- स्थानीय भाषा, बोली से टीबी बीमारी की दे रहे जानकारी
- रैली, दीवार लेखन, नुक्कड़ नाटक और जादूगर कर रहे गांव-गांव लोगों को जागरूक
मंडला महावीर न्यूज 29. वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त कराने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में भारत सरकार द्वारा देश के 347 से अधिक जोखिम वाले जिलो में 100 दिवसीय टीबी केम्पियन नि:क्षय शिविर चलाया जा रहा है। जिससे गांव के अंतिम व्यक्तियों तक की स्क्रीनिंग कर अभियान को सफल बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए विविध प्रकार की गतिविधियां भी आयोजित की जा रही है। इसके साथ ही इसके प्रचार-प्रसार के लिए रैली, दीवार लेखन, जादूगर द्वारा, नुक्कड़ नाटक आदि द्वारा लोगों को टीबी बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा।
जानकारी अनुसार मंडला जिले के दूर दराज ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाले लोगों को जागरूक करने के लिये स्थानीय भाषा का उपयोग भी किया जा रहा है, जिससे लोग इस बीमारी के बारे में आसानी से समझ सकें। स्थानीय भाषा के मध्याम से टीबी के प्रति लोगो को आसानी से समझाया जा रहा है। जिससे दूरांचल में निवास करने वाले लोग इसे समझकर दूसरे लोगों को बता सकते है।
बताया गया कि पिरामल फाउंडेशन द्वारा निवास के ग्राम के फलिया टोला मोहल्ला में आदिवासी लोगों को विशेष रूप से टीबी रोग के प्रति जागरूक करने के लिये स्थानीय क्षेत्रीय बोली एवं भाषा के माध्यम से टीबी बीमारी की जानकारी दी गई। जिससे लोग आसानी से समझ सकें और लोगों को समझा सके इसके लिये प्रसास किया जा रहा है।