स्वर्ण प्राशन औषधि से बच्चों की बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता

  • स्वर्ण प्राशन औषधि से बच्चों की बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
  • नारायणगंज में सेम बच्चों को पिलाई स्वर्ण प्राशन की तृतीय खुराक
  • स्वर्ण कवच अभियान अंतर्गत सेम बच्चों को स्वर्ण प्राशन की दी औषधि

मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला कलेक्टर के मार्गदर्शन में आयुष विभाग द्वारा कुपोषण से निवारण के लिए नवाचार स्वर्ण कवच अभियान के अंतर्गत तृतीय चरण में जिले के 9 ब्लॉक में 32 क्लस्टर बनाकर सेम बच्चों को स्वर्ण प्राशन की आयुर्वेद औषधि दी गई। जिला आयुष अधिकारी डॉ. गायत्री अहाके ने बताया कि स्वर्ण प्राशन की तृतीय खुराक जिले में गुरूवार सेम बच्चों को दी गई है। जिससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके।

जानकारी अनुसार नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के एनआरसी केन्द्र में चिन्हित 32 कुपोषित और एनआरसी नारायणगंज में उपचाररत 7 बच्चों को स्वर्ण प्राशन की औषधि दी गई। बताया गया कि आयुष विभाग द्वारा कुपोषण से निदान के लिये नवाचार स्वर्ण कवच अभियान 27 सितंबर को शुभारंभ किया गया था। इस अभियान में जिले के सेम बच्चों को चिन्हांकित किया गया। जिसके अंतर्गत आयुर्वेदिक औषधि स्वर्ण प्राशन पुष्य नक्षत्र की तिथि में ही दी जाती है। यह औषधि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है एवं बौद्धिक शक्ति क्षमता का विकास होता है। इसके अंतर्गत मंडला जिले में 32 केन्द्र बनाए गए। जहां सेम बच्चों को स्वर्ण प्राशन की औषधि दी गई।

जिला आयुष अधिकारी श्रीमती गायत्री अहाके ने बताया कि विकासखंड नारायणगंज के नारायणगंज, मानेगांव और देवरीकला के साथ विकासखंड मंडला के जिला आयुर्वेद चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय, एनआरसी और बम्हनी में, बिछिया विकासखंड के बिछिया, अंजनिया, सिझौरा, ककैया, मोचा और रामनगर, नैनपुर विकासखंड के नैनपुर, डिठौरी और पिंडरई, निवास विकासखंड के निवास, मनेरी, भीकमपुर और पिपरिया, बीजाडांडी विकासखंड के बीजाडांडी, समनापुर और विजयपुर, मवई विकासखंड के मवई, मोतीनाला, अंजनी, मेढा और घुटास में, घुघरी विकासखंड के घुघरी, सलवाह और सुरेहली एवं मोहगांव विकासखंड के मोहगांव और देवगाँव में केन्द्र बनाकर सेम बच्चों को स्वर्ण प्राशन की औषधि दी गई।

पुष्प नक्षत्र में मिलते है अच्छे परिणाम 

नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित नवाचार कार्यक्रम में आयुष विभाग के डॉ. प्रतुश्य हरमीत ने बताया कि स्वर्ण भस्म शरीर के प्रत्येक टिस्यू और कोशिका में प्रवेश कर वहां के असंतुलन या विकृति को सही करती है। लेकिन पुष्य नक्षत्र पर पिलाने से इस ड्रॉप के विशेष चमत्कार देखने को मिलते हैं। इस दिन ग्रहों की शक्तियां ज्यादा होती है। पुष्य नक्षत्र हर महीने में एक बार आता है, इसलिए पुष्य नक्षत्र पर अच्छे परिणाम के लिए कम से कम छह बार यह ड्रॉप पिलानी चाहिए।

ये रहे मौजूद 

स्वर्ण प्राशन सुपोषण अभियान के अंतर्गत आयोजित नवाचार में महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी संजीव मोहर, आयुष विभाग से डॉ. प्रत्युष हरमिट, होम्यो चिकित्सा अधिकारी श्रीमति गौरा मरावी, श्रीमति रश्मि श्रीवास, श्रीमति सविता पावले, सुपरवाईजर मीनू पटेल, आंगनवाडी कार्यकर्ता, एनआरसी स्टाफ पोषण प्रशिक्षक संध्या मरावी, केयर टेकर सुभानी पंद्राम, संगीता भारतीया, मनोहर झारिया मौजूद रहे।


घुघरी में 106 कुपोषित बच्चों को पिलाई स्वर्ण प्राशन दवा

  • घुघरी में एसडीएम ने कराया बच्चों को स्वर्ण प्राशन

मंडला महावीर न्यूज 29. जिला प्रशासन मंडला एवं आयुष विभाग द्वारा नवाचार अंतर्गत जिले में अति कुपोषित बच्चों के कुपोषण निवारण के लिए स्वर्ण कवच अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत तृतीय चरण में घुघरी में अनुविभाग स्तर में अनुविभागीय अधिकारी सीएल वर्मा ने बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया। अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि यह अभियान कुपोषित बच्चों स्वस्थ करने के लिए यह चलाया जा रहा है।

बताया गया कि घुघरी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं महिला बाल विकास द्वारा अलग-अलग सेक्टर में जाकर बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया। घुघरी में लगभग 114 अति कुपोषित बच्चे हैं। अभियान के अंतर्गत 106 बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया है, इसके साथ ही सुपुष्टी योग व बाल तेल का वितरण भी किया गया।
बताया गया कि प्रथम दो चरण के बाद सभी बच्चों में लगभग एक से डेढ़ किलो वजन में वृद्धि मिली है, जो बच्चे केंद्र तक नहीं पहुंच पाये ऐसे बच्चों को चिकित्सक सीमा भवेदी एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा उनके ग्राम जाकर स्वर्ण प्राशन कराया गया। घुघरी ब्लॉक में तीन सेक्टर बनाए गए थे। कुपोषण से पूर्ति के लिए पोषक तत्व से भरपूर विटामिन दिया जा रहा है।


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