- सन् 1925 से शुरू हुई भारतीय रेलवे विद्युतीकरण की यात्रा
- भारतीय रेलवे विद्युतीकरण के 100 वर्ष पूर्ण होने पर मनाया जश्न
मंडला महावीर न्यूज 29. सन् 1879 में जर्मनी में दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन चली, लेकिन भारत को इस तकनीक को अपनाने में 46 वर्ष लगे। 1925 में मुंबई से कुर्ला के बीच 1500 वोल्ट डीसी प्रणाली पर पहली विद्युत रेल सेवा शुरू हुई, जिससे भारत एशिया में यह उपलब्धि हासिल करने वाला तीसरा देश बना। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से कुर्ला तक पहली विद्युत चालित ट्रेन के परिचालन के साथ रेल परिवहन के क्षेत्र में भारत ने 3 फरवरी 1925 को एक नया अध्याय जोड़ा था। भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की दिशा में यह कदम एक मील का पत्थर साबित हुआ। अब 2025 में भारतीय रेल अपने ब्रॉड गेज नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण के करीब है।
जानकारी अनुसार 1931 में चेन्नई और 1957 में कोलकाता में विद्युतीकरण की शुरुआत हुई। 1959 में भारत ने 25 केवी एसी प्रणाली को अपनाया, जिससे विद्युतीकरण को गति मिली। 1966 तक पूर्वी रेलवे में आधे से अधिक माल परिवहन इलेक्ट्रिक इंजन से होने लगा। 2014 तक भारतीय रेल का 21,801 रूट किलोमीटर विद्युतीकृत था, जबकि 2024 तक यह संख्या 44,199 तक पहुंच गई।
बताया गया कि 3 फरवरी 1925 को भारतीय रेलवे में विद्युतीकरण की शुरुआत को गई थी, जिसके आज 100 साल पूरे होने पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नैनपुर विद्युत (ओपी), विद्युत ( टीआरडी )और विद्युत ( सामान्य) द्वारा केक काटकर जश्न मनाया गया।
इस मौके पर श्री पीपी सरकार ADEE(TRD&GENRAL), कुलवंत कछवाहा(CCC), रवि कांत रंजन SSE (TRD), उमेश चंद्राकर SSEE(G), बाबुलाल घारपुरे (CLI), निर्मल शुक्ला ‘(प्रधानाध्यापक ) गौरव बिसेन SSE(TRD) , रुपेश कहार(JEE) आदि उपस्थित रहे।