-
अतिशेष व उच्च पत्र प्रभार में आई विसंगतियां
-
अतिशेष मामले में ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन की मांग
-
प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक में उच्च पद का प्रभार देने की मांग
मंडला महावीर न्यूज 29. जिले में अतिशेष हुए शिक्षकों की काउंसलिंग सभी ब्लॉकों में पूर्ण हो गई है और अधिकांश मामले में कोई विवाद नहीं है अतिशेष की कार्रवाई अपने आप में एक जटिल और चुनौती पूर्ण कार्रवाई है। जिसमें कुछ विसंगतियां आती ही है चूंकि अतिशेष की कार्रवाई और उच्च पत्र प्रभार की कार्रवाई साथ-साथ चली इसीलिए विसंगतियां सामने आई हैं। ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगौर और जिला अध्यक्ष दिलीप मरावी ने बताया कि कुछ विकासखंडों में अतिशेष की सूची विलंब से जारी हुई फिर भी शिक्षकों ने अपने दावा आपत्ति लिखित में प्रस्तुत कर दिए हैं।
एसोसिशन ने यह भी मांग की थी कि पहले उच्च पद के प्रभार की कार्यवाही कर ली जाए इसके बाद ही अतिशेष की कार्रवाई की जाए अन्यथा इसमें कई विसंगतियां सामने आएंगी जिस पर गौर न करने से दोनों कार्यवाही एक साथ चलने के कारण कई जगह विरोधाभास भी हुआ। मंडला ब्लॉक में भी विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने एसोसिएशन को आश्वस्त किया है की स्कूलों की चॉइस फिलिंग में वरिष्ठता के क्रम का ध्यान रख करके ही स्कूलों को आवंटित किया जाएगा और किसी के साथ गलत नहीं होगा।
पूरी अतिशेष की प्रक्रिया निष्पक्ष और सही तरीके से संपन्न हुई यह तो पदस्थापना आदेश जारी होने के बाद ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल काउंसलिंग को लेकर ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन ने संतोष व्यक्त किया है और साथ ही मांग की है कि अतिशेष शिक्षकों द्वारा जो दावा आपत्ति लिखित में लगाए गए हैं पद स्थापना आदेश जारी करने से पूर्व उनका निराकरण लिखित में कर संबंधित शिक्षक को अवश्य अवगत कराया जाए।
उच्च पद प्रभार की काउंसिलिंग में भी लगभग सभी शिक्षको ने संतोष व्यक्त किया है और जो स्थान उन्होंने मांगे थे वो उन्हें आवंटित हुए हैं। संगठन ने मांग की है कि अतिशेष और उच्च पद प्रभार की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद शिक्षकों से दावा आपत्ति लेकर उसका निराकरण करना चाहिए। ऐसोसिएशन ने मांग की है कि गणित अंग्रेजी या अन्य किसी विषय के शिक्षक की पूर्ति न होने पर विज्ञान संस्कृत जैसे विषय के शिक्षकों से पूर्ति की जानी चाहिए। ऐसोसिएशन ने सामाजिक विज्ञान और हिंदी विषय में भी प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक में उच्च पद का प्रभार देने की मांग की है।