- ट्रक के पीछे घुसा ट्रक, ट्रक में फंसे ड्राइवर और क्लीनर, दोनों की हुई मौत
- एनएच 30 के ग्राम पदमी चौराहे की घटना
- हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाया जाम
मंडला महावीर न्यूज 29. नेशनल हाईवे 30 मार्ग में पदमी चौराहे के पास एक ट्रक आगे चल रहे ट्रक से टकरा गया। इस सडक़ दुर्घटना में ड्राइवर और क्लीनर की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण हाइवे में ही धरने पर बैठ गए। जिससे हाइवे जाम हो गया। प्रशासन की समझाइश के सात घंटे बाद धरना समाप्त किया गया और जाम खुलवाया। स्थानीय लोगों ने बताया कि जबलपुर की ओर जा रहा एक ट्रक पदमी चौराहे के नजदीक स्पीड ब्रेकर में जैसे ही धीमा हुआ पीछे से आ रहा लोहे के चैनल लोड एक अन्य ट्रक उससे भिड़ गया। इस भिड़ंत के बाद पीछे के ट्रक ड्राइवर और क्लीनर ट्रक में ही फंस कर रह गए। प्राथमिक तौर पर स्थानीय लोगों बचाव कार्य शुरू किया। लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली तब एसडीईआरएफ को बुलाया गया। एसडीईआरएफ की मदद से दोनों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां कल्याण सिंह यादव (35) निवासी ललितपुर झांसी उप्र को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं बलवीर सिंह (32) की गंभीर अवस्था को देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। लेकिन जब तक मेडिकल कॉलेज ले जाया जाता उसकी भी मौत हो गई।
नेशनल हाईवे में दिया धरना
इस दुर्घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने नेशनल हाईवे में ही धरना दे दिया। जिससे हाइवे जाम हो गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीणों का कहना था कि हाइवे बनने के बाद से ही पदमी चौराहा में लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिसमें अनेक लोगों की जान जा रही है। ग्रामीण हाइवे में फ्लाई ओवर निर्माण, मार्ग से अतिक्रमण हटाने और हाइवे से जुड़े मार्गों के चौड़ीकरण की मांग कर रहे थे। इस दौरान पूर्व विधायक शिवराज शाह भी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने लोगों से बात कर उनकी मांगों से फोन द्वारा अधिकारियों को अवगत कराया गया। साथ ही उन्होंने अधिकारी एवं ग्रामीणों से बात कर समस्या समाधान किये जाने का आवश्वासन दिया गया।
दिया लिखित आश्वासन
हाइवे में लगे जाम को देखते हुए एसडीएम सोनल सिडाम, एसडीओपी पीयूष मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से बात कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण सभी मांगो की वरिष्ठ अधिकारी से लिखित स्वीकृति की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद मौके पर एडीएम राजेन्द्र सिंह, संयुक्त कलेक्टर अरविंद सिंह, एएसपी अमित वर्मा पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बात कर फ्लाई ओवर के प्रस्ताव की प्रति उपलब्ध कराई साथ ही अन्य मांगों के सम्बंध में लिखित आश्वासन भी दिया। लेकिन ग्रामीण धरने से हटने तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने सख्त तेवर दिखाए तब जाकर धरना खत्म हुआ और सुबह 6 बजे से चला आ रहा जाम करीब 7 घंटे के बाद करीब 1 बजे समाप्त हुआ।