- एक ऐसा मंच जहां बच्चे बोलते है खुलकर
- बिना रोक टोक के बच्चे खुद निखार रहे अपनी प्रतिभ
- चकमक क्लब कार्यक्रम के तहत रिसोर्स बच्चों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
मंडला महावीर न्यूज 29. एकलव्य संस्था द्वारा मंडला जिले के बीजाडांडी ब्लॉक में ऑरेकल इंडिया के सहयोग से दूरस्थ गाँवों में सीखने सिखाने की पहल कर रही है। बीजाडांडी टीम द्वारा चकमक क्लब के रिसोर्स बच्चों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें ब्लॉक के 10 गाँव के 30 बच्चे शामिल हुए। बताया गया कि चकमक क्लब बच्चों को एक ऐसा मंच देता है जिसमें बच्चे खुलकर बोल पाए, जहाँ किसी भी तरह की कोई रोक टोक न हो और बच्चे खुद से अपनी प्रतिभाओं को निखार पाए।
चकमक क्लब का उद्देश्य बच्चों की नेतृत्व क्षमता का विकास करना, वैज्ञानिक सोंच का नजरिया विकसित करना, समाज में व्याप्त अंधविश्वास और सामाजिक कुरूतियों के प्रति जागरूक रहना, तार्किक रूप से समझने की दिशा में बढऩा है। आयोजित कार्यशाला में हमारे आसपास अंधविश्वास, जेंडर, मानव अधिकार के सामाजिक गैरबराबरी एवं शोषण से कैसे बचा जा सकता है। सत्रों के माध्यम से समझने की कोशिश की गई। इसके अतिरिक्त विज्ञान के प्रयोग, किताबों से दोस्तीं के लिए गतिविधि कराई गई। जिसमें मैदानी खेल भी शामिल रहे।
सभी रिसोर्स बच्चे अपने चकमक क्लब में जाकर केंद्र के अन्य बच्चों के साथ व पालको को शामिल करते हुए यह गतिविधि करेंगे। एकलव्य संस्था बीजाडांडी ब्लॉक के 30 गांवो में शिक्षा प्रोत्साहन केंद्र, टेमिल केंद्र और चकमक क्लब संचालित कर रही है। जिसमें लगभग 1100 बच्चे लाभान्वित हो रहे है। आज की इस कार्यशाला में बीजाडांडी टीम से नेहा कुजूर, अजय हनोते, शिव प्रसाद मरकाम, अजिता चेरो, सूरज धुर्वे, सुरेश पाल, शिवंती सलाम, अभिलाष यादव, रामकुमार धुर्वे, शामिल रहे।