे की घटना

मंडला महावीर न्यूज 29. राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के ग्राम लालीपुर तिराहे के पास शुक्रवार शाम एक बड़ा हादसा टल गया। रेत से भरे दो डंपर तेज गति से एक-दूसरे से आमने सामने टकरा गए, जिससे नेशनल हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों डंपर तेज गति से विपरीत दिशाओं से आ रहे थे और ग्राम चिरी और भावल के बीच ग्राम लालीपुर तिराहे के पुल के पास आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों के सामने के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

जानकारी अनुसार इस हादसे में किसी को भी गंभीर चोटें नहीं आईं। लेकिन इस घटना से कुछ देर के लिए राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया, जिससे वाहनों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन कुछ देर बाद यातायात सामान्य हो गया। इस घटना की जानकारी स्थानीय टिकरिया पुलिस को दी गई। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे की जानकारी ली।

बताया गया कि घटना के तुरंत बाद एक डंपर चालक अपने वाहन को लेकर मौके से फरार हो गया, जबकि दूसरे डंपर चालक मौके पर ही मौजूद रहा। वाहन ज्यादा क्षतिग्रस्त होने के कारण यह डंपर मार्ग किनारे खड़ा रहा है।

स्थानीय लोगों की मांग है कि नेशनल हाईवे 30 मंडला जबलपुर मार्ग पर तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बताया गया कि रोजाना हो रहे सड़क हादसे से राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर यातायात सुरक्षा के प्रति चिंताएं बढ़ती जा रही है, जहां तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाने के मामले अक्सर सामने आते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से राजमार्ग पर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने और तेज गति पर लगाम लगाने की मांग की है।



घर की बाड़ी में टमाटर तोड़ रही महिला को सर्प ने डसा मौत

  • नारायणगंज के कुड़ामैली की घटना

मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड नारायणगंज के ग्राम कूड़ामैली में अपने ही घर की बाड़ी में काम कर रही एक महिला को सर्प ने डस लिया। जिससे उसकी मौत हो गई। काम करते समय सर्प ने जैसे ही उसे काटा, महिला ने अपने परिजनों को आवाज लगाई और परिजन मौके पर पहुंचकर तत्काल उपचार के लिए नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे। अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया था। इसकी जानकारी टिकरिया पुलिस को दी गई है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच कर रही है।

जानकारी अनुसार नारायणगंज के ग्राम कुड़ामैली में धनिया बाई पति टेकसिंह मसराम अपने घर की बाड़ी में लगे टमटर बिजरी तोड़ रही थी। इसी दौरान एक सर्प ने धनिया बाई को डस लिया। जैसे ही सर्प ने डसा तत्काल इसकी जानकारी परिजनों को दी और परिजन समय ना गवाते हुए हुए धनिया बाई को सीएचसी नारायणगंज लेकर पहुचे, लेकिन महिला धनिया बाई ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।

इस घटना की जानकारी तत्काल टिकरिया पुलिस को दी गई। जानकारी मिलते ही टिकरिया थाना प्रभारी गोपाल घासले सीएचसी नारायणगंज पहुंचे। जहां परिजनों से इस सर्पदंश के संबंध में जानकारी ली और मर्ग कायम कर जांच में लिया है।



घुघरी में अवैध ब्लास्टिंग से घरों में दरारें, दहशत में रहवासी

  • ग्रामीणों के आरोप बिना अनुमति के क्रेशर में कर रहे ब्लास्टिंग

मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड घुघरी में संचालित क्रेशर में ब्लास्टिंग की जा रही है। जिसका असर के्रशर के आसपास के घरों में पड़ रहा है। सूत्रों ने बताया कि घुघरी में बिछिया निवासी व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से ब्लास्टिंग कराई जा रही है। इस ब्लास्टिंग से आसपास के घरों की दीवारों में दरारें आ रही हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है। बताया गया कि मोनू दुबे बिछिया का रहने वाला है और घुघरी में बिना अनुमति के क्रेशर में ब्लास्टिंग कर रहा है। घुघरी में दो क्रेशर संचालित हैं, जिनके पास घनी आबादी है। ब्लास्टिंग के कारण होने वाले कंपन से कई घरों की दीवारों में दरारें आ रही है।

जानकारी अनुसार कुछ दिन पहले क्रेशर के पास रहने वाले लोगों ने मोनू दुबे की ब्लास्टिंग मशीन को वापस भगा दिया था, लेकिन इसके बावजूद वह अपनी मनमानी कर रहा है। इससे लोगों में भय का माहौल है। स्थानीय निवासियों ने इस अवैध ब्लास्टिंग के खिलाफ आवाज उठाई है। उनका कहना है कि क्रेशर में ब्लास्टिंग से लोगों की जान और माल के लिए खतरा है और प्रशासन को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।

स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बिना अनुमति के हो रही इस ब्लास्टिंग से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। जब इस संबंध में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन तत्काल कोई आधिकारिक बयान प्राप्त नहीं हुआ। हालांकि क्षेत्र के लोगों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन उनकी शिकायतों पर ध्यान देगा और इस अवैध ब्लास्टिंग को तत्काल रुकवाएगा। इस अवैध खनन और ब्लास्टिंग की गतिविधियों पर प्रशासन से सख्ती से लगाम लगाने की मांग ग्रामीणों ने की है।

इनका कहना है

मैंने कई बार मोनू महाराज को ब्लास्टिंग रोकने के लिए कहा, लेकिन वह किसी की बात नहीं मानता है, खमतरा में मेरे घरों में भी दरारें आ चुकी है और भी लोग परेशान हैं, मैं कई बार बोल चुका हूं मेरी बात मोनू दुबे नहीं सुनता, मैं बहुत परेशान हूं।
हम्मीलाल मरावी, पूर्व सरपंच खमतरा, घुघरी

आपके द्वारा मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई है, मैं इस पर जांच करती हूं, जांच पर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
जुवेरिया कुरेशी, माइनिंग इंस्पेक्टर, मंडला



 


गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण व हाईरिक्स गर्भावस्था की पहचान को बनाया सुगम

  • अनमोल 2.0 के माध्यम से होंगे योजना के भुगतान
  • नया अनमोल मोबाइल एप्लीकेशन और आरसीएच वेब पोर्टल 2.0 लॉच
  • मातृ शिशु संजीवन मिशन और अनमोल 2.0 पोर्टल का शुभारंभ

मंडला महावीर न्यूज 29. गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण व हाईरिक्स गर्भावस्था की पहचान के साथ योजनाओ के भुगतान को सुगम बनाने विगत दिवस मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला और राज्य मंत्री श्री पटेल की उपस्थिति में मातृ शिशु संजीवन मिशन रणनीति दस्तावेज और अनमोल 2.0 पोर्टल का शुभारंभ किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री यादव, स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी, मिशन संचालक एनएचएम श्रीमती डॉ. सलोनी सीडाना, महिला बाल विकास आयुक्त श्रीमती सूफिया फारूकी उपस्थित रही। इसके साथ एम्स डॉक्टर, मप्र के जिलों के सीएमएचओ, मेडिकल ऑफिसर्स और अन्य कर्मचारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए। मंडला जिले से नैनपुर बीएमओ डॉ. राजीव चावल और डीसीएम हिमांशु सिंगौर मौजूद रहे।

जानकारी अनुसार लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों में अनमोल मोबाइल एप्लीकेशन और आरसीएच वेब पोर्टल का संचालन किया जा रहा है। इसे और अधिक सुदृढ़ बनाते हुए नवीन अनमोल मोबाइल एप्लीकेशन एवं आरसीएच वेब पोर्टल 2.0 का बनाया गया है। यह नया पोर्टल गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं और नवजात शिशुओं को प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के डेटा को आसानी से दर्ज करने में मदद करेगा। इसके साथ ही यह उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं, प्रसवोपरांत महिलाओं और 3 महीने तक के शिशुओं के स्वास्थ्य की ट्रैकिंग, प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवा वितरण को भी सुगम बनाएगा। इसके अलावा यह हितग्राही मूलक योजनाओं के भुगतान की प्रक्रिया को भी आसान करेगा।

सीएमएचओ मंडला डॉ. केसी सरोते ने बताया कि नए पोर्टल में बहुत सी मुख्य विशेषताएं है। जिसमें ऑनलाइन पंजीकरण में नवीन लक्ष्य दंपति, गर्भावस्था का पंजीकरण आधार सत्यापित समग्र आईडी के माध्यम से ऑनलाइन होगा। इसका मुख्य उद्देश्य हितग्राहियों की यूनिक आईडी रखना और रिकॉर्ड में किसी भी प्रकार की विसंगति को रोकना है। आधार सत्यापित समग्र आईडी और आधार लिंक डीबीटी इनेबल्ड बैंक खाते में भुगतान, हितग्राहियों के डेटा में आधार सत्यापित समग्र आईडी अनिवार्य किया गया है। जननी सुरक्षा योजना और मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना के अंतर्गत भुगतान आधार आधारित भुगतान प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। इसके साथ ही जननी सुरक्षा योजना और मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना में पात्रतानुसार राशि का भुगतान आधार आधारित भुगतान प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा।

अनमोल मोबाइल एप्लीकेशन और वेब पोर्टल की विशेषताएं 

बताया गया कि अनमोल मोबाइल एप पर एएनएम के साथ ही कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को भी लॉगिन सुविधा प्रदान की जा रही है। हितग्राही की यूनिक एमपी आईडी आधार सत्यापित समग्र के माध्यम से बनाई जाएगी। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं और शिशुओं की लाइन लिस्ट रिपोर्ट बनाई गई है। पोर्टल में समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सपोर्टिव हेल्प डेस्क और इनबिल्ट ई-टिकट प्रणाली की व्यवस्था की गई है।

विभिन्न विभागों की रहेगी जिम्मेदारी 

नए बदलाव में श्रमिक विभाग को श्रमिक हितग्राही के रूप में श्रमिकों का पंजीकरण और सत्यापन करना होगा। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हुए अनमोल पोर्टल में जानकारी अपडेट करनी होगी और योजनाओं के अंतर्गत भुगतान करना होगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय विकास एवं आवास विभाग और बैंकों को हितग्राहियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करना होगा, जैसे कि समग्र आईडी को आधार सत्यापित करना और बैंक खाते को डीबीटी सक्षम बनाना। यह नया अनमोल मोबाइल एप और आरसीएच पोर्टल 2.0 पुराने अनमोल मोबाइल एप्लीकेशन, आरसीएच अनमोल पोर्टल, जननी सुरक्षा योजना और मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना से संबंधित सभी दिशा निर्देशों को अधिक्रमित करेगा।



भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल हुई जिले की बेटी शुचि

  • शुचि की फिरकी गेंदबाजी ने राष्ट्रीय स्तर पर दिलाई पहचान

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में हुनरमंदों की कमी नहीं है, वहीं आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला की बेटियां भी किसी बेटे से कम नहीं है। पूरे देश में जिले की बेटियां अपना और जिले का नाम रोशन कर रही है। ऐसी ही एक उभरती क्रिकेट खिलाड़ी शुचि उपाध्याय भी अपनी फिरकी गेंदबाजी से दिग्गज खिलाडिय़ों को चकमा देने में कामयाब हो रही है। अपनी फिरकी गेंदबाजी के कारण मंडला की बेटी शुचि मध्यप्रदेश की सीनियर टीम में शामिल होने के बाद अब भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल हो चुकी है। शुचि का सपना अब पूरा हो गया है, उनका सपना था कि वे भारत देश के लिए खेलना चाहती थी और अपनी फिरकी गेंदबाजी से देश का गौरव बढ़ाना चाहती है। जिसके लिए शुचि दिन रात अपनी मेहनत और लगन से इस सपने को पूरा करने का प्रयास करती रही और उनका सपना अब पूरा हो गया।

शुचि के पिता सुधार उपाध्याय ने बताया कि मंडला के महात्मा गांधी मैदान से लड़कों के ओपन टूर्नामेंट में अपनी फिरकी गेंदबाजी का जौहर दिखाने वाली उनकी बेटी शुचि देश के विभिन्न स्टेडियम में न केवल बतौर क्रिकेट खिलाड़ी मध्यप्रदेश टीम में शामिल रही बल्कि वर्ष 2024-25 में देश की सीनियर वूमेन नेशनल ट्रॉफी में प्लेयर ऑफ सीरीज का खिताब भी अपने नाम कर सभी सिलेक्टरों को अपने खेल की ओर आकर्षित किया है। वर्तमान में शुचि उपाध्याय इन दिनों देहरादून में नेशनल चैलेंजर ट्रॉफी खेल रही हैं।

ऐसे शुरू हुआ क्रिकेट में सफर 

शुचि बचपन से ही अपने घर के नजदीक गली मोहल्ले में क्रिकेट खेलने वाले लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थी। शुचि के पिता अपनी बेटी को क्रिकेट खेलता देखते थे तो उनका लगता था कि उनकी बेटी क्रिकेटर बनना चाहती है। शुचि के पिता सुधीर उपाध्याय ने अपनी बेटी के सपने को साकार करने के लिए उसे क्रिकेट में आगे बढ़ाना शुरु किया। सुधीर उपाध्याय ने बताया कि जब उसे क्रिकेट की ट्रेनिंग शुरु कराई तो मंडला में कोई भी लड़की क्रिकेट नहीं खेलती थी। ऐसे में स्थानीय स्तर पर आयोजित होने वाले लड़कों की क्रिकेट प्रतियोगिता में ही आयोजकों और खिलाडिय़ों से बात कर उसे खिलाना शुरू किया। सुचि ने भी यहां अच्छा प्रदर्शन किया और इसके बाद तो कम उम्र में ही उसे जिला स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलने लगा और उसके खेल में निखार भी आता गया। इसके बाद शुचि ने अपनी खेल प्रतिभा को निखारने जीन जान लगाकर मेहनत करने लगी। इसके बाद एकडमी ज्वाइन की और संभाग स्तरीय टीम में शामिल होकर खेलने का मौका भी मिला। इसके बाद शुचि के बढ़ते कदम कभी भी पीछे नहीं हटे, वह आगे बढ़ते ही गई। आज शुचि आदिवासी जिला मंडला का नाम राष्ट्रीय स्तर पर कर रही है। वह अब भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल हो गई है।

टीम इंडिया में शामिल होने की चाहती हुई पूरी 

बताया गया कि आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले की बेटी शुचि ने महज दो वर्षों में ही बालिका क्रिकेट की अंडर 19, अंडर 23 एवं सीनियर टीम मध्यप्रदेश में शामिल होने का गौरव प्राप्त किया है। विगत दिवस आयोजित हुए एक दिवसीय महिला क्रिकेट फार्मेट के टूर्नामेंट में मंडला जिले की इस खिलाड़ी का एमपी टीम में उल्लेखनीय योगदान रहा है। शुचि ने बताया कि शुरू से ही उनका सपना था कि वह भारत की टीम में शामिल होकर अपने देश के लिए खेलना चाहती है। अब वह सपना भी पूरा हो गया है। शुचि अब अपनी फिरकी गेंदबाजी के साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम में अपना स्थान बना ली है। शुचि लेफ्ट आर्म स्पिन में माहिर हैं, उसे बैटिंग की बजाय बॉलिंग ज्यादा पसंद है। शुचि का कहना है कि एमपी टीम में शामिल होने के बाद भारत की डी टीम में शामिल हुई। अब वे भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल होकर अन्य खिलाडिय़ों के साथ खेलने का मौका मिलेगा। यह सब मंडला के उन खिलाडिय़ों की बदौलत संभव हो सका जो एक लड़की को अपनी टीम का सदस्य बनाकर उसे पूरा मौका दिया था।

फिरकी गेंदबाजी से चैलेंजर ट्राफी में हुआ था चयन 

बताया गया कि विगत दिवस मप्र सीनियर महिला क्रिकेट टीम ने राजकोट में खेले गए फाइनल मैच में बंगाल को हराकर जीत हासिल की थी। इसके बाद टीम के आठ महिला खिलाडिय़ों का चयन राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली चैलेंजर ट्राफी के लिए किया गया। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला की बेटी शुचि उपाध्याय भी चैलेंजर ट्राफी में शामिल हुई। इसके बाद चेन्नई में आयोजित टूर्नामेंट में शुचि भारत डी टीम का हिस्सा बनकर अपनी फिरकी गेंदबाजी से सबको हैनार कर दी। बताया गया कि शुचि उपाध्याय को नेशनल सीनियर वूमेन ट्राफी में प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित किया गया था। शुचि ने टूर्नामेंट के दौरान शानदार गेंदबाजी करते हुए 18 विकेट अपने नाम किए थे।

कोलम्बों में शुचि दिखाएगी अपनी फिरकी गेंदबाजी 

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने श्रीलंका में होने वाले त्रिकोणीय श्रृंखला के लिए महिला भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा की। 15 सदस्यों की इस टीम में मंडला जिले की क्रिकेट खिलाड़ी शुचि उपाध्याय को शामिल किया गया है। श्रीलंका के कोलम्बो में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट में शुचि उपाध्याय लेफ्ट आर्म स्पिनर की भूमिका में रहेगी। भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में भारतीय टीम 27 अप्रैल से 7 मई तक यह टूर्नामेंट कोलम्बो में खेलेगी।



सफेद वस्त्र और सिर में रखे हजारों जवारे देखने उमड़ा जन सैलाब

  • पर्यटन स्थल रामनगर के नर्मदा तट में किए जवारे विसर्जन
  • क्षेत्र समेत अन्य प्रदेशों के श्रृद्धालु भी पहुंचे जवारें दर्शन करने
  • चौगान मढिय़ा के चार हजार जवारें और कलश का विसर्जन रहा अद्भूत

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर गौड़ राजाओं की ऐतिहासिक नगरी रामनगर के निकट चौगान की मढिय़ा है। चैत्र नवरात्र में चौगान की मढिय़ा में हर वर्ष हजारों की संख्या में जवारे बोए जाते हैं। जिनका नौ दिनों तक पूजन के बाद विसर्जन श्रृद्धा भक्ति के साथ किया गया। खास बात यह है कि आदिवासी समाज की इस मढिय़ा में एक विशेष वेशभूषा सफेद वस्त्र में ही श्रद्धालू यहां नौ दिनों तक रहकर पूजा में शामिल होते हैं, जिसके बाद सफेद वस्त्र धारण कर वे जवारे विसर्जन को जाते हैं। दृश्य देखने लायक होता है। 8 अप्रैल मंगलवार को चौगान से करीब दो किमी दूर पैदल चलकर जवारे सिर में रखे हजारों भक्त नर्मदा तट रामनगर पहुंचे। जहां श्रृद्धा भक्ति के साथ करीब चार हाजर जवारे ओर कलश का विसर्जन किया।

 

बताया गया कि चौगान की मढिय़ा से निकले जवारें को देखने हजारों की संख्या में भक्त जुटे। विसर्जन के दौरान लंबी कतार देखी गई। एक सी वेशभूषा में यह नजारा देखने लायक था। आदिवासी समाज के लिए आस्था का केंद्र चौगान की मढिय़ा है । यहां पर बड़ी संख्या में लोग हर वर्ष आते हैं। जिले के अलावा पड़ौसी राज्य छग व महाराष्ट्र व अन्य प्रदेश के लोग भी पूजन में शामिल रहते हैं। बताया गया कि इस वर्ष करीब चार हजार के लगभग जवारे और कलश रखे गए थे। जिले के चिखली, नकावल, झिरियाटोला, गुरार, झीना पलेहरा, मुनु, बिलगांव, चंदवारा, रामपुर, भोदर, डोंगरमंडला, इमलिया, डुंगरिया, अंजनिया एवं बंजी गांव के लोग भी चौगान मढिय़ा दर्शन के लिए पहुंचे। इसके अलावा पड़ौसी राज्य के लोग भी शामिल हुए।

दो शताब्दी से मढिय़ा की कर रहे सेवा 

बताया गया कि बीते लगभग दो शताब्दी से चौगान मढिय़ा में परते परिवार ही इस शक्तिपीठ में पूजा करा रहे हैं। गोंड जनजाति के साथ गैर जाति के भक्तों में इन्हें पीठ का गुरु मानते है। सभी सफेद वस्त्रो को पहने होने के कारण इसे व्हाइट लेंड से भी संबोधित किया जाता हैं। गौरतलब हैं कि इस शक्तिपीठ में बहुत कम लोगों को मालूम है कि यहां जिन शक्तिमाता की पूजा की जाती उन्हें मां रहवेदनी कहा जाता हैं।

सीढ़ी के ऊपर दीप प्रज्जवलित

पूजा पद्धति में मढिय़ा में लोहे की ऊंची सीढ़ी के ऊपरी सिरे में पंडा सनकाड़ी से वहां रखे दो दीपको को जब सीढ़ी से चढ़कर प्रज्वलित करता हैं तो हजारों की संख्या में पहुचे श्रद्धालूओ की आस्था उमड़ पड़ती हैं। इसके बाद मां रहवेदनी की आरती के स्वरों से शक्ति स्थल गूंज उठता हैं। आरती के समापन के साथ ही नगाड़ो की धुन में बड़ी संख्या में महिलाये पुरुषों को भाव मे झूमने लगते है। मान्यता हैं कि यहां लोगो की मनोकामनाएं पूरी होने पर मनोकामना कलश की स्थापना की जाती है। शारदेय नवरात्र की अपेक्षा चैत्र नवरात्र में कलशों की संख्या अधिक रहती है। चैत्र नवरात्र में 4 हजार से अधिक जवारों और कलशों की स्थापना की गई। यहां यह भी आस्था हैं कि मानसिक रूप से पीडि़त लोगों को लोहे की सीढ़ी से लोहे की जंजीर से बांध दिया जाता हैं और यह भी जाना गया कि पीडि़त इस जंजीर से बांधे जाने के बाद पराशक्ति पीड़ा से यहां मुक्त हो जाता है।



पिपरिया घाट के पास पत्थर से टकराकर स्कूटी सवार घायल

  • प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने किया जबलपुर रेफर

मंडला महावीर न्यूज 29. निवास थाना क्षेत्र अंतर्गत निवास-मंडला मार्ग में ग्राम पिपरिया घाट स्थित बंजारी माता मंदिर के पास मंगलवार दोपहर लगभग तीन बजे एक स्कूटी सवार युवक दुर्घटना का शिकार हो गया। तत्काल घायल को निवास सीएचसी उपचार के लिए ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए जबलपुर मेडिकल रैफर कर दिया।

जानकारी अनुसार अशोक वरकड़े पिता जया राम 32 वर्ष, निवासी ग्राम मुरझौर काम के सिलसिले में निवास आया हुआ था और जब वह स्कूटी से वापस अपने घर जा रहा था, इसी दौरान पिपरिया घाट के पास क्रॉसिंग के दौरान उसकी स्कूटी मुख्य मार्ग पर पड़े एक पत्थर से टकरा गई, जिससे वह गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय लोगों की मदद से युवक को तत्काल निजी वाहन से निवास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। यहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद युवक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। निवास पुलिस इस घटना की जांच कर रही है।


रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



बबलिया के बंजारी जंगल में भीषण आग

  • राहगीरों को हुई परेशानी, वन विभाग रहा बेखबर

मंडला महावीर न्यूज 29. निवास, मंडला मुख्य मार्ग के बीच बबलिया के बंजारी के निकट वन परिक्षेत्र टिकरिया के अंतर्गत बीट क्रमांक 136 और 141 के जंगल में मंगलवार को अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। आग ने तेजी से जंगल को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे कई पेड़ जलकर राख हो गए। आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अधजले पेड़ मुख्य मार्ग पर गिर पड़े, जिससे कुछ देर के लिए आवागमन बाधित रहा और राहगीरों व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

स्थानीय लोगों के अनुसार आग की लपटें घंटों तक बेकाबू रहीं, लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि घटना स्थल पर न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचा और न ही वन विभाग का कोई कर्मचारी नजर आया। इस लापरवाही के चलते हादसे की आशंका बनी रही, क्योंकि मुख्य मार्ग पर गिरे पेड़ वाहनों के लिए खतरनाक साबित हो सकते थे।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग के कारण जंगल से धुएं का गुबार उठता रहा, जिससे आसपास के इलाकों में दृश्यता भी प्रभावित हुई। प्रशासन की अनुपस्थिति को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश देखा गया। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है और स्थानीय निवासियों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है जिससे जंगल को और अधिक नुकसान से बचाया जा सके।

क्षेत्रीय रेंजर ने जताई अनभिज्ञता 

हैरानी की बात यह है कि घंटों तक जंगल धधकने और पेड़ों के मुख्य मार्ग पर गिरने के बावजूद वन विभाग का कोई भी अमला मौके पर नहीं पहुंचा। जब हमारे संवाददाता ने वन परिक्षेत्र टिकरिया के रेंजर से इस विषय में बात की तो उन्होंने घटना की जानकारी होने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हें इसकी सूचना मीडिया के माध्यम से मिली है, जबकि बीट प्रभारी द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। यह तब है जब गर्मी में आगजनी की घटनाओं को लेकर विभाग अलर्ट रहने की बात कर रहा है। हालांकि जब इस संबंध में पश्चिम सामान्य के डीएफओ से संपर्क किया गया, तो उन्होंने संबंधित अधिकारी से बात कर तुरंत वन विभाग के कर्मचारियों को मौके पर भेजने की बात कही।

रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



जच्चा बच्चा की सुरक्षा के लिए प्रसव पूर्व जांच जरूरी

  • जिले के हर सीएचसी में मनाया जा रहा मातृत्व दिवस
  • गर्भवती महिलाओं की हुई टॉलरेंस टेस्ट

मंडला महावीर न्यूज 29. स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रति माह की 09 और 25 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के अंतर्गत गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच कराई जा रही है। जिससे जच्चा, बच्चा स्वस्थ रहे। मातृत्व दिवस शिविर में गर्भवती महिलाओं का एचआईवी, हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, यूरीन प्रोटीन, यूरिन क्लॉक एवं एल्बुमिन की जांच की गई।

जानकारी अनुसार आयोजित मातृत्व दिवस शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव के पहले ही जांच के दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) की पहचान हो जाती है। यदि ऐसी कोई गर्भवती महिला चिन्हित होती है तो ऐसी गर्भवती का प्रसवकाल में विशेष ध्यान रखा जाता है। सीएमएचओ डॉ. केसी सरोते ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के तहत हर महीने की नौ तारीख को जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जा रहा है। अवकाश तय तिथि में अवकाश होने पर आगामी कार्य दिवस में शिविर का आयोजन किया जाता है। बताया गया कि गर्भवती महिलाओं की जांच के बाद अगर किसी भी महिलाओं में एंबनॉर्मल भू्रण या गर्भाशय में किसी प्रकार की शिकायत रहने पर उसे पहले अच्छे स्वास्थ्य सेवा के लिए बेहतर अस्पताल भेजा जाता है, जिससे प्रसव के समय महिलाओं को कोई परेशानी ना हो। मातृत्व दिवस अभियान के अंतर्गत सभी सुविधाएं सरकार द्वारा नि:शुल्क दी जा रही है।

गर्भवती महिलाओं का किया ओजीटीटी 

नर्सिंग ऑफीसर मोनिका उइके ने बताया कि मातृत्व दिवस में गर्भवती महिलाओं में डायबिटीज की जांच भी प्रमुखता से की जा रही है। यह ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट यानी ग्लूकोज सहनशीलता परीक्षण है। यह एक लैब टेस्ट है। इस टेस्ट से पता चलता है कि शरीर बड़ी मात्रा में चीनी को कितनी अच्छी तरह से संसाधित कर सकता है। यह टेस्ट अक्सर मधुमेह के निदान के लिए किया जाता है। इस टेस्ट के लिए गर्भवती महिला को ग्लूकोज वाला पानी पिलाया जाता है। जिसके करीब दो घंटे बाद रक्त का नमूना लेकर शरीर में शर्करा के स्तर की जांच की जाती है। गर्भवती महिला को दिया जाना वाला ग्लूकोज का शरबत बनाने के लिए 300 एमएल पानी में 75 ग्राम ग्लूकोज मिलाकर बनाया जाता है, जिसे टॉलरेंस टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है।



 


प्रसव केन्द्र में शिशुओं की जन्मजात विकृति पहचान के लिए की जांच

  • आरबीएसके ने प्रसव केन्द्र और एसएनसीयू में मनाया गया विश्व स्वास्थ्य दिवस

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला चिकित्सालय मंडला के प्रसव केंद्र और एसएनसीयू में सोमवार को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस की विषयक थीम स्वस्थ शुरुआत, उज्जवल भविष्य रही, जिसके तहत प्रसव केंद्र में नवजात शिशुओं की दृश्यमान जन्मजात विकृतियों की स्क्रीनिंग संबंधी विशेष गतिविधि आयोजित की गई।

बताया गया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं में जन्मजात विकृतियों की पहचान करना और उन्हें प्रारंभिक अवस्था में ही आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें स्वस्थ जीवन की शुरुआत मिल सके और उनका भविष्य उज्जवल हो सके। स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रसव केंद्र में जन्म लेने वाले सभी नवजात शिशुओं की बारीकी से जांच की, जिससे किसी भी प्रकार की दृश्यमान जन्मजात विकृति का पता लगाया जा सके।

आरबीएसके जिला समन्वयक अर्जुन सिंह ने बताया कि इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्वस्थ शुरुआत, उज्जवल भविष्य की थीम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नवजात शिशुओं का स्वास्थ्य सुनिश्चित करना एक स्वस्थ समाज की नींव है और प्रारंभिक स्क्रीनिंग के माध्यम से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का समय पर निदान और उपचार संभव है। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले में किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी दी और समुदाय से इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग करने की अपील की।

अभिभावकों को दी बच्चों की देखभाल संबंधी जानकारी

कार्यक्रम में प्रसव केंद्र के चिकित्सक, नर्सें और अन्य स्वास्थ्यकर्मी पूरी निष्ठा के साथ स्क्रीनिंग गतिविधि में संलग्न रहे। उन्होंने नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की जांच की और अभिभावकों को बच्चों की देखभाल संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान की। इस दौरान अभिभावकों को जन्मजात विकृतियों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें यह भी बताया गया कि यदि किसी प्रकार की समस्या पाई जाती है तो उन्हें कहां और कैसे संपर्क करना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आयोजित यह विशेष स्क्रीनिंग गतिविधि जिले में नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वस्थ शुरुआत, उज्जवल भविष्य के संदेश के साथ यह कार्यक्रम न केवल शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में मदद करेगा, बल्कि उनके उज्जवल भविष्य की नींव भी रखेगा।



मंडला पुलिस के उपनिरीक्षक हिमांशु ने राज्य स्तरीय शूटिंग में जीता रजत पदक

  • 25वें ऑल इंडिया पुलिस शूटिंग कंपिटिशन में किया प्रदेश का प्रतिनिधित्व

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला पुलिस में पदस्थ उप निरीक्षक हिमांशु चौहान ने मध्यप्रदेश पुलिस की राज्य स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने इंदौर में आयोजित राज्य स्तरीय रायफल शूटिंग प्रतियोगिता के 300 मीटर थ्री पोजीशन इवेंट में यह उपलब्धि हासिल की।
इस शानदार प्रदर्शन के बाद उप निरीक्षक हिमांशु चौहान ने चेंगलपट्टू, चेन्नई (तमिलनाडु) में आयोजित 25वें ऑल इंडिया पुलिस शूटिंग कंपिटिशन में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें देश भर की विभिन्न राज्यों की पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने भाग लिया।

मंडला पुलिस की इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं पुलिसकर्मियों में खेल के प्रति रुचि और शारीरिक क्षमता को बढ़ावा देती हैं, जिससे उनकी एकाग्रता और कार्यक्षमता में भी सुधार होता है। उप निरीक्षक हिमांशु चौहान वर्तमान में मंडला पुलिस के साइबर सेल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।


माता विंध्यवासिनी में स्थापित 531 कलश जवारे का विसर्जन

  • निवास का ग्राम बिझौली स्थित माता विंध्यवासिनी मंदिर आस्था का केन्द्र

मंडला महावीर न्यूज 29. निवास क्षेत्र का आस्था का केन्द्र कहा जाने वाला ग्राम बिझौली स्थित माता विंध्यवासिनी मंदिर में सोमवार को कलश जवारे का विसर्जन किया गया। इस अवसर पर मंदिर परिसर में स्थापित 531 कलश जवारों को बैंड बाजों के साथ पास की नगररार नदी में विसर्जित किया गया। माता विंध्यवासिनी मंदिर निवास क्षेत्र का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जहां भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी होने पर जवारे स्थापित कराते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में भक्तों ने अपनी मनोकामनाएं पूरी होने पर जवारे स्थापित किए थे।

जवारे विसर्जन में उमड़ी भीड़ 

जवारे विसर्जन के अवसर पर ग्राम बिझौली सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिलाएं और युवतियां जवारे सिर पर रखकर शामिल हुईं। साथ ही श्रद्धालु भी जवारे के दर्शन करने के लिए पहुंचे। जवारे विसर्जन के दौरान शाम 6 बजे पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी में विसर्जन किया गया। इस दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। ग्राम पिपरिया में खेरमाई पर स्थित जवारे का बैंड बाजों के साथ ग्राम में भ्रमण करते हुए स्थानीय तालाब पर जवारे का विसर्जन किया गया।

जवारे का महत्व 

नवरात्रि में जवारे का बहुत महत्व होता है। जवारे मां दुर्गा की प्रतिमा या कलश के पास में बोई जाती हैं। ज्यादातर जवारे गेहूं के होते हैं और इन्हें नवरात्रि के पहले दिन ही बोया जाता है। नवरात्रि के अंत में जवारे को बहते पानी में विसर्जित किया जाता है

पिपरिया बस स्टैंड पर माता सिंहवाहिनी मंदिर में भंडारा, उमड़े श्रद्धालु

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर निवास के बस स्टैंड पिपरिया स्थित माता सिंहवाहिनी मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। चौकसे परिवार द्वारा आयोजित इस भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन के तहत सोमवार को सर्वप्रथम मंदिर परिसर में कन्या भोज का आयोजन किया गया, जिसमें कन्याओं को श्रद्धापूर्वक भोजन कराया गया। इसके बाद भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया, जिसका लाभ लेने के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। चौकसे परिवार ने इस अवसर पर विशेष रूप से स्वादिष्ट प्रसाद तैयार किया था।


चैत्र नवरात्रि के दौरान माता सिंहवाहिनी मंदिर में प्रतिदिन महाआरती के साथ विभिन्न विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। भंडारे का आयोजन भी इसी श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से भाग लिया।

रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



वर्षा के पानी को संग्रहित करने के तरीकों पर की चर्चा

  • नल, कुओं के आसपास सोखता गड्डा, नदी, बावड़ी की साफ सफाई पर दिया जोर
  • जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत मझगांव में जल संरक्षण पर हुई चर्चा

मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड नारायणगंज के सेक्टर चिरईडोंगरी स्थित ग्राम पोतला में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण बैठक एवं जल संरक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन मप्र जन अभियान परिषद मंडला के जिला समन्वयक राजेंद्र चौधरी के मार्गदर्शन में और विकासखंड समन्वयक अनिल कुमार मेहरा व नवांकुर संस्था के सहयोग से किया गया।

बताया गया कि ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति नवांकुर संस्था मझगांव द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ग्राम की महिलाओं को जल के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया। जल गंगा संवर्धन अभियान में उनकी सक्रिय सहभागिता और वर्षा के पानी को संग्रहित करने के तरीकों पर चर्चा की गई। वर्तमान में पानी की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, नल और कुओं के आसपास सोखता गड्ढा बनाने, नदी और बावड़ी की साफ-सफाई एवं गहरीकरण कर उनका संरक्षण करने के उपायों पर जोर दिया गया। यह भी बताया गया कि उचित जल प्रबंधन के माध्यम से वर्ष भर पानी का उपयोग किया जा सकता है।

कार्यक्रम में दैनिक दिनचर्या में उपयोग होने वाले जल को संग्रहित करने और पानी का संरक्षण करने के विभिन्न तरीकों पर भी जानकारी दी गई। अंत में, उपस्थित सभी ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के सदस्यों और ग्रामवासियों को जल संरक्षण के लिए शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष, सचिव, इंद्रा उइके, पुष्पा उइके, वीर सिंह धुर्वे, देवलता सहित अनेक ग्रामवासी उपस्थित रहे।



बिछिया विचार मंच की पहल

  • कोको में स्थानीय हाट बाजार का शुभारंभ
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती, बाजार के दिन जनप्रतिनिधि रहेंगे मौजूद

मंडला महावीर न्यूज 29. वोकल फॉर लोकल की भावना को आगे बढ़ाते हुए बिछिया विचार मंच ने समाज के सबसे कमजोर वर्ग, छोटे किसान, व्यापारी और पंचायत स्तर की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अनूठी पहल की है। मंच ने स्थानीय हाट बाजारों को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के तहत बिछिया विकासखंड के कोको पंचायत के कोको गांव में एक नए स्थानीय हाट बाजार का शुभारंभ किया है। इस बाजार के उद्घाटन समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. संजय कुशराम, बिछिया जनपद अध्यक्ष श्रीमती शकुना उइके, कोको ग्राम पंचायत सरपंच सूरजवती मार्को, बिछिया विचार मंच के अध्यक्ष शोभाराम मर्सकोले, विभिन्न फेडरेशन के अध्यक्ष व सचिव और पड़ोसी पंचायत के सरपंच सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

बाजार के पहले दिन आसपास के 10 गांवों से बड़ी संख्या में लोगों ने आकर भ्रमण किया और ताजी सब्जी-भाजी की खरीदारी की। बिछिया विचार मंच के अध्यक्ष शोभाराम मर्सकोले ने स्थानीय हाट बाजार के महत्व के बारे में लोगों से संवाद किया। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. संजय कुशराम ने ग्रामीणों को नियमित रूप से बाजार आने के लिए प्रेरित किया और स्थानीय व जैविक सब्जियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर सृजित करने पर जोर दिया। उन्होंने गांव का पैसा गांव में ही रहे की अवधारणा को अपनाकर गांव की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने का आह्वान किया।

एक महत्वपूर्ण निर्णय के तहत ग्राम पंचायत कोको को आर्थिक मजबूती प्रदान करने और पंचायत स्तर की छोटी-छोटी समस्याओं का गांव में ही समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मंगलवार को बाजार के दिन कोई एक जनप्रतिनिधि आवश्यक रूप से उपस्थित रहेगा, जिससे लोग बाजार के साथ अपनी समस्याओं का भी निराकरण करा सकेंगे। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ पारंपरिक वाद्य यंत्रों के मधुर ध्वनि के साथ हुआ और पारंपरिक खान-पान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। आसपास के लोग उत्साहपूर्वक सब्जी, भाजी और अन्य आवश्यक सामान खरीदते हुए दिखाई दिए। बिछिया विचार मंच की इस पहल को क्षेत्र के लोगों ने खूब सराहा है, क्योंकि यह स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।



श्री हनुमान जयंती पर निकलेगी विशाल शोभायात्रा

  • विश्व हिंदू परिषद, बंजरग दल की बैठक में बनाई रुपरेखा

मंडला महावीर न्यूज 29. 12 अप्रैल शनिवार को श्री हनुमान जयंती का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। हनुमान भक्तों द्वारा इस कार्यक्रम को योजनाबद्ध एवं हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने के लिए बेहद उत्सुकता नजर आ रही है। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल की बैठक आयोजित की गई। श्री हनुमान जयंती के अवसर पर शनिवार को विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। आयोजन में संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य गण मौजूद रहे। शोभायात्रा शाम 4 बजे उदय चौक से प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्ग से जय वीर हनुमान, हर हर महादेव, जय श्रीराम के नारों से गुंजायमान होकर निकलेगी।

शोभा यात्रा का संपूर्ण होने के बाद उदय चौक में ही समापन होगा। बताया गया कि शोभायात्रा का जगह-जगह धर्म आस्था प्रेमियों के द्वारा स्वागत किया जाएगा। शोभायात्रा की भव्यता एवं आयोजन को विशाल रूप देने के लिए सर्व हिंदू समाज, सभी हिंदू संगठनों, व्यापारी बंधुओं, हनुमान भक्तों से शामिल होने के लिए अपील की गई है।

श्री बड़े हनुमान जी, श्री राम दरबार झांकी से शोभायमान होगी यात्रा 

बैंड बाजे के साथ विशाल शोभायात्रा में श्री बड़े हनुमान जी की झांकी, श्री हनुमान जी की प्रतिमा, श्री राम दरबार एवं अन्य सुसज्जित झांकियों का समावेश किया जाएगा। शोभा यात्रा में आतिशबाजी के साथ आयोजन खास होगा। शोभायात्रा में सामाजिक समरसता, सनातन संस्कृति, धर्म आस्था की झलक परिलक्षित होगी।



प्रवेश उत्सव में अभिभावकों के लिए विशेष सत्र का आयोजन

  • पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय मंडला में कक्षा पहली के विद्यार्थियों का धूमधाम से मनाया प्रवेश उत्सव

मंडला महावीर न्यूज 29. पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय मंडला में कक्षा पहली के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्राचार्य रूपसिंह उलाडी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित और पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राथमिक शिक्षक उमेश कुमार चौरसिया ने अभिभावकों का आत्मीय स्वागत किया और नए विद्यार्थियों को विद्यालय परिवार में शामिल होने की बधाई दी। उन्होंने अभिभावकों को विद्यालय में संचालित होने वाली विभिन्न शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी भी दी।

इस अवसर पर प्राथमिक विभाग के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर नए साथियों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की ओर से प्राचार्य रूप सिंह उलाडी ने सभी नवप्रवेशित बच्चों को स्टेशनरी और कलर के आकर्षक पैकेट वितरित किए। बच्चों ने भी नए माहौल का आनंद लेते हुए सेल्फी प्वाइंट पर खूब तस्वीरें खिंचवाईं।

अभिभावकों के लिए एक विशेष सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें संसाधन कक्ष में धर्मेंद्र कुमार पटेल ने पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से विद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली पाठ्य पुस्तकें, कापियां, परीक्षा चक्र, गणवेश और शुल्क जमा करने के सही तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में सभी नए विद्यार्थियों को केंद्रीय विद्यालय संगठन के विद्या प्रवेश मॉड्यूल 3 की एक्टिविटी बुकलेट वितरित की गई, जो उन्हें विद्यालय के साथ जुडऩे और सीखने की प्रक्रिया को और अधिक रोचक बनाने में सहायक होगी। प्रवेश उत्सव का यह आयोजन नए विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के लिए एक यादगार अनुभव रहा।



श्रीराम कथा से प्रेरणा और श्री मारूति यज्ञ से मिल रही आध्यात्मिक ऊर्जा

  • सूर्यकुंड में राम जन्म प्रसंग और श्री मारुति महायज्ञ का भव्य आयोजन
  • सूर्यकुंड में गूंज रही राम कथा, 12 अप्रैल को होगा समापन

मंडला महावीर न्यूज 29. सूर्यकुंड धाम में श्री मारूति महायज्ञ एवं श्रीराम कथा का भव्य आयोजन चल रहा है। इस धार्मिक कार्यक्रम में दूर-दूर से भक्त पहुंच रहे है। कार्यक्रम का आयोजन महायोगी पायलट बाबा योग समिति अंजनिया एवं श्री सूर्यकुण्ड धाम महाआरती भंडारा समिति मंडला द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। श्री मारूति महायज्ञ प्रतिदिन किया जा रहा है।

इसके साथ ही श्रीराम कथा का वाचन भी रोजाना शाम 4 बजे से हो रहा है। बताया गया कि इस आयोजन के चौथे दिन सूर्यकुंड में श्रीराम जन्म का प्रसंग बताया गया। यह दिव्य कथा प्रतिदिन शाम 4 बजे से लेकर 7.30 बजे तक चल रही है। इसका समापन 12 अप्रैल को किया जाएगा। श्रद्धालु इस दौरान भगवान राम के विभिन्न प्रसंगों की मनमोहक कथा का श्रवण कथा व्यास सुश्री उमाकिशोरी द्वारा किया जा रहा है।

बताया गया कि इस धार्मिक आयोजन में सूर्यकुंड धाम में श्री मारुति महायज्ञ भी चल रहा है। 9 अप्रैल को इस महायज्ञ का चतुर्थ दिवस रहा। यज्ञ की शुरुआत सुबह 8 बजे हुई, जो दोपहर 12 बजे तक चली। इसके बाद दो घंटे का विश्राम हुआ, जिसमें सभी अहुतिकर्ताओं के लिए फलाहार की विशेष व्यवस्था की गई है। यज्ञ का अगला सत्र दोपहर 2 बजे से शुरू हुआ, जिसमें अग्नि यज्ञ किया गया। यह सत्र शाम 4 बजे तक चला। सूर्यकुंड में चल रहे इन दोनों ही धार्मिक आयोजनों को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।

राम कथा जहाँ भगवान श्रीराम के जीवन और आदर्शों से प्रेरित कर रहा है, वहीं श्री मारुति महायज्ञ भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति प्रदान कर रहा है। आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इन धार्मिक आयोजनों का लाभ उठाएं। राम कथा और श्री मारूति महायज्ञ का समापन 12 अप्रैल को किया जाएगा।



 


झील महोत्सव-जल, थल और नभ में रोमांच

  • हाट एयर बैलून, पैरामोटरिंग जैसी साहसिक गतिविधियां का आनंद उठा रहे पर्यटक
  • फूड जोन के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुति कर रही सम्मोहित

मंडला महावीर न्यूज 29. बरगी की अथाह जल राशि के निकट साहसिक खेल, स्वादिष्ट पकवानों और संगीत की स्वर लहरी लोगों को आनंदित कर रही है। विगत दिवस आरंभ हुए झील महोत्सव के तीसरे दिन हाट एयर बैलून पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा। इसके साथ उड़ान भरते पैरमोटर ने आसमान में लाल पीले रंग बिखेर दिए।
उधर वाटर स्पोर्ट्स के अंतर्गत बनाना राइड, वाटर स्कूटर और फ्लाई बोट जैसी राइडों का आंनद पर्यटक उठा रहे हैं। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड (एमपीटीबी) और जबलपुर पुरातत्व पर्यटन और संस्कृति परिषद (जेएटीसीसी) के 15 दिवसीय आयोजन में बच्चों ने जहां बर्मा ब्रिज और राक क्लबिंग का मजा लिया। वहीं युवाओं ने बंजी जंपिंग का।

जेएटीसीसी के सीईओ हेमंत सिंह ने कहा कि झील महोत्सव में वह सभी राइड्स हैं जिनका आनंद लेने लोग गोवा और उत्तराखंड पहुंचते हैं। एमपीटीबी के पर्यटन प्रबंधक तरुण मिश्र ने बताया कि जबलपुर के साथ पूरे प्रदेश के लिए साहसिक गतिविधि प्रेमियों के लिए झील महोत्सव नए अनुभव कराएगा।

पर्यटन सखियां के कैनवास बैग की मांग 

महोत्सव में लगे डोम में लगा पर्यटन सखियों का स्टाल लोगों को लुभा रहा है। यहां पर्यटन सखियों के हाथ से बने कैनवास के थैलों पर बनी जबलपुर के बैलेंसिंग रॉक, घंटाघर आदि आकृति आंखों में चमक ला देते हैं । ये हस्तशिल्प बनाने वाली महिलाएं मप्र पर्यटन बोर्ड की महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन योजना के अंतर्गत आत्मनिर्भर बनी हैं।

स्विस टेंट में आराम, जल क्रीड़ा का आनंद 

मंडला मार्ग पर स्थित समाधि रोड से आगे बरगी बांध की पहाडिय़ों व द्वीपों से घिरे नर्मदा तट पर आयोजित झील महोत्सव में साहसिक खेल सतपुड़ा स्पोर्टस क्लब के प्रशिक्षित युवा करा रहे हैं। पर्यटकों के रुकने के लिए टेंट सिटि बनाई गई है। नर्मदा तट पर स्विस टेंट में ठहरने का अनुभव अलग अनुभव करा रहा है।

झील महोत्सव में क्या क्या 

वाटर स्पोर्ट्स, क्रूज, सर्फिंग, वाटर पैरा सेलिंग, बनाना राइड, वाटर स्कूटर, वाटर जाविंग, मोटर बोट, क्याकिंग, एयर स्पोर्ट्स, हाट एयर बलून, पेरा सेलिंग, पेरा ग्लाइडिंग, पेरा मोटरिंग, लैंड स्पोर्ट्स, स्लिंग शॉट, जर्विंग बॉल, रॉक क्लाइम्बिंग, वैली क्रासिंग, रेपलिंग, टारगेट जंप, बर्मा ब्रिज।

मंगलवार को राजस्थानी लोकरंग की रहेगी धूम 

नर्मदा तट पर चल रहे झील महोत्सव में साहसिक गतिविधियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी चल रहे हैं। मंगलवार को राजस्थानी लोकसंगीत के रंग दिखाई देंगे। राजस्थान का शिवनारायण समूह चकरी, घूमर चरी और कालबेलिया आदि लोकनृत्य की प्रस्तुति देंगे।


 


जयकरण बने श्री सांई बाबा समिति के अध्यक्ष

  • नारायणगंज सीएचसी परिसर में स्थापित है श्री सांई बाबा का मंदिर

मंडला महावीर न्यूज 29. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज परिसर में स्थित श्री सांई बाबा का मंदिर समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में श्री सांई बाबा समिति का गठन किया गया। आयोजित बैठक में समिति के संरक्षक सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल ने बताया कि अस्पताल परिसर में स्थापित श्री सांई बाबा मंदिर में प्रतिदिन सांई के भक्त उनके दर्शन के लिए पहुंचते है। अस्पताल परिसर में स्थापित सांई बाबा की प्रतिमा पूरे नारायणगंज में प्रसिद्ध है। स्वास्थ्य केन्द्र में आने वाले मरीज और तीमारदार भी इनके दर्शन का लाभ लेते है। मंदिर के सुचारू संचालन और इसकी व्यवस्था के लिए श्री सांई समिति का गठन किया गया।

बताया गया कि श्री सांई बाबा मंदिर में प्रतिवर्ष 26 जनवरी को मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है। यह दिवस भव्य रूप से किया जाता है। सुबह से लेकर शाम तक विभिन्न धार्मिक आयोजन किये जाते है। पूजन, अभिषेक के साथ हवन किया जाता है और कन्या भोज के साथ भंडारे का आयोजन होता है। मंदिर की देखरेख और इसके सुचारू संचालन के लिए एक समिति बनाई गई है। जिससे मंदिर की व्यवस्थाएं और रख रखाव सही से किया जा सके।

श्री सांई समिति के संरक्षक सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल ने बताया कि सीएचसी नारायणगंज परिसर में स्थित श्री सांई बाबा मंदिर के सुचारू संचालन के लिए समिति गठित की गई है। जिसमें समिति के अध्यक्ष नेत्र चिकित्सा सहायक जयकरण चौधरी को बनाया गया है। समिति की उपाध्यक्ष मोनिका सिंगरौरे, सचिव कैलाश सोनी, कोषाध्यक्ष उर्मिला दुबे, व्यवस्थापक कमलेश सिंह, शैलेन्द्र सिंह, पवित्र, प्रहलाद कछवाहा, गोपाल मरावी को बनाया गया है। इसके साथ ही मंदिर में होने वाली आरती के लिए आरती व्यवस्थापक भी नियुक्त किया गया है। आरती व्यवस्थापक में सोनिका उइके, पिंकी बरमैया, संतलाल भारतीया, अंकित, संध्या मरावी, सतीश भावरे, जमुना भौंरा, पूरन, राजकुमार बर्मन, गीता हताले, सरोजनी मरावी, विजय मरावी, देवेन्द्र साहू, प्रदीप कुशवाहा को बनाया गया है।



 


बम्हनी, नैनपुर और निवास के अलग-अलग क्षेत्रों में आग का तांडव

  • गर्मी की दस्तक के साथ आगजनी की बढ़ी घटनाएं
  • किसानों की 100 एकड़ से ज्यादा की फसल जलकर हुई खाक

मंडला महावीर न्यूज 29. गर्मी के मौसम की शुरुआत के साथ ही जिले में आगजनी की घटनाए सामने आने लगी है। खेतों में खड़ी फसलें और वन क्षेत्र आग की चपेट में आने लगे हैं, जिससे किसानों और वन विभाग के लिए चिंता बढ़ गई है। लोगों से अपील है कि वे आग से बचाव के लिए सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। बताया गया कि बम्हनी, नैनपुर और निवास के अलग-अलग क्षेत्रों में खेत में पककर तैयार करीब 100 एकड़ से ज्यादा गेहूं की फसल समेत उद्यान आग में जलकर खाक हो गई। किसान जहां कटाई कराने की तैयारी में थे वहीं अचानक आग लगने की खबर ने सदमे में डाल दिया है। खेतों में उठी आग की लपटों ने किसानों को झकझोर दिया है। फसल से उम्मीद लगाए किसानों पर कुछ मिनटों की आग भारी पड़ गई।


जानकारी के अनुसार रविवार को बम्हनी व नैनपुर के आसपास आधा दर्जन गांव में आग लगने की घटना सामने आई। कहीं शॉर्ट सर्किट का कारण रहा तो कहीं कारण का ही पता नहीं चला। जिसकी जांच की जा रही है। बम्हनीबंजर के समीप खारी, देवगांव, चंद्रपुरा में फसल में आग लगी है। चंद्रपुरा और देवगांव में एक-एक एकड़ गेहूं की फसल चली है। लेकिन खारी में एक दर्जन से अधिक किसानों की करीब 55 एकड़ का गेहूं आग के हवाले हो गया। दोपहर अचानक लगी आग ने किसानों की खुशियों को चंद मिनटों में राख में बदल दिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पांच किलोमीटर दूर से धुएं के गुबार दिखाई दे रहे थे। किसानों ने निजी बोर के पानी से खुद की जान की परवाह किए बिना आग बुझाने की जी-जान से कोशिश की, लेकिन महज आधे घंटे में करीब 55 एकड़ गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। इस दौरान डायल 100 के साथ दमकल को भी सूचना दी गई लेकिन वाहन खारी गांव तक नहीं पहुंचा। जबकि रविवार को सुबह देवगांव आग की सूचना पर दो दमकल वाहन पहुंचे थे।
बताया गया कि ग्राम खारी के वीरेन्द्र चंद्रोल की साढ़े 6 एकड़, मुकेश् पटेल, अभय पटेल की 4-4 एकड़, बंसत पटेल, जगदीश पटेल, कमल पटेल, राजा, रामचरण, भैया लाल, रतन यादव की एक से तीन एकड़ तक की फसल जल गई है। इसके साथ अन्य किसानों की फसल भी आग की चपेट में आई है। किसानों के अनुसार आग लगने का कारण बार-बार बिजली गुल होना है। जिसके कारण शॉर्ट सर्किट हुआ और चिंगारी ने गेहूं की फसल को अपनी चपेट में ले लिया।


संजय निकुंज उद्यान में अज्ञात कारणों से लगी आग

  • दर्जनों पेड़, पौधे आए आग की चपेट में
  • लगी आग पर दमकल ने पाया काबू

मंडला महावीर न्यूज 29.  गर्मी की शुरुआत के साथ ही आगजनी की घटनाएं सामने आने लगी है। रविवार दोपहर लगभग 1 बजे निवास नगर के शासकीय संजय निकुंज उद्यान और उसके आसपास के क्षेत्रों में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग तेजी से फैलते हुए रिहायशी इलाके तक पहुंच गई, जिसके बाद तत्काल निवास नगर परिषद के दमकल वाहन को सूचना दी गई।

दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर घंटों की मशक्कत और स्थानीय लोगों की सहायता से आग पर काबू पाया। बताया गया कि आग लगभग चार एकड़ के क्षेत्र में फैल गई थी, जिससे दर्जनों छोटे-बड़े पेड़ इसकी चपेट में आ गए। समय रहते दमकल कर्मियों ने कार्रवाई करते हुए आग को रिहायशी इलाके तक पहुंचने से रोक दिया। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है और घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी दे दी गई है।

दस एकड़ में है उद्यान 

ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी बसंत उईके ने बताया कि संजय निकुंज उद्यान लगभग दस एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है, जिसमें वर्तमान में अमरूद, आंवला, आम, नींबू, बेर और मदर प्लांट सहित लगभग चार सौ छोटे-बड़े पेड़ लगे हुए हैं। इसके अतिरिक्त तीस हजार छोटे पौधे मदर प्लांट पर सुरक्षित रखे गए हैं। समय रहते आग पर काबू न पाया जाता तो आग नर्सरी के पौधों तक भी पहुंच सकती थी।

आग बुझाने के बाद दोबारा लगी आग 

दोपहर को आग पर काबू पाने के बाद दमकल कर्मियों के चले जाने के बाद स्थानीय लोगों ने शाम लगभग पांच बजे इलाके में दोबारा धुआं और आग का विकराल रूप देखा। इसकी सूचना तत्काल दमकल विभाग को दी गई, जिसके बाद दमकल वाहन पुन: मौके पर पहुंचा और देर शाम तक आग पर पूरी तरह से काबू पाने का प्रयास करता रहा।

रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे


शॉर्ट सर्किट से गेहूं की फसल और नरवाई जलकर खाक

  • शरारती तत्वों ने भी एक स्थान में लगाई आग, किया पुलिस के हवाले
  • दो दिन में दो घटनाएं, करीब 20 एकड़ की फसल का नुकसान

मंडला महावीर न्यूज 29. ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ ही नैनपुर क्षेत्र में आगजनी की घटनाएं बढऩे लगी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले दो दिनों में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल में आग लगने की दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें लगभग 15 से 20 एकड़ फसल के जलकर खाक होने का अनुमान है। पहली घटना 5 अप्रैल को ग्राम पंचायत समनापुर में हुई, जहां खेमकरण बावरी और राजेंद्र ठाकुर के खेत में अज्ञात शरारती तत्वों ने आग लगा दी। किसानों को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद आग लगाने वाले युवक को पकड़कर ग्रामीणों ने नैनपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया।

बताया गया कि दूसरी घटना 6 अप्रैल को ग्राम पंचायत निवारी में विद्युत पावर हाउस के पीछे घटित हुई। यहां किसान भूरा पटेल, ओम पटेल, संतोष, आशीष सहित अन्य किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं की फसल अज्ञात कारणों से जल गई। दमकल और किसानों के प्रयासों से आग पर मुश्किल से काबू पाया जा सका। इन दोनों घटनाओं में किसानों ने लगभग 15 से 20 एकड़ फसल के नुकसान की बात कही है। इसके साथ ही नैनपुर के वार्ड क्रमांक 15 मुक्तिधाम से लगे खेतों में नरवाई में आग लग गई, जिससे महेंद्र ठाकुर सहित दो अन्य किसानों के खेतों में नरवाई जलकर राख हो गई। किसानों ने बताया कि विद्युत तारों के टकराने से आग लगी थी, जिसके कारण नरवाई पूरी तरह से जल गई। कटाई के इंतजार में खड़ी गेहूं की फसल में आग लगने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। किसान अब प्रशासन से मुआवजे की उम्मीद कर रहे हैं।



माता के दरबार में माथा टेकने और एक चुटकी भभूत से होती मन्नत पूरी

  • भभूत खाने से मिलती है परेशानियों से निजात
  • चौगान की मढिय़ा आदिवासियों का है तीर्थ स्थान, रखे जाते हजारों की संख्या में ज्वारे व कलश

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय मंडला से घुघरी मार्ग के बीच करीब 30 किमी दूर रामनगर के समीप स्थित चौगान में माता का दरबार आस्था का केन्द्र है। यहां दूर-दूर से हजारो श्रृद्धालु मन्नत लेकर आते है। यहां आने भक्तों के कष्ट माँ हरती है। यहां वर्ष के दोनों नवरात्र में हजारो कलश, खप्पर स्थापित किये जाते है। भक्त मन्नत पूरी होने पर मां का आर्शीवाद लेने कलश स्थापित करते है।


बताया गया है कि चौगान दरबार में मंडला के अलावा अन्य राज्यो से भी श्रद्धालु आते है। चैत्र नवरात्र पर्व में माता के दरबार में भक्तो का तांता लगा हुआ है। श्रृद्घालु नौ दिनों तक यहां निवास भी करते है। इस मढिय़ा की महिमा दूर-दूर तक है। मढिय़ा 1700 ई.सन से है। चैत्र नवरात्र में मढिय़ा में भक्तो का तांता लगा रहता है। नौ दिनो तक मढिय़ा में विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। चौगान मढिय़ा पत्थर की दीवार के परकोटे से सुरक्षित है, यहां मां का दरबार है। पंडा पूजन कर भक्तो को धूनी प्रसाद स्वरूप देते है। जिससे भक्तो के सारे मनोरथ पूरे होते है। साल भर में मढिय़ा में चार पर्व चैत्र नवरात्र, शारदेय नवरात्र, कार्तिक पूर्णिमा, शिवरात्रि मनाई जाती है।

जानकारी अनुसार चौगान की मढिय़ा आदिवासियों का तीर्थ स्थान कहा जाता है, मंडला से 30 किमी दूर इस स्थान पर नवरात्रि में विशेष पूजा अर्चना की जाती है, यहां भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, लोगों का मानना है कि इस स्थान पर आने से कई बीमारियों से निजात भी मिल जाता है। इस मढिय़ा में ना केवल मंडला जिला बल्कि दूसरे प्रदेशों व जिलों से हर वर्ग के लोग मन्नत मांगने आते है। यहां दरबार में एक चुटकी भभूत खाने और दरबार में माथा टेकने से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। भक्तों की मन्नत पूरी होने पर यहां भक्तों द्वारा ज्योत कलश की स्थापना कराना जरूरी होता है।

एक चुटकी भभूत से दूर होती है बीमारी, मन्नत होती है पूरी 

जानकारी अनुसार इस स्थान पर श्रृद्धा रखने वाले भक्तों का मानना है कि चौगान की मढिय़ा में देवी का वास है और लोग यहां दूर-दूर से आकर अपनी मन्नत को पूरी करने के लिए दरबार में प्रार्थना करते है। दरबार में आने के बाद श्रृद्धालु सबसे पहले नारियल, अगरबत्ती के साथ अपनी मनोकामना चौगान की मढिय़ा में स्थापित देवी से कहना पड़ता है और यहां देवी के पुजारी पंडा के सामने अपनी मन्नत की अर्जी लगाते है। इसके बाद पंडा द्वारा लगातार जलती धूनी की एक चुटकी भभूत माँ के आशीर्वाद के रूप में देते है। जिसके बाद इस भभूत को खाने के बाद बीमारियों के दूर होने और अपनी मांगी मन्नत को पूरी होने की बात पंडा कहता है। दरबार के पुजारी का कहना है कि दरबार की माता लोगों की सूनी गोद भरने के साथ बीमारियों को भी दूर करती है। मानसिक रूप से विक्षिप्त यहां दरबार में ठीक हो जाते है। इसके साथ ही यहां कानूनी उलझनों से भी दरबार से निजात मिलता है।

नवरात्र में रखे जाते है हजारों कलश 

ग्रामीण बताते है कि यहां जिस किसी की मन्नत पूरी होती है, उन्हें इस दरबार में एक बांस की टोकनी, मिट्टी का बड़ा दीपक और तेल बाती लेकर आना पड़ता है। नवरात्रि प्रारंभ के दूसरे दिन खास तरह की मिट्टी सभी को पुजारी के द्वारा बताए गए स्थान से लानी पड़ती है। जिसके बाद धान के ज्वारे टोकरी में बोए जाते है और एक साथ ज्योति प्रज्जवलित कर कलशों की स्थापना की जाती है। इस स्थान में मांगी गई मन्नत पूरी होने के बाद ही कलश रखे जाते है और यहां रखने वाले कलशों की संख्या दोनों नवरात्र में करीब तीन हजार से ज्यादा रहती है।



 


शिक्षकों को डांटते हुए कहा गेट आऊट फ्राम हीयर, बाहर आग लगा दो, पुलिस बुलाने की धमकी देते हुए टेबिल ग्लास तोड़ा

  • एसडीएम को पत्र देकर शिक्षकों ने बीईओ पर लगाया अभद्रता का आरोप
  • प्रतिमाह शिक्षकों का वेतन जमा कराने में अनावश्यक की जा रही देरी

मंडला महावीर न्यूज 29. नैनपुर विकासखण्ड के शिक्षक नवनियुक्त बीईओ सुभाष चतुर्वेदी की कार्यप्रणाली से शिक्षक बहुत ज्यादा असंतुष्ट हैं। जब से बीईओ चतुर्वेदी ने कार्यभार ग्रहण किया है, तब से बीईओ कार्यालय की लापरवाही से प्रतिमाह शिक्षकों को वेतन जमा कराने में अनावश्यक देरी की जा रही है। जिससे प्रति माह शिक्षकों एवं कर्मचारियों की लोन की किस्तें बाउंस हो रही है और पेनाल्टी लग रही है। जिससे उनका बैंक सिविल स्कोर खराब हो रहा है। शिक्षक संगठन की ओर से समय पर वेतन भुगतान की मांग करने और अखबार में न्यूज आने पर बीईओ द्वारा शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों पर बेवजह दबाव बने के लिए कर्मठ और जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित शिक्षकों पर लापरवाही और अनियमितता का आरोप लगाते हुए स्पष्टीकरण दिया गया।

बताया गया कि शिक्षकों के प्रति उत्तर में संकुल प्राचार्य ने अपनी टिप्पणी पर शिक्षकों पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। बदले की भावना से ग्रसित बीईओ ने जनसुनवाई की शिकायत पर संगठन की सदस्य शिक्षिका को बिना किसी जांच पड़ताल कराए सिर्फ शिकायत बेस पर शिक्षिका को 40 किमी दूर जंगली क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया, जहां आवागमन का कोई सार्वजनिक साधन उपलब्ध नहीं है। शिक्षिका द्वारा स्थान संशोधन के लिए आवेदन देने पर बीईओ कार्यालय में पदस्थ अन्वेषक बीएल पारधी ने उसे धमकाते हुए कहा कि जब मैं 150 किमी से अप-डाउन करके ड्यूटी कर सकता हूं, तो आप क्यों नहीं कर सकती। इस तरह उक्त शिक्षिका 40 किमी दूर अकेले आना जाना कर उस दुर्गम क्षेत्र में ड्यूटी करने मजबूर हैं, जबकि आस-पास के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है।

सहायक आयुक्त के आदेश की अवहेलना 

विगत दिनों जिला एवं संभागीय मुख्यालय द्वारा 12 और 24 वर्ष पूर्ण कर चुके शिक्षकों को प्रथम और द्वितीय ्रक्रमोन्नति का आदेश जारी किया गया, जिसमें से बीईओ कार्यालय द्वारा कुछ शिक्षकों का वेतनमान अनुमोदन करा दिया गया। शिक्षक संगठन द्वारा मांग करने पर सहायक आयुक्त ने पत्र लिखकर 17 फरवरी 25 तक सभी बीईओ से सभी क्रमोन्नति प्राप्त शिक्षकों के वेतनमान अनुमोदन और एरियर्स भुगतान करने का आदेश जारी किया गया। इसके बाद भी नैनपुर बीईओ द्वारा उक्त आदेश का पालन नहीं किया गया। उक्त पत्र का हवाला देते हुए एसोसिएशन के करीब 30 शिक्षकों ने 04 अप्रैल की शाम 04 बजे बीईओ को ज्ञापन सौंपा।

धरना प्रदर्शन की बात पर भड़क उठे नैनपुर बीईओ 

ज्ञापन में 20 अप्रैल तक अनुमोदन ना कराने पर धरना प्रदर्शन की बात पढ़ते ही बीईओ सुभाषचंद्र चतुर्वेदी सभी शिक्षकों पर भड़क उठे। शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करने वाले शिक्षकों को बाहर निकलने और पुलिस बुलाने की धमकी देने लगे। साथी शिक्षकों द्वारा आपत्ति उठाने और विरोध करने पर बीईओ ने सबको बुरी तरह डपटते हुए बाहर जाने और बाहर आग लगाने की बात कहते हुए अपनी टेबिल पर हाथ पटकते हुए स्वयं सबके सामने टेबिल ग्लास तोड़ दिया और पुलिस बुलाकर अंदर कराने की धमकी देने लगे। कमरे में उपस्थित अन्वेषक बीएल पारधी ने स्थानांतरित उक्त शिक्षिका को अपनी बात रखने पर सबके सामने बेंझड़ कहकर संबोधित किया। बेंझड़ शब्द का मतलब पूछने पर उन्हें बाहर जाने को कहा गया। इस तरह एक महिला शिक्षक का सबके सामने अपमान किया गया। इस घटना से अपमानित सभी शिक्षक बाहर निकलकर तत्काल आवेदन पत्र बनाकर एसडीएम आषुतोष ठाकुर से बीईओ के कृत्य की शिकायत की। शिक्षकों ने आशंका जताई कि भविष्य में अपने वेतन, अनुमोदन, एरियर्स आदि अन्य जानकारियों के लिए कार्यालय जा कर बात करने वाले शिक्षकों को झूठे आरोप में फंसाया जा सकता है। जिस पर एसडीएम ने शिक्षकों की मांग को जायज ठहराते हुए मामले की जांच कर तुरंत बीईओ को स्पष्टीकरण जारी करने और सहायक आयुक्त को प्रतिलिपि भेजने का आदेश दिया।

इनका कहना है

एक साथ 20 से 25 शिक्षकों का समूह मेरे कक्ष में प्रवेश कर मौखिक रूप से शिकवा शिकायत कर दबाव बनाने लगे, जिस पर मेरे द्वारा इनसे लिखित में शिकायत करने का बार बार आग्रह किया लेकिन इनके द्वारा मुझ पर दबाव बनाने का प्रयास किया, जिस पर मैंने इन्हें बाहर जाने और पुलिस बुलवाने को कहा गया।
सुभाष चंद्र चतुर्वेदी
बीइओ नैनपुर विकास खंड



लक्ष्मी नारायण मंदिर में हुई सत्यनारायण कथा

  • छह जोड़ों ने निभाया यजमान धर्म, कराया कन्या भोजन और भंडारा

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्र की राम नवमी के अवसर पर सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति राजीव कालोनी के तत्वावधान में झंडा चौक स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में सत्यनारायण भगवान की भव्य कथा का आयोजन किया गया। इस धार्मिक कार्यक्रम में राजीव कॉलोनी के छह भाग्यशाली जोड़ों ने यजमान के रूप में भाग लिया, जिससे कथा का महत्व और भी बढ़ गया। इस शुभ अवसर पर क्षेत्र के बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी उपस्थित रहे, जिन्होंने भगवान सत्यनारायण की महिमा का श्रवण किया।


कथा व्यास पंडित राजेश तिवारी ने अपनी मधुर वाणी से भगवान सत्यनारायण की फलदायी कथा का पाठ किया, जिसे यजमान जोड़ों और उपस्थित सभी भक्तों ने ध्यानपूर्वक सुना। कथा के आरंभ में बाल स्वरूप भगवान लड्डू गोपाल का पूरे विधि-विधान के साथ पूजन अर्चन किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा। कथा के समापन के बाद मंदिर परिसर में कन्या भोजन का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक कन्याओं को भोजन कराया। इसके बाद एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सभी उपस्थित भक्तों ने भगवान का प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर प्रेमपूर्वक प्रसाद ग्रहण किया।

बताया गया कि सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति के सदस्यों ने इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई और सभी व्यवस्थाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने भगवान सत्यनारायण की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त किया और भक्तिमय वातावरण में आनंदित हुए। यह आयोजन क्षेत्र में धार्मिक सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रहा।



जिले भर में गूंजा जय-जय श्रीराम का जयघोष

  • रामनवमी पर हुए जगह जगह धार्मिक आयोजन
  • हवन पूजन के साथ निकाली भव्य रैली

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में चैत्र नवरात्र पर्व श्रृद्धा भक्ति भाव के साथ मनाया गया। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के जन्मोत्सव पर जगह जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए एवं भंडारे का आयोजन भी किया गया। जहां देवी उपासको ने व्रत रखकर विशेष पूजन अर्चन व अनुष्ठान किए। वहीं नौ दिनो तक नगर का वातावरण भक्तिमय बना रहा। रामनवमीं पर्व में जगह-जगह धार्मिक आयोजन किए गए। नगर में वाहन रैली निकाली गई। कन्या भोजन व देवालयो में भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो की संख्या में भक्तो ने शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया।

राम जन्मोत्सव रामनवमीं में नगर के हरदौल मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा शहर के विभिन्न मार्गो का भ्रमण किया। शोभायात्रा के दौरान सजीव झांकियां भी निकाली गई। श्रृद्धालुओ ने भगवान श्रीराम का पूजन अर्चन किया। शोभायात्रा के दौरान भक्ति गीतो की धुन पर श्रीराम के भक्त थिरकते रहे। इससे पहले सुबह से नगर के देवी मंदिर, नर्मदा तट में बड़ी संख्या में भक्तो ने पहुंचकर पूजन अर्चन किया। नवरात्र पर्व पर शुरू हुए अनुष्ठान का समापन विधि-विधान से किया गया। दुर्गा सप्तशती पाठ, यज्ञ, पुराण के समापन के दौरान विशेष पूजन अर्चन किया गया। नगर के देवी मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया गया।

इसके अलावा अन्य धार्मिक स्थलो में भी भंडारे आयोजित किए गए। जिसमें हजारो की संख्या में भक्तो ने शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया। रामनवमीं पर दिन भर धार्मिक आयोजनो का सिलसिला चलता रहा। रामनवमीं पर श्रद्घालुओं ने श्रीराम मंदिर एवं देवी मंदिर में पूजन अर्चन किया। नौ दिन तक व्रत धारण कर मां की उपासना करने वाले भक्तो ने घर-घर कन्या भोज कराये। कन्याओ का पूजन कर दान किया। बताया गया कि बिझिंया दुर्गा मंदिर, लालीपुर दुर्गा मंदिर, बस स्टेंड खेरमाई मंदिर, कटरा खेरमाई मंदिर, उदय चौक दुर्गा मंदिर, सिंहवाहिनी मंदिर, विध्यवासिनी मंदिर, बूढ़ी माई माता, ज्वाला जी मंदिर, शीतला माता मंदिर, राजीव कालोनी शीतला मंदिर में पूजन अर्चन का दौर दिन भर चलता रहा। माता के भक्तो ने पूजन के साथ मां को चुनरी व श्रृंगार भी भेंट किया।

पुलिस बल रहा तैनात 

नवरात्र पर्व के दौरान कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए शहर में पुलिस बल तैनात था। रामनवमीं पर्व पर पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया। जिले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। नगर व उपनगर में पुलिस तैनात रहीं। प्रमुख चौराहा, संवेदनशील क्षेत्रो में पुलिस बल तैनात रहा। वाहन रैली, शोभायात्रा के साथ पुलिस जवान तैनात रहे। सुरक्षा के लिहाज से दमकल, एम्बूलेंस को तैयार रखा गया।


श्री राम भक्तों का हूजुम, भव्यता से निकाली सनातन वाहन रैली

  • बड़ी खैरमाई बिझिंया से रैली प्रारंभ, तय रूट में किया भ्रमण

मंडला महावीर न्यूज 29.  रामनवमी के अवसर पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी  भव्य भगवा वाहन रैली का आयोजन सनातन धर्मोत्सव परिवार के द्वारा किया गया। खैरीमाई मंदिर बिंझिया में समिति सदस्यों के द्वारा प्रात: पूजन अर्चन किया गया। इसी के साथ भगवान श्रीराम के तैल्यचित्र की स्थापना रथ जिप्सी वाहन में की गई और रथ को फूलों से सजाया गया। उपस्थित लोगों ने पूजन अर्चन करते हुए यहां से जय श्रीराम के जयघोष के साथ वाहन रैली निकाली। सनातन धर्म की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए जिले में सनातन बंधुओं को एक साथ एक सूत्र में संगठित कर, सभी राम भक्तों हिंदू एवं सभी सामाजिक संगठनों, धार्मिक बंधुओं को जोडक़र हर वर्ष रामनवमी के अवसर पर मंडला जिले में सबसे बड़ी वाहन रैली सनातन धर्मोत्सव परिवार मंडला के द्वारा निकाली जाती है। इस वर्ष भी रैली में जिला मुख्यालय समेत अन्य विकासखंडों के रामभक्तों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। पिछले वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रीराम भक्तों का हुजूम रहा। रामनवमी पर राम भक्तों का उत्साह देखते ही बना। सुबह से शाम तक शहर की गलियां श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान रही। चैत्र नवरात्र की रामनवमी तिथि को सनातन धर्मोत्सव परिवार ने प्रात: वाहन रैली निकाली। रैली में युवक-युवतियों के साथ संत और बच्चे भी शामिल हुए। बताया गया कि सनातन धर्मोत्सव परिवार के तत्वावधान में वर्ष 2014 से वाहन रैली निकाली जा रही है। जिसमें सभी हिन्दू संगठन, समाज, जाति वर्ग के लोग शामिल होते हैं।

ग्यारह वर्षो से निकल रही रैली

मंडला जिले का एक ऐसा धार्मिक संगठन जिसमें सनातन धर्म के सभी जाति वर्ग के साथी और जिले में कार्यरत सक्रिय सभी राजनैतिक पार्टी, शासकीय प्रशासनिक अधिकारी और विभिन्न संगठनों से बड़ी संख्या में समाजसेवी सक्रिय सहभागिता निभाते हैं। यहां कोई अध्यक्ष सचिव जैसा कोई महत्वपूर्ण पद नहीं है और न ही समाज से एकत्रित धनराशि का उपयोग फोटो लगाकर प्रचार प्रसार करने में किया जाता है सबकुछ पारदर्शिता के साथ आयोजन के बाद समीक्षा बैठक में आय व्यय लेखा जोखा स्पष्ट कर दिया जाता है। इस संगठन और रैली का नेतृत्व चुनिंदा लोगों के हाथों में भी नहीं है जो पूरे वर्ष हर आयोजन में सक्रिय और समर्पित रहता है सबको बारी बारी से अवसर मिलते रहता है। प्रयास हमेशा से यही है जिले के वो हर समाजसेवी, श्रृद्धालु, संगठन,  समिति और समाज के लोगों का सनातन धर्मोत्सव परिवार में स्वागत है  जो प्रभु श्रीराम के प्रति समर्पित है प्रभु श्रीराम के प्रति श्रृद्धा है। यही एकमात्र वजह है कि सनातन धर्मोत्सव परिवार मंडला में हर वर्ष नए सदस्य जुड़ते जा रहे हैं। क्योंकि, संगठित लोग ही समाज को सकारात्मक दिशा और एक दूजे को सुरक्षा दे सकते हैं।

विभिन्न मार्गो से गुजरी रैली

वाहन रैली प्रात: 10 बजे बडी खैरमाई माता मंदिर बिझिंया से प्रारंभ हुई जो कि बड़ी खैरमाई माता मंदिर बिंझिया से प्रारंभ हुई हीरो एजेंसी होटल नर्मदा इन से पॉलिटेक्निक कॉलेज के सामने से राजीव कॉलोनी शिवराज शाह के मकान कॉरपोरेशन बैंक से होते हुए नेहरू स्मारक आंगन तिराहा संतोषी माता मंदिर के सामने से रेलवे स्टेशन होते हुए राय किराना दुकान के सामने से मोहन टोला रोड वापस मंडला महाराजपुर रोड मटरू ढाबा से होते हुए माहिष्मति घाट होते हुए नेहरू स्मारक रेडक्रॉस के सामने से स्टेडियम ग्राउंड के बाजू से रानी अवंती बाई स्कूल शासकीय हॉस्पिटल उदय चौक सराफा होते हुए बुधवारी चौक बलराम (इलाही) चौक से हनुमान घाट मुक्तिधाम एनजेएन स्कूल के सामने से योगीराज हॉस्पिटल के सामने श्रीराम मंदिर पड़ाव के सामने से दीनदयाल (चिलमन) चौक बस स्टैंड लालीपुर होते हुए जबलपुर मार्ग कटरा स्थित वापस खैरमाई माता मंदिर में रैली का समापन हुआ जिसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया।

जगह-जगह हुआ स्वागत

सनातन धर्मोत्सव परिवार द्वारा आयोजित वाहन रैली का नगर के अनेक स्थानों में धर्मप्रेमियों द्वारा स्वागत किया गया। स्वेच्छा से धर्मप्रेमियों ने रैली में पुष्पवर्षा करते हुए भगवान श्रीराम का पूजन किया। वहीं रैली में शामिल रामभक्तों का स्वागत करते हुए फल प्रसादी वितरण की। जगह-जगह युवाओं ने स्वागत किया वहीं श्वाश्वत परिवार के द्वारा स्वागत किया गया वहीं मंत्री श्रीमति सम्पतियां उईके के आवास में भाजपा महिला मोर्चा द्वारा स्वागत किया गया। यहां पर फल जूस के साथ स्वाल्पहार वितरण किया गया।

चाक चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था

रामनवमी पर्व पर रैली, चल समारोह एवं विभिन्न आयोजन के दौरान कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था तथा आयोजन शांति सौहार्दपूर्ण रूप से संपन्न कराने के लिए मंडला पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था रही। मुख्य चौराहों सहित चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रही। ड्रोन, सीसीटीवी कैमरे एवं हाइराइज बिलडिंग से पुलिस ने मॉनिटरिंग की। सुबह कंट्रोल रूम मंडला में समस्त बल एकत्रित कर पुलिस अधिकारियों ने ड्यूटी के संबंध में जानकारी दी। ड्यूटी स्थल के लिए रवाना किया। सुबह से रात तक पुलिस मुख्य चौराहों व संदिग्ध क्षेत्रो में मौजूद रही।

हरदौल लाला मंदिर से निकली प्रभु श्रीराम की शोभायात्रा जमकर नाचे रामभक्त

मंडला महावीर न्यूज 29.  रविवार को राम नवमीं के अवसर पर भव्य शोभायात्रा हरदौल लाला मंदिर बड़ चौराहा से निकाली गई। यहां पर राम दरबार का भव्य पूजन अर्चन करते हुए महाआरती की गई। भगवान श्रीराम की शोभायात्रा में शामिल रामभक्तों ने लाला हरदौल मंदिर से जैसे ही अपने कदम बढ़ाए। डीजे पर शुरु हुई भगवान राम की धुन ने मानो पूरा माहौल राममय हो गया। जय-जय श्रीराम के नारों से बड़ चौराहा और कमानिया गेट तक का वातावरण गूंज उठा। मंदिर के सामने श्रीराम दरबार नवरात्रि की प्रथम तिथि को स्थापित किया गया था। शोभायात्रा सबसे पहले कमानिया गेट स्थित मां दुर्गा मंदिर पहुंची। जहां पर बुधवारी स्थित रामदरबार से निकाली गई शोभायात्रा भी शामिल हो गई। यहां पुरोहितों ने माता की पूजा अर्चना की।

जमकर आतिशबाजी हुई और जय श्रीराम के नारों के साथ शोभायात्रा शहर भ्रमण के लिए रवाना हुई। भगवान श्रीराम की यात्रा में सैकड़ों नौजवानों की टोली शामिल रही। सभी साउंड बॉक्स में गूंजते भक्ति गीत धुन पर मदमस्त होकर नाचते नजर आए। कमानिया गेट से होती हुई शोभायात्रा कचहरी मोहल्ला, सिंहवाहिनी वार्ड, बुधवारी, रंगरेज घाट स्वामी सीताराम वार्ड, पड़ाव होते हुए चिलमन चौंक से बड़ चौराहा पहुंची। यहां पूजन और आरती के बाद शोभायात्रा का समापन हुआ। इस भव्य शोभायात्रा में कांग्रेसी-भाजपाई राजनीतिक परिवेश से अलग हटकर सिर्फ  आम जनता की तरह शामिल हुए। शामिल सैकड़ों युवाओं को अनुशासन में बनाए रखने के लिए पुलिस के आला अधिकारी भी शामिल रहे। राम दरबार के साथ रथों में झांकियां सजाकर ले जाई गईं। संजीव झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रही। समाजसेवियों ने शोभायात्रा के स्वागत में नगर के प्रमुख स्थानों पर स्टॉल लगाए और शोभायात्रा का स्वागत किया। सामाजिक कार्यकर्ता शिवराज कछवाहा ने बताया कि वर्षो से चली आ रही परम्परा का निर्वाह किया जा रहा है। नौ दिन भगवान राम की विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया और रामनवमीं के दिन भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिले की सुख शांति अमन भाईचारा के साथ भगवान श्रीराम के बताए मार्ग में चलने की प्रेरणा इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य रहा है।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा ने कहा कि पूरे नगर को भगवा मय किया गया और आकर्षक साज सज्जा की गई है। ताकि धर्म के प्रति युवाओं  की आस्था बनीं रहे और सनातन धर्म की परम्परा निरंतर चलती रहे। वहीं कार्यक्रम पहुंचे भाजपा जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा ने कहा कि चैत्र नवरात्रि के दिन ही भगवान राम का जन्म होना माना जाता है। इसीलिए इस दिन को भक्तगण रामनवमी के रूप में अनादिकाल से मनाते चले आ रहे हैं। भगवान राम के मंदिरों में रामनवमीं के अवसर पर दिन भर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए। श्रीराम जी को पालने बना कर उन्हें झूला झुलाया गया एवं मंदिरों को फूलों से सजाया गया। वाहन रैली का जनप्रतिनिधि व समाज सेवियों के द्वारा जगह-जगह स्वागत भी किया गया।



 


जिला चिकित्सालय की त्वरित कार्रवाई से अज्ञात घायल का जीवन बचा

  • शरीर में थे गंभीर घाव, 30 से अधिक टांके लगाए
  • आपातकालीन विभाग की टीम ने किया अथक प्रयास

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला चिकित्सालय के आपातकालीन विभाग की तत्परता से शनिवार की रात्रि एक अज्ञात गंभीर रूप से घायल व्यक्ति का जीवन बचाया गया।

जिला चिकित्सालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अज्ञात मरीज को एम्बुलेंस द्वारा लगभग 2.30 बजे अत्यंत गंभीर अवस्था में लाया गया था। मरीज के दोनों पैरों की हड्डियों में कई फ्रैक्चर थे, जिसमें दाहिना पैर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त था। अस्पताल प्रशासन ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। घायल के शरीर पर अन्य कई गंभीर घाव भी थे, जिनमें 30 से अधिक टांके लगाए गए।

मरीज की नाजुक स्थिति को देखते हुए जिला चिकित्सालय के आपातकालीन विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई की। नर्सिंग ऑफिसर दीपक चौहान, राकेश सिंह राजपूत, वार्ड बॉय गंगाराम भारतीया और आपातकालीन विभाग के अन्य सदस्यों ने दो घंटे से अधिक समय तक अथक प्रयास करते हुए क्षतिग्रस्त दाहिने पैर को काटना (अम्प्यूटेट) पड़ा, जिससे मरीज की जान बचाई जा सकी।

 


15 माह की बाघिन की मौत, लापरवाही के आरोप

  • बाघिन को रेस्क्यू करने में दिखाई लापरवाही
  • भुआबिछिया बीट के गिट्टी टोला स्थित एक झिरिया मिला था बाघिन का शव
  • बाघिन के सभी अंग मिले सुरक्षित, प्रोटोकॉल अनुसार किया शवदाह

मंडला महावीर न्यूज 29. पूर्व सामान्य वन मंडल के बिछिया वन परिक्षेत्र अंतर्गत भुआ बीट के कक्ष क्रमांक 1532 में शुक्रवार को 15 माह की एक मादा बाघिन मृत अवस्था में मिली है। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल को सुरक्षित कर लिया। एनटीसीए नई दिल्ली और कार्यालय मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक मप्र भोपाल से जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप डॉग स्क्वाड की सहायता से घटना स्थल और आसपास के क्षेत्र में छानबीन की गई।

जानकारी अनुसार भुआ बिछिया बीट के गिट्टी टोला स्थित एक झिरिया के पास करीब 15 माह की एक मादा बाघिन का शव मिला। जिसकी सूचना वन कर्मियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। डीएफओ ऋषभा सिंह नेताम ने बताया कि शुक्रवार को वन विभाग के अमले ने एक बाघ को देखा था। जिस क्षेत्र में बाघिन दिखाई दी थी, वह रहवासी क्षेत्र के नजदीक था। जिसकी सूचना वन कर्मियों ने दी थी। गांव के नजदीक होने के कारण वन अमले को बाघिन पर नजर रखने के निर्देश दिए थे और वन अमला बाघिन पर नजर बनाए हुए थे। शाम को वन अमले ने एक झिरिया के पास बाघिन के गिरने की सूचना दी। जब वन कर्मियों ने नजदीक जाकर देखा तो बाघिन मृत अवस्था में थी।

बताया गया कि कान्हा के वन्यजीव चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल और डॉ. दीपाली परते पशु चिकित्सालय बिछिया द्वारा बाघ के शावक का पोस्टमार्टम किया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मृत बाघिन के शरीर के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार बाघिन का शवदाह, भस्मीकरण किया गया। शवदाह के दौरान मुख्य वन संरक्षक कमल अरोरा, वनमण्डल अधिकारी पूर्व सामान्य मंडला सुश्री ऋषिभा सिंह नेताम, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बिछिया सुश्री सोनाली देव, उप वनमण्डल अधिकारी बिछिया जीएस धुर्वे, परिक्षेत्र अधिकारी बिछिया अविनाश जैन, तहसीलदार बिछिया दिनेश बरकडे, एनटीसीए प्रतिनिधि डब्लूडब्लूएफ के कोडीनेटर परसूराम चौहान, मानद वाइल्ड लाईफ वार्डन चन्द्रेश खरे और अन्य स्टाफ मौजूद रहा। इस पूरी कार्यवाही की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की गई है। प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही जारी है।

विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से बाघिन की मौत 

स्थानीय लोगों ने बाघिन की कम उम्र को देखते हुए उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर सवाल उठाए हैं और जांच की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि बाघिन पिछले दो दिनों से भूखी-प्यासी और बीमार हालत में इलाके में घूम रही थी। उनका कहना है कि यदि वन विभाग चाहता तो उसे रेस्क्यू कर उचित इलाज मुहैया करा सकता था, लेकिन वन विभाग की कथित लापरवाही के कारण कान्हा नेशनल पार्क की इस बाघिन की जान चली गई। स्थानीय लोगों ने वन विभाग के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि जहां एक ओर बाघ का शिकार करने पर कठोर दंड का प्रावधान है, वहीं वन विभाग की लापरवाही से बाघ की मौत होने पर संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खबर होने के बावजूद वन विभाग के अधिकारियों ने दो दिनों तक बाघिन को रेस्क्यू करने में गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाया, जिसके चलते उसकी संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। ग्रामीणों ने घटना स्थल पर मौजूद वन विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैये पर भी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में जिम्मेदारों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

इनका कहना है

बाघिन का पीएम किया गया है, वेटनरी चिकित्सकों ने बताया कि बाघिन के शरीर में बाहरी चोट के कोई निशान नहीं मिले है। सेम्पल एकत्र कर जांच के लिए भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बाघिन की मृत्यु का कारण पता चल सकेगा।
ऋषभा सिंह नेताम, डीएफओ, मंडला



निवास रसलगंज में विशाल देवी जागरण में उमड़ा जनसैलाब

  • सुप्रसिद्ध गायकों ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध

मंडला महावीर न्यूज 29. निवास नगर के रसलगंज स्थित यज्ञ शाला में शुक्रवार को आयोजित विशाल देवी जागरण कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ा। देर रात्रि तक चले इस भक्तिमय कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध गायकों ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलकत्ता के सुप्रसिद्ध गायक अमन परवाना ने अपनी पूरी टीम के साथ मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी, जिस पर श्रोता झूमने को विवश हो गए। इसके अतिरिक्त, महाराष्ट्र के गोंदिया के जाने-माने गायक आशीष ठाकरे, सिवनी की गायिका आशा बिसेन, छिंदवाड़ा से रिंकी मर्सकोले और मंडला की गायिका रिया उईके ने भी अपनी गायिकी से समां बांधे रखा। वृंदावन की आकर्षक झांकी ने भी दर्शकों का खूब मन मोहा।

कार्यक्रम में मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, निवास विधायक चैन सिंह वरकड़े सहित नगर के अनेक समाजसेवी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। कलाकारों ने एक से बढ़कर एक देवी भजनों की प्रस्तुति दी और मनमोहक झांकियों का प्रदर्शन किया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निवास पुलिस थाना प्रभारी वर्षा पटेल अपने पूरे स्टाफ के साथ कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहीं। अंत में, आयोजक समिति ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।

रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



बसूला से सिर पर वार कर की हत्या

  • हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास

मंडला महावीर न्यूज 29. प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश मंडला के न्यायालय के प्रथम अतिरिक्त न्यायाधीश ने हत्या के एक मामले में आरोपी रामप्रसाद धुर्वे पिता अकल सिंह धुर्वे 37 वर्ष, निवासी ग्राम भीमडोंगरी बड़ेटोला, थाना मोतीनाला मंडला को धारा 302 भारतीय दंड संहिता के तहत आजीवन कारावास और 1000 रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है।

जानकारी अनुसार 16 जनवरी 2024 को थाना मोतीनाला में सूचना मिलने पर सउनि लिख्खन सिंह ग्राम भीमडोंगरी पहुंचे। प्रार्थी मनोज कुमार परते ने बताया कि दोपहर करीब 12.20 बजे जब वह तालाब की ओर जा रहा था, तो सतियाबाई दौड़ते हुए आई और आवाज देकर बताया कि रामप्रसाद धुर्वे बसूला लेकर मुलिया बाई को दौड़ा रहा है। तालाब पर उन्होंने देखा कि रामप्रसाद धुर्वे बसूला से मुलिया बाई के सिर पर वार कर रहा था। जब वे बचाने के लिए आगे बढ़े, तो रामप्रसाद ने मुलिया बाई को तालाब में फेंक दिया और उनकी ओर बसूला लेकर दौड़ा। वे लोग गांव की ओर भागे और पुलिस को सूचना दी। गांव के लोगों के साथ तालाब पर जाकर देखा तो मुलिया बाई की साड़ी पानी में दिख रही थी। उसे बाहर निकाला गया तो उसके सिर और कनपटी पर बसूले से गंभीर चोटों के निशान थे और उसकी मृत्यु हो चुकी थी।

मुलिया बाई, श्यामलाल परते की पत्नी थी और रामप्रसाद धुर्वे श्यामलाल की बुआ का लड़का था, जो शराब पीता था। मुलिया बाई और श्यामलाल उसे शराब पीने से मना करते थे, जिससे नाराज होकर रामप्रसाद ने मुलिया बाई की हत्या कर दी। घटना को प्रार्थी मनोज कुमार परते और सतियाबाई ने देखा था। थाना मोतीनाला ने आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भादवि के तहत मामला दर्ज कर विवेचना उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। विचारण के दौरान अभियोजन पक्ष द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य और तर्कों से सहमत होते हुए न्यायालय ने आरोपी रामप्रसाद धुर्वे को आजीवन कारावास और अर्थदंड की सजा सुनाई। शासन की ओर से अपर लोक अभियोजक ब्रजेश चौरसिया ने पैरवी की।


माता को चढ़ाई अठवाई, की महागौरी की पूजा, भक्तों का लगा तांता

  • राम नवमी आज, जिले भर में होंगे विविध धार्मिक कार्यक्रम

मंडला महावीर न्यूज 29. नवरात्रि में नौ दिन की पूजा के दौरान मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की अलग- अलग दिन पूजा अर्चना की जा रही है। चैत्र नवरात्रि का पर्व चल रहा है। धार्मिक कार्यक्रमों में भक्तों का तांता लग रहा है। श्रृद्धालु मंदिर में पूजा पाठ व अन्य धार्मिक आयोजन कर रहे है। इस वर्ष नवरात्र के अवसर पर जिले भर में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की गई। महागौरी को आदि शक्ति माना गया है। पुराणों के अनुसार इनके तेज से संपूर्ण विश्व प्रकाशमान होता है। दुर्गा सप्तशती के अनुसार, शुंभ निशुंभ से पराजित होने के बाद देवताओं ने गंगा नदी के तट पर देवी महागौरी से ही अपनी सुरक्षा की प्रार्थना की थी। मां के इस रूप के पूजन से शारीरिक क्षमता का विकास होने के साथ मानसिक शांति भी बढ़ती है।

भक्तों ने की अष्टमी की पूजा, चढ़ाई अठवाई 

चैत्र नवरात्र की अष्टमी को सुबह से ही मां के दरबार में भक्तों का तांता लगा रहा। भक्त अल सुबह से ही माता के दरबार पहुंचना शुरू हो गया। जलाभिषेक व पूजा-अर्चना के साथ जयकारे लगाकर माथा टेका। वहीं महिलाओं ने अठवाईं चढ़ाकर मां की पूजा-अर्चना की। घरों में कन्याओं को भोज कराकर पूजन किया। भक्ति के माहौल के बीच हवन-पूजन के कार्यक्रम आयोजित हुए। चैत्र नवरात्र को भक्तों ने महागौरी की पूजा के साथ अन्य देवी देवता के मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। शहर के सभी देवी मंदिरों समेत अन्य धार्मिक स्थलों में विराजमान देवी, देवता के दर्शन व पूजा अर्चना के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। महिलाओं ने जलाभिषेक व पूजा के साथ अठवाईं चढ़ाई। सुबह से देर शाम तक मंदिरों में हवन-पूजन, दर्शन का कार्यक्रम चलता रहा।

महाआरती पूजन कार्यक्रम में भक्तों ने पहुंचकर आदि शक्ति की आराधना की। वहीं घरों में कलश स्थापित कर नौ दिन का व्रत कर रहे। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दर्शन पूजन के साथ घरों में स्थापित कलश की पूजा की। कन्याओं को हलवा-पूड़ी, खीर आदि का प्रसाद बनाकर भोज कराया। पूजन के साथ दक्षिणा देकर कन्याओं की विदाई की। सुबह से लेकर देर शाम तक मंदिरों व घरों में मां की भक्ति व आराधना का क्रम जारी रहा।

आज मनाया जाएगा श्रीराम का जन्मोत्सव 

मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था, इसलिए हर वर्ष इस तिथि को राम जन्मोत्सव या राम नवमी के रूप में मनाते हैं। इस वर्ष यह त्यौहार आज 06 अप्रैल रविवार को मनाया जाएगा। इस वर्ष विभिन्न धार्मिक आयोजन भक्त कर रहे है। इसी के अंतर्गत आज कई तरह के आयोजन पूरे जिले भर में किए जाएंगे। जिले में आज श्रीराम का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। रामनवमी का दिन मां दुर्गा की अराधना के महापर्व चैत्र नवरात्र का आखिरी दिन है।

आज होगी माँ सिद्धिदात्री की पूजा 

माँ दुर्गा की नवीं शक्ति सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली है। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघ्रिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, इंशित्व और वशित्व ये आठ सिद्धियां होती है। ब्रहवैवत्र्त पुराण के श्री कृष्ण जन्म खण्ड में यह संख्या अठ्ठारह बताइ गई है। इनके नाम अणिमा, सर्वकामावसायिता, सृष्टि, लघिमा, सर्वज्ञत्व, संहारकरणसामथ्र्य, प्राप्ति, दूरश्रवण, अमरत्व, प्राकाम्य परकायप्रवेशन, सर्वन्यायकत्व, महिमा, वाक्सिद्धि, भावना, ईशित्व, वाशित्व, कल्पवृक्षत्व,सिद्धि है।

माँ सिद्धिदात्री भक्तों और साधकों को सभी सिद्धियां प्रदान करने में समर्थ है। देवी पुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही सिद्धियों को प्राप्त किया था। इनकी अनुकम्पा से ही भवगान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण वह लोक में अद्धनारीश्वर नाम से प्रसिद्ध हुए। माँ सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली है। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर भी आसीन होती है। नवरात्र पूजन के नवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन विधि विधान के साथ साधना करने वाले साधकों को सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है।



आध्यात्म और स्वास्थ्य के लिए योग प्राणायाम है महत्व-कलेक्टर सोमेश मिश्रा

  • माहिष्मती योग शिविर का हुआ शुभारंभ, योग प्राणायाम का कराया अभ्यास

मंडला महावीर न्यूज 29. नमामि नर्मदे महाआरती ट्रस्ट मंडल द्वारा माहिष्मती नि:शुल्क योग शिविर का शनिवार सुबह मंडला कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने फीता काटकर शुभारंभ किया। इसके बाद मां सरस्वती का पूजन अर्चन किया गया। कलेक्टर ने अपने उद्बोधन में कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग प्राणायाम बेहद आवश्यक है। सभी को अपनी जीवन शैली में योग प्राणायाम को शामिल करना चाहिए। आध्यात्म और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आज नमामि नर्मदे महाआरती ट्रस्ट द्वारा योग शिविर का शुभारंभ किया गया है। इसमें आयुष विभाग का सहयोग रहेगा। यहां नवीन शेड पर बड़ी संख्या में नागरिकों की योग प्राणायाम के लिए बैठने की व्यवस्था है।

बताया गया कि आगामी दिनों में बच्चों के लिए भी 10 अप्रैल से समर कैंप की शुरुआत की जा रही है। समर कैंप में बच्चों को योग प्राणायाम, वैदिक मंत्र उच्चारण, जुंबा, सुविचार, शिष्टाचार की बातें सिखाई जाएंगी। इसमें 5 से 15 वर्ष तक के बच्चे शामिल किये जा रहे हैं।

जिले के नागरिकों से अनुरोध है कि वह अपने बच्चों को अधिक से अधिक संख्या में इस शिविर में सहभागिता कराएं। योग शिविर में कलेक्टर सोमेश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्रेयांश कूमट, नपा अध्यक्ष विनोद कछवाहा, एसडीएम सोनल सिडाम, एसडीओपी पीयूष मिश्रा, प्रभारी जिला आयुष अधिकारी गायत्री अहाके, नगरपालिका सीएमओ गजानन नाफड़े, माहिष्मती नमामि देवी महाआरती ट्रस्ट के सदस्य, पतंजलि योग समिति के सदस्य एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

योग शिविर में योग क्रिया एवं प्राणायाम का अभ्यास 

योग शिविर में ओम के उच्चारण के साथ शुरुआत की गई, इसके साथ ही भ्रस्तिका प्राणायाम, कपालभाति, हाथ पैर के सूक्ष्म व्यायाम, योगिंग-जोगिंग, अनुलोम विलोम,भ्रामरी,उरगीत, सिंहासन, हास्यासन का अभ्यास कराया गया।शांति पाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।



 


पगड़ी और भगवा रंग में दिखेंगे राम भक्त

  • राममय होगा मंडला, निकलेगी विशाल वाहन रैली
  • हजारों लोग वाहन रैली में होंगे शामिल
  • 06 अप्रैल को निकलेगी सनातन धर्मोत्सव परिवार की वाहन रैली

मंडला महावीर न्यूज 29. सनातन धर्मोत्सव सपरिवार मंडला द्वारा स्थानीय बड़ी खैर माई माता मंदिर कटरा रोड बिंझिया से रामनवमी के अवसर पर 06 अप्रैल राम नवमीं की सुबह 9 बजे विशाल वाहन रैली निकाली जाएगी। इस आयोजन के लिए विगत दिनों से मंडला जिले के धर्म प्रेमी बंधुओं के द्वारा नियमित बैठक तैयारी की जा रही है। मंडला जिले में ग्रामीण एवं शहरी समेत सभी क्षेत्रों से विभिन्न संगठनों से जुड़े धर्म प्रेमी इस वाहन रैली में हमेशा की तरह शामिल होंगे और सबकी सहभागिता में ही यह आयोजन प्रतिवर्ष सनातन धर्मोत्सव सपरिवार द्वारा किया जाता है। सबसे मुख्य बात इस संस्था में कोई भी पद, मुखिया, बड़ा छोटा नहीं है। प्रयास ये है हमारे आराध्य भगवान राम के सभी भक्त इसमें एक साथ शामिल हों। इस रैली में खास बात यह है कि इसमें शामिल होने वाले सभी राम भक्त कुर्ता पैजामा, भगवा रंग, सफेद रंग के वस्त्र, पगड़ी, ध्वज के साथ शामिल होंगे।

वाहन रैली के लिए बनी रूपरेखा 

सनातन धर्मोत्सव सपरिवार मंडला द्वारा आयोजित वाहन रैली के लिए सुनियोजित रूपरेखा तैयार की गई है। इसके लिए आयोजित होने वाली वाहन रैली में अनुशासन का ध्यान रखना ज्यादा महत्वपूर्ण और आवश्यक भी है। सनातन धर्मोत्सव परिवार के सदस्य रंजीत कछवाहा ने बताया कि वाहन रैली को व्यवस्थित संचालित किए जाने के लिए सबकी सहमति से रूपरेखा तैयार हुई है। जिसमें पूरी वाहन रैली का नेतृत्व भगवा ध्वज लेकर मुख्य मोटर साइकिल में सवार सनातन धर्मोत्सव परिवार के सदस्य करेंगे। बैठक में कहा गया है कि नेतृत्व करने वाली मोटरसाईकिल को ओवर टेक ना करे, जिससे विशाल वाहन रैली सुव्यवस्थित संपन्न हो सके। वाहन रैली में एक वाहन में श्रीराम भगवान का कटआउट रहेगा। उसके पीछे एक जिप्सी होगी, उसके बाद डीजे रहेगा। इसके बाद समिति के बीस सक्रिय और समर्पित कार्यकर्ता दस मोटरसाइकिल में होंगे जो रैली को कंट्रोल करेंगे जिससे कोई ओवरटेक न करे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालेंगे। इसके साथ ही पूरी वाहन रैली में ड्रोन कैमरे से नजर रखेगी जाएगी। जिससे रैली के दौरान कोई अव्यवस्थ ना हो। इस आयोजन को और भव्य किए जाने के लिए अनुशासन में रहकर वाहन रैली को संपन्न करने की अपील की है।

इन मार्गो से गुजरेगी वाहन रैली 

रामनवमी के अवसर पर आयोजित विशाल वाहन रैली का मार्ग तय किया गया है। जिसके अंतर्गत तय मार्ग से होकर वाहन रैली का भ्रमण कराया जाएगा। आयोजित वाहन रैली प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़ी खेरमाई माता मंदिर से होटल नर्मदा इन, पॉलिटेक्निक कॉलेज, राजीव कालोनी, कॉपरेशन बैंक तिराहा से होते हुए नेहरू स्मारक, आंगन तिराहा संतोषी माता मंदिर के सामने से रेल्वे स्टेशन मार्ग महाराजपुर, खालसा ढाबा के सामने से होते हुए फोरेस्ट नाका, राय किराना के सामने से मोहन टोला होते हुए वापस मंडला महाराजपुर मुख्य मार्ग से होते हुए माहिष्मती घाट होते हुए नेहरू स्मारक से रेड क्रॉस, स्टेडियम ग्राउंड, रानी अवंती बाई स्कूल, जिला चिकित्सालय भवानी चौक होते हुए उदय चौक से सराफा होते हुए बुधवारी चौक, झूला पुल के बाजू से होते हुए बलराम चौक से होते हुए हनुमान घाट, एनजेएन स्कूल, योगीराज हॉस्पिटल के सामने से , चिलमन चौक, लालीपुर होते हुए जबलपुर मार्ग कटरा स्थित वापस खैरमाई माता मंदिर में रैली का समापन के साथ पूजन किया जाएगा। सनातन धर्मोत्सव परिवार ने सभी जनों से सपरिवार वाहन रैली में कुर्ता पैजामा, भगवा रंग, सफेद रंग के वस्त्र, पगड़ी, ध्वज के साथ शामिल होने का आव्हान किया है।



 


दस महा विद्याओं का एक रूप है माता छिन्नमस्ता

  • दरबार में आए भक्तों की होती है मुरादें पूरी

मंडला महावीर न्यूज 29. मुख्यालय से करीब 15 किमी और बिछिया से करीब 30 किमी की दूरी पर ग्राम दिवारा में महाविद्या का रूप छिन्नमस्ता का मंदिर है। ग्राम के दस्तावेजों के अनुसार लगभग 1700 ईसवीं में बिहार से निजाम शाह मंडला आए तो उनके साथ पिण्डी ग्राम के तिवारी भी आए। जिन्होंने माता की मूर्ति को बिहार शक्ति पीठ से साथ लेकर आए और यहां स्थापित किया। उन तिवारियों को मंडला में ज्योतिषी की उपाधि दी गई।

माता का रूप अद्वितीय है। जिनका मस्तष्क कटा हुआ है जो स्वयं के हाथ पर है। माता के आजू बाजू उनकी सेविका जया, विजिया है। धड़ से जो तीन खून की धार निकल रही है। दो धार जया, विजिया के मुख में और एक धार माता के मुख में जा रही है। माता रति व काम देव के ऊपर खड़ी है। बताया गया कि माता का यह रूप अपनी सेविका की तृष्णा मिटाने के लिए उन्हें अपना रक्तपान कराया। माता साधकों की साधना व तंत्र विद्या में महारथ देती है।

पूर्व में यहां बलि का विधान था। उस समय माता के सेवक भड़ीश्वर महाराज व खड़ेश्वर दत्त प्रखंड तांत्रिक थे। उनके बाद 1960 से यहां बलि प्रथा माता की आज्ञा अनुसार बंद कर दी गई। मंदिर में दूर दूर से लोग अपनी मनोकामनाएं लेकर आते है। ऐसे हजारों लोग है जिनके कार्य माता की इच्छा से ही पूरे हुए है। आज भी जो श्रृद्धालु यहां सच्चे हद्य से प्रार्थना, वंदना करता है, उसके कार्य सफलता पूर्वक होते है।

पंडित जगदीश ज्योतिषी ने बताया कि छिन्नमस्ता माता का मंदिर बिहार में शक्तिपीठ के रूप में है और दूसरा मंदिर दिवारा में है। स्थापना के विषय में बताया गया कि जिस गांव में उत्तर दिशा में होली जलती है या जिस गांव में दक्षिण दिशा में शमशान होता है। दो नदियों के मिलने से बीच की जगह त्रिभुजा आकार का योनि मंडल बनता है। वहीं माता की स्थापना का विधान है। नवरात्रि में यहां जवारे बोए जाते है व कलश रखे जाते है। पूरे वर्ष भर सुबह शाम की आरती में पूरा गांव एकत्र होता है। माता के आशीर्वाद से गांव में आज तक किसी भी प्रकार की विपत्ति नहीं आई।

दूर-दूर से आते है भक्त

माता छिन्नमस्ता के दर्शन के लिए जिला, प्रदेश एवं अन्य प्रांतो से भक्त अपनी मनोकामना लेकर यहां आते है। यहां आने वाले भक्तों की मन्नत पूरी होती है। इस आस्था के केन्द्र में वर्ष भर भक्तों का तांता लगा रहता है। लेकिन चैत्र एवं शारदेय नवरात्र में यहां भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ता है। आज अष्टमी के दिन बड़ी संख्या में भक्त माता को अठवाई चढ़ाकर आर्शीवाद लेने पहुंचेगे। ग्राम दिवारा में पुरातन काल से स्थापित माता छिन्न मस्ता माता मंदिर की एक विशिष्ट पहचान है। माता के दरबार में खप्पर, कलश जवारे बड़ी संख्या में स्थापित किए गए है।

माता के दरबार को दे रहे नया स्वरूप 

बताया गया कि माता के दरबार में आने वाले हर किसी की मुराद पूरी होती है। यहां पहले मंदिर का स्वरूप काफी छोटा था, लेकिन माता के भक्तों की संख्या यहां बढ़ते गई और इस स्थल का स्वरूप भी बदलता गया। यहां मंदिर परिसर के चारों तरफ निर्माण कार्य कराया गया है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि में अष्टमी के अवसर पर विशेष पूजन किया जाएगा और नवमी को विशेष रुप से हवन पूजन अनुष्ठान किया जाएगा।

इनका कहना है

दस महा विद्याओं में देवी छिन्नमस्ता का अपना एक प्रमुख स्थान है। कबन्ध शिव की महाशक्ति छिन्नमस्ता है। सृष्टि का मूल यज्ञ-पाक हविर्यज्ञ, महायज्ञ, अतियज्ञ, शिरोयज्ञ पांच भागों में विभक्त है। स्मार्तयज्ञ, पाक यज्ञ है, इसी को गृहयज्ञ, एकाग्रि यज्ञ भी कहते है। भूतयज्ञ, मनुष्य यज्ञ, पितृ यज्ञ, देवयज्ञ और ब्रहयज्ञ यह पांच महा यज्ञ होते है। छिन्नमस्ता माता महामाया बनकर संसार की सृष्टि करती है। भुवनेश्वरी बनकर पालन करती है, वे ही शिरोयज्ञ के अभाव में छिन्नमस्ता बनकर अंत समय में संहार भी करती है।

आचार्य संतोष महाराज, हिरदेनगर



कुंए के पानी की सफाई, बताया स्वच्छ जल का महत्व

  • ग्रामीण अधिकार मंच नैनपुर ने चलाया जल गंगा संवर्धन अभियान

मंडला महावीर न्यूज 29. प्रदेश व्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान 90 दिन 30 जून तक प्रदेश स्तर में जारी रहेगा। जिसमें जन भागीदारी से जल संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित करने के लिए कई तरह से पहल की जा रही है। जिसमें दीवार लेखन, जन संवाद, जन जागरूकता रैली, जन चौपाल, नुक्कड़ नाटक समेत अन्य कार्यक्रम मप्र जन अभियान परिषद द्वारा गठित नवांकुर संस्था ग्रामीण अधिकार मंच के साथ किया जा रहा है।

मप्र जन अभियान परिषद के जिला सामान्यक राजेंद्र चौधरी, ब्लॉक समन्वयक संतोष झरिया एवं संस्था प्रमुख अशोक जंघेला के मार्गदर्शन में नैनपुर ब्लॉक के सेक्टर नंबर 5 जामगांव में जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम के तहत 15 ग्राम जिसमें बोरी पीपरडाही, गंजी, करेगांव, चीजगांव, चमारवही, भालेवाडा, मानेगांव, चिराईडोंगरी, पांडेयवारा, चंदिया, ईश्वरपुर, रामपुरी, अमझर, बीजेगांव में अभियान संचालित है। जहां शुक्रवार को ग्राम बोरी पीपरडाही में शिव पिंडी के पास स्थित कुएं के पानी की साफ सफाई करते हुए इसका महत्व एवं कुएं में एकत्रित कचरे को निकाल कर स्वच्छ किया।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को इसका महत्व बताया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती जानकी धुर्वे, उप सरपंच आनंद डोंगरे, पंचायत सचिव बसंतु यादव, रोजगार सहायक सुरेश साहू, बीएसडब्ल्यू की छात्रा स्वाति जंघेला एवं ग्राम के प्रमुख सदस्य सुरेश धुर्वे, संतलाल साहू एवं अन्य ग्रामीण जन शामिल हुए। इस जन जागरूकता कार्यक्रम में ग्रामवासी, स्कूली छात्रों का भी सहयोग रहा। संस्था प्रमुख अशोक जंघेला के द्वारा सभी व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया गया।



बड़ी माई धाम में उमड़ा भक्तों का सैलाब

  • दूर-दूर से दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु

मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज स्थित प्राचीन मंदिर बड़ी माई धाम में इन दिनों भक्तों का भारी भीड़ उमड़ रही है। चैत्र नवरात्रि के अवसर पर माता के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना हुआ है।बड़ी माई धाम सभी जिलों के लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मान्यता है कि यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यही कारण है कि जब लोगों की मुरादें पूरी हो जाती हैं, तो वे भंडारे और पूजन करने के लिए दूर-दूर से बड़ी माई धाम पहुंचते हैं।

बलाई पुल के पास विराजित मां बड़ी माई के दरबार में हर समस्या का हल मिलता है, ऐसा भक्तों का मानना है। चैत्र नवरात्रि में सुबह 5 बजे से ही माता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो जाता है। लोगों का अटूट विश्वास है कि माता की ‘बबूत’ (पवित्र राख) से हर तरह की समस्या दूर हो जाती है। मंदिर परिसर में स्थित धावा वृक्ष के नीचे बैठी माता को भक्त ‘धावा वाली माता’ के नाम से भी पुकारते हैं, जो सभी की आस्था का केंद्र हैं।

श्रद्धालुओं की इस आस्था और उत्साह के बीच, बड़ी माई सेवा समिति द्वारा नवमी के दिन यानी 7 अप्रैल, 2025, सोमवार को शाम 4 बजे कन्या पूजन और एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस अवसर पर उपस्थित होकर पुण्य लाभ कमाएं।
बड़ी माई धाम में भक्तों की इस अपार भीड़ से नारायणगंज पूरी तरह से भक्ति के रंग में डूबा हुआ है। हर तरफ माता के जयकारे गूंज रहे हैं और श्रद्धालु श्रद्धाभाव से मां की आराधना में लीन हैं।


बीजाडांडी जनपद पंचायत उपाध्यक्ष अब अध्यक्ष की संभालेंगे जिम्मेदारी

  • बीजाडांडी जनपद पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ हुआ था अविश्वास प्रस्ताव पारित

मंडला महावीर न्यूज 29. जनपद पंचायत बीजाडांडी की अध्यक्ष श्रीमती करिश्मा पुट्टा के खिलाफ विगत दिवस 6 मार्च को जिला पंचायत मंडला के सभा कक्ष में आयोजित एक बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ था। जिसके बाद उनका कार्यकाल समाप्त हो गया। बताया गया कि मंडला कलेक्टर कार्यालय 3 अप्रैल को एक आदेश जारी किया गया। जिसमें बताया गया है कि 24 फरवरी के आदेश के अनुपालन में यह बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में श्रीमती करिश्मा पुट्टा के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ, जिसमें प्रस्ताव पारित हो गया।

जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश पंचायतराज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम, 1993 और मध्यप्रदेश पंचायत (ग्राम पंचायत के सरपंच व उपसरपंच, जनपद पंचायत और जिला पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की शक्तियाँ व कृत्य) नियम, 1994 के नियम 4 के तहत यह कार्रवाई की गई। इस नियम के अनुसार अध्यक्ष की अनुपस्थिति में जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष सम्मेलनों की अध्यक्षता करेंगे और अध्यक्ष का निर्वाचन लंबित होने या उनकी अनुपस्थिति में उनकी शक्तियों का प्रयोग करने के साथ कर्तव्यों का पालन करेंगे।

बताया गया कि कलेक्टर मंडला सोमेश मिश्रा द्वारा जारी आदेश की प्रतिलिपि अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल, संचालक सह आयुक्त, पंचायतराज संचालनालय भोपाल, आयुक्त, जबलपुर संभाग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मंडला, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बीजाडांडी और उपाध्यक्ष जनपद पंचायत बीजाडांडी को सूचनार्थ भेजी गई है। अब बीजाडांडी जनपद पंचायत में अध्यक्ष का पद रिक्त हो गया है और नियमानुसार उपाध्यक्ष अब अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे।



विधानसभा क्षेत्र में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, अधिकारियों को दी चेतावनी

  • घुघरी जनपद में विकास कार्यों की समीक्षा
  • विधायक श्री पट्टा ने दिए सख्त निर्देश

मंडला महावीर न्यूज 29. बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा ने जनपद पंचायत घुघरी में खंड स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में जनपद क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों और उनकी आवश्यकताओं पर विस्तार से चर्चा की गई। विधायक श्री पट्टा ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे गांवों के समग्र विकास के लिए विस्तृत वर्क डिमांड रिपोर्ट तैयार करें और उसी के आधार पर प्राथमिकता से कार्य करें। उन्होंने विशेष रूप से जलगंगा अभियान के तहत कुओं और पानी की टंकियों से संबंधित कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रधानमंत्री जन मन योजना के अंतर्गत आवश्यकतानुसार सड़कों का निर्माण कराने के लिए भी कहा।

समीक्षा बैठक में विधायक नारायण सिंह पट्टा ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि उनके विधानसभा क्षेत्र में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गर्मी के मौसम में लोगों को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए उन्होंने पीएचई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष रूप से ध्यान देने और बंद पड़े बोरवेलों की तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए। आयोजित समीक्षा बैठक में जनपद अध्यक्ष जनिया बाई मरावी, जनपद उपाध्यक्ष सिहारे करचाम, समस्त जनपद सदस्य, सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव और विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।


रिपोर्टर- दुर्गेश प्रजापति घुघरी ✍️


मवेशियों को ले जा रहे वाहन को पीछा करके कालपी जंगल के पास पकड़ा

  • 28 मवेशियों को क्रूरतापूर्वक ले जा रहे वाहन को टिकरिया पुलिस ने पकड़ा
  • टिकरिया पुलिस की तत्परता से मवेशी तस्कर पकड़ाए
  • टिकरिया पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 28 नग भैसों से भरा वाहन पीछा करके पकड़ा

मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज के टिकरिया थाना पुलिस ने मवेशी तस्करी का पर्दाफाश करते हुए 28 भैंसों से भरे एक वाहन को पकड़ा है। मवेशी तस्करी के संबंध में थाना टिकरिया पुलिस को सूचना मिली थी कि मवेशी तस्कर 28 भैंसों को अवैध रूप से भरकर जबलपुर की ओर ले जा रहे हैं।

थाना प्रभारी गोपाल घोसले ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम गठित कर सूचना के आधार पर जबलपुर की तरफ जा रहे वाहन को पकडऩे के निर्देश दिए। टिकरिया पुलिस की तत्परता के चलते मवेशियों से भरे वाहन को को पकड़कर थाना टिकरिया लाया गया। जांच में पाया गया कि वाहन में 28 भैंसों को कू्ररतापूर्वक ठूंस-ठूंस कर भरा गया था।

थाना प्रभारी गोपाल घोसले ने बताया कि सूचना मिलते ही उन्होंने सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी चंद चौधरी, एएसआई नारायण तराम, एएसआई कटरे, आरक्षक प्रशांत बघेल, आरक्षक नेपाल, आरक्षक शरद और आरक्षक आंसू उपाध्याय सहित पुलिस टीम के साथ कार्रवाई की। वाहन को रोकने का प्रयास करने पर मवेशी तस्करों के चालक और कर्मचारियों ने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पीछा करते हुए कालपी मंदिर के जंगल के पास वाहन को पकड़ लिया और मवेशी तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की।

थाना टिकरिया पुलिस मवेशी तस्करों के हौसले को तोडऩे और उनके द्वारा की जा रही अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पूरी तरह से सजग है और लगातार इस तरह की कार्रवाई करती रहेगी। थाना प्रभारी ने यह भी कहा कि मवेशी तस्करों के खिलाफ आगे भी कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे इस अपराध पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सके।



 


अब अगले चरण में टीबी मुक्त होने पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्वर्ण प्रतिमा से किया जाएगा सम्मानित

  • जिले की 212 पंचायतो को मिलेगी महात्मा गांधी की सिल्वर और कास्य प्रतिमाएं
  • मंडला जिले को टीबी मुक्त करने की कवायद
  • अभी तक दो सैकड़ा से अधिक पंचायतें हुई टीबी मुक्त

मंडला महावीर न्यूज 29. भारत सरकार की परिकल्पना 2025 तक टीबी मुक्त भारत को साकार करने के लिए जिला क्षय केन्द्र मंडला में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी हारेगा देश जीतेगा की तर्ज पर जिले का स्वास्थ्य अमला जमीनी स्तर पर टीबी रोग को खत्म करने कार्य कर रहा है। इसके लिए स्वस्थ अमला द्वारा गांव-गांव विविध गतिविधियों के माध्यम में लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के साथ इनके लक्षण एवं उपचार की जानकारी दे रहे है। जिससे मंडला जिले को टीबी मुक्त बनाया जा सके। फिलहाल अभियान के तहत जिले से 213 पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने के लिए चिन्हित किया था। जिसमें से 212 पंचायते जिला स्तरीय टीम के सत्यापन प्रक्रिया में खरी उतरी। वहीं इस वर्ष जिले की 212 पंचायत टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के मापदण्डों पर खरा उतरी है। जिसमें 175 पंचायतों को महात्मा गांधी की कास्य और 37 पंचायतों को महात्मा गांधी की सिल्वर प्रतिमा देकर नवाजा जाएगा।

जानकारी अनुसार भारत को टीबी मुक्त करने की कवायद चल रही है। जिसके अंतर्गत मंडला जिले में वर्ष 2024 के लिए 213 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने नामांकित किया था, जिसमें जिला स्तरीय टीम के सत्यापन में 212 ग्राम पंचायतें मापदंड पर खरी उतरी। शासन के आदेश के बाद आगामी तिथि में इन टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा। चयनित ग्राम पंचायतों को चयनित करने के लिए स्वास्थ्य टीम द्वारा इन्हें छह इंडिकेटर में परख कर इनका सत्यापन की। जिसके बाद 212 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत में शामिल किया गया।

जिले की 212 पंचायतें टीबी मुक्त के लिए सत्यापित 

जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुमित सिंगौर ने बताया कि जिला स्तरीय टीम द्वारा टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों के सत्यापन के लिए टीम बनाई थी। जिनके द्वारा जिले से 213 ग्राम पंचायतों को नामांकित किया गया था। राज्य स्तर द्वारा निर्धारित छह इंडिकेटर के आधार पर नामांकित ग्राम पंचयतों का सत्यापन किया गया। जिसमें एक ग्राम पंचायत खरा नहीं उतर सकी। जिसके बाद 212 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के लिए सत्यापित हुई। इन टीबी मुक्त ग्राम पंचायत में मंडला विकासखंड की 28, बिछिया में 23, बीजाडांडी में 30, मवई में 23, मोहगांव में 15, घुघरी में 16, नारायणगंज 30, निवास में 20 और नैनपुर में 27 ग्राम पंचायत छह इंडिकेटर में खरी उतरी कर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के लिए सत्यापित हुई है।

नैनपुर की एक पंचायत नहीं हुई सत्यापित 

बताया गया कि नैनपुर में 28 पंचायत नामांकित की गई थी। जिसमें भडिय़ा, धनपुरीमाल, हीरापुर, खुर्सीपार, कन्हरगांव, खिरखिरि, सर्रापिपरिया, बरबसपुर, भालीवाड़ा, चंदियाजर, तुतर्रा, डिठौरी, घटैरी, जैदेपुर, जलतरा, जहरमउ, कामता, मक्के, मुगदरा, परसवाड़ा, पिपरिया, पौड़ी, पुतर्रा, रामदेवरी, रमगढ़ी, समनापुर, सर्री, सुबेदा, तुमेगांव मे ं ब्लॉक स्तर पर गठित टीम द्वारा टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के सत्यापन की कार्यवाही की गई। जिसमें जिला स्तरीय वेरिफिकेशन टीम द्वारा वेरिफिकेशन किया गया। वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के बाद ग्राम पंचायत जहरमउ को राज्य स्तर द्वारा निर्धारित इंडिकेटर के मापदण्डों में योग्य नहीं पाया गया। ग्राम पंचायत जहरमऊ टीबी मुक्त के तहह तीन इंडिकेटर में खरा नहीं उतर सकी। जिसके कारण इसे टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की श्रेणी में नही रखा गया। इसलिए 28 नामांकित पंचायतों में से 27 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के लिए सत्यापित हुई।

100 दिन में तीन लाख से अधिक स्क्रीनिंग, 499 मिले टीबी मरीज 

बताया गया कि जिले के ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान शुरू किया गया था। इस 100 दिवसीय शिविर के दौरान विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर वरनेवल ग्रुप के लोगो की स्क्रीनिंग की गई। इस अभियान के लिए जिले के सभी ब्लाकों में टीबी स्क्रीनिंग और जांचों के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अभियान के अंतर्गत 700 टीबी मरीज चिन्हित करने का लक्ष्य मिला था। 100 दिन में 499 टीबी मरीज चिन्हित किये गए। इसके साथ ही पूरे जिले को 03 लाख 775 स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य रखा गया था। इस 100 दिन में स्वास्थ्य अमले द्वारा 03 लाख 12 हजार 423 वरनेवल गु्रप की स्क्रीनिंग की गई। विभाग ने मिले लक्ष्य से 104 प्रतिशत स्क्रीनिंग की। इसके साथ ही इस अभियान के अंतर्गत ट्रू नॉट, सीबी नॉट मशीन से भी टीबी की जांच की गई। जिसके लिए 30 हजार जांच का लक्ष्य मिला था। मिले लक्ष्य में विभाग द्वारा 28 हजार 84 संभावितों की जांच की गई। वहीं निक्षय अभियान में 02 लाख 69 हजार 501 लोगों का एक्सरे मशीन से टीबी की जांच करने का लक्ष्य मिला। लक्ष्य के अनुरूप एक्सरे मशीन से मात्र 31 हजार 882 लोगों के एक्सरे किये गए।

212 पंचायतों को मिलेगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सिल्वर, कास्य प्रतिमा 

जिला अधिकारी डॉ. सुमित सिंगौर ने बताया कि टीबी मुक्त अभियान के अंतर्गत टीबी मुक्त ग्राम पंचायत होने पर इन्हें सम्मानित किया जाएगा। जिसमें टीबी मुक्त पंचायत के लिए चयनित पंचायतों को पहली बार टीबी मुक्त होने पर कांस्य, दूसरी बार में सिल्वर और तीसरी बार में टीबी मुक्त होने पर स्वर्ण प्रतिमा से सम्मानित किया जाएगा। इसी के अंतर्गत वर्ष 2023 में जिले की 60 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित हुई थी। जिन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की कास्य प्रतिमा दी गई गई थी। जिला मुक्त टीबी अभियान के तहत जिले की ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त होने पर सम्मानित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत वर्ष 2023 में पहली बार जिले की 60 पंचायतें टीबी मुक्त हुई। अब इन्हीं 60 पंचायतों में दूसरी बार के लिए वर्ष 2024 के लिए 212 पंचायतों को चयनित कर टीबी मुक्त घोषित किया है। अब इन 212 पंचायतों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सिल्वर और कास्य प्रतिमा देकर सम्मानित किया जाएगा।

नारायणगंज की 30 पंचायतें हुई टीबी फ्री 

सीएचसी नारायणगंज सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल ने बताया कि वर्ष 2024 में टीबी फ्री पंचायत के अतंर्गत 50 पंचायतों में से 30 ग्राम पंचायतें टीबी फ्री हुई है। जिसमें से 27 पंचायत को महात्मा गांधी की कास्य प्रतिमा दी जाएगी और 03 ग्राम पंचायतों को सिल्वर प्रतिमा दिया जाएगा। इसके साथ ही वर्ष 2023 में चार पंचायते टीबी फ्री हुई थी, जिसमें वर्ष 2024 में पुन: तीन पंचायते टीबी फ्री हुई है। इस उपलब्धि के लिए सीएचसी नारायणगंज स्टाफ के साथ मैदानी स्तर पर काम कर रही सीएचओ ने अहम भूमिका निभाई है। 50 पंचायतों में से 30 पंचायतें टीबी फ्री होने पर जिला स्तर पर नारायणगंज ब्लाक को सम्मानित भी किया गया है। आगामी स्वर्ण प्रतिमा के लिए सभी सीएचओ को और बेहतर कार्य करने कहां है।



 


मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों में मंडला जिले ने प्रदेश में पाया 18 वां स्थान

  • आशा और आशा पर्यवेक्षकों ने किया 240 मिनट का मोबाईल एकेडमी कोर्स
  • गर्भकाल से लेकर बच्चों के टीकाकरण तक की दी जाती है जानकारी

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला जिले ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए मध्यप्रदेश का 18वां जिला बनने का गौरव प्राप्त किया है, जहां शत-प्रतिशत आशा कार्यकर्ताओं ने मोबाइल अकादमी कोर्स सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है। यह महत्वपूर्ण सफलता डिजिटल इंडिया के तहत भारत सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संचालित मोबाइल अकादमी और किलकारी कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम है। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य राज्य और जिला स्तर पर मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करना है। बताया गया कि मोबाइल अकादमी और किलकारी कार्यक्रम मोबाइल आधारित स्वास्थ्य संचार कार्यक्रम हैं, जो आशा कार्यकर्ताओं को आधुनिक और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित स्वास्थ्य ज्ञान प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इसके माध्यम से आशा कार्यकर्ताएं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से समुदाय तक पहुंचा सकेंगीं।

जानकारी अनुसार मंडला जिले ने मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत संचालित मोबाईल एकेडमी और किलकारी कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश में 18 वां स्थान प्राप्त किया है। किलकारी एक केंद्रीकृत इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस आधारित मोबाइल हेल्थ सर्विस है, जो गर्भवती महिलाओं और एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों की माताओं को गर्भावस्था, शिशु जन्म और बाल देखभाल से संबंधित मुफ्त, साप्ताहिक, समय-उपयुक्त ऑडियो संदेश उनके मोबाइल फोन पर प्रसारित करती है। यह सेवा गर्भावस्था के अंतिम मासिक धर्म की अवधि या बच्चे की जन्मतिथि से लेकर एक वर्ष की आयु तक परिवारों को 72 ऑडियो संदेश प्रदान करती है।

टोल फ्री नंबर में 11 विषयों की मिलती है जानकारी 

डीसीएम हिमांशु सिंगौर ने बताया कि किलकारी के ऑडियो संदेश डॉ. अनीता नामक एक काल्पनिक डॉक्टर की आवाज में होते हैं। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा केंद्रीय रूप से होस्ट किया जाता है जो राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों और लाभार्थियों के लिए नि:शुल्क है। यह आरसीएच पोर्टल के साथ एकीकृत है, जो जानकारी का एकल स्रोत है। आगे बताया कि मोबाईल एकेडमी एक मुफ्त ऑडियो प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है, जिसे मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा) के ज्ञान को बढ़ाने और उनके संचार कौशल को सुधारने के लिए डिजाइन किया गया है। यह एक कभी भी, कहीं भी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है, जो मोबाइल फोन के माध्यम से हजारों आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर सकता है। इस ऐप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और पांच साल तक के बच्चों की देखभाल संबंधी ट्रेनिंग दी जाती है। कोर्स को 11 हिस्सों में बांटा गया है, जिसमें प्रत्येक हिस्से में चार पाठ और अंत में प्रश्नोत्तर सत्र होता है। इसके लिए विभाग ने टोल फ्री नंबर भी जारी किया है। इसके तहत आशा अपना घरेलू काम करते हुए भी चिकित्सा विभाग के आशा साफ्ट नंबरों से टोल फ्री नंबर 14423 पर कॉल करने पर उसे 11 विभिन्न विषयों की जानकारी मिल जाएगी।

गर्भकाल से लेकर बच्चों के टीकाकरण तक की दी जानकारी 

मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आशा और आशा पर्यवेक्षकों को मोबाईल एकेडमी कोर्स कराया जाता है। यह 240 मिनट का पूरा कोर्स है, जिसमें 44 पाठ, 11 भाग और 44 प्रश्न शामिल हैं। मोबाइल के माध्यम से आशाओं को महिला के गर्भकाल से लेकर बच्चों के टीकाकरण तक की जानकारी दी जाती है। मंडला जिले की 1271 आशाओं ने इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस कोर्स को करने के बाद आशाओं को मातृ-स्वास्थ्य कार्यक्रम की पूरी जानकारी मिली है, जिससे वे अब गर्भवती माताओं की बेहतर देखभाल कर सकेंगीं और गर्भावस्था में खतरे के लक्षणों की पहचान कर समय पर उनका इलाज व प्रबंधन करा सकेंगीं। इस कोर्स से बच्चों के टीकाकरण में भी वृद्धि होने की संभावना है। मोबाईल एकेडमी कोर्स को सफलतापूर्वक संचालित करने में मंडला डीसीएम हिमांशु सिंगोर, किलकारी और मोबाइल अकादमी संभागीय कार्यक्रम अधिकारी आदेश कौरव, जबलपुर बीसीएम का विशेष सहयोग रहा।



माता शताक्षी के दरबार में फल भेंट करने से होती है मुराद पूरी

  • लगता है मेला, खरीदी सामग्री ले जाने से पहले माता को करते है भेंट
  • घुघरी से पांच किमी दूर किसान टोला की टेकरी में है स्थान
  • लमनी बाई कर रही माता की सेवा

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में ऐतिहासिक धरोहर, प्राचीन मंदिर समेत अन्य धरोहरे है। जिनकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। प्राचीन धरोहरों में जिले के कई क्षेत्रों में प्राचीन मंदिर भी है। जिनका महत्व भी बहुत है। ऐसा ही एक प्राचीन मंदिर भक्तों की आस्था का केन्द्र है। यह प्राचीन मंदिर जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर विकासखंड घुघरी के समीप पांडकला पंचायत के पोषक ग्राम सैलवारा के किसान टोला में शताक्षी (नकचुन्ना) माता का मंदिर है। यह स्थान लोगों का आस्था का केंद्र है। यहां दोनों नवरात्र में माता रानी की आराधना भक्त करते है।

जानकारी अनुसार विकासखंड घुघरी महज पांच किमी दूर पोषक ग्राम सैलवारा के किसान टोला की टेकरी में विराजित मां शताक्षी का बहुत ही सुंदर अद्भुत मंदिर है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि यह स्थान करीब 500 वर्ष से भी अधिक पुराना है। बताया गया कि पहले यहां पर एक छोटा सा चबूतरे में पत्थर की मूर्ति विराजमान थी। जिस पर लोगों की आस्था माता नकचुन्ना देवी पर बढ़ती गई और लोगों की आस्था केन्द्र बन गया। घुघरी निवासी शिक्षक खिलेश्वर बाबा ने बताया कि हमारे बुजूर्ग बताते है कि नकचुन्ना दरबार में मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। यहां धार्मिक आयोजन समय-समय पर होते है।

आंवला नवमी में होते हैं आयोजन 

बताया गया कि नकचुन्ना दरबार में आंवला नवमी के पर्व पर मेला का आयोजन किया जाता है। दरबार के प्रति आस्था के कारण यहां लोग दूर-दूर से आते है और माता को प्रसाद का चढ़ावा चढ़ाते है। यहां आने वाले लोग मेले से ली हुई सामग्री को पहले माता के दरबार में चढ़ाते है, इसके बाद उस सामग्री को अपने साथ घर ले जाते है। इस मेले में की पहचान गन्ने से है। मेले में आने वाला हर व्यक्ति गन्ना की भेेट माता को चढ़ाकर अपने साथ ले जाता है। यहां हर किसी की मुराद माता के दर्शन मात्र से पूरी होती है।

चढ़े हुए नारियल से होती है मन्नते पूरी 

माता नकचुन्ना के दरबार में आने वाले भक्त दीप प्रज्जवलित कर फल भेंट करते है। बुजूर्गो का कहना है कि यदि दरबार में माता को फल भेंट करने के बाद किसी भी कार्य को करें तो आपको जरूर सफलता मिलेगी। आने वाले भक्त श्रृद्धानुसार माता को फल, श्रृंगार भेंट कर मुराद मांगते है। माता के भक्तों में क्षेत्र के कई राजनीतिक हस्तियां भी इनका आर्शीवाद लेने आते है। माता के मंदिर के स्थान का निर्माण कराया गया है। इसके साथ मंदिर परिसर के आसपास वृक्षारोपण भी किया गया है।

लमनी बाई है माता की सेविका 

बताया गया कि माता शताक्षी (नकचुन्ना) के दरबार में कोई पुरूष पुजारी नहीं बल्कि एक महिला पुजारन है। यहां वर्षो से लमनी बाई द्वारा माता के दरबार की सेवा की जा रही है। इसके पहले इनके पति यहां के पंडा थे। लमनी बाई ने बताया कि हमारी चार पीढ़ी माता के दरबार में सेवा कर रही है। माता के दरबार में डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, छत्तीसगढ़ समेत अन्य क्षेत्र और राज्यों के लोग माता के दरबार में श्रृद्धा भक्ति से आते है और अपनी श्रृद्धानुसार भेंट चढ़ाते है।



कटरा में लगा वाटर कूलर उगल रहा गरम हवा

  • बढ़ती गर्मी में राहगीर हो रहे परेशान

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला जिला मुख्यालय के पास ग्राम कटरा में राहगीरों और लोगों के लिए लगाया गया वाटर कूलर विगत कई माह से खराब पड़ा है। वाटर कूलर में खराबी के कारण पिछले कुछ महीनों से लोगों और राहगीरों को पीने का साफ पानी नहीं मिल पा रहा है। मार्च माह समाप्त होने वाला है, और सूर्य देव अपनी प्रचंडता दिखाना शुरू कर दिए है। ऐसे में लोगों के कंठ सूख रहे है। लोग अपने कंठ को तर करने के लिए ठंडा पेयजल की तरफ अपना रूख करने लगे है। मंडला जबलपुर मार्ग स्थित ग्राम कटरा में लगा वाटर कूलर से ठंडा पेयजल की जगह गरम हवा निकल रही है। लोग वाटर कूलर के पास पीने के पानी के लिए जाते है, लेकिन यहां से लौटकर पानी के लिए अन्य साधन ढूंढते नजर आ रहे है।

जानकारी अनुसार गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और तापमान 35 से 39 डिग्री के आसपास चल रहा है। भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। ऐसे में पीने के पानी के लिए लगाए गए वाटर कूलर भी गर्म हवा फेंक रहे हैं। ग्राम कटरा के स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार संबंधितों से वाटर कूलर ठीक कराने की गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके कारण वाटर कूलर की स्थिति जस की तस बनी हुई है। स्थानीयजनों और राहगीरों ने स्थानीय प्रशासन से जल्द से जल्द वाटर कूलर ठीक कराने की मांग की है जिससे उन्हें पीने का साफ पानी मिल सके।



आज होगी मां के छठवें रूप कात्यायनी माता की पूजा

  • जिले भर में हो रहे विविध धार्मिक आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. नवरात्रि पर्व की शहर के आलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी धूम है। हर तरफ माता के जयकारे तथा इनका पूजन चल रहा है। जिसके चलते समूचा जिला धर्ममय दिखाई पड़ रहा है। जिले के देवी मंदिरों और शक्ति पीठ रोशनी से जगमगा रहे है। नवरात्र के पांचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा अर्चना की गई। देवी मंदिरों में अल सुबह से ही माता को जल चढ़ाने भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया। देवी मंदिरों में दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। जिले भर में विविध धाार्मिक आयोजन भी चल रहे है।

बता दे कि नवरात्रि के छठे दिन मॉं कात्यायनी की पूजा की जाती है। इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति होती है। उसके रोग, शोक, संताप और भय नष्ट हो जाते है। जन्मों के समस्त पाप भी नष्ट हो जाते है। इस देवी को नवरात्रि के छठे दिन पूजा जाता है। कात्य गोत्र में विश्व प्रसिद्ध महर्षि कात्यायन ने भगवती पराम्बा की उपासना की, कठिन तपस्या की। उनकी इच्छा थी कि उन्हें पुत्री प्राप्त हो। मॉं भगवती ने उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लिया। इसलिए यह देवी कात्यायनी कहलाई।

इनका गुण शोधकार्य है। इसलिए इस वैज्ञानिक युग में कात्यायनी का महत्व सर्वाधिक हो जाता है। इनकी कृपा से ही सारे कार्य पूरे जो जाते है। ये वैद्यनाथ नामक स्थान पर प्रकट होकर पूजी गई। मॉं कात्यायनी अमोघ फलदायिनी है। भगवान कृष्ण को पति रूप में पाने लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा की थी। यह पूजा कालिंदी यमुना के तट पर की गई थी। इसलिए ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित है। इनका स्वरूप अत्यंत चमकीला है और भास्वर है। इनकी चार भुजाएं है। दाई तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में है। मां के बांई तरफ के ऊपर वाले हाथ में तलवार है व नीचे वाले हाथ में कमल का फूल सुशोभित है। इनका वाहन भी सिंह है।

इनकी उपासना और आराधना से भक्तों को बड़ी आसानी से अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है और उसके सारे भय, रोग, शोक, संताप दूर हो जाते है। इसलिए कहा जाता है कि इस देवी की उपासना करने से परमपद की प्राप्ति होती है।



देवरी कला में चोरी का प्रयास, घर और दुकान की दीवारें खोदी

  • पूर्व की चोरी का नहीं हो सका खुलासा

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में चोरों के हौसले बुलंद है। इन्हें पुलिस का खौफ और डर नहीं है। ग्राम बबलिया क्षेत्र में विगत रात्रि अज्ञात चारों ने ग्राम देवरीकला बबलिया क्षेत्र में दो स्थानों पर चोरी करने का प्रयास किया, लेकिन चोर चोरी करने में सफल नहीं हो सके। चोरों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। चोरी की शिकायत निवास पुलिस में दर्ज कराई है।

जानकारी अनुसार बबलिया के अंतर्गत ग्राम देवरी कला बबलिया क्षेत्र में दो स्थानों पर बुधवार और गुरूवार की दरमियानी रात्रि अज्ञात चारों ने दो अलग-अलग स्थानों में एक घर और सोने चांदी की दुकान को निशाना बनाया, लेकिन सफल नहीं हो सके। अज्ञात चोरों ने पहली चोरी का प्रयास देवरीकला बबलिया निवासी धर्म सिंह धुर्वे पिता दरबारी धुर्वे के मकान के पीछे की दीवार खोदकर चोरों ने घर में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वे चोरी करने में असफल रहे। बताया गया है कि चोरों ने घर की दीवार खोदकर पेटी में रखे कपड़ों एवं गल्ले तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन चोरी करने में सफल नहीं हुए। घटना की सूचना तत्काल थाना निवास थाने में दर्ज कराई गई।

बताया गया कि दूसरी चोरी की घटना देवरीकला बबलिया क्षेत्र में सत्यम सोनी के ज्वेलर्स की दुकान में भी बुधवार और गुरूवार की दरमियानी रात्रि अज्ञात चोरों ने धावा बोला। यहां चोरों ने दुकान के पीछे की दीवार खोदकर चोरी करने का प्रयास किया गया था, हालांकि इस घटना में चोर सोना चांदी चुराने में सफल नहीं हो सके।

बताया गया कि बबलिया क्षेत्र में विगत 6 माह पूर्व भी इसी ज्वेलर्स की दुकान के सामने का शटर तोड़कर अज्ञात चोरों द्वारा लगभग 50 हजार रुपये नकद और पायल बिछिया चोरी कर ले गए थे। इसके साथ ही बबलिया क्षेत्र में पूर्व में भी सुरजीत मरावी के घर की दीवार खोदकर लाखों रुपये के सोने चांदी के जेवर चोरी हो गए थे, लेकिन इन अज्ञात चोरों का आज दिनांक तक निवास पुलिस पता नहीं कर पाए है। विगत दिनों हुई चोरी के मामले में आज दिनांक तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण क्षेत्र में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।


भगवान श्रीराम पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में विहिप और बजरंग दल का प्रदर्शन

  • मंडला पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन

मंडला महावीर न्यूज 29. विजय नगर स्थित जॉय स्कूल के संचालक द्वारा भगवान श्रीराम और हिंदू समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक मंडला को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने स्कूल के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, इसी दौरान स्कूल प्रबंधन द्वारा कार्यकर्ताओं को उकसाने और अपशब्द कहने का भी प्रयास किया गया।

ज्ञापन में विहिप और बजरंग दल ने कहा है कि जॉय स्कूल के संचालक जिसका पूर्व में भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि मैंबन का घर अवैध रूप से निर्मित है और प्रशासन को उसे तोडऩा चाहिए। इसके साथ ही संगठन ने मांग की है कि इस मामले में शामिल अन्य व्यक्तियों डेविड जॉर्ज, अरविंद एंड्रयू, क्रिस्टोफर एंथोनी और इसाक चौरे (बॉबी) जिन्होंने कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को सोशल मीडिया पर साझा किया है, उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।

बताया गया कि घटना के संबंध में विजय नगर थाना जबलपुर में स्कूली संचालक के खिलाफ पहले ही प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है, लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस बात को लेकर हिंदू संगठनों में आक्रोश है। विहिप और बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।


 


14-14 लाख की ईनामी महिला नक्सली मुठभेड़ में ढेर

  • एक महाराष्ट्र और दूसरी छत्तीसगढ़ की थी दोनो नक्सली
  • सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान में मिली बड़ी सफलता

मंडला महावीर न्यूज 29. केंद्र एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2026 तक भारत को वामपंथी अतिवाद से मुक्त करने के लक्ष्य के तहत चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में मंडला पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में हुई एक मुठभेड़ में पुलिस ने माओवादियों के एमएमसी जोन मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के केबी डिवीजन कान्हा भोरमदेव की भोरमदेव एरिया कमेटी की 2 हार्डकोर महिला नक्सलियों को मार गिराया। ये दोनों महिला नक्सली 14-14 लाख की ईनामी नक्सली थी।

बताया गया कि सुरक्षा बलों को कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के मुंडीदादार-गनेरीदादर-परसाटोला जंगल क्षेत्र में माओवादियों की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों को इलाके में तलाशी के लिए भेजा गया था। बुधवार सुबह तलाशी अभियान के दौरान माओवादियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने और उनके हथियार लूटने के इरादे से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने बहादुरी और सूझबूझ का परिचय देते हुए प्रभावी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो वर्दीधारी हार्डकोर महिला माओवादी मारी गईं।

हथियार किये बरामद 

बताया गया कि मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने 1 एसएलआर रायफल, 1 अन्य रायफल, भरी मैगजीन, 1 वॉकीटॉकी सेट और चाकू बरामद किए हैं। घने जंगल का फायदा उठाकर भागे अन्य माओवादियों की तलाश में सुरक्षा बलों द्वारा मुठभेड़ क्षेत्र के आसपास गहन तलाशी अभियान जारी है। बताया गया कि प्रदेश में पहली बार डेढ़ माह की अवधि में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 6 माओवादियों को मार गिराया है।

मुठभेड़ में दो महिला नक्सली की मौत

बताया गया कि मारी गई दो नक्सलियों में से एक छत्तीसगढ़ और दूसरी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की रहने वाली है। दोनों पर 14-14 लाख रुपए का इनाम घोषित था। मृत नक्सली महिला एसीएम ममता उर्फ रामबाई पत्नी राकेश ओडी, एसजेडसीएम केबी डिवीजन, निवासी मुरकुडी, थाना कोरची, जिला गढ़चिरौली, महाराष्ट्र की थी। इसके पास से सिंगल शॉट रायफल बरामद हुई है। इसके साथ ही दूसरी मारी गई नक्सली महिला एसीएम प्रमिला उर्फ मासे मंडावी, भोरमदेव एरिया कमेटी, निवासी पालीगुढेम, थाना चिंतलनार, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़ है, इसके पास से एसएलआर रायफल बरामद की गई है।

9 मार्च के एनकाउंटर पर उठे थे सवाल 

बताया गया कि 9 मार्च को मंडला के कान्हा नेशनल पार्क के चिमटा वन परिक्षेत्र में हॉक फोर्स और नक्सली की मुठभेड़ हुई थी। जिसमें हॉक फोर्स ने इस मुठभेड़ में एक नक्सली मार गिराया था। वही दो नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद इस मुठभेड़ का मद्दा तूल पकडऩे लगा और इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा था। कांग्रेस ने विधानसभा में इस नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताया था, कांग्रेस का आरोप था कि नक्सली बताकर एक मानसिक रूप से कमजोर आदिवासी को मार डाला है। कांग्रेस ने पीडि़त परिवार को 2 करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की थी। जबकि सरकार ने जांच की बात कही थी।



आस्था का केन्द्र उत्तर वाहिनी नर्मदा परिक्रमा

  • चैत्र माह में पहुंचने लगे नर्मदा भक्त
  • 19 व 20 अप्रैल को होगी दो दिवसीय परिक्रमा

मंडला महावीर न्यूज 29. विगत पांच वर्षो से मंडला जिले में उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा में बड़ी संख्या में नर्मदा भक्त शामिल हो रहे हैं। इस वर्ष उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा का आयोजन चैत्र माह में दो बार किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य जिले और प्रदेशों से नर्मदा भक्त अपनी श्रृद्धा भक्ति अनुसार पूरे चैत्र माह में मंडला में आकर उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा रोजाना कर रहे है। इस नर्मदा परिक्रमा में महाराष्ट्र के नर्मदा भक्तों की संख्या ज्यादा होती है। इस वर्ष भी मंडला में दो दिवसीय उत्तरवाहिनी परिक्रमा माहिष्मती मां नर्मदा उत्तर वाहिनी परिक्रमा आयोजन समिति द्वारा आयोजित किया गया है। इससे पहले ही सैकड़ों भक्तों ने मंडला में आकर उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा पूर्ण कर लिए है। बताया गया कि माँ नर्मदा की पैदल यात्रा करने पर यह परिक्रमा 3 साल 3 महीने और 13 दिन में पूरी होती है। इसके लिए कुल 2,600 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।

जानकारी अनुसार माहिष्मती मां नर्मदा उत्तर वाहिनी परिक्रमा आयोजन समिति द्वारा दूसरे चरण में आगामी 19 व 20 अप्रैल को जिले में उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा आयोजित करेंगी। इसके पहले ही सैकड़ों नर्मदा भक्त परिक्रमा करने के लिए पहुंच रहे है। दूसरे जिले और प्रदेशों से पहुंचे नर्मदा भक्तों ने घाघा में रात्रि विश्राम कर रहे है। वहां महाआरती के बाद देर रात तक भजन-कीर्तन का दौर भी चल रहा है। महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के कई जिलों से समेत अन्य प्रदेश के जिलों से पहुंचे माँ नर्मदा भक्तों का माहिष्मती मां नर्मदा उत्तर वाहिनी परिक्रमा आयोजन समिति द्वारा अभिनंदन किया जा रहा है। आगामी 19 एवं 20 अप्रैल के पूर्व से ही उत्तर वाहिनी परिक्रमा के लिए भक्तों का आना प्रारंभ हो गया है। परिक्रमा के लिए पहुंचने वाले भक्तों का समिति के द्वारा स्वल्पाहार की व्यवस्था कर धर्मशाला में रूकने की व्यवस्था बनाई जा रही है।

परिक्रमावासियों की कर रहे सेवा 

जिले में आयोजित होने वाली मां नर्मदा की उत्तर वाहिनी परिक्रमा में चैत्र माह में सैकड़ों, हजारों लोग यहां आकर नर्मदा परिक्रमा करते है। इन परिक्रमावासियों के लिए जिले के भक्त अपनी श्रृद्धा अनुसार उनके लिए परिक्रमा पथ पर भोजन, पानी समेत अन्य व्यवस्थाएं करते है। व्यास नारायण मंदिर से शुरू होने वाली उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा का प्रथम पड़ाव ग्राम घाघा के नर्मदा तट किनारे होता है। इस एक तरफ के परिक्रम पथ पर सैकड़ों भक्त परिक्रमावासियों के लिए कई तरह की व्यवस्थाएं बना रहे है। वहीं दूसरी ओर नर्मदा पार करने के बाद जबलपुर मंडला मार्ग में परिक्रमावासियों के लिए कम व्यवस्थाएं है। कुछ भक्तों ने नगरवासियों समेत भक्तों से अपील की है कि गर्मी को देखते हुए उत्तरवाहिनी परिक्रमा कर रहे भक्तों के लिए बबैहा से मंडला के बीच श्रृद्धा अनुसार इनके लिए व्यवस्थाएं बनाए।

तिंदनी ग्राम में परिक्रमावासियों के लिए व्यवस्था 

बताया गया कि ग्राम तिंदनी में धुर्वे परिवार द्वारा नर्मदा परिक्रमावासियों की विगत वर्षो से सेवा करते आ रहे है। रामभरोस धुर्वे का परिवार नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए एक अलग से कमरा भी तैयार करा दिए है। जिससे यहां से गुजरने वाले परिक्रमावासी यहां विश्राम कर अपनी परिक्रमा में आगे बढ़ सकते है। इस वर्ष भी चैत्र माह में अन्य जिले समेत महाराष्ट्र से आने वाले परिक्रमावासी यहां ग्राम तिंदनी में रूक रहे है। जहां भक्तों को जलपान भी कराया जा रहा है। यहां रामभरोस धुर्वे द्वारा नर्मदा परिक्रमा वासियों को भोजन बाल भोग एवं रात्रि विश्राम की सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। रामभरोस धुर्वे उत्तर वाहिनी परिक्रमा से काफी प्रेरित है। अन्य राज्यों से मां नर्मदा के भक्त परिक्रमा के लिए पहुंच रहे हैं। बता दे कि मंडला निवासी मां नर्मदा भक्त पहुंच रहे भक्तों को जगह-जगह जलपान और स्वल्पाहार भी करा रहे हैं। इस वर्ष भी लगातार उत्तर वाहिनी परिक्रमा के लिए चैत्र मास में परिक्रमा वासियों की संख्या बढ़ रही है। जिले के समस्त मां नर्मदा भक्तों से अपील है कि इन भक्तों का अपनी सुविधा अनुसार स्वागत कर अनुग्रहित करें।



देवीमय हुआ शहर, भक्ति में डूबे श्रृद्धालु

  • आज होगी स्कंद माता की पूजा

मंडला महावीर न्यूज 29. नवरात्र के चलते पूरा शहर देवीमय हो गया है। जिस गली से गुजरो केवल माता के जयकारे ही सुनाई दे रहे है। हर तरफ शाम होते ही देवी के जयकारे जोर शोर से सुनाई दे रहे है। माता के दरबार में आकर्षक विद्युत साज सज्जा देखते ही बन रही है। सुर मधूर देवी गीत मन को मोह रहे है। माता की सुबह की आरती दुर्गा सप्तशती के पाठ वातावरण में भक्ति का रंग श्रृद्धा भाव के साथ श्रृद्धालुओं में भर देते है तो शाम की आरती कई गुना जोश व समर्पण माता के श्री चरणों में भक्त समर्पित करता है। नवरात्र के चौथे दिन सुबह से वातावरण में माता की भक्ति का रंग अन्य दिनों की अपेक्षा गहरा लगा क्योंकि सुबह की शुरूआत माता के दरबार में मधुर देवी गीतों के साथ हुई। जिसके बाद माता की आरती, दुर्गा सप्तसती के पाठ हुए।

आज होगी स्कंद माता की पूजा 

पहाड़ों पर रहकर सांसारिक जीवों में नवचेतना का निर्माण करने वाली स्कंदमाता नवरात्रि में पांचवे दिन इस देवी की पूजा अर्चना की जाती है। इनकी कृपा से मूढ़ भी ज्ञानी हो जाता है। स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कंदमाता नाम से अभिहित किया गया। इनके विग्रह में भगवान स्कंद बालरूप में इनकी गोद में विराजित है। इस देवी की चार भुजाएं है। ये दाई तरफ की ऊपर वाली भुजा से स्कंद को गोद में पकड़े हुए है। नीचे वाली भुजा में कमल का पुष्प है। बाई तरफ वाली भुजा में वरद मुद्रा में है और नीचे वाली भुजा में कमल पुष्प है। इनका वर्ण एकदम शुभ्र है। ये कमल के आसन पर विराजमान रहती है। इसलिए इन्हें पद्यासना भी कहा जाता है। इनका वाहन सिंह है। शास्त्रों में इसका महत्व बताया गया है कि इनकी उपासना से भक्त की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती है। भक्त को मोक्ष मिलता है। सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक अलौकिक तेज और कांतिमय हो जाता है। अत: मन को एकाग्र रखकर और पवित्र रखकर इस देवी की आराधना करने वाले साधक या भक्त को भवसागर पार करने में कठिनाई नहीं आती है। इनकी पूजा से मोक्ष का मार्ग सुलभ होता है। यह देवी विद्वानों और सेवकों को पैदा करने वाली शक्ति है। यानि चेतना का निर्माण करने वाली कहते है।



चैत्र नवरात्र में पहली बार हुई सेठानी माता महाकाली की स्थापना

  • भव्य रूप से होगा विसर्जन
  • 4 मई को होगा विशाल देवी जागरण

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्रि के अवसर पर निवास नगर के रसलगंज यज्ञ शाला परिसर में पहली बार नगर सेठानी माता महाकाली की स्थापना की गई है। इस अवसर पर 4 मई को रसलगंज यज्ञ शाला में विशाल देवी जागरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में कलकत्ता के सुप्रसिद्ध गायक अमन परवाना, महाराष्ट्र के के सुप्रसिद्ध गायक आशीष ठाकरे, सिवनी की गायिका आशा बिसेन और मंडला की गायिका रिया उईके अपनी पूरी टीम के साथ प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही वृंदावन की झांकी की मनमोहक प्रस्तुति दी जाएगी। आयोजक समिति ने इस कार्यक्रम की तैयारी पूर्ण कर ली है। इसके साथ ही नगर सेठानी माता महाकाली प्रतिमा का भव्य रूप से होगा विसर्जन किया जाएगा।

बताया गया कि चैत्र नवरात्रि के अवसर पर सुबह-शाम आरती का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं और महाआरती में शामिल हो रहे हैं। माता महाकाली की स्थापना से श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है। आयोजक समिति ने बताया कि यह पहली बार है जब चैत्र नवरात्रि में नगर सेठानी का आगमन हुआ है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे


 


 


781 कलश खप्पर से सजा है नक्खी माई का दरबार

  • मनचाहा वर देती है नक्खी माता
  • पाषाण प्रतिमा को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते है भक्त

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय से उत्तर दिशा में लगभग 20 किमी की दूरी पर मंडला निवास मार्ग में बसे ग्राम बकौरी में 17 वीं शताब्दी में ग्राम के ही एक पहाड़ी के ऊपर नक्खी माता स्वयं प्रगट हुई थी। ऐसा ग्राम के बुजुर्ग बताते है। नक्खी माता के पास शीतला माई, खैरमाई, कालभैरव का भी स्थान है। नक्खी माता के दरबार में मांगी गई मुरादें अतिशीघ्र पूरी होती है। मंदिर की विशेषता यह है कि पहाड़ी में होने के बाद यहां श्रृद्धालु अपने वाहन से मंदिर तक पहुंच जाते है। नक्खी माई के दशर््न करने के लिए जिले समेत अन्य प्रदेश के भक्त और श्रृद्धालु आते है।

माता के भक्त डीके सिंगौर ने बताया कि माता नक्खी माई मंदिर परिसर में ही फरवरी 2022 में भगवान शनि देव का भव्य मंदिर और मूर्ति स्थापना की गई है। नक्खी माता मंदिर के परिसर में स्थापित शनि नौ ग्रह मंदिर भी अपनी सुंदरता और आकर्षण के लिए ख्याति प्राप्त कर रहा है। यहां पर शनि सिंगनापुर से स्पर्श एवं प्राण प्रतिष्ठा कराकर शिला को स्थापित किया गया है। इसके साथ ही मंदिर में भव्य और सुंदर शनि मूर्ति नौ ग्रह मूर्तियों के साथ विराजित हैं। मंदिर में स्थापना के समय से अखंड ज्योति भी यहां प्रज्वलित है। माता नक्खी माई का दरबार में बारह महिने भक्तों का तांता लगा रहता है। वर्ष की दोनों नवरात्रि में नक्खी माई के दरबार को भव्य रूप से सजाया जाता है। यहां आने वाले भक्त यहां का दृश्य देखकर मंत्रमुग्ध होने के साथ यहां सुकून महसूस करते है।

ग्राम बकौरी के भक्तों ने बताया कि चैत्र मास की नवरात्रि पर्व में प्रतिवर्ष यहां श्रृद्धालुओं द्वारा घी और तेल के कलश खप्पर यहां की समिति के माध्यम से रखे और बोए जाते हैं। इस चैत्र नवरात्रि पर्व पर नक्खी माता के दरबार में 781 श्रद्धालुओं ने घी और तेल के कलश माता के दरबार में सजाए हैं। रखे गए कलश, जवारे स्थानीय, जिले, अन्य जिले समेत अन्य प्रदेश के श्रृद्धालुओं द्वारा माता के दरबार में रखे गए है। प्रतिदिन दरबार में सैकड़ो श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे है।

माता के भक्त नितिन साहू ने बताया कि जब गांव में संकट आया तो माता ने भी गांव वालों को सावधान किया था। मंदिर की ख्याति दूर दूर तक फैली है। जब से गांव में माता विराजमान है कभी भी गांव के ऊपर संकट के बादल नहीं छाए है। माता की पाषाण प्रतिमा जिसे देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो जाते है। श्रृद्धालुओं के मंदिर प्रांगण में पहुंचते ही उन्हें मानसिक सुख का अनुभव होता है और श्रृद्धालु इसी विश्वास से माता से मन्नत मांगते है। जिनकी मन्नत पूरी होती है। यही कारण है कि नक्खी माता के पास दूर शहरों से भी लोग मन्नत मांगने दौड़े चले आते है।

मंदिर का हुआ जीर्णोद्धार

सैकड़ों वर्ष पुराने, जीर्ण-शीर्ण मंदिर का जीर्णोेद्धार 1997 में किया गया। मंदिर का गुंबज चौपहला बनाया गया है। यहां मंदिर परिसर का विस्तार किया गया है। माता के दरबार के आसपास अन्य देवी देवाताओं की भी स्थापना की गई है। जहां भक्त माता के दर्शन करने पहुंचते है, वहीं माता के दर्शन के बाद यहां स्थापित अन्य देवी देवताओं के भी दर्शन कर पूजा अर्चना करते है। बकौरी स्थित नक्खी माई के दरबार में माता के साथ अन्य देवी देवता भी अब विराजमान हो गए है। नक्खी माई में देवदरा मंडला निवासी हायर सेकेंडरी स्कूल बबलिया के प्राचार्य डीके सिंगौर के परिवार द्वारा शनि मंदिर का निर्माण भी कराया गया, जो इस धार्मिक स्थल को और भव्य बनाता है।

साल भर होते है आयोजन

वैसे तो पूरे वर्ष माता की पूजा अर्चना में पूरे ग्राम के लोग एकत्र होते है लेकिन चैत्र व शारदेय नवरात्र में जवारे कलश के साथ माता की विशेष पूजा अर्चना व माता का श्रृंगार किया जाता है। साल भर यहां भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने पर माता के दरबार में धार्मिक आयोजन और भंडारा कराते है। यहां समिति के सदस्य, पुजारी और भक्तों द्वारा पूजा अर्चना की जा रही है। यहां रामनवमी के दिन जवारे विसर्जन का कार्यक्रम बहुत ही भव्य और मनमोहक होता है। इस वर्ष नवरात्रि पर्व के सप्तमी तिथि को स्थानीय लोगों के द्वारा नृत्य प्रतियोगिता समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

781 कलश जवारे की स्थापना

बकौरी स्थित माता नक्खी माई के दरबार में 781 श्रद्धालुओं ने घी और तेल के कलश, जवारे सजाए हैं। रखे गए कलश, जवारे स्थानीय, जिले, अन्य जिले समेत अन्य प्रदेश के श्रृद्धालुओं द्वारा माता के दरबार में रखे गए है। बकौरी की पहाड़ी में विराजी माता नक्खी माई के दरबार में इस बार 781 ज्योति कलश, जवारे जगमगा रहे है। जिसमें 643 तेल, घी के कलश, 101 टोकनी, 35 खप्पर, 02 छत्र रखे गए है। सैकड़ो कलश से माता नक्खी माई का दरबार समेत बकौरी ग्राम में भक्ति का सैलाब देखने मिल रहा है।

भक्त मनाएंगे जवारे उत्सव 

जिले के सभी माता के दरबार में भक्तों का तांता लग गया रहा है। भक्त अपनी श्रृद्धा अनुसार कोई घी का कलश, कोई तेल का कलश, कोई जवारे तो कोई खप्पर रखे। वर्ष की दोनों नवरात्रि में माता नक्खी माई के दरबार में नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है और व्रत रखे जाते है। नवरात्रि के दिनों में लोग अपने घर में अखंड ज्योति जलाते हैं और मां जगदंबे के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। हिंदू धर्म में वैसे तो कई तरह के धार्मिक पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं। इसके साथ ही सबके अलग-अलग रीति-रिवाज होते हैं। इसी तरह नवरात्रि में कलश स्थापना और ज्वारे का बहुत अधिक महत्व होता है। इस वर्ष नक्खी माई के दरबार में जवारे उत्सव 2025 मनाया जाएगा। इस वर्ष दरबार में अन्य वर्षो की अपेक्षा भक्तों की संख्या बढ़ गई है। दरबार में इस वर्ष 781 कलश, जवारे रखे गए है।

मन्नत पूरी होने पर माता को भेंट करते उपहार 

माता नक्खी माई का दरबार जिले समेत अन्य जिले में भी प्रसिद्ध है। लोगों की मान्यता है कि यहां पर नक्खी माता के मंदिर में आकर जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से मन्नत मांगते हैं, देवी मां उनकी मन्नतें जरूर पूरी करती हैं और मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु मंदिर में उपहार स्वरूप प्रसाद चढ़ाते हैं। मंदिर को दान दक्षिणा भेंट आदि देकर जाते हैं।



विद्यार्थी परिषद ने किया अमल ज्योति विद्यालय का घेराव और प्रदर्शन

  • प्रदर्शन के बाद विद्यालय प्रशासन ने रामायण की स्थिति के लिए मांगी माफी

मंडला महावीर न्यूज 29. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मंडला नगर इकाई ने मंगलवार को महाराजपुर स्थित अमल ज्योति विद्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि 27 मार्च को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने विद्यालय का निरीक्षण किया था, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं।
एबीवीपी के अनुसार विद्यालय की पुस्तकालय में ईसाई धर्म विशेष की कई पुस्तकें मिलीं, जिससे धर्मांतरण की आशंका उत्पन्न होती है। इसके अतिरिक्त रामायण ग्रंथ जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पाया गया, जिससे हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। परिषद ने विद्यालय प्रशासन पर विद्यार्थियों से अनावश्यक और मनमानी फीस वसूली का भी आरोप लगाया।

इन सभी मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद ने लगभग 4 घंटे तक विद्यालय के सामने प्रदर्शन किया और विद्यालय प्रशासन से रामायण ग्रंथ की दुर्दशा के लिए माफी मांगने की मांग की। प्रदर्शन के बाद विद्यालय प्रशासन ने माफी मांगी। इसके पश्चात, एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें अमल ज्योति विद्यालय, महाराजपुर की मान्यता तत्काल समाप्त करने, विद्यालय में अप्रत्यक्ष रूप से धर्मांतरण की गहन जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई करने और विद्यालय के संपूर्ण वित्तीय लेनदेन की जांच कर विद्यार्थियों से वसूली गई अवैध फीस अभिभावकों को वापस लौटाने की मांग की गई। साथ ही, थाना प्रभारी के नाम सौंपे गए ज्ञापन में विद्यालय संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई। विद्यार्थी परिषद ने प्रशासन को 7 दिनों के भीतर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है, अन्यथा उग्र प्रदर्शन की बात कही है।

साइन फॉर इंडिया विद्यालय घुटास की मान्यता समाप्त करने की मांग 

इसी विषय को लेकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के नाम एक और ज्ञापन सौंपा, जिसमें साइन फॉर इंडिया विद्यालय घुटास की मान्यता समाप्त कर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। परिषद ने बताया कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने इस विद्यालय का भी निरीक्षण किया था, जिसमें भोले-भाले आदिवासी छात्राओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करना पाया गया। परिषद ने आरोप लगाया कि यहां आदिवासी बच्चों के साथ-साथ बैगा जनजाति के बच्चों को भी कन्वर्ट किया जा चुका है और बिना माता-पिता की अनुमति के उन्हें प्रार्थना कराई जाती है। स्कूल के फॉर्म में भी क्रिश्चियन रिलिजन लिखा गया है। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि मंडला जिले में ईसाई मिशनरियों द्वारा विद्यालयों को धर्मांतरण का अड्डा बनाया जा रहा है और लगभग सभी स्कूलों में इसी तरह के मामले सामने आ रहे हैं। परिषद ने इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।



ग्रेच्युटी में सेवा अवधि की गणना में विसंगति, शिक्षकों का प्रदर्शन

  • 26 साल की सेवा में 6 साल ही ग्रेच्युटी के लिए मान्य, सीएम के नाम दिया ज्ञापन
  • ग्रेच्युटी में पूरी सेवा का लाभ न मिलने से शिक्षकों में आक्रोश

मंडला महावीर न्यूज 29. एनएम ओपीएस के राष्ट्रीय आह्वान पर मंगलवार को जिले के एनपीएस योजना से जुड़े शिक्षकों और कर्मचारियों ने बाहों में काली पट्टी बांधकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपा। बड़ी संख्या में शिक्षकों और कर्मचारियों ने जेल घाट से कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर एनपीएस और यूपीएस योजनाओं का विरोध किया और पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू करने की मांग की।

शिक्षकों ने ज्ञापन में कहा कि एनपीएस और यूपीएस दोनों ही योजनाएं कर्मचारी के अंशदान और शेयर बाजार पर आधारित हैं, इसलिए उन्हें स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने यूपीएस को एनपीएस से बेहतर बताए जाने का भी विरोध किया और कहा कि यूपीएस में कर्मचारी के अंशदान को हड़पा जा रहा है और जमा राशि वापस नहीं मिलेगी। शिक्षकों ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें न एनपीएस चाहिए और न यूपीएस, उन्हें सिर्फ ओपीएस चाहिए।

ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन की मंडला जिला इकाई के बैनर तले मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में ग्रेच्युटी के मुद्दे पर शिक्षकों के आक्रोश को उजागर किया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में अध्यापक संवर्ग से आए शैक्षणिक संवर्ग के शिक्षकों को ग्रेच्युटी के भुगतान में सेवा अवधि की गणना शिक्षाकर्मी और संविदा शाला शिक्षक की प्रथम नियुक्ति दिनांक से न कर शैक्षणिक संवर्ग में आने की दिनांक जुलाई 2018 से की जा रही है। इस विसंगति के कारण 20 वर्ष से अधिक सेवा करने के बावजूद जुलाई 2023 से पहले सेवानिवृत्त या दिवंगत हुए शिक्षकों को एक रुपये की भी ग्रेच्युटी नहीं मिली है। वहीं, जुलाई 2023 के बाद सेवानिवृत्त शिक्षकों को, जिनकी सेवा 25 वर्ष से अधिक है, मात्र लाख-डेढ़ लाख रुपये ही ग्रेच्युटी का भुगतान हो रहा है।

शिक्षकों ने मांग की कि ग्रेच्युटी के भुगतान में सेवा अवधि की गणना शिक्षाकर्मी, संविदा शिक्षक के पद पर प्रथम नियुक्ति दिनांक से की जाए, क्योंकि पूर्व की सेवा नियमित सेवा रही है और यह वरिष्ठता, पदोन्नति और क्रमोन्नति के लिए मान्य है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान पद का वेतन भी पूर्व सेवाओं से जुड़ा हुआ है।
सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगौर ने उदाहरण देते हुए बताया कि प्राथमिक शिक्षक सतीश कुमार पटेल जिनकी सेवा 25 वर्ष थी, को मात्र 1,89,215 रुपये ग्रेच्युटी मिली, जबकि वे 9,72,750 रुपये के हकदार थे। इसी प्रकार माध्यमिक शिक्षक अरुणा मेहता जिनकी सेवा 26 वर्ष थी को 2 लाख 51 हजार 412 रुपये ग्रेच्युटी मिली, जबकि उन्हें पूरी सेवा का लाभ मिलने पर 10 लाख 89 हजार 452 रुपये का भुगतान होना था। उन्होंने स्व. उमा शंकर सिंगौर, प्राथमिक शिक्षक जिनकी 25 वर्ष की सेवा में मृत्यु हो गई का भी उदाहरण दिया, जिन्हें जुलाई 2018 से सेवा अवधि की गणना के कारण 5 वर्ष की सेवा में 5 दिन कम होने से एक रुपये भी ग्रेच्युटी नहीं मिली।

प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार के इस रवैये को दोगला बताते हुए कहा कि पंचायत विभाग के मूल कर्मचारियों को पूरी ग्रेच्युटी दी जा रही है, तो अध्यापकों की सेवा से परहेज क्यों किया जा रहा है, जबकि उनकी पूर्व की सेवा भी पंचायत के अधीन ही थी। ज्ञापन सौंपने के दौरान मीना साहू, सरिता सिंह, अर्चना गोमस्ता, संजू लता सिंगौर, कमोद पावले, अमर सिंह चंदेला, अभित गुप्ता, संजीव सोनी, शिव शंकर पांडे, उमेश यादव, लोक सिंह पदम, मंगल सिंह पंद्रे, संजीव दुबे, दिलीप मरावी, प्रदीप पटेल, ऊषा ठाकुर, यशवंत चंद्रोल, निर्मला यादव, मंजूषा चौरसिया, क्षमता रिछारिया, देवेंद्र कच्छवाहा, कोमल बघेल, संतोष टंडिया, रामकिशोर मरकाम, संगीता गुप्ता, पुष्पलता मरावी, नीलकांत अग्रवाल, राकेश हरदहा, विभा मिश्रा, प्रशांत श्रीवास्तव आदि ने सक्रिय सहयोग दिया।



सूर्यकुंड धाम में सात दिवसीय नौ कुण्डीय मारूति महायज्ञ और श्रीराम कथा

  • 6 अप्रैल को होने वाले भव्य धार्मिक आयोजन की तैयारी अंतिम चरण में

मंडला महावीर न्यूज 29. सूर्यकुंड धाम में श्री मारूति महायज्ञ एवं श्रीराम कथा का भव्य आयोजन 6 अप्रैल से किया जाएगा। महायोगी पायलट बाबा जी योग समिति अंजनिया एवं श्री सूर्यकुण्ड धाम महाआरती भंडारा समिति मंडला के पदाधिकारियों ने मंगलवार को पत्रकारवार्ता में कार्यक्रम की जानकारी दी।

पदाधिकारियों ने बताया कि 6 अप्रैल को कलश यात्रा एवं गणेश शोभा यात्रा का आयोजन होगा। 7 अप्रैल से 12 अप्रैल तक प्रात: 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक पूजन एवं दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक हवन किया जाएगा। श्रीराम कथा का आयोजन प्रतिदिन शाम 4 बजे से हरि इच्छा तक होगा। कार्यक्रम की पूर्णाहूति एवं भंडारा 12 अप्रैल को संपन्न होगा।

यह आयोजन ब्रम्हलीन महामण्डलेश्वर महायोगी पायलट बाबा के आशीर्वाद से किया जाएगा। जिसमें श्री बम्हाचारी जी आचार्य फलाहारी रूपेश शुक्ला प्रयागराज शास्त्री उत्तरप्रदेश, महामण्डलेश्वर योग माता श्रृद्धा गिरी जी हरिद्धार उप्र, महामण्डलेश्वर योग माता चेतना गिरी हरिद्धार उप्र एवं महामण्डलेश्वर केको आई कवा जापान वाली माता का आगमन होगा। कथा व्यास सुश्री उमाकिशोरी मधुर वाणी से श्रीराम कथा का वर्णन करेंगी।

पदाधिकारियों ने बताया कि रामनवमीं से हनुमान जन्मोत्सव तक सात दिवसीय नौ कुण्डीय मारूति महायज्ञ एवं श्रीराम कथा का भव्य आयोजन भी प्रस्तावित है और कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। पत्रकारवार्ता के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, दुष्यंत कछवाहा, बीएल साहू, सुरेश हूका, नारायण कछवाहा, भालू कछवाहा, प्रदीप तलेवाले, राजकुमार कछवाहा, उमेश कछवाहा, सुरेश कछवाहा, विनोद कछवाहा, संतोष कछवाहा, हरपाल कछवाहा, रत्नेश कछवाहा, संजीत धनगर, यदोनंदन कछवाहा, दुर्गेश कछवाहा, ब्रज बिहारी पटैल, अनिल अवधिया सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।


मंदिरों में चल रहा दुर्गा सप्तशती का पाठ

  • आज होगी मॉं कुष्मांडा की आराधना

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन सुबह समस्त देवी मंदिरों में माता चंद्रघंटा के लिए दुर्गा सप्तशती पाठ किया गया। जिन्हें सोलह श्रृंगार अर्पित कर लौंग से बनी माला पहनाई गई। माता चंद्रघंटा निर्भयता देने वाली है। जिन्हें सुबह की आरती के बाद भोग लगाए गए। देवी मंदिरों में जल ढारने भक्तों का तांता लग रहा है। भक्त श्रृद्धा के साथ व्रत रखे हुए माँ भगवती की भक्ति में लीन हो रहे है। जिनकी जैसी आस्था नंगे पैर रहना, फलाहार से उपवास निर्जला उपवास, फलो से उपवास, तरल पेय पीकर उपवास, वैसे माता के प्रति अपनी सेवा भावना भक्त दिखा रहे है।

आज होगी मॉं कुष्मांडा की आराधना 

नवरात्रि के चौथे दिन माता कुष्मांडा की पूजा की जाती है। माता अपनी मंद हल्की हंसी के द्वारा ब्रम्हांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कुष्मांडा कहा जाता है। वेदों में है जब सृष्टि नहीं थी। चारों तरफ अंधकार था तब देवी ने अपनी हंसी से ब्रम्हांड की रचना की और ये आदि स्वरूपा आदि शक्ति कहलाई। देवी की आठ भुजाएं है। इनके हाथों में कमंडल, धनुष बाण, कमल पुष्प, अमृत पूर्ण कलश, चक्र गदा सुशोभित है। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों निधियों को देने वाली जप माला है। माता सिंह पर विराजमान है। जिन्हें भूरे कुम्हड़े की बलि पंसद है। तभी तो ये कुष्मांडा है। देेवी का वास सूर्य मंडल के भीतर लोक में है। सूर्य लोक में रहने की शक्ति व क्षमता इन्हीं में है। इनके शरीर की कांति प्रभा सूर्य की भांति दिव्यमान है। माता के तेज से दसों दिशाएं अलौकिक है। ब्रम्हांड की सभी वस्तुओं व प्राणियों में माता का वास है।



सिद्ध शक्ति पीठ है सिंहवाहिनी मंदिर

  • मंदिर में माता की दो मूर्तियां
  • मनोती के अनुसार चढ़ाते है भक्त प्रसाद श्रृंगार

मंडला महावीर न्यूज 29. सिंहवाहिनी मंदिर में माता की दो मूर्तियां है, जो कि काले पत्थर पर अंकित है। एक मॉं सिंहवाहिनी और दूसरी मॉं राजराजेश्वरी। ऐसा कहा जाता है कि गौंड राजाओं के रघुवंश बाजपेयी निजाम शाह के पुरोहित के रूप में नियुक्त किया गया था। दासी पुत्र महापाल सिंह को गद्दी पर बैठाया जाए ऐसी उनकी इच्छा थी। राय बहादुर हीरा लाल ने इस घटना का विस्तृत वर्णन किया है।

जब शाही फौज ने बाजपेयी के मकान को घेर लिया तब बाजपेयियों ने देखा कि हमारा सर्वनाश तय है। तब उन्होंने दरवाजा बंद कर भगवान की मूर्ति जो कि इस घराने में थी। स्नान कराकर सकुटम्ब ने चरणमृत पिया और हर एक पुरूष ने अपने स्त्री और बच्चों को तलवार लेकर कत्ल कर दिया। पुरूष वर्ग जो बचा उन्होंने शाही फौज का सामना कर उनसे लड़ा।

इसमें लगभग 125 लोग स्वाहा हो गए। केवल दो बच्चे बचे जिन्हें नौकर बाहर खिलाने ले गया था। जिससे यह वंश चला. इस गाथा का वर्णन मंडला गजेटियर के पृष्ठ 101 में है। इस मंदिर में आने वाले श्रृद्धालुओं द्वारा जो भी मनोती मानी जाती है वह पूर्ण होती है तथा मनोती के अनुसार भक्त प्रसाद श्रृंगार या नगद राशि चढ़ाते है।



 


ट्रक ने ट्रैक्टर को मारी टक्कर एक की मौत

  • हादसे में तीन घायल में दो गंभीर, ट्रक चालक गिरफ्तार

मंडला महावीर न्यूज 29. नेशनल हाईवे 30 में मोतीनाला थाना क्षेत्र के टिकराटोला में खड़े रेत से भरे ट्रेक्टर को तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे रेत से भरे ट्रेक्टर में दब कर एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं तीन अन्य व्यक्ति घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया उपचार के लिए ले जाया गया। जहां घायलों का उपचार किया जा रहा है। हादसे की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।

मोतीनाला थाना प्रभारी हेमंत बावरिया ने बताया कि घटना किकरा गांव के पास हुई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रॉली पलट गई और चार राहगीर उसकी चपेट में आ गए। हादसे में चंदगांव निवासी 33 वर्षीय गोथर यादव की मौत हो गई। वहीं घायलों में मिथलेश सोनवानी 30 वर्ष और सुनील यादव की हालत गंभीर है। दशरथ यादव को मामूली चोटें आई हैं। सभी घायलों को उपचार के लिए बिछिया अस्पताल भेजा गया है।

पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है। एसआई जगदीश जमूलकर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा और पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


सिविल अस्पताल निर्माण में देरी पर युवाओं का प्रदर्शन

  • अस्पताल में है सुविधाओं की कमी
  • बेहतर स्वास्थ्य की कमी से जूझ रहे निवास के लोग
  • अस्पताल का निर्माण कार्य शीघ्र कराने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

मंडला महावीर न्यूज 29. निवास के युवाओं ने सिविल अस्पताल के निर्माण कार्य में हो रही देरी के खिलाफ आवाज बुलंद की है। मंगलवार को बड़ी संख्या में युवा एसडीएम कार्यालय पहुंचे और एसडीएम सी एल वर्मा को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने इस समस्या का तत्काल समाधान करने की मांग की। युवाओं ने ज्ञापन में बताया कि सिविल अस्पताल का निर्माण कार्य लंबे समय से लंबित है, जिसके कारण स्थानीय निवासियों को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में सुविधाओं की कमी के चलते आदिवासी बहुल और गरीब ग्रामीणों को उचित चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है।

ज्ञापन के माध्यम से आगे बताया कि निवास सिविल अस्पताल बनाओ संघर्ष समिति द्वारा पिछले दो वर्षों से विभिन्न विभागों से पत्राचार के माध्यम से संपर्क किया जा रहा है। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बावजूद भी अस्पताल का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। युवाओं ने एसडीएम से विनम्रतापूर्वक आग्रह किया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और अस्पताल के निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ कराने की दिशा में आवश्यक कदम उठाएं। युवाओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।


रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे



10 साल से फरार वारंटी को मथुरा से किया गिरफ्तार

  • पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बम्हनी पुलिस टीम ने की कार्रवाई

मंडला महावीर न्यूज 29. थाना बम्हनी बंजर पुलिस ने वर्ष 2013 के एक प्रकरण में 10 वर्षों से फरार चल रहे अभियुक्त सतीश चंद्र जाटव को मथुरा, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। थाना बम्हनी में वर्ष 2013 में आरोपी सतीश चन्द्र जाटव के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत अपराध दर्ज किया गया था। विवेचना के बाद आरोपी के विरुद्ध चालान माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां विचारण के बाद माननीय न्यायालय ने आरोपी को 10 वर्ष के कारावास और 10 हजार रुपये के जुर्माने से दंडित किया था।

बताया गया कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा अभियुक्त की अपील खारिज करते हुए वर्ष 2019 में उसे एक माह के भीतर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अभियुक्त लगातार फरार चल रहा था। इस पर माननीय न्यायालय चतुर्थ अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मंडला द्वारा अभियुक्त सतीश चंद्र जादव पिता रामदयाल जादव, निवासी नया नगला गली नंबर 08 डेम्पियर नगर थाना कोतवाली मथुरा उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार करने के लिए वारंट जारी किया गया था।

पुलिस अधीक्षक मंडला द्वारा थाना प्रभारी बम्हनी बंजर को वारंट की तामीली के लिए निर्देशित किया गया था। अनुविभागीय अधिकारी पुलिस नैनपुर के निर्देशन में थाना प्रभारी बम्हनी बंजर उप निरीक्षक अरुण प्रताप सिंह भदौरिया ने सहायक उप निरीक्षक मुकेश चौरसिया के नेतृत्व में एक टीम को मथुरा उत्तर प्रदेश भेजा। पुलिस टीम ने अथक प्रयास कर उक्त अभियुक्त को मथुरा से गिरफ्तार किया और माननीय न्यायालय में पेश किया।

इस वारंट की तामीली में थाना प्रभारी बम्हनी बंजर उप निरीक्षक अरुण प्रताप सिंह भदौरिया, सहायक उप निरीक्षक मुकेश चौरसिया, प्रधान आरक्षक ओम प्रकाश, महिला प्रधान आरक्षक सुशीला मरावी, आरक्षक रंजीत धुर्वे, आरक्षक शिवराम बघेल, आरक्षक उमराव और साइबर सेल मंडला के आरक्षक सुरेश भटेरे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


 


190 नल कनेक्शन में 32 घरों को नहीं मिल रहा पानी

  • अधूरी नल जल योजना को हैंडओवर करने दबाव बना रहे पीएचई और ठेकेदार
  • ग्रामीण मिलीभगत का लगा रहे आरोप

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले के अंतिम छोर में बसा आदिवासी वनांचल विकासखंड मवई हमेशा चर्चाओं में रहता है। मवई के कई ग्राम आज भी विकास से कोसो दूर है। यहां विकास के नाम पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि अपनी मनमर्जी चला रहे है। दूरांचल क्षेत्र मवई में व्याप्त समस्याओं और ग्रामीणों की परेशानियों को सुनने वाला यहां कोई नहीं है। यहां के अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि के कानों में जूं तक नहीं रेंंगती है। इसलिए यहां पलभर में होने वाले कार्यो के लिए लोगों को बेहद परेशानी उठानी पड़ती है। फिलहाल गर्मी का सीजन शुरू हो चुका है। जिले के कई ग्रामीण अंचलों में पेयजल के लिए लोगों को जद्दोजहद करते देखा जा सकता है।

जानकारी अनुसार पीएचई विभाग और ठेकेदारो की मिली भगत के कारण जिले के अधिकांश ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन योजना फैल होती नजर आ रही है। जिले में कई गांव ऐसे हैं जहां नल जल योजना आज भी अधूरी पड़ी है। बावजूद इसके पीएचई विभाग और ठेकेदार आधी-अधूरी योजनाओं को सरपंच और सचिव पर दबाव डालकर हैंड ओवर कराने का प्रयास करते है। एक ऐसा ही मामला विकासखंड मवई की ग्राम पंचायत मेढ़ा का सामने आया है, जहां विगत वर्ष नलजल योजना के तहत लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने कार्य शुरू किया गया था, जो आज भी अधूरा है, लेकिन संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों की मिली भगत के कारण अब पंचायत पर दबाव बनाकर योजना को सौंपना चाहते है।

लाखों की योजना से 32 घरों में नहीं पहुंच रहा पेयजल 

बताया गया कि जिले के विकासखंड मवई की ग्राम पंचायत मेढ़ा में नलजल योजना के तहत किये गए कार्यो में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया है। करीब दो हजार की आबादी वाले ग्राम मेढ़ा में करीब 190 नल कनेक्शन किये गए है। जिसमें 32 नल कनेक्शन में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके कारण ग्रामीण आक्रोशित है। ग्रामीणों ने बताया कि विगत वर्ष 4 अक्टूबर 2023 से जल जीवन मिशन के तहत पीएचई विभाग ने मेसर्स तारा मशीनरी बिहार के माध्यम से करीब 60 लाख रुपये की लागत से नल जल योजना का कार्य शुरू कराया था। इस राशि से गांव में लगभग 190 नल कनेक्शन किये गए। पेयजल की समस्या से निजात दिलाने किए गए कार्य को डेढ़ वर्ष बीत गए है, लेकिन आज तक गांव में नल जल योजना का कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।

टंकी में आई दरारें, चेम्बर भी टूटा 

ग्रामीणों का कहना है कि लाखों की लागत से ग्राम मेढ़ा में शुरू की गई नलजल योजना में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया है। पेयजल के लिए पानी की टंकी बनाई गई है, जिसमें भी दरारें आ गई है। इसके साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्र में बने घरों के लिए चेम्बर भी बनाया गया है, लेकिन यह चेम्बर भी बंद है और क्षतिग्रस्त हो गया है। चेम्बर चालू नहीं होने से घाट में पानी नहीं चढ़ पा रहा है। जिसके कारण मेढ़ा के घाट में बसे 32 घरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। घाट में पानी चढ़ाने के लिए यहां पुख्ता इंतजाम नहीं किये गए है।

हैंड ओवर करने बना रहे दबाव 

ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि पीएचई विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इस नलजल योजना को हैंडओवर करने के लिए सरपंच और सचिव पर लगातार दबाव बना रहे हैं, जबकि नलजल योजना पूर्ण नहीं है। ग्रामीणों ने आरोप लगाए है कि पीएचई विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण यह योजना समय पर पूरी नहीं हो सकी और अब अधूरी योजना को थोपने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप कर निष्पक्ष जांच कराने और पूर्ण गुणवत्ता के साथ योजना को पूरा कराने की मांग की है।

इनका कहना है

मेढ़ी के 32 घरों को अभी तक पानी नहीं मिल रहा है, जिसके कारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जल्द ही गांव में पेयजल के पुख्ता इंतजाम किए जाए।


राकेश पुसाम, ग्रामीण

ग्राम में नल जल योजना के तहत गुणवत्ताविहीन कार्य किया गया है, लेकिन पानी नहीं मिल रहा है। ठेकेदार और पीएचई के अधिकारी की मिलीभगत से घटिया कार्य किया गया है।


हुसनत बी, ग्रामीण

गांव में नलजल योजना का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। कई घरों में कनेक्शन नहीं लगे हैं और जहां लगे हैं, वहां भी पानी की आपूर्ति नियमित नहीं है। पीएचई विभाग हम पर लगातार दबाव बना रहा है कि हम अधूरी योजना को हैंडओवर ले लें, जो कि ग्रामीणों के साथ अन्याय होगा।


शिवकुमार आयाम, सरपंच

हमने पीएचई विभाग को कई बार अधूरे काम के बारे में अवगत कराया है, लेकिन उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। अब वे हैंडओवर का दबाव बना रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।


नीलेश यादव, उपसरपंच

योजना का काम चल रहा था, लेकिन एजेंसी ने बंद कर दिया था, जिसे पुन: चालू कराने के निर्देश दिए है। योजना को हैंडओवर करने के लिए किसी पर दबाव नहीं बनाया जा रहा है। यह शासन की प्रक्रिया है, यदि कहीं कमी या खराबी है तो उसे पूर्ण कराया जाएगा।
एके जोशी, एसडीओ, पीएचई


 


 


हृदय की पवित्रता बता देता है पत्थर का हाथी

  • माता करती है हर मुराद पूरी
  • एक ही परिवार पांच पीढ़ी से कर रहा माता की सेवा

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो गया है, माता की भक्ति में भक्त लीन हो गए है। माँ को प्रसन्न करने और आर्शीवाद लेने भक्त तरह-तरह से मां की सेवा में लगे हुए है। माता के भक्त नौ दिवसीय नवरात्र में माता की उपासना कर रहे है। जिले के प्राचीन मंदिरों, सिद्ध पीठो में भक्तों का तांता लगा हुआ है। प्रसिद्ध मंदिर में एक मंदिर ऐसा भी जहां भक्तों के पवित्र हद्य की पहचान एक पत्थर का हाथी करता है। यह सिद्ध स्थल जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर विकासखंड घुघरी में स्थित है। जहां घुघरी ब्लाक मुख्यालय से करीब 18 किमी दूर ग्राम सलवाह के नजदीक स्थित ग्राम चुरिया है। जहां माता का एक सदी से पुराना स्थान हैं। इसी स्थान में पत्थर का हाथी भी है। इस स्थान की प्रसिद्धि चारो और प्रसिद्ध है। यहां आने वाले श्रृद्धालु खाली हाथ नहीं जाता है।

ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम चुरिया में स्थित माता के स्थान में माता अपने भक्तों की मुरादें पूरी करती हैं। यहां के पुजारी महेन्द्र का परिवार पिछले पांच पीढिय़ों से माता की सेवा कर रहे है। माता यहां अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ती के लिए प्रसिद्ध है। यही कारण है कि इतने दूरस्त अंचल में भी वर्ष भर माता के भक्तों की भीड़ लगी रहती है। माता की $कृपा ऐसी है कि कोई भी भक्त अपनी जो मन्नत माता के इस दरबार में लेकर आता है माता उसकी समस्त आकांक्षाओं को पूरी कर उसकी समस्या का समाधान करती है।

माता की प्रसिद्धि दूर-दूर तक है फैली 

माता के दरबार में चैत्र एवं शारदेय नवरात्र दोनो में जबारे बोए जाते हैं एवं घट स्थापना कर विशेष अनुष्ठान पूजन किया जाता है। यहां पर अष्टमी एवं नवमी के दिन मंदिर में श्रृद्धालुओं की विशेष भीड़ रहती है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि उनका परिवार पिछली 5 पीढ़ीयों से माता की सेवा कर रहा है। माता के कई चमत्कार क्षेत्र में उनके भक्तों के बीच प्रसिद्ध हैं, कोर्ट केस एवं शत्रुओं के संकट में फंसे, निसंतान दम्पत्तियों के बीच तो माता की प्रसिद्धी दूर-दूर तक फैली हुई है। श्रृद्धालुओं का वर्ष भर यहां आना जाना लगा रहता है।

पवित्र हृदय की पहचान कराता है हाथी की प्रतिमा 

मंदिर परिसर में एक पत्थर का हाथी है। जिसमें एक छेद है जिसको लेकर मन्यता है कि जो पवित्र ह्रदय का व्यक्ति होता है वहीं इसके आर पार हो पाता है। यदि किसी के मन में कोई खोट है और इसे पार करने की कोशिश करता है तो वह बीच में ही फंस जाता है। फिर माता से क्षमा याचना मांगने पर ही निकल पाता है। मंदिर एवं परिसर में कई प्राचीन देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं।

अन्य राज्यों से भी आते है भक्त

बताया गया कि ग्राम चुरिया में स्थित माता के दरबार में पूजन, दर्शन और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए आस पास के जिले बालाघाट, डिंडौरी, जबलपुर, सिवनी के साथ अन्य राज्यों के अनेकों भक्त अपनी मनोकामना लेकर यहां माता के दरबार में पहुंचते है। भक्त अपनी श्रृद्धानुसार चढ़ावा, फल, श्रृंगार भेंटकर माता से अपनी मन्नत मांगते है। माता के भक्तों में क्षेत्र की कई बड़ी राजनैतिक हस्तियां भी शामिल हैं जो माता का आर्शीवाद लेने को अक्सर यहां आया करती हैं। मंदिर एवं प्रतिमा का केवल धार्मिक महात्व न होकर एक ऐतिहासिक महत्व भी है, लेकिन मंदिर के विकास एवं संरक्षण सही ढंग से नहीं हो पा रहा है।



मनचाहा फल देती है भूं-फोड़ माता

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर कान्हा रोड पर स्थित ग्राम जहरमऊ में भूं-फोड.माता मंदिर में जवारे कलश श्रद्धालु भक्तों के द्वारा स्थापित किए गए हैं, जहां सुबह से श्रद्धालु भक्तों का जल ढारने के लिए तांता लग रहा है दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

बताया गया कि वर्षो पूर्व स्वप्न देकर जमीन से बाहर आई भूं-फोड़ माता की चमत्कारिक कहानी है। बुजूर्गो का कहना है कि यहां आने वाले भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। यहां आने वाले लोगों सच्चे मन से जो भी मनोकामना करते है,माता उन्हें मनचाहा फल देती है।


नवरात्र का दूसरा दिन

  • भक्त कर रहे शक्ति की आराधना
  • आज होगी मॉं के तीसरे रूप माता चंद्रघंटा की आराधना

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन माता ब्रम्ह्यचारिणी की पूजा अर्चना की गई। देवी मंदिरों, सिद्ध पीठों में स्थापित प्रतिमाओं के सामने माता ब्रम्ह्यचारिणी का आह्वान किया गया और माता को समस्त श्रृंगार अर्पित कर दुर्गा सप्तसती के पाठ किए गए। वहीं शहर के समस्त माता के मंदिरों में सुबह 4 बजे से ही जल ढारने भक्त पहुंचे। जल ढारने का यह क्रम सुबह 8 बजे तक चलता रहा। देवी मंदिरों में आकर्षक साज सज्जा की गई, देवी के दरबार रोशनी से जगमगा रहे है।
शहर के कुछ मंदिरों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूप रेखा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मंदिरों में मंडली के द्वारा जस के आयोजन शुरू हो गए है। नगर के प्रमुख मंदिरों में कलश जवारे रखे गए है। सुबह 8 बजे माता की आरती पूजा के बाद भक्तों को प्रसाद वितरण के कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे है। वहीं शाम की आरती की तैयारियां पूरे जोर शोर से पंडालों में व मंदिरों में हो रही है।

आज की जाएगी चंद्रघंटा माता की आराधना

आज शक्ति स्वरूपा व करूणा रूपा मॉं चंद्रघंटा माता की पूजा की जाएगी जो शक्ति का तीसरा रूप है। यह रूप परमशांति दायक व कल्याण करने वाला है। पवित्र मन से माता की आराधना करने से इस लोक से लेकर परलोक तक सुधरता है जो कि सद्गति देने वाला माता का स्वरूप है। देवी के मस्तक पर आधे घंटा के आकार का चंद्र है जो सोने के रंग जैसी चमकीला स्वरूप है। जिनकी 10 भुजाएं खडग़ के साथ अन्य अस्त्र शस्त्रों के साथ विभूषित है। सिंह पर सवारी कर देवी की मुद्रा युे के लिए तैयार है। इनके घंटे सी भयानक ध्वनि से अत्याचारी दानव, दैत्य राबस कांपते है। माता चंद्रघंटा की साधना से आलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते है। दिव्य सुंगधियों का अनुभव होता है। कई तरह की ध्वनियां इनके साधक को सावधान रखती है। देवी की आराधना साधक में वीरता, निर्भयता, सौम्यता, विन्रमता का विकास करती है। इनकी आराधना मन वचन, कर्म के साथ ही काया को विहीन विधि विधान के अनुसार परिशुे पवित्र करके मॉं के शरणागत होना चाहिए।



सजदे में झुके हजारों सिर, मांगी देश की तरक्की 

  • मनाई ईद, मांगी अमन चैन की दुआ

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मुख्यालय सहित अंचल में ईद-उल-फितर का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय में ईदगाह, महाराजपुर पौड़ी, महाराजपुर रेलवे स्टेशन में ईद की नमाज पढ़ी गई। रमजान के पाक माह में एक माह तक खुदा की इबादत करने के बाद जब गुरुवार को ईद का त्योहार आया तो हर किसी के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। लोगों ने एक साथ खुदा की इबादत की और फिर एक दूसरे के गले लगकर ईद की बधाइयां दी। ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गई। खुदा की शान में एक साथ हजारों सिर झुक गए और सभी ने अल्लाह से देश की तरक्की और अमन चैन की दुआ मांगी। जिसके बाद बच्चे, बूढ़े और जवानों ने गले लगकर ईद की बधाइंया दी।

रमजान का महीना इबादत के साथ गुजरा और तीस रोजे पूरे होने पर जश्न के माहौल के साथ सुबह शहर के ईदगाह में ईद की नमाज पढ़ी गई। इमामों ने रोजेदार और तमाम मुस्लिम बंधुओं को ईद की नमाज पढ़ाई। इसके बाद सभी बिंझिया कब्रिस्तान पहुंचे। कब्रिस्तान में जाकर अपने बुजुर्गाने दिन, जो कब्रिस्तान में आराम फरमा रहे हैं, उनके मजार पर फतिया पढ़कर खुदाबन करीम से उन्हें बख्शने के साथ ही जन्नत में जगह तक आता फरमाने की दुआएं की। रमजान के खत्म होने और इस्लामिक माह शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का पर्व मनाया गया। मुस्लिम समाज के लोगों ने जिला प्रशासन को व्यवस्थाओं के लिए आभार व्यक्त किया और सभी जिलेवासियों को ईद की शुभकामनाएं दीं। ईदगाह पर जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे।

मुस्लिम समाज के मस्जिद के इमाम द्वारा फूलों के गुलदस्ता भेंटकर ईद की बधाई दी गई। इसके साथ ही समाज के सभी बंधुओं द्वारा गले मिलकर ईद की बधाई दी। रमजान के महीने में एक महीने तक गर्मी में भूख-प्यास को सहन कर रोजा रखने के बाद मुस्लिम धर्मावलंबियों ने ईद मनाई। इसके लिए सुबह के समय मुस्लिम धर्मावलंबी जुलूस के साथ ईदगाह पहुंचें जहां पर ईद की विशेष नमाज अदा की गई। रमजान में 30 रोजों के बाद रोजेदारों के लिए ईद की खुशी का महत्व ही अलग है। इसके लिए घर के वृद्ध बच्चों सभी में उत्साह का माहौल था इस दौरान समाज के लोगों द्वारा गरीबों को दान किए गए।


ईद उल फित्र में गले मिलकर दी बधाई

मंडला महावीर न्यूज 29. मुस्लिम समुदाय के द्वारा ईद उल फित्र का त्यौहार धूम धाम से मनाया गया। जिसमे एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी और अमन चैन की दुआ मांगी। इस्लामिक कलेंडर के मुताबिक 12 माहो में सबसे बरकतों का महीना रमजान को माना जाता है। 30 दिन मुस्लिम समुदाय के लोगो द्वारा रोजा रखा जाता है और घरो मस्जिदों में इबादत की जाती है। रमजान में दीगर दिनों के अलावा विशेष नमाज तरावीह भी पढी जाती है, जिसमें कुरआने हाफिज के द्वारा पूरा कुरआन सुनाया जाता है।

30 रोजे के बाद खुदा की तरफ से रोजदारो को ईद का तोहफा दिया जाता है। जिसे ईद उल फित्र या मीठी ईद भी कहते है। इस दिन सुबह से लोग तैयार होकर ईदगाह की तरफ जाते है जहाँ पर विशेष नमाज पढ़ी जाती है। नमाज में रोजदारो के द्वारा जो मांगा जाता वह दुआ खुदा कुबूल करता है। ईद के अवसर पर रोजदारो द्वारा अपने और अपने देश में अमन, शांति और तरक्की की दुआ की गई। इस दौरान नारायणगंज टिकरिया पुलिस भी मौजूद रही।


अमन चैन की मांगी दुआ, उदयपुर में मनाई ईद

मंडला महावीर न्यूज 29.  इस्लाम धर्म के पवित्र माह रमजान के खत्म होने के बाद ईद उल फित्र मीठी ईद मनाई जाती है। इस्लाम के मुताबिक जो भी मुस्लिम पूरे माह रोजे रखता है और इबादत करता है उसे खुदा की तरफ से ईद का तोहफा मिलता है और ईद के नमाज के दौरान जो भी दुआ मांगी जाती है वह क़ुबूल होती है। मुस्लिम धर्मालम्बियो द्वारा पूरे माह रोजा रखकर इबादतें की गई। इस माह में विशेष नमाज भी अदा की जाती है जिसे तराबीह कहाँ जाता है। ईद के दिन बड़े बुजुर्ग बच्चे नए लिबाज पहनकर ईदगाह की तरफ जाते है और विशेष नमाज अदा करते है।

नमाज के बाद सभी लोगो की सलामती और देश में अमन शांति की दुआ की। नमाज उदयपुर आला मस्जिद के इमाम मौलाना आबिद रजा ने अदा कराई। नमाज के बाद सभी लोगो ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। छोटे बच्चों को प्यार और ईदी दी गई। दिन भर दावतों को दौर चलता रहा। जिसमें आला मस्जिद उदयपुर के सदर इकबाल अहमद, अब्दुल गनी, अब्दुल करीम, मो ताहिर, शेख रमजान, सरपंच बलदेव परते, उपसरपंच जगदीश यादव, मो गुलाम, मो सब्बीर, मेहबूब, हैदर अली मो नोसाद, दाऊद, अब्दुल वकील समेत सभी मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित रहे। इसके साथ ही बीजाडांडी पुलिस का भी सहयोग सराहनीय रहा।



निवास के ऑटो पार्ट्स की दुकान में लगी भीषण आग

  • दुकान जलकर हुई खाक, 10 लाख रुपये का हुआ नुकसान

मंडला महावीर न्यूज 29. गर्मी अपने शबाब पर हैं। जिसके कारण इन दिनों आगजनी की घटनाएं भी जिले में लगातार सामने आ रही हैं। निवास नगर के शतचंडी मार्केट में स्थित मुस्कान ऑटो पार्ट्स हार्डवेयर की दुकान में सोमवार की सुबह करीब पांच बजे अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल वाहन मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दुकान में रखा पूरा सामान जलकर खाक हो गया था।

दुकान संचालक राजेश रजक ने बताया कि उन्हें सोमवार की सुबह किसी अन्य व्यक्ति ने फोन करके बताया कि उनकी दुकान में आग लगी है। उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर दमकल वाहन को सूचना दी, लेकिन तब तक सामान जलकर खाक हो गया था। आग कैसे लगी, इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। संचालक राजेश रजक ने लगभग दस लाख रुपये का नुकसान होना बताया है। घटना की जांच निवास पुलिस कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे


 


चैत्र नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में रही भीड़

  • जल ढारने लगी रही कतार, नगर हुआ देवीमय
  • आज होगी माँ ब्रम्हचारिणी की पूजा

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र नवरात्र के पहले दिन नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के देवी मंदिरों में भक्तों का सैलाब माँ दुर्गा की पूजन अर्चन के लिए लगा रहा। हर तरफ देवी मां के जयकारों और मंत्रोच्चार की गूंज रही। नगर के सिद्ध पीठों, देवी मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। हाथ में सिंदूर, नारियल, चुनरी और फूल-माला लिए कतार में खड़े श्रृद्धालु जय माता दी के जयकारे लगाते हुए बारी-बारी से उनके दर्शन कर पूजा-अर्चन किये। पंडित विजयानंद शास्त्री ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के दौरान मां दुर्गा का व्रत रखकर उनकी पूजा-अर्चना करने से देवी मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है। नवरात्र वर्ष में दो बार आते हैं। नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के पहले रूप शैलुपत्री और बाकी आठ दिन मां के अन्य रूपों की पूजा की जाती है।

हुई घट स्थापना 

देवी मंदिरों एवं शक्तिपीठों में शुभ मुहूर्त में घट स्थापना हुई। पहले दिन भक्तों ने मां शैल पुत्री की पूजा-अर्चना की। मंदिरों में सुबह से ही माता के दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था जो देर रात तक चलता रहा। श्रृद्धालुओं ने माता को जल अर्पित कर मंगल कामना की। देवी मंदिरों में विविध अनुष्ठान और भजन-कीर्तन शुरू हुए। भक्त नवरात्र में माता की आराधना में लीन रहेंगे। पहले दिन मां शैलपुत्री का विशेष श्रृंगार हुआ।

जल ढारने लगी रही कतार 

सुबह से ही शहर की विभिन्न देवी मंदिरों, सिद्धपीठ में भक्तों की भीड़ जल ढारने के लिए लग गई। नगर की खैरमाई, सिंहवाहिनी मंदिर, रपटाघाट दुर्गा मंदिर, मरहाई माता मंदिर, काली मंदिर, पीपल घाट मंदिर, उपनगर के ज्वालाजी मंदिर, बूढ़ीमाई मंदिर, नीम वाली माता, खैरमाई मंदिर, सिद्ध पीठ शीतला मंदिर, बस स्टेंड खैरमाई मंदिरो समेत अन्य देवी के दरबारों में भक्तों की कतार जल ढारने लगी रही। यह क्रम आठ दिनों तक सभी देवी मंदिरों में चलेगा।

आज होगी माँ ब्रम्हचारिणी की पूजा 


मां दुर्गा के उपासक और भक्त को अनंत कोटि फल प्रदान करने वाली मां ब्रहचारिणी की पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती है। मां दुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप ब्रम्हचारिणी का है। माता ब्रह्मचारिणी का स्वरुप बहुत ही सात्विक और भव्य है। यहां ब्रम्ह का अर्थ तपस्या से है। मां दुर्गा का यह स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देने वाला है। इनकी उपासना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है। ब्रम्हचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानी तप का आचरण करने वाली देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं। पूर्व जन्म में इस देवी ने हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था और नारदजी के उपदेश से भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात ब्रम्हचारिणी नाम से अभिहित किया गया।



सनातन संस्कृति का संरक्षण करने मातृशक्तियों ने निकाली भव्य वाहन रैली

  • हिंदू नववर्ष के अवसर में पीएचई कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके भी हुईं शामिल

मंडला महावीर न्यूज 29. हिंदू नववर्ष और चैत्र नवरात्रि के शुभारंभ अवसर में सनातन धर्मोत्सव परिवार द्वारा रविवार को भव्य मातृशक्ति वाहन रैली का आयोजन किया गया। यह पहली बार था जब सनातन परिवार द्वारा हिन्दु नववर्ष में वाहन रैली आयोजित की। इस वाहन रैली में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रैली में प्रदेश की केबिनेट मंत्री श्रीमती संपतिया उइके भी शामिल हुईं।

रैली की शुरुआत से पहले राजीव कॉलोनी स्थित बजरंग व्यायाम शाला में काशी विश्वनाथ गुरूकुल के आचार्य भीमदेव द्वारा हवन, पूजन कराया गया। जिसमें मातृशक्तियों द्वारा हवन पूजन किया गया। रैली का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके द्वारा भगवान श्रीराम के तैल्यचित्र पर माल्र्यापण कर किया गया। इसके बाद महिलाओं ने भगवा वस्त्र और पगड़ी धारण कर, भगवा ध्वज लहराते हुए और जय श्री राम का जयघोष करते हुए एक सुव्यवस्थित और अनुशासित वाहन रैली निकाली। यह रैली नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए लालीपुर चौक दुर्गा मंदिर में संपन्न हुई। रैली के समापन पर केबिनेट मंत्री संपतिया उइके भी महिलाओं के साथ नृत्य करती नजर आईं।

रैली की मीडिया प्रभारी पूजा ज्योतिषी ने बताया कि हिंदु नववर्ष और चैत्र नवरात्र के अवसर पर आयोजित वाहन रैली में 200 से अधिक महिलाओं ने अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना, समाज में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना और सनातन संस्कृति का संरक्षण करना है। रैली के समापन पर रंजीत कछवाहा, अखिलेश सोनी, राजा यादव, नीरज अग्रवाल समेत अन्य लोगों ने मातृशक्तियों का स्वागत अभिवादन किया।



श्रृद्धा भक्ति और उल्लास के साथ मनाया चैटीचण्ड्र महोत्सव

  • वाहन रैली, आरती, पूजा, अरदास और शोभायात्रा के साथ हुए विविध आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. सिंधी समाज के आराध्य देव वरुण अवतार भगवान श्री झूलेलाल सांई का जन्मदिवस चैटीचण्ड्र महोत्सव के रूप में मंडला के सिंधी समाज द्वारा पूरे भक्ति भाव और उल्लास के साथ मनाया गया। पूज्य सिंधी पंचायत, सिंधु नवयुवक मंडल एवं मातृशक्ति संगठन के तत्वावधान में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान पूज्य सिंधी पंचायत के सदस्यों ने विश्व हिंदू परिषद के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष एवं समाज के गणमान्य नागरिक अधिवक्ता मनोज फागवानी एवं उपाध्यक्ष शक्ति क्षेतीजा को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

महोत्सव की शुरुआत एक सप्ताह पूर्व गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ से हुई, जिसका नियमित रूप से पाठन किया गया। पंडित रानूनाथ शर्मा की उपस्थिति में भगवान श्री झूलेलाल सांई का जलाभिषेक किया गया। इसके बाद उनका भव्य श्रृंगार किया गया। श्री गुरुद्वारा साहिब में भजन, कीर्तन, आरती और पूजा के साथ सभी परिवारों की सुख-शांति के लिए अरदास की गई। सामाजिक जनों ने इस अवसर पर नाच-गाकर जन्मोत्सव की खुशियां मनाईं और साप्ताहिक पाठ का भोग कार्यक्रम संपन्न हुआ। समाज के सदस्यों ने गुरु ग्रंथ साहिब पर चोला चढ़ाया। भाई साहब हरनाम उदासी द्वारा पल्लव पूजा का कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसके बाद विशाल आम लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें सभी उपस्थित लोगों ने प्रसादी ग्रहण की।

वाहन रैली का जगह-जगह हुआ स्वागत 

प्रात: काल सामाजिक जनों द्वारा विशेष वेशभूषा में एक भव्य वाहन रैली निकाली गई, जिसका शहर में जगह-जगह पर जोरदार स्वागत किया गया। भगवान झूलेलाल सांई के जयकारों से गुंजायमान यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी और पुन: गुरुद्वारा साहिब में समाप्त हुई। रैली का आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया और विभिन्न स्थानों पर स्वागतकर्ताओं ने स्वल्पाहार की व्यवस्था भी की। वाहन रैली में बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए, जिनमें युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया।

भगवान श्री झूलेलाल की झांकी के साथ निकली शोभायात्रा 

सायंकाल में श्री बहिराणा साहब का पूजन अर्चन किया गया और भगवान झूलेलाल, संत कंवर राम एवं अन्य महापुरुषों की आकर्षक झांकियों से सुसज्जित एक विशाल शोभायात्रा बैंड बाजों के साथ निकली। गुरु के जयकारों से गुंजायमान शोभायात्रा का मार्ग में अनेक स्थानों पर स्वागत सत्कार किया गया और स्वल्पाहार की व्यवस्था रखी गई। शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए मां नर्मदा के पावन तट पर पहुंची, जहां गुरु अरदास एवं पल्लव पूजा के साथ इसका समापन हुआ।

श्री झूलेलाल मंदिर अंबेडकर वार्ड में भी हुए आयोजन 

अंबेडकर वार्ड स्थित भगवानी बाई केवलराम श्री झूलेलाल मंदिर में भी चेट्रीचण्ड महोत्सव के अवसर पर विशेष आयोजन किए गए। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया और आरती-पूजा के साथ जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर विविध पकवानों के साथ चाट चौपाटी में स्वादिष्ट व्यंजनों का भी आयोजन किया गया। सायंकाल में बहिराणा साहब के साथ विधिवत पूजन अर्चन किया गया।



शनि और पितरों की शांति के लिए पीपल वृक्ष में जलाए घी के दीपक

  • नक्खी माई मंदिर में शनि शांति यज्ञ आयोजित

मंडला महावीर न्यूज 29. ढाई साल बाद शनि ग्रह 29 मार्च को कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में आए हैं। भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी शनि एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं तो कुछ राशियों के लिए शनि साढ़ेसाती, शनि ढैय्या और शनि महादशा शुरू होती है और कुछ राशियों के लिए यह समाप्त होती है। इस शनि गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। बताया गया कि शनि ढैय्या, शनि साढ़ेसाती और शनि महादशा के अशुभ प्रभाव को दूर करने और शनि गोचर के दौरान, शनि ग्रह के अच्छे परिणाम पाने के लिए देश भर में प्रसिद्ध तीर्थों और मंदिरों में शनि देव की कृपा दृष्टि और शांति के लिए अनुष्ठान किए जाते हैं।

जानकारी अनुसार शनि ग्रह के ढाई साल बाद राशि परिवर्तन कर कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करने के अवसर पर नक्खी माई मंदिर परिसर स्थित शनि नवग्रह मंदिर में सर्व जन हिताय शनि शांति यज्ञ और अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इस दुर्लभ संयोग शनिश्चरी अमावस्या और शनिवार के दिन शनि गोचर पर शनि देव और नवग्रहों का जल, पंचामृत और तेल से अभिषेक किया गया। इसके बाद शनि देव को नए वस्त्र और आभूषण धारण कराए गए और नीले पुष्प, काले तिल, उड़द, बड़े, काले वस्त्र, काले अंगूर आदि अर्पित कर विशेष पूजा अर्चना की गई।

अनुष्ठान के दौरान बड़ी संख्या में शनि भक्तों ने शनि शांति के लिए आयोजित यज्ञ में आहुतियां डालीं और भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। शाम के समय भक्तों ने शनि और पितरों की शांति के लिए पीपल के वृक्ष पर घी के दीपक जलाए और 51 दीपों से महाआरती की। पंडित प्रमोद शुक्ला ने विधि-विधान से पूजा अर्चना और यज्ञ अनुष्ठान संपन्न कराया। यह आयोजन शनि ढैय्या, शनि साढ़ेसाती और शनि महादशा के अशुभ प्रभावों को दूर करने और शनि गोचर के दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से किया गया।



नियमों को दरकिनार कर ईट भट्टे का संचालन

  • अंजनिया क्षेत्र में कई जगह कारोबार, पर्यावरण नियमों की कर रहे अनदेखी

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले के कई क्षेत्रों में नियमों को दरकिनार कर ईट भट्टे का संचालन कर ईटें बनाई जा रही हैं। जिले में बड़ी संख्या में ईट भट्टे चल रहे है, लेकिन अधिकांश ऐसे हैं जो नियमों के मुताबिक ईंट का निर्माण नहीं कर रहे हैं। कई ईट भट्टे संचालकों के पास पर्यावरण की स्वीकृति भी नहीं है। नियमों को दरकिनार कर ईट बेचकर संचालक अपनी जेब भर रहे है। इन ईट भट्टे संचालकों पर संबंधित विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।

जानकारी अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों बिना लाइसेंस के ईट भट्टे का संचालन धड़ल्ले से जारी है। जिस पर जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है। संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में होने के बाद भी आंख बंद करके सब देख रहे है। बताया गया कि ईट भट्टा संचालन के लिए एनजीटी के आदेशानुसार ईट भट्टा संचालकों को एनओसी लेनी पड़ती है, इसके बाद ही ईट भट्टों का संचालन करना पड़ता है। ईट भट्टा संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के अभाव में इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। ईंट ठेकेदारों द्वारा पर राजस्व, खनिज और जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा अनदेखी की जा रही है। नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाते अनगिनत ईट भट्टे संचालित हो रहे हैं। इससे पर्यावरण तो प्रदूषित हो ही रहा है, इसके साथ ही राजस्व को होने वाले आय का भी नुकसान हो रहा है। बड़े पैमाने पर ईंट का निर्माण कर शासकीय व निजी जमीन के खनन करने में लगे हुए हैं। जंगल से मुफ्त की लकड़ी से ईंट पकाया जाता है, जिसके कारण प्रति हजार ईट तीन से चार हजार रुपए में बेचकर अपनी जेब भर रहे है।

यहां हो रहा ईट भट्टे का संचालन 

जनपद पंचायत बिछिया के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्र अंजनिया पंचायत और उसके आसपास गांव जिगराघाट, खामटीपुर, बोकर, बगली, नारा दिवारा, बंजी, अहमदपुर, डुडका, रामनगर, मांद समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध ईट भट्टे का कारोबार बेखौफ चल रहा है। इससे खनिज विभाग को हर महीने लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है। मगर ईट भट्टे संचालकों पर कार्रवाई नहीं होने से संचालकों के हौसले बुलंद है। इसके साथ ही नारायणगंज क्षेत्र में भी ईट भट्टे संचालित हो रहे हैं।

पर्यावरण को हो रहा नुकसान 

अवैध ईट भट्टो से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि राजस्व एवं जंगल की लकड़ी, पानी, मिट्टी, चोरी की बिजली का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसके कारण लगातार भू-जल स्तर गिरता जा रहा है। बता दे कि उप तहसील अंजनिया के आसपास के क्षेत्र के गांवो में अवैध ईट भट्टे का संचालन जोरों पर है, लेकिन भट्टे संचालकों पर कार्रवाई न होने के कारण ईट भट्टों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इससे प्रशासन भी बेखबर है।

ग्रामीण ईलाके में नहीं हो सकते संचालित भट्टे 

बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल, दफ्तर, कार्यालय के अलावा पेड़ पौधों की 800 मीटर परिधि से दूर अवैध ईट भट्टे का संचालन करने का नियम है, लेकिन इन गांव में इनका पालन नहीं हो रहा है। वही अंजनिया के इन गांव से सटकर कान्हा नेशनल पार्क भी है। जिससे वन संपदा को क्षति पहुंच रही है। इस पर भी संबंधित विभाग का ध्यान नहीं है।

प्रदूषण से बचने नियमों का पालन नहीं 

ईट भट्टे के संचालन में प्रदूषण नियंत्रण के लिए तय मानकों की जमकर अनदेखी हो रही है। निर्देश के बावजूद परंपरागत तरीके से बिना चिमनी लगाए खुले में ईंटों को पकाया जा रहा है। इससे निकलने वाले विषैले धुएं से आसपास के रहवासियों में गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ईट भट्टों का संचालन करने वाले नियमों का पालन नहीं कर रहे है। बिना अनुमति के ही नियमों की धज्जियां उड़ाकर वातावरण को प्रदूषित किया जा रहा है।



 


मातृशक्ति निकालेगी भव्य वाहन रैली

  • दोपहर 3 बजे राजीव कॉलोनी दुर्गा मंदिर से रैली का होगा शुभारंभ
  • आयोजन संबंधी सनातन धर्मोत्सव परिवार की बैठक आयोजित

मंडला महावीर न्यूज 29. श्रीराम मंदिर पड़ाव में सनातन धर्मोत्सव परिवार मंडला शहर की मातृशक्तियों की अंतिम बैठक आयोजित की गई। बैठक में आज 30 मार्च को निकलने वाली दो पहिया वाहन रैली की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।

रैली की मीडिया प्रभारी पूजा ज्योतिषी ने बताया कि सनातन धर्मोत्सव परिवार द्वारा आयोजित मातृशक्ति वाहन रैली का शुभारंभ आज दोपहर 3 बजे राजीव कॉलोनी दुर्गा मंदिर से किया जाएगा। यह रैली नगर भ्रमण करते हुए लालीपुर चौक दुर्गा मंदिर में संपन्न होगी। आयोजक समिति ने मंडला जिले की समस्त मातृशक्तियों से भगवा वस्त्र और पगड़ी धारण कर इस दो पहिया वाहन रैली में शामिल होने की अपील की है। इसके साथ ही सभी से अपने घर और वाहन पर भी भगवा ध्वज लगाने का आग्रह किया गया है। सनातन धर्मोत्सव परिवार की ओर से पहली बार आयोजित इस वाहन रैली को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह और जोश है।

इस रैली का मुख्य उद्देश्य महिलाओं में धार्मिक एवं सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाना, समाज में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना और सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं प्रसार को बढ़ावा देना है। यह आयोजन मातृशक्ति के सम्मान, उनके अधिकारों एवं कर्तव्यों पर प्रकाश डालने के साथ-साथ सामाजिक एकता एवं संस्कारों को मजबूत करने का भी एक माध्यम है। यह रैली धार्मिक मूल्यों की पुनर्स्थापना और महिलाओं की आध्यात्मिक भूमिका को सशक्त बनाने का प्रयास भी करेगी।



सीनियर राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिता में मंडला के पांच खिलाड़ी चयनित

  • राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में मंडला ने जीता रजत एवं कांस्य पदक

मंडला महावीर न्यूज 29. खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा 57 वीं सीनियर राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिता चल रही है। प्रतियोगिता 4 अप्रैल तक पुरी, ओडिशा में आयोजित होने जा रही है। इस सीनियर राष्ट्रीय खो-खो प्रतियोगिता में मंडला जिले के पांच खिलाडिय़ों का चयन हुआ है। बताया गया कि इससे पूर्व मध्यप्रदेश एमेच्योर खो-खो संघ द्वारा 57वीं सीनियर राज्य खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन जबलपुर में 26 से 28 मार्च तक किया गया था। इस प्रतियोगिता में मंडला जिले से पुरुष एवं महिला वर्ग के 15-15 खिलाडिय़ों ने भाग लिया था। लीग कम नॉकआउट पद्धति पर आधारित इस प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में 22 और महिला वर्ग में 19 जिलों की टीमों ने हिस्सा लिया। मंडला की दोनों ही टीमें लीग चरण में अपने-अपने पूल में विजेता रहीं।

बताया गया कि नॉकआउट चरण में पुरुष वर्ग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्री-क्वार्टर में सीहोर, क्वार्टर फाइनल में शहडोल और सेमीफाइनल में रीवा को हराकर फाइनल में प्रवेश किया, जहां उन्हें जबलपुर से हार का सामना करना पड़ा और वे उपविजेता रहे। वहीं, महिला वर्ग में मंडला की टीम ने प्री-क्वार्टर में मैहर और क्वार्टर फाइनल में सतना को पराजित किया, लेकिन सेमीफाइनल में मेजबान जबलपुर से हारने के कारण उन्हें संयुक्त तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।

प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मंडला के पांच खिलाडिय़ों का राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया है। पुरुष वर्ग से अनुराग यादव, रविंद्र पूशाम, सागर मरावी तथा महिला वर्ग से राधिका उइके एवं श्रुति मरावी राष्ट्रीय टीम में चुने गए हैं। यह सभी खिलाड़ी जिला खो-खो प्रशिक्षण केंद्र, पुलिस लाइन, मंडला में एनआईएस कोच डॉ. आकाश खत्री से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।

खिलाडिय़ों की इस उपलब्धि पर जिला खेल अधिकारी रविंद्र ठाकुर, प्रशिक्षक सोना दुबे, जसवंत अहिरवार, मोहन ठाकुर, शशांक मिश्रा, पंकज, त्रिलोक, करुणा, रामवती परते, उमेश नंदा, पुरुषोत्तम नेताम तथा खेल प्रेमियों ने खिलाडिय़ों और प्रशिक्षक को बधाई दी है।



एफएलएन मेला के द्वितीय चरण के साथ वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित

  • अगामी अप्रैल माह में बच्चों को नियमित विद्यालय आने की शपथ दिलाई गई

मंडला महावीर न्यूज 29. शासकीय माध्यमिक शाला सर्रा पिपरिया में कक्षा पहली और दूसरी के बच्चों के लिए एफएलएन मेला द्वितीय चरण का आयोजन किया गया। ग्राम सरपंच मीरा सिंगराम, उपसरपंच बिरिया वरकड़े और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों की उपस्थिति में बच्चों की शारीरिक, बौद्धिक, भाषा, गणित और लेखन कौशल जैसी दक्षताओं का खेल-खेल में आकलन किया गया। मेले में बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और सरपंच व उपसरपंच ने उन्हें प्रोत्साहित करते हुए पुरस्कृत किया।

आयोजन के अंतर्गत कक्षा तीसरी से आठवीं तक के विद्यार्थियों का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। कक्षा आठवीं में संध्या संतोष भलावी ने 83.66 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम स्थान, सागर संतोष उइके ने 82.5 प्रतिशत अंकों के साथ द्वितीय स्थान और अभय संतोष मरकाम एवं साधना खेमचंद कोडापे ने 80 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा पांचवीं में रागनी पारस उइके 78.75 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम, आभा सुखमन उइके 73.25 प्रतिशत अंकों के साथ द्वितीय और किरण दरबारी वलाड़ी 72.5 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय स्थान पर रहीं। कक्षा तीसरी में निशा रामकुमार भलावी 75.43 प्रतिशत, कक्षा चौथी में वसुदा प्रमोद उइके 86.89 प्रतिशत, कक्षा छठवीं में अमन अजय मरावी 73.96 प्रतिशत और कक्षा सातवीं में राजेश्वरी संतोष तिलगाम 74.22 प्रतिशत ने अपनी-अपनी कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया। विशेष रूप से, कक्षा चौथी की छात्रा वसुधा प्रमोद पंद्रो ने पूरे विद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए।

शाला प्रबंधन समिति की वरिष्ठ शिक्षिका ने सभी बच्चों को आगामी अप्रैल माह में नियमित रूप से विद्यालय आने, अपने मोहल्ले के अन्य छात्रों को भी नियमित आने के लिए प्रेरित करने और अगले वर्ष अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए प्रयास करने की शपथ दिलाई। शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संतोष तिलगाम, प्रभारी शिक्षक संजीव सोनी, सुरेश श्रीवास्तव, गणेश ठाकुर, पार्वती झारिया, सुखवती मर्सकोले, दशरथ पगाड़े और मीना मरावी ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।



6 वर्षीय जैद ने रखा पहला रोजा

मंडला महावीर न्यूज 29.मुस्लिम धर्मावलंबियों के पवित्र माह रमजान में बच्चों का रोजा रखने का उत्साह देखते ही बनता है। कलेक्ट्रेट हाउसिंग सोसायटी निवासी सैयद कमर अली के पोते और सैयद इम्तियाज अली के बेटे सैयद जैद अली ने रमजान माह के 28 वें रोजे के दिन शनिवार को अपना पहला रोजा रखा। 6 वर्ष की उम्र में जैद ने पहली बार सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रखकर अपनी श्रद्धा का परिचय दिया।


 


सृष्टि आरंभ दिवस पर आज निकलेगी चुनरी व कलश यात्रा

मंडला महावीर न्यूज 29. नमामि नर्मदे महाआरती ट्रस्ट माहिष्मति घाट मंडला के तत्वावधान में सृष्टि आरंभ दिवस वर्ष प्रतिपदा विक्रम संवत 2082 के शुभारंभ के अवसर पर आज 30 मार्च की शाम 5 बजे भव्य चुनरी एवं कलश यात्रा का आयोजन किया गया है। यह यात्रा मां शीतला माता मंदिर जेल ग्राउंड से शुरू होकर माहिष्मति घाट पर संपन्न होगी। नमामि नर्मदे महाआरती ट्रस्ट माहिष्मति घाट ने सभी मंडलावासियों को इस पवित्र यात्रा में शामिल होने के लिए सादर आमंत्रित किया है।


सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ चैत्र नवरात्र की शुरूआत

  • आज से चैत्र नवरात्र आरंभ
  • आज होगी मॉं शैलीपुत्री का पूजन
  • मंत्र जाप से होती मनोकामना पूर्ण
  • शक्ति की आराधना के लिए नवरात्र उत्तम

मंडला महावीर न्यूज 29. चैत्र शुक्ल पक्ष की नवरात्र का आरंभ आज 30 मार्च से प्रारंभ होगा। इसी दिन से हिंदु नवसंवत्सर का आरंभ भी होता है। चैत्र मास के नवरात्र को वार्षिक नवरात्र कहा जाता है। इन दिनों नवरात्र में शास्त्रों के अनुसार कन्या या कुमारी पूजन किया जाता है। कुमारी पूजन में दस वर्ष तक की कन्याओं का विधान है। नवरात्रि के पावन अवसर पर अष्टमी व नवमी के दिन कुमारी कन्याओं का पूजन किया जाता है। मां दु्र्गे की आराधना का पर्व नवरात्र वर्ष में दो बार आता है, एक चैत्र मास में, दूसरा आश्विन मास में। अश्विन मास की नवरात्रि के दौरान भगवान राम की पूजा और रामलीला अहम होती है जबकि चैत्र मास की नवरात्रि पूरी तरह देवी मां की पूजा पर आधारित होती है। चैत्र नवरात्र की अपनी विशिष्टता और महत्ता है। इस साल चैत्र नवरात्र 30 मार्च से शुरू हो रही है।

पंडित नीलू महाराज ने बताया कि नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र पर्व में माँ दुर्गा के नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धदात्री देवी की पूजा का विधान है। नवरात्र के इन प्रमुख नौ दिनों में लोग नियमित रूप से पूजा पाठ और व्रत का पालन करते हैं। दुर्गा पूजा के नौ दिन तक देवी दुर्गा का पूजन, दुर्गा सप्तशती का पाठ इत्यादि धार्मिक क्रिया, पौराणिक कथाओं में शक्ति की अराधना का महत्व व्यक्त किया गया है। इसी आधार पर आज भी माँ दुर्गा जी की पूजा संपूर्ण भारत वर्ष में बहुत हर्षोउल्लास के साथ की जाती है।

घट स्थापना से शुरू होती है पूजा 

चैत्र नवरात्र पूजन का आरंभ घट स्थापना से शुरू हो जाता है। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन प्रात: स्नानादि से निवृत हो कर संकल्प किया जाता है। व्रत का संकल्प लेने के बाद मिटटी की वेदी बनाकर जौ बौया जाता है। इसी वेदी पर घट स्थापित किया जाता है। घट के ऊपर कुल देवी की प्रतिमा स्थापित कर उसका पूजन किया जाता है। दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है और इसके साथ ही लोग अखंड ज्योत भी जलाते है।

मंत्र जाप से होती मनोकामना पूर्ण 

दुर्गा पूजा के साथ इन दिनों में तंत्र और मंत्र के कार्य भी किये जाते है। बिना मंत्र के कोई भी साधाना अपूर्ण मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार हर व्यक्ति को सुख, शांति पाने के लिये किसी न किसी ग्रह की उपासना करनी ही चाहिए। माता के इन नौ दिनों में ग्रहों की शान्ति करना विशेष लाभ देता है। इन दिनों में मंत्र जाप करने से मनोकामना शीघ्र पूरी होती है। नवरात्र के पहले दिन माता दुर्गा के कलश की स्थापना कर पूजा प्रारम्भ की जाती है। तंत्र-मंत्र में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिये यह समय ओर भी अधिक उपयुक्त रहता है। गृहस्थ व्यक्ति भी इन दिनों में माता की पूजा आराधना कर अपनी आन्तरिक शक्तियों को जाग्रत करते है। इन दिनों में साधकों के साधन का फल व्यर्थ नहीं जाता है। मां अपने भक्तों को उनकी साधना के अनुसार फल देती है। इन दिनों में दान पुण्य का भी बहुत महत्व कहा गया है।

आज होगी मॉं शैलीपुत्री का पूजन

चैत्र नवरात्र 30 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेंगे। नवरात्र पर्व पर देवी मां की आराधना करने से वह प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सभी कष्टों का निवारण करती हैं और उन्हें सुख, समृद्धि प्रदान करती हैं। नवरात्र का पहला दिन माता शैलपुत्री की आराधना से शुरू होती है। मां दुर्गा अपने प्रथम स्वरूप में शैलपुत्री के रूप में जानी जाती हैं। पर्वतराज हिमालय के यहां जन्म लेने से भगवती को शैलपुत्री कहा गया। मॉं दुर्गा को सर्व प्रथम शैल पुत्री के रूप में पूजा जाता है। इनका वाहन वृषभ है। इस लिए यह देवी वृषारूढ़ा के नाम से जानी जाती है। इनके दाए हाथ में त्रिशूल और वायं हाथ में कमल सुशोभित है।

पूजन विधि और कलश स्थापना

नवरात्र के पहले दिन स्नान आदि के बाद घर में धरती माता, गुरुदेव व इष्ट देव को नमन करने के बाद गणेश जी का आह्वान करना चाहिए। इसके बाद कलश की स्थापना करनी चाहिए। इसके बाद कलश में आम के पत्ते व पानी डालें। कलश पर पानी वाले नारियल को लाल वस्त्र या फिर लाल मौली में बांध कर रखें। उसमें एक बादाम, दो सुपारी एक सिक्का जरूर डालें। इसके बाद मां सरस्वती, मां लक्ष्मी व मां दुर्गा का आह्वान करें। जोत व धूप बत्ती जला कर देवी मां के सभी रूपों की पूजा करें। नवरात्र के खत्म होने पर कलश के जल का घर में छींटा मारे और कन्या पूजन के बाद प्रसाद वितरण करें।

चैत्र नवरात्र की तिथि

इस वर्ष द्वितीया और तृतीया तिथि 31 मार्च को एक ही दिन लगने से तृतीया तिथि का क्षय हो रहा है, इसलिए चैत्र नवरात्र में आठ दिन ही व्रत रखे जाएंगे। इस वर्ष चैत्र नवरात्र में 30 मार्च को मां शैलपुत्री पूजन और घी का भोग लगाया जाएगा। 31 मार्च द्वितीया मां ब्रह्मचारिणी पूजन सुबह 9.12 बजे तक, चीनी का भोग, सायं काल दूध का भोग, 01 अप्रैल चतुर्थी मां कूष्मांडा पूजन, मालपुआ का भोग, 02 अप्रैल पंचमी मां स्कंदमाता पूजन केला का भोग, 03 अप्रैल षष्ठी मां कात्यायनी पूजन, मधु, शहद का भोग, 04 अप्रैल सप्तमी मां कालरात्रि पूजन, गुड़ का भोग, 05 अप्रैल अष्टमी मां महागौरी पूजन, नारियल का भोग, 06 अप्रैल नवमी मां सिद्धिदात्री पूजन, धान के लावा का भोग लगाया जाएगा। इसके साथ 07 अप्रैल को नवरात्रि का पारण किया जाएगा।

शुभ योग में नवरात्रि 

पंडित नीलू महाराज ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रि की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग, ऐंद्र योग, बुधादित्य योग, शुक्रादित्य योग और लक्ष्मीनारायण योग जैसे कई शुभ योगों में हो रही है। ये योग लाभदायक और उन्नति कारक माने जाते हैं। माना जाता है कि चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा की भक्तिभाव से पूजा-अर्चना करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।


पं राम गोपाल शास्त्री
नीलू महाराज वरदान आश्रम
अंजनिया 8435337499
8989445146


 


इस नवरात्र शेर पर नहीं, हाथी पर आएंगी मां दुर्गा

  • नौ दिन नहीं आठ दिन होगी माँ भवानी के नौ स्वरूपों की पूजा

मंडला महावीर न्यूज 29. हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व साल में चार बार आता है। इस साल पंचाग के अनुसार 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाली हैं, जो 6 अप्रैल तक चलेंगी। इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाएगी। नवरात्रि के पूजा में नियम और अनुशासन का विशेष महत्व बताया गया है। चैत्र नवरात्र कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा के सभी नौ स्वरूपों की पूजा शुरू हो जाएगी। यह पूजा इस वर्ष नौ दिनों तक नहीं होगी, इस वर्ष नवरात्र आठ दिन की है, जिसमें मां के नौ रूपों की पूजा की जाएगी। हालांकि इस साल मां दुर्गा शेर की बजाय हाथी पर सवार होकर आएंगी। देवी भागवत पुराण के अनुसार, माता दुर्गा का हाथी पर आगमन अत्यंत शुभ माना जाता है। हाथी को सुख-समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि जब माता हाथी पर आती हैं, तो देश में अच्छी बारिश होती है, जिससे फसलें अच्छी होती हैं और धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती है।

पंडित राम गोपाल शास्त्री नीलू महाराज ने बताया कि चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से शुरू होगी। नवरात्रि के नौ दिनों में इस वर्ष द्वितीया और तृतीया तिथि 31 मार्च को एक ही दिन होगी। जिसके कारण तृतीया तिथि का क्षय होने के कारण आठ दिनों की नवरात्र होगी। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चौथे दिन मां कुष्मांडा, पांचवें दिन मां स्कंदमाता, छठे दिन मां कात्यायनी, सातवें दिन मां कालरात्रि, आठवें दिन मां महागौरी और नौवें दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा आराधना नवरात्रि में की जाती है। 30 मार्च को घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 13 मिनट से प्रारंभ होगा और सुबह 10 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। घटस्थापना का अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।

दिन के अनुसार तय होता है वाहन 

नवरात्र में मां दुर्गा किस वाहन से धरती लोक पर आएंगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि नवरात्रि की शुरुआत किस दिन से हो रही है और यह नियम चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि दोनों में ही एक समान रूप से देखने को मिलता है। अगर नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार से होती है तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। अगर नवरात्रि का पहला दिन मंगलवार या शनिवार हो तो मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं, गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि आरंभ हो माता डोली में बैठकर आती हैं। वहीं बुधवार के दिन कलश स्थापना और नवरात्रि का पहला दिन हो तो मां दुर्गा नाव की सवारी करती हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च रविवार से शुरू हो रही है इसलिए मां दुर्गा हाथी पर आ रही हैं।

हाथी पर करेंगी मां दुर्गा प्रस्थान

पंडित विजया नंद शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष माता शेर पर नहीं हाथी पर सवार होकर आएंगी। धर्म शास्त्रों के मुताबिक जब नवरात्रि की शुरुआत सोमवार या रविवार को होता है तो माता की सवारी हाथी होती है। हाथी पर सवार होकर आना शुभ संकेत माना जाता है। इसके अलावा 6 अप्रैल रविवार को नवरात्रि का समापन होगा और माता रानी हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी। माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत माना जाता है।

अच्छी बारिश के संकेत 

बताया गया कि नवरात्रि 6 अप्रैल को समाप्त होगी। नवरात्र का समापन रविवार को होगा। माता के प्रस्थान की सवारी गज है। माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत होता है। यह संकेत अच्छी बारिश, खुशहाली और तरक्की का होता है। किसानों को फसल में अच्छा मुनाफा होगा तो देश दुनिया पर इसका अच्छा असर देखने को मिल सकता है।



श्री झूलेलाल साईं के गीतों पर सिंधु संगीत संध्या का हुआ आयोजन

  • भगवान श्री झूलेलाल एवं नवरात्रि पर्व के धार्मिक आस्था भक्ति गीतों पर झूम उठे श्रद्धालु

मंडला महावीर न्यूज 29. सिंधी समाज के द्वारा चैटीचण्ड्र महोत्सव के उपलक्ष में विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। इसी तारतम्य में शुक्रवार शाम को एक शाम सिंधीयत के नाम आयोजन किया गया जिसमें इंदौर से आए मशहूर कलाकार अजय मुकेश एवं मुंबई से आईं कलाकार प्रिया केसवानी ने धार्मिक,सामाजिक, भगवान झूलेलाल साईं की आराधना, आस्था गीतों पर मनमोहन प्रस्तुति दी।आयोजन की शुरुआत भगवान झूलेलाल की पूजा अर्चना से की गई.

इसके पश्चात पूज्य सिंधी पंचायत,सिंधु नवयुवक मंडल एवं सामाजिक जनों ने गीत गायक एवं उनकी टीम का फूल मालाओं से स्वागत सत्कार किया और अपनी खुशियां जाहिर कीं। इसके पश्चात् मनमोहक गीतों का सिलसिला चालू हुआ। गायकों ने अपनी सुरीली आवाज में भगवान झूलेलाल साईं की उपासना गीतों पर शानदार प्रस्तुति जिससे श्रद्धालु गण झूम उठे। आयोजन का उद्देश्य सिंधीयत की शान, सिंधी है हमारी बोली,घर-घर सिंधीयत की अलख जगाना है।

उन्होंने हमारी सिंधी बोली के प्रसार और रोजाना की दिनचर्या में इसको महत्व देने की बात कही और परिवारों से सिंधी बोली को प्रसारित करने की अपेक्षा की। कार्यक्रम में पुरुषों, महिलाओं एवं बच्चों ने गीतों पर झूम कर आराधना करते हुए सहभागिता की। आयोजन में प्रसादी के रूप में स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आस्था प्रेमी शामिल रहे और आयोजन को सफल बनाया।सिंधु संगीत संध्या में अंतिम चरण में सामूहिक रूप से पल्लव पूजा करते हुए सभी परिवारों की खुशहाली की कामना की गई।



भगवान झूलेलाल के जयकारों के साथ अंबेडकर चौक से निकली महिलाओं की वाहन रैली

  • सामाजिक महिलाओं की वाहन रैली का जगह-जगह किया स्वागत 
  • रैली में मिला पुलिस प्रशासन का सहयोग 

मंडला महावीर न्यूज 29. सिंधी समाज द्वारा भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव श्री चैटीचंड्र महोत्सव रविवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। सामाजिक जनों के द्वारा इसमें विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं। शुक्रवार को विशेष ड्रेस कोड के साथ महिलाओं की वाहन रैली निकाली गई। इसमें महिलाएं सफेद और लाल ड्रेस कोड में नजर आईं, महिलाओं ने सिर पर पगड़ी साफा बांधा और उत्साह के साथ आयोजन में शिरकत की। रैली अंबेडकर वार्ड, हनुमान घाट, पड़ाव, चिलमन चौक, बिझिंया, कटरा, नेहरु स्मारक एवं महाराजपुर के मुख्य मुख्य मार्गो से होकर भगवान झूलेलाल के जयकारों के साथ गुंजायमान रही। रैली में सामाजिक मातृशक्ति में विशेष उत्साह देख गया।

भगवान श्री झूलेलाल की जयंती अवसर पर पहली बार निकली सामाजिक महिलाओं की वाहन रैली का जगह-जगह स्वागत किया गया एवं स्वागत कर्ताओं के द्वारा स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। युवाओं से लेकर बड़ी उम्र तक की सामाजिक महिलाओं ने सहभागिता की और आयोजन को यादगार बनाया। रैली में जिला पुलिस प्रशासन का सहयोग मिला।


विमेन्स की फैंसी ड्रेस एवं सांस्कृतिक आयोजन ने मोहा मन

  • सिंधी समाज का चैटीचण्ड्र महोत्सव

मंडला महावीर न्यूज 29.  सिंधी समाज द्वारा चैटीचण्ड्र महोत्सव के पूर्व आयोजन की श्रृंखला में विमेन्स के लिए फैंसी ड्रेस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन की शुरूआत भगवान श्री झूलेलाल के पूजन अर्चन से की गई। इसमें कोमल क्षत्री ने आदरणीय महिला, रेखा मालवानी ने सचो सतराम दास, सपना क्षत्री ने अर्धनारेश्वर, मोना जसवानी ने सीता का अभिनय, पलक सीरवानी ने पदमावती, केसर सुखवानी ने मां नर्मदा, रिषिता जसवानी ने सिंधी पाकिस्तानी महिला, शारदा क्षत्री ने रानी लक्ष्मीबाई, लीला सुखवानी ने रिश्ता कराने वाली महिला, शोभा गुरवानी ने सिंधी बोली की भूमिका और मुस्कान मालवानी ने अपनी प्रस्तुति दी।
आयोजन में सामाजिक नन्हे बाल कलाकारों निशी जसवानी एंड ग्रुप, डिंपल क्षत्री एंड ग्रुप ने मनमोहक ग्रुप डांस एवं गायन के माध्यम से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर सहभागिता की। आयोजन में सामाजिक एवं भारतीय संस्कृति की धरोहर का समावेश रहा। आयोजन का उद्देश्य हमारी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखना एवं जागरूकता संदेश देना रहा।

आयोजन की विशेषता रही कि इसमें छोटी उम्र से लेकर बड़ी उम्र तक के सदस्यों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। आयोजन की अंत में सभी के लिए फ्री डांस और स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉली गुरवानी एवं महक सीरवानी ने किया, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में बेहतर परफॉर्मेंस को चयनित करने में निर्णायक भूमिका में दिव्या खत्री, गीता पमनानी, ज्योति वीरानी एवं रेखा गुरवानी का योगदान रहा। इस आयोजन में बड़ी संख्या में सामाजिक जन मौजूद रहे।



अतिथि शिक्षक की फर्जी नियुक्ति कर मानदेय का किया दुरूपयोग, जांच की मांग

  • नियमों की अनदेखी कर पैनल में शामिल आवेदकों को नहीं किया शामिल

मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड नारायणगंज तहसील के नवीन हाई स्कूल देवहार में अतिथि शिक्षक की फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है। स्कूल के प्रभारी जयदेव मार्को पर आरोप है कि उन्होंने अखिलेश वरकड़े नामक व्यक्ति को वर्ष 2024-25 के लिए अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त किया है, जबकि नियमों के अनुसार पूर्व पैनल में शामिल आवेदकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी।

आरोप यह भी है कि अखिलेश वरकडे की नियुक्ति में निर्धारित नियमों का पालन नहीं किया गया और न ही कोई सार्वजनिक विज्ञापन जारी किया गया। आवेदक विनय कुमार नामदेव और मनमोहन सिंह ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रभारी जयदेव मार्को और अखिलेश वरकडे ने मिलीभगत कर सरकारी मानदेय राशि का दुरुपयोग किया है, जो कि नियम विरूद्ध है।

आवेदको ने सहायक आयुक्त, आदिम जाति कल्याण विभाग और जिला शिक्षा अधिकारी से मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह नियुक्ति नियमों का उल्लंघन है और सरकारी धन का दुरुपयोग है। इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बताया गया कि यह मामला शिक्षा विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्व को रेखांकित करती है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी नियुक्तियां नियमों के अनुसार हों और सरकारी धन का दुरुपयोग न हो।


न्यायालय मार्ग से अतिक्रमणकारियों के हटाए कब्जे

  • विद्युत लाईन काटने के बाद हटाया गया अतिक्रमण, सामग्री की जप्त

मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद है कि प्रशासन की नाक के नीचे ही अतिक्रमण करने डरते नहीं। जिले में ऐसे अनेक अतिक्रमण है, जहां कब्जाधारी कब्जा जमाकर बैठे हुए है। अब इन्ही कब्जाधारियों को हटाने की शुरूआत मंडला जिला मुख्यालय में कई गई। मामला न्यायालय मार्ग का है, जहां मार्ग किनारें कई बिना अनुमति से अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया गया था। अब इन्हें यहां से हटाने की कार्रवाई की गई।

जानकारी अनुसार न्यायालय मार्ग में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है। शनिवार को मार्ग से अतिक्रमण हटाने के लिए पूरे अमले के साथ मंडला एसडीएम सोनल सिडाम पहुंची। जेसीबी, ट्रेक्टर सहित कर्मचारियों ने अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो कुछ लोगों ने पछपात का आरोप भी लगाया। कहा कि यहां कुछ लोग दो तीन वर्षों से दुकान लगा रहे हैं। हाल ही में कुछ टीन के टपरे जमा लिए हैं। मार्ग के दोनो और अतिक्रमण है लेकिन एक साइड से ही अतिक्रमण हटाया जा रहा है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पुलिस प्रशासन के साथ नगर पालिका, विद्युत विभाग का अमला मौजूद रहा। जहां विद्युत कनेक्शन ले लिया गया था वहां लाइन कटाने के बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।

अतिक्रमण से आवाजाही में हो रही परेशानी 

बताया गया कि न्यायालय मार्ग में नेहरु स्मारक रोड से कलेक्ट्रेट तक ठेले जमा कर कब्जा किए जा रहे हैं। जबकि यह वीआईपी मार्ग के साथ ही जिला अस्पताल पहुंचने वाली एम्बुलेंस के लिए भी उपयोग किया जाता है। एम्बुलेंस कर्मियों का मानना है कि शहर के बीच से आने पर समस्या अधिक होती है। यह मार्ग उनके लिए बेहतर है। लेकिन दिन ब दिन बढ़ते अतिक्रमण के कारण एंबुलेंस के साथ सामान्य वाहनों को भी समस्या होने लगी है।

कार्रवाई कर सामग्री की जप्त 

नेहरु स्मारक के पास एसडीएम कार्यालय के बनने एवं तहसील कार्यालय के निर्माणधीन होने के बाद इस मार्ग में अधिवक्ताओं के चेंबर के साथ चाय होटल की दुकान के लिए जगह रोकने का कार्य किया जा रहा है। कुछ ही समय में ठेले बनाकर जिला योजना भवन की बाउंड्री से सटाकर कब्जा जमाया जा रहा है। जबकि यह स्थान वाहन पार्किंग के लिए उपयोग किया जाता है। जगह नहीं मिलने पर न्यायालयीन कार्य के लिए आने वाले लोग भी अपने दो पहिया व चार पहिया वाहन मार्ग में खड़ा कर देते हैं। जिससे दूसरे वाहन चालकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण को संज्ञान में लेते हुए राजस्व व नगर पालिका की टीम ने कार्रवाई की है। नगर पालिका ने कुछ सामग्री को भी जब्त कर लिया है।



 


सम्पूर्ण नर्मदा परिक्रमा के बराबर है उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा का फल

  • मां नर्मदा उत्तरवाहिनी परिक्रमा का शुभारंभ
  • व्यास नारायण मंदिर में संकल्प लेकर श्रृद्धालुओं ने की यात्रा प्रारंभ
  • उत्तरवाहिनी परिक्रमा का समापन

मंडला महावीर न्यूज 29. नर्मदा नगरी मंडला में उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा विगत पांच वर्ष से की जा रही है। माहिष्मति मां नर्मदा उत्तरवाहिनी परिक्रमा आयोजन समिति के तत्वावधान में उत्तर वाहिनी नर्मदा परिक्रमा गुरूवार को प्रात: मंडला नगर के व्यास नारायण मंदिर में संकल्प लेकर यात्रा प्रारंभ की गई। दो दिवसीय इस नर्मदा परिक्रमा यात्रा में शामिल श्रृद्धालुओं ने किलाघाट से मां नर्मदा को नाव से पार करके दूसरे तट पर पुरवा स्थित मां सरस्वती प्रस्त्रवण तीर्थ दक्षिण तट पहुंचे। जहां कृष्ण मंदिर में पूजन के बाद नर्मदा बंजर संगम स्थल महाराजपुर संगम से होते हुए घाघी के लिए नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा प्रारंभ की।


जानकारी अनुसार उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा की यात्रा व्यास नारायण मंदिर किलाघाट से सुबह 5.30 बजे श्रद्धालु एकत्रीत हुए, जहां संकल्प पूजन कराया गया। सतखंडा घाट महाआरती से तट परिवर्तन सुबह करीब 6.30 बजे कराया गया। संगमघाट महाराजपुर में 7.30 बजे स्वल्पाहार के बाद यात्रा आगे बढ़ी। कारीकोन तिराहा में स्वागत किया गया। इसके बाद घुंघरू वाले बाबा आश्रम मानादेही में परिक्रमावासी थोड़ा विश्राम किये। इसके बाद खेरमाई मंदिर स्कूल परिसर, सिलपुरा में दोपहर भोजन विश्राम किया गया।

परिक्रमावासियों ने बताया कि उत्तरवाहिनी परिक्रमा का जगह-जगह स्वागत किया गया। भक्तों द्वारा सभी के लिए व्यवस्थाएं की। सिलपुरा से आगे बढ़ते हुए श्री निर्भय आश्रम घाघा, शासकीय हायर सेकेंड्री स्कूल घाघा, पुरुषोत्तम दास आश्रम-घाघी, गर्म पानी कुंड-बबैहा, शास हाई स्कूल-ग्वारी में संध्या आरती, रात्रि भोजन व विश्राम की व्यवस्था की गई है। आज 28 मार्च को घाघा-घाघी रात्रि विश्राम वाले यात्रियों का तट परिवर्तन किया जाएगा। इसके बाद कटरा, बिंझिया, उदय चौक आदि स्थानो में श्रद्धालुओं का स्वागत किया जाएगा। आज शुक्रवार की शाम को श्री व्यास नारायण मंदिर किलाघाट में यात्रा का समापन किया जाएगा।

तीन स्थान पर ही उत्तरवाहिनी है माँ नर्मदा 

आयोजन समिति ने यात्रा के संदर्भ में बताया कि मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से खंबात की खाड़ी तक मां नर्मदा का प्रवाह कभी उत्तर और कभी दक्षिण दिशा की ओर है। अमरकंटक से खंबात की खाड़ी तक के पूरे नर्मदा क्षेत्र में तीन स्थान ऐसे हैं। जहां मां नर्मदा उत्तरवाहिनी हुई हैं। इनमें से एक गुजरात में तिलकवाड़ा, दूसरा मंडला और तीसरा ओंकारेश्वर के पास का स्थान है। गुजरात के तिलकवाड़ा में उत्तरवाहिनी परिक्रमा वर्षो से की जा रही है।

सम्पूर्ण नर्मदा परिक्रमा के बराबर पुण्यदायक 

उन्होंने बताया कि मंडला में मां नर्मदा के दक्षिण तट में संगम घाट से घाघी तक या उत्तर तट के अनुसार किले घाट से बबैहा तक करीब 21 किमी तक का प्रवाह उत्तर दिशा की ओर है, और चैत्र मास में की गई। उत्तरवाहिनी नर्मदा की परिक्रमा को शास्त्रों में सम्पूर्ण नर्मदा की परिक्रमा के बराबर पुण्यदायक बताया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए समिति द्वारा विगत वर्ष से उत्तरवाहिनी परिक्रमा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार आयोजित परिक्रमा में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात राजस्थान, दिल्ली सहित प्रदेश भर से करीब 500 लोग शामिल हुए हैं।

आज शाम होगा समापन 

बताया गया कि गुरूवार प्रात: प्रारंभ हुई यात्रा शाम को घाघा-घाघी पहुंची, जहां रात्रि विश्राम कर अगली सुबह शुक्रवार को नर्मदा पार कर बबैहा गरम पानी कुण्ड पहुंचेगी। जहां से ग्वारी, फूलसागर, तिंदनी, गाजीपुर, कटरा, गौंझी, देवदरा होते हुये व्यास नारायण मंदिर पहुंचकर शाम को यात्रा का समापन होगा। जहां यात्रा के समापन पर प्रसादी का वितरण किया जाएगा।

जगह-जगह सेवादारों ने दी सेवा 

बताया गया कि माँ नर्मदा के भक्त उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा में शामिल सभी परिक्रमावासियों के लिए परिक्रमा पथ में सेवा करते नजर आए। कोई सेवादार फल बांट रहा था, तो कोई चाय पिला रहा था और कोई ठंडा पानी परिक्रमावासियों को उपलब्ध करा रहे थे। पंताजलि योग समिति परिवार द्वारा उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए फल की व्यवस्था कर उन्हें फल वितरित की।

इनका कहना है

मां नर्मदा के प्रति लोगों की ऐसी आस्था और विश्वास है कि प्रदेश के अनेक जिले से उत्तरवाहिनी परिक्रमा के लिए भक्त मंडला आए है। नर्मदा भक्तों में एक गजब का उत्साह है। उत्तरवाहिनी परिक्रमा में हर एक वर्ग शामिल है। लोगों के चेहरों में एक अलग चमक दिखाई दे रही है।


सुधीर कांसकार, समाजसेवी

उत्तरवाहिनी परिक्रमा में दूसरी बार आया हूं और मैया की असीम कृपा है कि इतनी तेज धूप में भी परिक्रमा पथ पर सेवादार परिक्रमावासियों की सेवा में तत्परता से लगे हुए है। किसी को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। मंडला जिले के नर्मदा भक्तों का सराहनीय कार्य है।


दुष्यंत कछवाहा, पुरवा

मैं मां नर्मदा का जितना भी गुणगान करूं वो कम है, मां की महिमा ऐसी है कि लोग को पापों से मुक्ती मिल जाती है। आज मंडला में उत्तरवाहिनी परिक्रमा में पैदल निकला हूं हर वर्ष मैं नर्मदा परिक्रमा करता हूं। मंडला में तीन वर्षो से मैं उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा कर रहा हूं।


अवनीश माहुली

सभी देवों में पूजनीय मां नर्मदा है, जिनके स्पर्श मात्र से मनुष्य के सभी रोग, दुख, दर्द दूर हो जाते हैं। मैं दूसरी बार मां नर्मदा की उत्तरवाहिनी परिक्रमा कर रहा हूं, आज मुझे इतनी अच्छा लग रहा है कि मैं नर्मदा के गोद में बैठ गया हूं। मंडला में मां नर्मदा की उत्तरवाहिनी परिक्रमा सराहनीय है।


राजकुमार कछवाहा

मां नर्मदा की ऐसी असीम कृपा है कि मुझे उत्तरवाहिनी माँ नर्मदा की परिक्रमा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस परिक्रमा में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात समेत अन्य प्रदेशों के नर्मदा भक्त पहुंचे है। स्थानीय प्रशासन से मांग है कि मंडला जिले में होने वाली उत्तरवाहिनी परिक्रमा के लिए व्यवस्था बनाई जाए।


सुरेश कछवाहा


हर एक की जुबान पर नमामि देवी नर्मदे के स्वर

  • व्यास नारायण मंदिर पहुंचे उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमावासी
  • प्रथम चरण में अभिषेक, पूजन, भंडारे के साथ हुआ उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा का समापन

मंडला महावीर न्यूज 29. नर्मदा नगरी मंडला में उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा विगत पांच वर्ष पहले प्रारंभ की गई। जिसके अंतर्गत महिष्मति मां नर्मदा उत्तरवाहिनी परिक्रमा आयोजन समिति के तत्वावधान में उत्तर वाहिनी नर्मदा परिक्रमा गुरूवार को प्रात: प्रारंभ की गई। मंडला नगर के व्यास नारायण मंदिर में संकल्प लेकर उत्तर वाहिनी नर्मदा परिक्रमा शुरू हुई। परिक्रमा का रात्रि विश्राम घाघा घाघी में हुआ। यहां राँित्र में भजन, कीर्तन किया गया। माँ नर्मदा की मनमोहक आरती भक्तों द्वारा की गई। हजारों की संख्या में यहां परिक्रमावासी के अलावा लोग मौजूद रहे।

दो दिवसीय उत्तर वाहिनी नर्मदा परिक्रमा के घाघा घाघी में रात्रि विश्राम के बाद प्रात: घाघा घाघी नर्मदा तट नाव से पार करके बबैहा गरम पानी कुण्ड पहुंचे। यहां गरम पानी कुण्ड में परिक्रमा में शामिल भक्तों ने गरम पानी कुण्ड व नर्मदा में स्नान कर यात्रा को आगे बढ़ाया। बबैहा में अल्प विराम के बाद यात्रा आगे की और बढ़ी। ग्वारी, तिंदनी होते हुए परिक्रमावासी कटरा पहुंचे। जहां से मां नर्मदा के जयकारे लगाते श्रृद्धालु राजेश्वरी वार्ड जहां से यात्रा प्रारंभ की थी वहां के लिए निकल पड़े। व्यास नारायण मंदिर में पूजन के बाद यात्रा का समापन किया गया।

42 किमी की रही यात्रा

उत्तरवाहिनी परिक्रमा का यह पांचवा वर्ष है। महाराजपुर संगम से घाघा-घाघी तक लगभग 21 किमी एक तट व 21 किमी बैबहा से राजराजेश्वरी वार्ड तक कुल 42 किमी की परिक्रमा पूर्ण की गई। नर्मदा परिक्रमा को लेकर शास्त्रों में एक प्रावधान यह भी किया गया है कि जो कोई भी मां नर्मदा की परिक्रमा किसी कारणवश चाहते हुए भी न कर पा रहा हो तो वह व्यक्ति उत्तरवाहिनी मां नर्मदा परिक्रमा कर इस पुण्य लाभ को प्राप्त कर सकता है। यह जिलेवासियों का सौभाग्य है कि मां नर्मदा जिले को तीन ओर से घेरते हुए मंडला से कल-कल करती आगे बढ़ रही है। इसी के साथ जिले में उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा तट भी स्थित है। जिससे नर्मदा नगरी का महत्व और बढ़ जाता है।


मां नर्मदा की उत्तरवाहिनी परिक्रमा में नारायणगंज के 135 भक्त हुए शामिल

  • सम्पूर्ण नर्मदा परिक्रमा के बराबर है उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा का फल

मंडला महावीर न्यूज 29. जहां-जहां मां नर्मदा उत्तर दिशा में प्रवाहित हुई उतने क्षेत्र की परिक्रमा करने का प्रावधान शास्त्रों में बताया गया है और यह परिक्रमा वर्ष के चैत्र माह में सिर्फ एक माह ही की जाती है। इसी परिक्रमा का पुण्य लाभ लेने जिले के विकासकखंड नारायणगंज के भक्त उत्तरवाहिनी माँ नर्मदा की परिक्रमा करने पहुंचे। नारायणगंज की मां नर्मदा सेवा समिति द्वारा उत्तरवाहिनी परिक्रमा मेंं शिवनंदन सेवा समिति नारायणगंज के तत्वाधान में नारायणगंज के 135 भक्तगण शामिल होकर नर्मदा परिक्रमा का पुण्य लाभ लिया।

बताया गया कि उत्तरवाहिनी नर्मदा परिक्रमा में महिला पुरुष शामिल रहे। नर्मदा परिक्रमा में शामिल सभी भक्त परिक्रमा के दूसरे दिन समापन के बाद शुक्रवार की शाम 6:30 बजे नारायणगंज पहुंचे। जहां राधा कृष्ण कुटी में भक्ति गीतों के साथ आरती और पूजन, अर्चन किया गया। नर्मदा परिक्रमा से लौटे भक्तों का जगह-जगह स्वागत किया गया। नारायणगंज बस स्टैंड में नगर के भक्तों ने सभी परिक्रमावासियों को श्रीफल भेंट कर पानी एवं मीठा खिलाकर स्वागत किया। फूल मालाओं एवं महिलाओं को तिलक बंधन कर उनका स्वागत किया गया।



 


साढ़े छ: वर्षीय फैज ने रखा पहला रोजा

  • पहली बार पूरे दिन रखा उपवास

मंडला महावीर न्यूज 29. मुस्लिम धर्मावलंबियों के पवित्र माह रमजान के दौरान बच्चों में भी रोजा रखने का उत्साह देखने को मिल रहा है। मुस्लिम धर्मावलंबी एक माह तक रमजान में उपवास रखते है। इस दौरान सूर्योदय के पूर्व से लेकर सूर्यास्त तक रोजेदार ना कुछ खाते है ना ही कुछ पीते है। इस पवित्र माह में रोजा रखने को लेकर बच्चों में भी उत्साह देखा जा रहा है।

ऐसा ही एक उत्साही बालक कलेक्ट्रेट हाउसिंग सोसायटी निवासी सैयद कमर अली के पोते और सैयद सिकंदर अली के बड़े बेटे सैयद फैज अली ने अलविदा जुमा के दिन अपना पहला रोजा रखा। बताया गया कि 6 साल 5 माह की उम्र में फैज ने पहली बार पूरे दिन उपवास रखा, जिसमें सूर्योदय से सूर्यास्त तक उन्होंने कुछ भी नहीं खाया-पिया।



 


59 लीटर अंग्रेजी शराब और ऑटो जब्त

  • दो गिरफ्तार, कोतवाली पुलिस की कार्रवाई

मंडला महावीर न्यूज 29. थाना कोतवाली पुलिस ने अंग्रेजी शराब के अवैध परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 59 लीटर अंग्रेजी शराब और परिवहन में प्रयुक्त एक ऑटो रिक्शा जब्त किया है। इस मामले में दो व्यक्तियों के विरुद्ध आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। जब्त की गई शराब की अनुमानित कीमत 67 हजार 850 रुपये है, जबकि ऑटो रिक्शा की कीमत लगभग 2 लाख रुपये आंकी गई है। कुल जब्ती की कीमत 2 लाख 67 हजार 850 रुपये है।
थाना प्रभारी कोतवाली ने बताया कि देर रात 25 मार्च को सूचना मिली थी कि एक ऑटो क्रमांक एमपी 51 जेडए 9702 महाराजपुर की ओर से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब लेकर आ रहा है। सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम को रवाना किया गया। टीम ने पीछा कर बताए गए ऑटो को प्राथमिक शाला देवदरा के सामने रोका।

पूछताछ में ऑटो चालक ने अपना नाम सचिन यादव पिता रमेश यादव 26 वर्ष, निवासी स्कूल के पीछे देवदरा मंडला बताया। पुलिस टीम द्वारा ऑटो की तलाशी लेने पर पीछे वाली सीट के पीछे दो थैलों और एक गत्ते के कार्टून में अंग्रेजी शराब रखी मिली। बरामद शराब में अलग-अलग बोतलों में मैकडाल व्हीस्की 32 लीटर 500 एमएल, जिनियस कंपनी की शराब 09 लीटर, ओल्डमंग कंपनी की शराब 05 लीटर 400 एमएल, मैकडाल रम 96 पाव, प्रत्येक 180 एमएल, कुल 17 लीटर और मैकडाल व्हीस्की 06 बोतल, प्रत्येक 750 एमएल, कुल 04 लीटर 500 एमएल शामिल है। इस प्रकार कुल 59 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की गई।

आरोपी सचिन यादव ने पूछताछ में बताया कि यह शराब अंकुश नन्दा निवासी रमपुरी की है और उसने महाराजपुर कारीकोन मछली बाजार के पास से अपने ऑटो में रखी थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।

यह कार्रवाई अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मंडला के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शफीक खान के नेतृत्व में की गई। टीम में सउनि भुवनेश्वर वामनकर, प्रआर नारायण दुबे, रमेश सिंगरोरे, सुन्दर भलावी, रामचंद्र कुर्वेती, रज्जन, संदीप और शेखर शामिल रहे। बताया गया कि कोतवाली पुलिस द्वारा विगत दो सप्ताह पहले भी एक आई 20 वाहन से लगभग 119 लीटर अंग्रेजी व देशी शराब जब्त की गई थी और आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। पुलिस शराब के अवैध परिवहन के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।



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