- अध्यापक की मृत्यु पर संविदा भर्ती पर नियुक्ति के आसार-सिंगौर
- आश्रित यदि डीएड और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण है तो अनुकंपा नियुक्ति मिलना चाहिए, की मांग
मंडला महावीर न्यूज 29. अध्यापक संवर्ग में रहते हुए मृत्यु हो जाने पर सिर्फ संविदा शाला शिक्षक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान था लेकिन वर्ष 2018 में संविदा शिक्षकों की भर्ती के स्थान पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती शुरू हो जाने से अध्यापक की मृत्यु होने पर उसके आश्रित को किसी भी पद पर अनुकंपा नियुक्ति नहीं हो रही है। बताया गया कि अध्यापक का पद स्थानीय निकाय का पद था और संविदा शाला शिक्षक का पद भी स्थानीय निकाय का था, इसलिए संविदा शिक्षक के पद पर ही नियुक्ति हो सकती थी। प्राथमिक शिक्षक का पद शासकीय होने के कारण अध्यापक की मृत्यु होने पर योग्यता होने पर भी प्राथमिक शिक्षक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति नहीं हो रही है।
ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगौर ने बताया कि एसोसिएशन इस मुद्दे को एक वर्ष से उठा रहा है और श्रीमती पल्लवी जैन के प्रमुख सचिव रहते इस मुद्दे को कई बार उनके समक्ष रखा कि सही मायने में संविदा शिक्षकों की भर्ती में रोक का कोई सर्कुलर जारी नहीं हुआ है इसलिए अध्यापक की मृत्यु होने पर उसके आश्रित यदि डीएड और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण है तो अनुकंपा नियुक्ति मिलना चाहिए। इस मामले में जन जातीय कार्य विभाग ने पहल की है और विभाग की ओर से प्रस्ताव सामान्य प्रशासन विभाग को गया है कि अध्यापक की मृत्यु होने पर आश्रित यदि शिक्षक पद की योग्यता रखता है तो उसे संविदा शाला शिक्षक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान किया जाए। इसके साथ ही यदि अध्यापक की मृत्यु के 7 वर्ष से अधिक हो गए हैं तो 7 वर्ष की अवधि की शर्त को भी शिथिल किया जाए।
अपर संचालक के समक्ष रखी मांग
ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन जन जातीय कार्य विभाग की इस पहल की सराहना की है और अध्यापकों की मृत्यु पर परिवार को राहत देने वाला बताया। बताया गया कि आरटीई के नियम के चलते सबको लाभ नहीं मिल पाएगा जो आश्रित शिक्षक भर्ती के नियमों की अर्हता रखेंगे, वही लाभान्वित होंगे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगौर, प्रांतीय महासचिव शिरीन कुरैशी, सुरेश यादव और हीरानंद नरवरिया ने अपर संचालक सुधीर जैन के समक्ष मांग रखी कि यदि पात्रता रहती है तो अनुकंपा नियुक्ति माध्यमिक शिक्षक के पद पर भी दी जाए क्योंकि कई आश्रित बीएड किए हुए रहते हैं वे प्राथमिक शिक्षक के पद के लिए पात्र नहीं हैं।
त्रुटियों में सुधार के लिए दिया आवेदन
अधिकारी से माध्यमिक शिक्षकों और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के उच्च पद प्रभार, अतिशेष के नियमों में विसंगतियां, माध्यमिक शिक्षकों के अधिकार सहायक आयुक्त को डेलीगेट करने, क्रमोन्नति में पूर्व की सीआर लिखने में आने वाली दिक्कतों आदि के संबंध में चर्चा की। एसोसिएशन के आग्रह पर कमिश्नर के हस्ताक्षर से जारी स्नातकोत्तर माध्यमिक शिक्षकों की सूची का अवलोकन कराया गया। जिसमें एसोसिएशन ने गंभीर त्रुटियों के होने पर चिंता व्यक्त की और सुधार के लिए आवेदन दिया।
समस्याओं के त्वरित निराककरण का दिया आश्वासन
अतिशेष के नियमों में सुधार के लिए भी निर्देशित किया गया। उच्च माध्यमिक शिक्षकों के हाई स्कूल प्राचार्य के पद पर पदोन्नति के नियम विधि विभाग से फाइनल हो रहे हैं । नियमों का हिंदी वर्जन तैयार हो गया है अंग्रेजी वर्जन तैयार हो रहा है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ट्राइबल के शिक्षकों की कई समस्याओं को लेकर जनजाति कार्य विभाग मंत्री कुंवर विजय शाह को भी उनके भोपाल कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने शिक्षकों की सभी समस्याओं के त्वरित निराकरण का आश्वासन दिया।