जोखिम गर्भावस्था से बचें गर्भवती महिलाएं, बरते सावधानी
- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस में महिलाएं की हो रही सभी जांचे नियमित
- जच्चा बच्चा की सुरक्षा के लिए प्रसव पूर्व जांच जरूरी
- जिले के हर सीएचसी में तय तारीख को मनाया जा रहा मातृत्व दिवस
- गर्भवती महिलाओं की हुई टॉलरेंस टेस्ट
मंडला महावीर न्यूज 29. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव के पहले ही जांच के दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान हो जाती है या ऐसी कोई गर्भवती महिला चिन्हित होती है तो उन गर्भवती महिला का प्रसवकाल में विशेष ध्यान रखा जाता है। सीएमएचओ डॉ. केसी सरोते ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के तहत हर महीने की नौ तारीख को जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जा रहा है। तय तिथि में अवकाश होने पर आगामी कार्य दिवस में शिविर का आयोजन किया जाता है।
जानकारी अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास कर रहा है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रति माह की 09 और 25 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के अंतर्गत गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की जा रही है। जिससे जच्चा, बच्चा दोनों स्वस्थ रहे। मातृत्व दिवस शिविर में गर्भवती महिलाओं का एचआईवी, हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, यूरीन प्रोटीन, यूरिन क्लॉक एवं एल्बुमिन की जांच की गई।
नारायणगंंज सीएचसी प्रभारी सीबीएमओ डॉ. एएल कोल ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की जांच के बाद अगर किसी भी महिलाओं में एंबनॉर्मल भू्रण या गर्भाशय में किसी प्रकार की शिकायत रहने पर उसे पहले अच्छे स्वास्थ्य सेवा के लिए बेहतर अस्पताल भेजा जाता है, जिससे प्रसव के समय महिलाओं को कोई परेशानी ना हो। मातृत्व दिवस अभियान के अंतर्गत सभी सुविधाएं सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क दी जा रही है। डॉ. कोल ने बताया कि उच्च जोखिम गर्भावस्था या हाई रिस्क प्रेगनेंसी उसे कहते हैं जिसमें मां और शिशु दोनों में सामान्य गर्भावस्था की तुलना में अधिक जटिलता विकसित होने की संभावना होती है।
गर्भवती महिलाओं का किया ओजीटीटी
मातृत्व दिवस में गर्भवती महिलाओं में डायबिटीज की जांच भी प्रमुखता से की जा रही है। यह ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट यानी ग्लूकोज सहनशीलता परीक्षण है। यह एक लैब टेस्ट है। इस टेस्ट से पता चलता है कि शरीर बड़ी मात्रा में चीनी को कितनी अच्छी तरह से संसाधित कर सकता है। यह टेस्ट अक्सर मधुमेह के निदान के लिए किया जाता है। इस टेस्ट के लिए गर्भवती महिला को ग्लूकोज वाला पानी पिलाया जाता है। जिसके करीब दो घंटे बाद रक्त का नमूना लेकर शरीर में शर्करा के स्तर की जांच की जाती है। गर्भवती महिला को दिया जाना वाला ग्लूकोज का शरबत बनाने के लिए 300 एमएल पानी में 75 ग्राम ग्लूकोज मिलाकर बनाया जाता है, जिसे टॉलरेंस टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है।
गर्भवती महिलाओं की हो रही जांचे
शिविर में सभी गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण में हीमोग्लोबिन, शुगर, एचआईवी, ब्लड प्रेशर, सिकलिंग समेत तमाम जांच नि:शुल्क की जा रही हैं। जांच के आधार पर उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) की पहचान की जाती है। ऐसी गर्भवती को चिन्हित कर प्रसव के लिए उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रेफर किया जाता है। उन्होंने बताया हर स्वास्थ्य केन्द्र पर गर्भवती के पंजीकरण का प्रावधान है।
गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच जरूरी
कुछ वनांचल और दूरस्थ क्षेत्रों की गर्भवती महिलाएं पंजीकरण तो करा लेती हैं लेकिन जांच के लिए केन्द्र पर नहीं पहुंच पाती हैं, सीधे प्रसव के समय उनके परिजन उन्हें स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आते हैं। जिससे पूर्व की बिना जांच के जोखिम की स्थिति को तय कर पाना मुश्किल हो जाता है। कई बार जोखिम की स्थिति में केन्द्र पर ही प्रसव कराना पड़ता है या उन्हें जब उच्च चिकित्सा केन्द्र ले जाने की सलाह दी जाती है तब तक जोखिम काफी बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में गर्भवती के लिए बहुत घातक हो जाती है।
ये चिकित्सक दे रहे अपनी सेवाएं
जारी आदेश के अनुसार सीएचसी बम्हनी बंजर के लिए डॉ. रौनक यादव, सीएचसी नारायणगंज के लिए डॉ आकृति चौबे, सीएचसी बिछिया के लिए डॉ राबिया बेगम, सीएचसी नैनपुर के लिए डॉ कामना चावला, सीएचसी मवई के लिए डॉ मेघा पटेल, सीएचसी घुघरी के लिए डॉ कांछी सिंह, सीएचसी मोहगांव के लिए डॉ बी कडोपा, सीएचसी निवास के लिए डॉ विकसिता श्याम, सीएचसी बीजाडांडी के लिए डॉ मीनल दुआ और जिला चिकित्सालय के लिए डॉ. उषा धुर्वे, डॉ. मालती उइके और डॉ. जाग्रति अग्रवाल, मंडला यूपीएचसी डॉ. श्रिया जैन, पीएचसी चिंरईडोंगरी में डॉ. श्वेता पटेल सुरक्षित मातृत्व दिवस में अपनी सेवाएं दे रहे है।
इनका कहना है
मैं गर्भवती हूं, गर्भ रूकने के बाद से मैं लगातार हर महिने की 9 और 25 तारीख को नारायणगंज अस्पताल जांच के लिए आती हूं। जिससे प्रसव के दौरान मुझे कोई परेशानी ना आए। यहां डॉक्टर और नर्स मेडम जांच, परीक्षण करती है।
सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छी सुविधा की गई, महिने लगने वाले सुरक्षित मातृत्व दिवस में नियमित आकर जांच कराती हूं, यहां सभी जांचे की जाती है। इसके साथ ही जरूरी दवाईयां भी नि:शुल्क मिलती है।
नारायणगंज सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की हर माह 9 और 25 तारीख को संपूर्ण जांच की जा रही है। यह सुविधा मिलने से अब गर्भवती महिलाओं को परेशानी नहीं उठानी पड़ती है। यहां खून, शुगर समेत सभी जांच की जाती है।
गर्भावस्था के दौरान की जाने वाली सभी जांचे सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क की जा रही है, यह सुविधा होने से अब किसी भी गर्भवती महिलाओं को भटकना नहीं पड़ता है, एक ही स्थान पर सभी प्रकार की जांच, परीक्षण हो रहा है।
घुघरी बस स्टैंड में डिवाइडर के आसपास हटाया गए अतिक्रमण
- घुघरी बस स्टैंड में डिवाइडर के आसपास से हटाया गया अतिक्रमण
- स्थानीय प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को दी समझाईश
- नियम उल्लंघन करने पर की जाएगी सख्त कार्रवाई
मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड घुघरी मुख्यालय के बस स्टेंड में बने डिवाइडर आसपास अतिक्रमणकारियों द्वारा कब्जा कर लिया गया था। जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा था। यहां से गुजरने वाले यात्री वाहनों समेत स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। आए दिन घुघरी बस स्टेंड मार्ग के आसपास दुर्घटना का अंदेशा बना हुआ था। जिसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से की गई। जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए शिकायत के बाद अतिक्रमणकारियों को अलग कराया गया।
जानकारी अनुसार बस स्टैंड घुघरी में डिवाइडर के आसपास अतिक्रमणकारियों द्वारा दुकानें संचालित की जा रही थी। इन अतिक्रमणकारियों को अलग कराने के लिए मंगलवार दोपहर को तहसीलदार सीके बट्टे, थाना प्रभारी वेदराम हनोते, ग्राम पंचायत सचिव शिवकुमार बैरागी, घुघरी पटवारी ब्रजेश धुर्वे, आलोक पाठक ग्रामवासी, ग्राम पंचायत के मेंबर समेत पुलिस प्रशासन के सहयोग से डिवाईडर के आसपास के अतिक्रमण को हटाया गया।
बताया गया कि डिवाईडर के आसपास अतिक्रमण कर लगाए फुटकर दुकानदारों को हिदायत देते हुए कहां कि मार्ग व डिवाईडर के आसपास लगने वाली दुकानों के कारण हादसों का अंदेशा बना हुआ था, दुकानों को समझाईश देते हुए इस क्षेत्र में दोबारा दुकानें ना लगाए कहां गया। उन्होंने अतिक्रमणकारियों से कहां कि यदि कोई नियम का उल्लंघन करता है तो उस दुकानदार का सामान जब्त कर कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टर- दुर्गेश प्रजापति घुघरी ✍️
अनियंत्रित होकर गिरा बाईक सवार युवक
- बायां हाथ हुआ फेक्चर, मंडला जिला चिकित्सालय किया रेफर
- नारायणगंज के ग्राम कोंड्रा की घटना
- ग्राम सागर से डुंगरिया जा रहा था बाईक सवार
मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज ब्लाक के ग्राम कोंड्रा में अनियंत्रित होकर एक बाईक सवार युवक मार्ग में गिर गया। इस हादसे में बाइक सवार युवक का बायां हाथ फेक्चर हो गया। इस हादसे की जानकारी स्थानीय जनों ने नारायणगंज टिकरिया पुलिस और डायल 100 को दी। सूचना मिलते ही डायल 100 पुलिसकर्मी घटना स्थल पहुंचे। घायल बाईक सवार युवक को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणगंज उपचार के लिए लाया गया।
जानकारी अनुसार विकासखण्ड नारायणगंज के ग्राम कोंड्रा में घंसौर के डुंगरिया निवासी युवक उमेश उईके पिता रणजीत उइके 35 वर्ष ग्राम डुंगरिया से मंडला निवास मार्ग में स्थित ग्राम सागर गया हुआ था। यहां से वापस डुंगरिया के लिए जा रहा था, इसी दौरान ग्राम कोंड्रा के पास युवक की बाईक अनियंत्रित हो गई और बाइक सवार युवक मार्ग में गिर गया। बाईक से नीचे गिरने के कारण युवक उमेश उईके को गंभीर चोट आई।
बताया गया कि बाईक से अनियंत्रित होकर गिरने के कारण युवक उमेश उईके का बायां हाथ फेक्चर हो गया है। वहीं सिर में भी चोट आई है। सूचना मिलते ही डायल 100 मौके पर पहुंची। युवक उमेश को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणगंज लाया गया। टिकरिया पुलिस ने घायल युवक से उसके परिजनों की जानकारी ली और इस हादसे की सूचना उनको दी। नारायणगंज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में युवक उमेश का प्राथमिक उपचार के बाद मंडला जिला चिकित्सालय रैफर किया गया। जहां घायल युवक का आगामी उपचार किया जाएगा। टिकरिया पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे की जांच कर रही है।
मझगांव सचिव ने दी आत्महत्या करने की चेतावनी
- नारायणगंज मझगांव सचिव ने दी आत्महत्या करने की चेतावनी
- एक वर्ष से मानसिक रूप से है प्रताडि़त
- माह नबंवर का नहीं मिला मानदेय
मंडला महावीर न्यूज 29. विकासखंड नारायणगंज की ग्राम पंचायात मझगांव के सचिव वीरेन्द्र सिंह बर्मन पिछले एक वर्ष से मानसिक रूप से प्रताडि़त है। सचिव वीरेन्द्र सिंह का कहना है कि जनपद पंचायत नारायणगंज सीईओ को रिश्वत ना देने के कारण उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। इसके साथ ही नबंवर माह का मानदेय भी नहीं दिया गया है। जिसकी शिकायत सचिव के द्वारा मंडला कलेक्टर को पूर्व में भी की है, लेकिन आज दिनांक तक इस संबंध में कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई ना होने पर आत्महत्या करने की बात सचिव ने मंडला कलेक्टर से कही है।
सचिव का कहना है कि उन पर झूठा आरोप लगाकर निलंबित भी कर दिया गया है। जिसकी जांच चल रही है। 12 दिसंबर को इस जांच की सुनवाई की जाएगी। सचिव का कहना है कि विगत एक वर्ष से मानसिक रूप से परेशान करने के कारण उनका परिवार आर्थिक रूप से काफी परेशान है। विगत नबंवर माह का मानदेय का भुगतान भी नहीं किया गया है। मझगांव के निलंबित सचिव वीरेन्द्र का कहना है कि यदि उसे और उसके परिवार को कोई नुकसान होता है तो उसकी जिम्मेदारी जनपद नारायणगंज सीईओ की होगी।
सचिव वीरेन्द्र का कहना है कि यदि एक सप्ताह के अंदर विगत माह का मानदेय समेत अन्य समस्या पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह भूख हड़ताल करने मजबूर हो जाएगा। इसके साथ वीरेन्द्र ने मंडला कलेक्टर को मौखिक रूप से जिला मुख्यालय में आकर आत्म हत्या करने की भी चेतावनी दी है।
अभाविप मंडला द्वारा सामाजिक समरसता संगोष्ठी का आयोजन
मंडला महावीर न्यूज 29. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई मंडला द्वारा शासकीय कन्या महाविद्यालय मंडला में संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता जिला समिति सदस्य करीना तेकाम उपस्थित रही। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी परिषद सामाजिक समरसता के लिए लगातार कार्यक्रम आयोजित करता है एवं अभियान भी चलता है। उनका कहना है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान में लिखने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बाबा साहेब ने अपना जीवन बहुत ही कठिन परिस्थितियों में गुजारा एवं अनेक विसंगतियों को झेला। इसके बाद भी उन्होंने हार ना मानते हुए शिक्षा ग्रहण की और आज पूरे विश्व में उनका नाम प्रख्यात है।
उन्होंने विश्व का सबसे बड़ा हस्त लिखित संविधान जो कि भारत का संविधान है। उसे लिखा उन्होंने अनेक डिग्रियां हासिल की एवं समाज में फैली विसंगतियों को दूर करने के लिए सतत प्रयत्न किया एवं समाज में समरसता स्थापित करने के नए आयाम समाज को दिए। कार्यक्रम के अंत में वंदे मातरम गीत के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. शरद नारायण खरे, मंडला नगर मंत्री प्रिंस सिंह, नगर सह मंत्री नयन यादव एवं महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।
टीबी मुक्त जिला बनाने हर दिन होंगे विविध गतिविधियां
- सीएचसी नारायणगंज में 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर के लिए बैठक आयोजित
- निक्षय शिविर अभियान के क्रियान्वयन के लिए रूपरेख तैयार
- आयोजित कार्यक्रम की समय सारणी तय
मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर आयोजन के लिए सीएससी प्रभारी सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल की उपस्थित में मंगलवार को बैठक आयोजित की गई। बैठक सीएचओ, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सुपरवाईजर, आशा सहयोगनी उपस्थित रही। नि:क्षय शिविर के लिए आयोजित बैठक में सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल उपस्थित सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर के आयोजन से संबंधित जानकारी विस्तार से दी। निक्षय शिविर कार्यक्रम के लिए समय सारणी भी तय की गई है। जिसके आधार पर प्रतिदिन ग्राम स्तर पर गतिविधियां ओर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। विगत दिवस 7 दिसंबर से शुरू हुए 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का समापन के साथ पूरे कार्यक्रम की समीक्षा 08 मार्च 2025 को की जाएगी।
बैठक में उपस्थित एसटीएस देवेन्द्र साहू ने बताया कि आयुष्मान आरोग्यम मंदिर के अंतर्गत आने वाले सभी उच्च जोखिम वाले मरीज जो पूर्व में टीबी रोग से ग्रसित हुए हो, परिवार में कोई टीबी का मरीज हो, डायबिटीज मरीज, एचआईवी पीडि़त, कुपोषित मरीज और 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जानी है। जिसके लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इसके साथ ही एक्टिव केस फाइडिंग के तहत ग्रामों में मैदानी स्तर पर सर्वे कार्य आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा।
बैठक में आगे बताया कि आयोजित 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर में आयुष्मान आरोम्यम मंदिर स्वास्थ्य संस्था के माध्यम से नि:क्षय शिविर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर में आप सभी आशा कार्यकर्ता, आशा सहयोगनी और सीएचओ, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सुपरवाईजर समेत अन्य मैदानी स्वास्थ्य अमले की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। जिसमें सभी मिलकर इस बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को खोज कर लगने वाले शिविर स्थल तक लाने की जिम्मेदारी लेनी होगी। जहां संभावित और पीडि़त व्यक्तियों की जांच कर उसका उपचार शुरू किया जाएगा। जिससे वह पीडि़त व्यक्ति जल्द से जल्द इस बीमारी से मुक्त हो सके।
निक्षय शिविर अभिया के लिए समय सारणी तय
विगत 7 दिसंबर को 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान की शुरूआत की गई है। इसके बाद 8 से 22 दिसंबर तक अभियान के अंतर्गत कमजोर आबादी को संगठित किया जाएगा, इसके साथ ही स्थानीय हितग्राहियों को जागरूक करने के साथ हर आयुष्मान आरोग्य मंदिर में निक्षय शिविर आयोजित किया जाएगा7 जिसमें जनप्रतिनिधि की भागीदारी रहेगी। 23 से 31 दिसंबर के बीच क्रिसमस एवं नए वर्ष के आयोजन में टीबी का प्रचार प्रसार किया जाएगा। 01 से 12 जनवरी तक निक्षय शिविर में निर्वाचित प्रतिनिधियों की भागीदारी रहेगी। 13 से 15 जनवरी को लोहड़ी, मकर संक्राति एवं पोंगल उत्सवों में सामुदायिक प्रभावक एवं धार्मिक नेता अपने भागीदारी करके अभियान में सहभागिता करेंगे। 16 से 24 जनवरी तक स्कूल, कॉलेजों में टीबी संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। 25 से 26 को गणतंत्र दिवस समारोह में टीबी के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। टीबी की शपथ दिलाई जाएगी। जिले के सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा आयोजित कर टीबी शपथ का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 27 से 2 फरवरी तक सरकारी विभागों में निक्षय सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। जहां ज्यादा से ज्यादा टीबी की स्क्रीनिंग, जांच व उपचार किया जाएगा। 3 से 15 फरवरी तक श्रमिकों के कार्यस्थलों में निक्षय शिविर का आयोजन कर शत प्रतिशत टीबी स्क्रीनिंग जांच एवं उपचार किया जाएगा। 16 से 28 फरवरी तक मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। 01 मार्च से 7 मार्च के बीच रमजान त्यौहार के दौरान विभिन्न टीबी संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 8 मार्च को 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का समापन के साथ इस कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी।
- शिक्षकों की सुरक्षा के लिए टीचर्स प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए
- गोली कांड के विरोध में प्राचार्य और शिक्षकों ने सौंपा ज्ञापन
मंडला महावीर न्यूज 29. ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन की अपील पर एसोसिएशन सहित आकाश संगठन और आजाक्स संगठन ने संयुक्त रूप से राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से छतरपुर में प्राचार्य को गोली मारकर हत्या करने और कैलाशपुर में शिक्षकों को बांधकर पिटाई करने जैसे जघन्य अपराध का विरोध और शिक्षकों की सुरक्षा की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया कि हायर सेकंडरी स्कूल धमोरा छतरपुर में प्राचार्य एसके सक्सेना की नशा खोरी और गुंडागर्दी में लिप्त कक्षा 12वीं के छात्र ने विद्यालय में ही गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि प्राचार्य ने विद्यार्थी के विद्यालय में विलंब से आने और पढ़ाई में रुचि नहीं लेने को लेकर डांटा था।
इसी प्रकार दूसरी घटना 7 दिसंबर 2024 को रीवा, मऊगंज जिले के शासकीय हाई स्कूल कैलाशपुर में हुई जहां कक्षा 10 वीं के उद्दंड विद्यार्थियों ने मिलकर प्राचार्य और शिक्षकों के साथ बेल्ट और लाठी चलाकर मार पीट की और दूर दराज से आने वाले शिक्षकों को रास्ते में रोक कर मारपीट करने की धमकी दी गई है। जबकि इन विद्यार्थियों की स्कूल सामग्री नष्ट करने और उनके दुरुपयोग करने की शिकायत थी। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि दोनों एक के बाद एक घटित जघन्य घटनाओं से प्रदेश भर के शिक्षकों में भय, चिंता और आक्रोश व्याप्त है। विद्यालयों में आए दिन विद्यार्थियों में नशाखोरी और उद्दंडता बढ़ती जा रही है कतिपय पालकों के द्वारा भी शिक्षकों के साथ विवाद किए जाते हैं महिला शिक्षिकाएं भी उद्दंड विद्यार्थियों से भयभीत एवं असुरक्षित रहती हैं।
पालकों की भी जबावदेही तय की जाए
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि वर्तमान प्रवेश नीति और नाम खारिज करने की नीति और विद्यालय में कोई सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण प्राचार्य व शिक्षक ऐसे नशाखोरी और गुंडागर्दी में लिप्त विद्यार्थियों के सामने असहाय महसूस करते हैं। ज्ञापन में मांग की गई कि वर्तमान में विद्यालय की प्रवेश और नाम खारिज करने की नीति की समीक्षा कर ऐसे नियम बनाए जाएं जिससे उद्दंड और विद्यालय का माहौल खराब करने वाले विद्यार्थियों को बढ़ावा न मिले। डॉक्टर की भांति शिक्षकों के लिए टीचर्स प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए। विद्यार्थियों के विद्यालय में नशा करके आने और उद्दंडता पर पालकों की भी जवाब देही तय की जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान ये रहे मौजूद
गोली मारकर हत्या की गई कर्तव्यनिष्ठ प्राचार्य को शहीद का दर्जा देकर परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि दी जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगौर, जिला अध्यक्ष दिलीप मरावी आजक्स संगठन से जिला अध्यक्ष गजराज मरावी शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष विवेक शुक्ला, आकाश संगठन से कमलेश मरावी, प्राचार्य रामनगर कल्पना नागेश्वर, संजीव सोनी, अभित गुप्ता, अमर सिंह चंदेला, राकेश हरदहा, संजीव दुबे, अशोक आर्सिया, सुनील नामदेव, भजन गवले, मंगल सिंह पंद्रे आदि की उपस्थिति रही।
मानवाधिकार एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण दुनिया की नींव है-डॉ प्रियंका चक्रवर्ती
मंडला महावीर न्यूज 29. शासकीय स्नातक महाविद्यालय नैनपुर में मानव अधिकार दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर किया गया। कार्यक्रम प्रभारी डॉ प्रियंका चक्रवर्ती ने कहा कि मानव अधिकारों के हनन को रोकना है तो भारत के समस्त नागरिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा और स्वयं जागरूक होने के साथ-साथ आपसे जुड़े जितने भी लोग हैं जिन्हें उनके अधिकारों की जानकारी नहीं है। उनको भी जागरूक करना होगा।
कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि यदि हमें अधिकारों को सुरक्षित रखना है तो हमें अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी करना होगा और एक जिम्मेदार नागरिक बनकर हम विकसित भारत के सपने को पूरा कर सकते हैं। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ जीसी मेश्राम के द्वारा अपने उद्बोधन में मानव अधिकार की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। एनएसएस प्रभारी डॉ जेएस उर्वेती ने अपने उद्बोधन में मानव अधिकार के अंतर्गत जीने के अधिकार पर विस्तृत रूप से छात्राओं को अवगत कराया।
डॉ नवल सिंह लोधी के द्वारा शिक्षा के अधिकार पर अपने विचार व्यक्त किए गए। छात्र प्रवीण कुमार ठाकुर के द्वारा मानव अधिकार और मौलिक कर्तव्य पर अपने विचार व्यक्त किया। छात्रा कुमारी सुषमा परते के द्वारा भारतीय संविधान के मौलिक अधिकारों पर विस्तृत रूप से अपने विचार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन राहुल विश्वकर्मा ने किया। कार्यक्रम में प्रो मुकेश कुमार बघेल, डॉ ज्योति सिंह, डॉ जे एस उर्वेती, डॉ राम सिंह धुर्वे, डॉ राजेश मासतकर, डॉ दीप्ति तोमर, डॉ नवल सिंह लोधी, डॉ कुलभूषण रजक, प्रो रविन चौहान, डॉ निगहत खान, डॉ संजीव सिंह, डॉ रवि यादव, रश्मि जैन, नरेंद्र राहंगडाले, शिवांगी राय, डॉ लक्ष्मी सिंह राजपूत, कोकल खंडेलवाल, कुसुम मरावी, अमित सेन, विमला वाल्के, सुधा कुमरे, मनीष साहू, अमित यादव, रिया अवधवाल सहित समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।
- किसानों को धान का 3100 और गेंहू का 2700 दिलाने तक लड़ाई जारी रहेगी-पट्टा
- किसान न्याय महाअभियान के अंतर्गत ब्लॉक कांग्रेस अंजनियां ने रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन
मंडला महावीर न्यूज 29.भाजपा सरकार द्वारा घोषित धान और गेंहू का समर्थन मूल्य चुनाव के एक साल बाद भी किसानों को नहीं मिलने को लेकर अब किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है और कांग्रेस ने किसानों के इसी आक्रोश को देखते हुए, समर्थन मूल्य की लड़ाई सड़कों पर लडऩा शुरू कर दी है। बिछिया विधानसभा के विधायक नारायण सिंह पट्टा के नेतृत्व में बिछिया विधानसभा में किसान न्याय महाअभियान प्रारम्भ किया गया है। जिसके प्रथम चरण में ब्लॉक कांग्रेस कमेटीयों द्वारा ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अंजनियां के द्वारा, अंजनियां मुख्यालय से खरीदी केंद्र तक पैदल रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा गया।
किसान न्याय महाअभियान का किसानों ने किया किया समर्थन
इस दौरान बिछिया विधायक श्री पट्टा सहित निवास विधायक चैनसिंह वरकड़े व कांग्रेस जिला अध्यक्ष एड राकेश तिवारी ने खरीदी केंद्र में मौजूद किसानों से संवाद किया, जहाँ किसानों ने खुलकर अपनी समस्याएँ बताई और कांग्रेस के इस किसान न्याय महाभियान का प्रत्यक्ष रूप से समर्थन किया। बिछिया विधायक श्री पट्टा ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा घोषित धान और गेंहू का समर्थन मूल्य जबतक किसानों को नहीं मिल जाता, हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी। किसानों विरोधी इस भाजपा सरकार को हम घोषित समर्थन मूल्य देने के लिए मजबूर कर देंगे। वहीँ निवास विधायक चैन सिंह वरकड़े ने कहा कि हमारे किसानों ने भाजपा की घोषणाओ पर भरोसा करके प्रदेश में उनकी सरकार बनवाई लेकिन आज ये सरकार किसानों के साथ होने की बजाये उनसे दूर भाग रही है वादाखिलाफ़ी कर रही है। किसानों की आय दोगुनी करना तो दूर अब किसानों की आय पर भी ये सरकार डाका डालने लगी है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष एड राकेश तिवारी ने कहा कि ये सरकार किसान विरोधी है, किसानों मांगो समस्याओं से इन्हें कोई लेना देना नहीं है इन्हें केवल किसानों के वोट से मतलब था, किसानों के हक़ अधिकार की ये लड़ाई कांग्रेस पार्टी हर मोर्चे पर लड़ेगी।
ये हैं प्रमुख मांगे
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अंजनियां द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि किसानों की धान का समर्थन मूल्य 3100 रूपए प्रति क्विंटल और गेंहू का समर्थन मूल्य 2700 रूपए करते हुए, इस वर्ष का भुगतान इसी दर से किया जाये। खरीदी केन्द्रो में किसानों के लिए पेयजल सुविधा सहित अन्य मुलभुत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएँ। धान विक्रय के तीन दिन के भीतर किसानों को भुगतान कराया जाये। खरीदी केन्द्रो में धान की तुलाई सहित अन्य कार्यों के लिए कोई अतिरिक्त राशि न ली जाये और प्रति बोरा तय मानक से अधिक धान न ली जाये और ऐसी शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही की जाये। ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेताया गया है कि यदि किसानों की इन मांगो का शीघ्र निराकरण नहीं किया गया तो सभी कांग्रेस जन किसानों के साथ मिलकर सड़कों पर धरना आंदोलन प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।
ये रहे उपस्थित
बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा के साथ निवास विधायक चैन सिंह वरकड़े, कांग्रेस जिलाध्यक्ष एड राकेश तिवारी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामभजन पटेल, जिला महामंत्री समीर राठौर, जनपद मंडला अध्यक्ष संतोष सोनू भलावी, प्रदेश संयुक्त सचिव अभिनव चौरसिया, समीर झा, कविन्द्र पटेल, भागवत भाँवरे, अनिल चौकसे, दिलीप झारिया, बलराम झारिया, शकुना उइके, रामप्यारी झारिया, अर्चना पटेल, अर्पणा मरकाम, भगत वलके, शारदा पटेल, सचिन पटेल, शक्ति पटेल, संतु पटेल, झाम सिंह साहू, आकाश पटेल, शोभाराम ताराम, सन्देश शैलू झारिया, सौरभ साहू, केशव पुष्पकर, बृजेंद्र पटेल, बंटू कृष्ण कुमार पटेल, रवि झरिया, रॉबिन झरिया, सोमनाथ कैलाश पटेल नरेंद्र पटेल बसंत पटेल बसंत मसराम राधेलाल धनगर पहर सिंह उईके जगत उईके शिवेंद्र पटेल भारत झरिया चैन सिंह धूमकेतु संजय पटवार राम सिंह धुर्वे नंदलाल सोमनाथ क्रांति झरिया विमल हरदहा अमन झरिया अशोक पटेल विमल पटेल प्रदीप पटेल राम शिरोमणि पटेल संजय पटेल शिवरतन कैलाश पटेल तारेन्द्र पटेल सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस जन मौजूद रहे।
नेत्र चिकित्सा शविर में लगभग 65 मरीजों का ऑपरेशन
मंडला महावीर न्यूज 29. जिला चिकित्सालय मंडला में डॉक्टर सुरेन्द्र वरकड़े ने नि:शुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया। जिसमें मरीजों को लाने ले जाने की व्यवस्था स्वयं नि:शुल्क कराई। नेत्र चिकित्सक डॉ अहिरवार सहित अन्य चिकित्सकों का सहयोग रहा। मंगलवार को लगभग 70 मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन किया गया।
अरुणा पटेल बनी महिला प्रभारी
मंडला महावीर न्यूज 29. नारी शक्ति एक नई पहल संस्था, जो पीडि़त, शोषित, बच्चियों और महिलाओं को निशुल्क न्याय दिलाने के लिए समर्पित है, ने मंडला जिले में अपनी नई टीम की नियुक्ति की है। संस्था की फाउंडर प्रेसीडेंट एडवोकेट डॉ नुपुर धमीजा ने मंडला में प्रशांत पटेल को संपर्क अधिकारी और महिला प्रकोष्ठ की हेड के रूप में महिला प्रभारी अरुणा पटेल को नियुक्त किया है। डॉ नुपुर धमीजा का कहना है कि हमारा उद्देश्य महिलाओं और बच्चियों को उनके अधिकार दिलाने के साथ-साथ उन्हें सशक्त बनाना है। हमारा प्रयास है कि हर जरूरतमंद तक नि:शुल्क न्याय और सहायता पहुंचे।
पानी टंकी एवं पाइप लाइन विस्तारीकरण का कार्य शुरू
मंडला महावीर न्यूज 29. नगर पंचायत क्षेत्र बिछिया में वार्ड क्रमांक 6 बापा स्कूल परिसर में नगरवासियों को जल सुविधा मुहैया कराने के लिए तथा जल समस्या को दूर करने के लिए पानी टंकी निर्माण एवं पाइप लाइन विस्तारीकरण का कार्य किया जाना है। जिसका भूमिपूजन बिछिया विधानसभा के विधायक नारायण सिंह पट्टा ने किया। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप गोस्वामी, नगर पंचायत उपाध्यक्ष रानू रणधीर राजपूत, पार्षद विकास ग्वले, चेतना राजपूत, हर्षलता श्रीवास, मुख्य नगर पालिका अधिकारी उपयंत्री कुरैशी समेत नगर परिषद स्टाफ एवं नागरिक जन उपस्थित रहे। भूमिपूजन के बाद विधायक ने वनवासी सेवा मंडल बापा स्कूल का निरीक्षण किया। विधायक ने निरीक्षण कर बापा वनवासी शाला में व्याप्त जल समस्या, टपकती छत, शाला में उचित व्यवस्था के लिए शासन से उच्च स्तरीय पत्राचार कर समस्या का निराकारण कराने की बात कही।
पोस्टर बनाकर एड्स से बचाव के बताए उपाय
मंडला महावीर न्यूज 29. शासकीय जेएमसी महिला महाविद्यालय मंडला मप्र में प्राचार्य प्रो डॉ शरद नारायण खरे व राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रभारी विजया श्याम के संयोजन में एड्स से बचाव के लिए जागरुकता संचारित की गई। इसी उद्देश्य से छात्राओं ने पोस्टर बनाकर एड्स से बचाव के उपाय बताए तथा अपने उत्तरदायी नागरिक होने का परिचय दिया। प्राचार्य प्रो डॉ शरद नारायण खरे ने कहा कि चेतना में ही सुरक्षा है और लापरवाही में रोग ग्रस्तता है। उन्होंने सविस्तार तथ्यों का प्रस्तुतिकरण किया और जागरूकता की श्रंखला बनाकर इस भयावहता से बचाव की बात कही। आभार ज्ञापित कर कार्यक्रम समाप्त किया गया।
भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित निबंध प्रतियोगिता आयोजित
मंडला महावीर न्यूज 29. प्राधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परम्परा के विविध आयाम विषयांतर्गत जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के 8 महाविद्यालयों ने सहभागिता की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अनिल गुप्ता के मार्गदर्शन में किया गया। इस जिला स्तरीय प्रतियोगिता में नोडल अधिकारी डॉ उर्मिला खरपूसे ने बताया कि भारतीय ज्ञान परंपरा वैदिक कालीन संस्कृति सभ्यता से परिचित कराता है।
डॉ विजेन्द्र चौरसिया ने बताया कि भारतीय ज्ञान परम्परा से विश्व को परिचित कराना और अपनी विश्व गुरूता को पुन: हासिल करना है। नारायणगंज प्राचार्य डॉ बी टेंभरे ने बताया कि भारतीय ज्ञान परंपरा केवल कला के विद्यार्थियों के लिए नहीं है बल्कि विज्ञान तकनीकि के विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाएगा। इस कार्यक्रम में डॉ. रेखा पटैल भुआबिछिया, डॉ. धर्मेन्द्र कुमारा रैदास मवई, डॉ. गरिमा छावड़ा अंजनिया, डॉ. कुंती वराठे बम्हनी बंजर, डॉ. सतीष झारिया, डॉ. संजय वर्मा सहित समस्त महाविद्यालयीन स्टाफ रहा। कार्यक्रम संयोजक डॉ दुर्गावती सल्लाम ने किया।