वकीलों की दबंगई, दबाव बनाकर बदलवाना चाहते थे एमएलसी रिपोर्ट
- वकीलों और चिकित्सक में विवाद, मामला पहुंचा एसपी के पास
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के जिला चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ के साथ अभद्रता और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला सामने आया है। मामला विगत तीन दिन पुराना 11 फरवरी का है, जब एक दुर्घटना पीडि़ता महिला के साथ एक वकील अस्पताल पहुंचा और दबंगई दिखाते हुए चिकित्सक से अभद्रता करने लगा। मामला तीन दिन बाद मीडिया के सामने आया जब चिकित्सकों ने डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत संबंधित वकील पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक मंडला के पास पहुंचे।
जानकारी के अनुसार 11 फरवरी को करीब 12 बजे जिला चिकित्सालय मंडला जब एक दुर्घटना पीडि़त महिला श्रीमति सुशीला चौरसिया के साथ एक वकील अस्पताल पहुंचा। जहां वकील के अनुसार एमएलसी रिपोर्ट बनाने डॉ. प्रशांत बड़ेरिया से कहां गया। इसके लिए ड्यूटी में कार्यरत डॉक्टर द्वारा इनकार किया गया, लेकिन उपचार के लिए आई पीडि़त महिला के साथ आए वकील ने दबाव बनाते हुए धमकी देने लगा। पीडि़त महिला के साथ आए वकील द्वारा चिकित्सकों और अस्पताल के स्टाफ के साथ अभद्रता करते हुए शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की गई। जिसके कारण अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
शासकीय कार्य में डाली बाधा
बताया गया कि चिकित्सक और महिला के साथ आए वकील में विवाद होने लगा। इस दौरान वकील ने चिकित्सक से धमकी देते हुए कहां कि अब यहां ड्यूटी नहीं कर पाओगे। जिसके बाद वह वहां से चलेगा। थोड़ी देर बाद करीब 12.30 बजे फिर उक्त व्यक्ति पांच छह लोगों को लेकर अस्पताल पहुंच गया और आकस्मिक चिकित्सा कक्ष में आकर चिकित्सा अधिकारी डॉ.प्रशांत बड़ेरिया के साथ विवाद करने लगा और कहां कि एमएलसी मेरे अनुसार बनाओं। पदस्थ डॉ. प्रशांत बड़ेरिया ने उक्त व्यक्ति से कहां कि एमएलसी जांच के आधार पर ही बनाई जाएगी। जिस पर उक्त व्यक्ति विशाल चौरसिया ने कहां कि इस तरह तुम यहां ड्यूटी नहीं कर पाओंगे। इस दौरान उक्त व्यक्ति द्वारा चिकित्सीय स्टाफ और डॉक्टर के साथ अभद्रता करते हुए विवाद उत्पन्न कर शासकीय कार्य में बाधा डाली।
एसपी को ज्ञापन देकर की कार्रवाई की मांग
बताया गया कि सिविल सर्जन के साथ जिला चिकित्सालय मंडला में पदस्थ चिकित्सक पुलिस अधीक्षक मंडला कार्यालय पहुंच कर मंडला एसपी रजत सकलेचा को घटना की पूरी बात बताते हुए शिकायत की है। बताया गया कि जिला चिकित्सालय मंडला में पूर्व में भी आसामाजिक तत्वों द्वारा ड्यूटी के दौरान कार्यरत चिकित्सकों व स्टाफ के साथ झगड़ा और विवाद की घटनाएं हो चुकी है। जिसके संबंध में स्थानीय प्रशासन को सूचित भी किया जा चुका है। बार-बार जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों और स्टाफ के साथ होने वाली घटनाओं के कारण चिकित्सकों और स्टाफ में भय व्याप्त हो गया है। पुलिस अधीक्षक से चित्सिकों ने मांग की है कि संबंधित व्यक्ति की पहचान कर डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट के अंतर्गत तत्काल कार्रवाई की जाए। जिससे चिकित्सक व स्टाफ निर्भिक होकर मरीजों का उपचार कर सके।
इनका कहना है
सिविल सर्जन के नेतृत्व में जिला चिकित्सालय के चिकित्सक शिकायत करने पहुंचे थे। शिकायत करने पहुंचे चिकित्सकों ने बताया कि मामला 11 फरवरी का है, जब एक मरीज के साथ कुछ वकील भी आए थे और अभद्रता करते हुए विवाद करने लगे। जिसका सीसीटीबी और मोबाईल रिकार्ड इनके द्वारा दिया गया है। सभी बिन्दुओं की जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
रजत सकलेचा, पुलिस अधीक्षक, मंडला
विवाद 11 फरवरी का है, एक वकील साहब के परिचित का एक्सीडेंट हो गया था, कुछ वकील लोग उसके साथ अस्पताल गए हुए थे, वहां कुछ वाद विवाद हुआ है, इसकी जानकारी लगी है, इस मामले के संबंध में चिकित्सकों से चर्चा हुई है। जहां वकीलों को समझाईश देने की बात चिकित्सकों ने कहीं। अस्पताल में निश्चित रूप से जो हुआ है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा वाक्या नहीं हो चाहिए था।
रामेश्वर झारिया, अध्यक्ष, अधिवक्ता संघ, मंडला