- भक्ति के लिए श्रद्धा और विश्वास होना जरूरी
- पांचवे दिन श्रीराम के नामकरण की सुनाई कथा
- विछिया के बजरंग टेकरी में आयोजित श्रीराम कथा में उमड़े भक्त
- नौ दिवसीय राम कथा का आयोजन
शहपुरा महावीर न्यूज 29. जिले केबिछिया गांव के समीप छपरा में आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा क? पंचम दिन सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे लगी हैं। इस दौरान अनंत श्री भूषित परम पूज्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती जी महाराज ने श्री राम कथा के महत्व प्रकाश डाला। कहा कि विश्वास, श्रद्धा और भक्ति से ही ईश्वर प्राप्ति संभव है। मां दुर्गे की आराधना मातृशक्ति की आराधना है। मां दुर्गा चारो वर्णों की मां है। शेर की सवारी का अर्थ है हिंसक प्रवृतियों पर सवारी और उसका दमन करना।
कथा में आगे बताया की विधा के साथ विवेक की भी आवश्यकता है। बिना विवेक के धन भी विनाशकारी है। भक्ति के लिए श्रद्धा और विश्वास दोनों का होना आवश्यक है। मानव जीवन भोग के लिए नहीं बल्कि योग के लिए है। मानव जीवन में विपत्तियों का सामना दृढ़ता पूर्वक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसार में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है ,जिसे जीवन में कभी मुसीबतों का ,विपत्तियों का सामना न करना पड़ा हो।
दिन और रात के समान सुख दुख का कालचक्र सदा घूमता ही रहता है। जैसे दिन के बाद रात्रि का आना अवश्यंभावी हैं वैसे ही दु:ख के बाद सुख का भी आना अनिवार्य है। जैसे सुवर्ण अग्नि में तपकर अधिक सतेज बनता हैं, वैसे ही धैर्यवान मनुष्य विपत्तियों का साहस के साथ सामना करते हुए जीवन संग्राम में विजय प्राप्त करता है वही कथा के बाद आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया मंगलवार को भगवान श्री राम,सीता का विवाह होगा विवाह को लेकर आयोजक समिति ने व्यापक तैयारी कर ली हैं धूम धाम से पंडाल पर भगवान श्री राम,सीता का मंत्रोच्चारण के साथ विवाह सम्पन्न होगा आयोजक समिति ने सभी से पहुंचने की अपील की हैं।