परिवार नियोजन में पुरूषों की भागीदारी आवश्यक

  • शिविर में 10 महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन
  • 13 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन, जांच परीक्षण के बाद 3 रजिस्ट्रेशन रिजेक्ट
  • परिवार नियोजन में पुरूषों की भागीदारी आवश्यक
  • आज होगा पुरूष नसबंदी शिविर

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला मंडला के विकासखंड नारायणगंज में महिला नसबंदी शिविर आयोजित किया गया। आयोजित शिविर फिक्स डे के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें इस मंगलवार को चयनित महिलाओं को नि:शुल्क सेवा प्रदान की गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में आयोजित महिला नसबंदी शिविर में 13 महिलाओं ने नसबंदी कराने रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें 3 महिलाओं को जांच परीक्षण के बाद रिजेक्ट कर दिया गया। जिसके बाद 10 महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन के लिये चयन किया गया। नसबंदी कराने आई महिलायें ऑपरेशन के लिये अपनी बारी का इंतजार करती नजर आई। शिविर में आई महिलाओं की नसबंदी ऑपरेशन के बाद नि:शुल्क दवाएं देकर डिस्चार्ज किया गया।

जानकारी अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में दूरबीन पद्धति से महिला नसबंदी शिविर के लिये अधिकारियों, कर्मचारियों को तैनात किया गया था। जिससे शिविर सफलता पूर्वक संपन्न हो सके। शिविर के सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य केन्द्र के स्टाफ को जिम्मेदारी सौंपी गई। शिविर में प्रशासनिक व्यवस्था के लिए शिविर प्रभारी सीबीएमओ डॉ. एएल कोल, महिलाओं के पंजीयन के लिए बीईई विजय मरावी, मदन लाल परते, एसएल मरावी, नरेन्द्र बैरागी सुपरवाईजर, काउंसलिंग संध्या मरावी, महिला जांच एवं परीक्षण के लिए स्टाफ नर्स वर्षा तेकाम, सोनिका उइके, ब्लड प्रेशर जांच के लिए डॉ. देशबंधु उइके, डॉ. मिताली डामोर, प्रगति रोमदे, पैथालॉजी जांच के लिए कैलाश सोनी, प्रदीप कछवाहा, गोपाल मरावी, ओटी में वर्षा तेकाम, सोनिका उइके, ज्योति नंदनवार, प्रमिला पुष्पकार, सूरज यादव, नसबंदी ऑपरेशन के पूर्व इंजेक्शन एवं ड्यूटी में नर्सिंग स्टाफ से राजकुमारी, जानकी कुड़ापे, निश्तेतक इंजेक्शन लगान के लिए डॉ. एएल कोल, डॉ. डीबी उइके, कैम्प की व्यवस्था के लिए फार्मासिस्ट कमलेश सिंह समेत अन्य व्यवस्थाओं में स्टाप के अन्य कर्मचारियों ने सहयोग किया।

सीबीएमओ डॉ. एएल कोल ने बताया कि शिविर में जबलपुर से आए एलटीटी सर्जन डॉ. केआर शाक्य ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के पूर्व एमओ डॉ. देशबंधु उइके, डॉ. मिताली डामोर, प्रगति रोमदे द्वारा जांच की गई। महिलाओं का ऑपरेशन से पूर्व यूरिन, रक्त समेत अन्य जांचे पैथोलॉजी में कराई गई। अस्पताल परिसर में नसबंदी ऑपरेशन कराने पहुंची महिलाओं ने परिजनों व छोटे बच्चों के साथ डेरा डाल दिया था। सभी जांचों के बाद महिलाओं का नसबंदी ऑपरेशन किया गया।

पुरूषों की भागीदारी आवश्यक 

बीईई विजय मरावी ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम द्वारा जानकारी दी गई है कि पुरूष नसबंदी का मुख्य उद्देश्य है कि महिलाओं के साथ पुरूष की भागीदारी आवश्यक है। जिससे पुरूष परिवार नियोजन अपनाकर अपनी भागीदारी तय कर सके। पुरूष नसबंदी एक सरल पद्वति से की जाती है। जिसे बिना चीरा, बिना टांका पुरूष नसबंदी ऑपरेशन कहते हैं। ऑपरेशन कराने वाले पुरूषों को सरकार के द्वारा एक क्षतिपूर्ति प्रोत्साहन के रूप में तीन हजार रूपये दिये जाते हैं। आज बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पुरूष नसबंदी शिविर आयोजित किया गया। जिसके लिए एलटीटी सर्जन डॉ. सज्जन सिंह अपनी सेवाएं देंगे।


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