बजट में महिला, बच्चों और किसानों के लिए खुला खजाना

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  • महिला, बच्चों और किसानों के लिए खुला खजाना
  • नई सरकार के बजट में नया कोई टैक्स नहीं
  • नई सरकार का पहला बजट वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने चौथी बार किया पेश
  • बजट में मंडला को मिली कई मार्ग निर्माण के लिए 128.59 करोड़ रुपए की स्वीकृति


मंडला महावीर न्यूज 29. मध्यप्रदेश की नई सरकार ने अपना पहला बजट पेश किया। सदन में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने चौथी बार बजट पेश किया है। बजट 2024-25 में कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं लगाया है। 3.65 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 16 प्रतिशत अधिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के बाद भी पेट्रोल, डीजल पर कोई अतिरिक्त राहत नहीं दी गई है। देश में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल मध्यप्रदेश में ही बिक रहा है। राज्य सरकार ने महिलाओं, बच्चों और किसानों के लिए तो खजाना खोला, लेकिन कोई नया टैक्स नहीं लगाया है।

बताया गया कि पेश किये गए इस बजट से मंडला जिले के लोगों ने काफी उम्मीदें लगाई थीं। जिले में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी, सिंचाई, पेयजल, रोजगार के साधन, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में विकास कार्यों की आवश्यकता जानकारी बजट से पहले सरकार के समक्ष रखी थी। बजट में मंडला जिले में कई मार्गों के निर्माण के लिए 128.59 करोड़ रुपए से ज्यादा की स्वीकृति मिली है।
वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने 2024-25 के बजट में जो प्रमुख घोषणाएं की हैं, उनमें पीएम ई-बस योजनांतर्गत छह शहरों इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन एवं सागर में भारत सरकार की सहायता से 552 ई-बसों का संचालन करना शामिल है। इसके साथ ही सरकार ने पांच साल में वार्षिक बजट के आकार को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है। 2024-25 के लिए 3,65,067 करोड़ रुपये के व्यय का प्रावधान किया गया है, जो 2023-24 के 3,14,025 करोड़ रुपये के मुकाबले 16 प्रतिशत अधिक है।

बजट में ये भी

  1. पीएम ई-बस योजना के तहत 6 शहर- इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और सागर में 552 ई-बसें चलाई जाएंगी।
  2. मंदसौर, नीमच और सिवनी में सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू किए जाएंगे।
  3. 2028 में होने वाले सिंहस्थ के लिए 500 करोड़ का प्रावधान। इससे उज्जैन और आसपास के 10 जिलों में विकास कार्य होंगे।
  4. राम पथ गमन के स्थानों को चिह्नित कर उनका विकास करेंगे। श्रीकृष्ण पाथेय योजना पर भी काम होगा।
  5. ई-विधान, ई-कैबिनेट, ई-विधान ऑफिस बनाए जाएंगे। ई-विधायक ऑफिस योजना के तहत प्रति विधायक 5 लाख रुपए दिए जाएंगे।
  6. सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने पर पार्थिव देह को घर तक सम्मानजनक ढंग से पहुंचाने के लिए शांति वाहन सेवा शुरू की जाएगी।
  7. सरकारी कर्मचारियों के भविष्य निधि भुगतान की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इससे रिटायरमेंट के बाद तत्काल भुगतान हो सकेगा।
  8. उज्जैन में चना और ग्वालियर में सरसों अनुसंधान संस्थान की स्थापना की जाएगी।

डिंडोरी में श्री अन्न अनुसंधान केंद्र बनेगा

  • श्री अन्न उत्पादन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन गठित किया है। राज्य सरकार द्वारा श्री अन्न के उत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि के लिये फेडरेशन के माध्यम से उपार्जित किये जा रहे कोदो-कुटकी पर प्रति किलोग्राम 10 रूपये की अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी।
  • डिंडोरी में श्री अन्न अनुसंधान केन्द्र की स्थापना होगी। क़ृषि क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए उज्जैन में चना तथा ग्वालियर में सरसों अनुसंधान संस्थान बनेंगे।
  • पशुओं को घर पहुंच चिकित्साः मई 2023 से प्रारंभ 406 चलित पशु चिकित्सा इकाइयों ने अब तक 5.46 लाख से अधिक पशुओं को घर पर चिकित्सा सुविधा दी है। चलित पशु कल्याण सेवा योजना में 82 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
  • मुख्यमंत्री सहकारी दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना प्रारंभ की जाएगी। इसके अंतर्गत दुग्ध उत्पादकों को सहकारी समितियों के माध्यम से प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए 150 करोड़ रुपये का बजट।

गौ-वंश रक्षा वर्ष मनाएंगे 

  • 2,190 गौ-शालाओं का संचालन हो रहा है। इनमें लगभग तीन लाख गौ-वंश का पालन हो रहा है। प्रति गौ-वंश प्रति दिन 20 रुपये दिए जाते थे, जिसे दोगुना कर 40 रुपये किया जाएगा। तीन गुना वृद्धि करते हुए बजट में 250 करोड़ रुपये रखे हैं।  2024-25 को गौ-वंश रक्षा वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।

किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयास 

  • किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के महत्वपूर्ण घटक जैसे सूक्ष्म सिंचाई, फसल विस्तार, संरक्षित खेती, बागवानी, मधुमक्खी पालन की स्थापना पर फोकस।
  • किसानों की आय बढ़ाने में फूड प्रोसेसिंग का महत्वपूर्ण योगदान है। उद्योग संवर्धन नीति के अंतर्गत फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स को विशेष पैकेज दिया जा रहा है। फूड प्रोसेसिंग उद्योगों को पांच वर्ष तक मंडी शुल्क में शत-प्रतिशत तथा विद्युत टैरिफ में एक रुपये प्रति यूनिट की छूट।
  • प्रदेश में उपलब्ध 4 लाख 42 हजार हैक्टेयर जलक्षेत्र में से 4 लाख 40 हजार हेक्टेयर जलक्षेत्र मछली पालन अन्तर्गत लाया जा चुका है। वर्ष 2023-24 में 3 लाख 82 हजार मैट्रिक टन मत्स्य उत्पादन तथा लगभग 215 करोड़ मत्स्य बीज का उत्पादन किया गया है, जो अब तक का सर्वाधिक है।
  • अहमदाबाद में ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस में सिवनी को बेस्ट इनलेण्ड डिस्ट्रिक्ट का प्रथम पुरस्कार तथा बालाघाट की प्राथमिक सरस्वती मछुआ सहकारी समिति को मछुआ सहकारी समिति की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार मिला है।

सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे एआई, मशीन लर्निंग 

  • विद्यार्थियों में स्किल डेवलपमेंट एवं एमर्जिंग ट्रेण्डस के दृष्टिगत ए.आई, मशीन लर्निंग, कोडिंग आधारित शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
  • प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत अभी तक 1,500 प्री-स्कूल क्लासेस संचालित कर रहे हैं। 2024-25 में 3,200 प्राथमिक शालाओं में प्री-स्कूल शुरू होंगे।
  • सरकारी स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की उपलब्धता के साथ खेल, नृत्य, संगीत शिक्षकों के 11 हज़ार पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही की जा रही है।
  • 730 स्कूलों को पीएम श्री योजना अंतर्गत चिन्हित किया है। शैक्षिक गुणवत्ता सुधार के साथ भौतिक संसाधनों का उन्नयन भी किया जाएगा। प्रदेश के बैगा, भारिया, सहरिया जैसी विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु पीएम जन-मन योजना के अंतर्गत इस वर्ष 22 नवीन छात्रावास प्रारंभ किए जाएंगे।

तीन नए सरकारी विश्वविद्यालय खुले

  • प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा सुगम बनाने हेतु तीन नवीन शासकीय विश्वविद्यालयों यथा क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगौन, तात्या टोपे विश्वविद्यालय गुना एवं रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय सागर की स्थापना की है। दो निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना भी प्रदेश में हुई है।
  • वर्ल्ड बैंक परियोजना के माध्यम से 247 महाविद्यालयों में राशि 244 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान कर भौतिक एवं अकादमिक अधोसंरचना विकास के कार्य कराये जा रहे हैं।

पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के लिए दो हजार पद सृजित  

  • उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए शुरू की गई पीएम उषा परियोजना के तहत प्रदेश में 565 करोड़ की कार्ययोजना स्वीकृत हुई है।
  • प्रत्येक जिले में एक कॉलेज को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में अपग्रेड किया जाएगा। इन कॉलेजों के लिए दो हजार से अधिक नवीन पद भी सृजित किए गए हैं।

22 नए आईटीआई शुरू होंगे, हर संभाग में कोडिंग लैब

  • प्रदेश में 22 नए आईटीआई शुरू होंगे। वर्तमान में 268 सरकारी आईटीआई संचालित हो हैं। नए आईटीआई में 5,280 नई सीट्स मिलेंगी। देवास, छिंदवाडा एवं धार को ग्रीन स्किलिंग आईटीआई में विकसित कर सोलर टेक्नीशियन एवं इलेक्ट्रिक व्हीकल मैकेनिक पाठ्यक्रम प्रांरभ किए हैं ।
  • विद्यार्थियों को विशिष्ट कौशल एवं आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रत्येक संभाग में स्थित इंजीनियरिंग/पॉलीटेकनिक महाविद्यालय में कोडिंग लैब की स्थापना की जाएगी।

MP Budget 2024-25

सरकार का यह बजट स्वास्थ्य सेवाओं में निजीकरण को प्राथमिकता देता दिखाई देता है। जन स्वास्थ्य अभियान और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकार मंच सरकार से मांग करता है कि प्रदेश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य बजट में पर्याप्त बढ़ोतरी की जाए और सार्वजनिक निजी भागीदारी पर स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन बंद किया जाए।


राज कुमार सिन्हा

रोजगार व शिक्षा के नए अवसर यह पूर्णकालिक बजट देगा यह तय है। तीन नवीन मेडीकल कॉलेज खोला जाना श्रेष्ठता का सूचक है। इससे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी। गौ संरक्षण की दिशा में भी कदम बढ़ाया गया है। किसानो, महिलाओं व छात्राओ के लिए भी काफी कुछ इस बजट में है। पुरानी चल रही योजनाओं का विस्तार किया जाना काफी सुखद है।


नीलम खरे, लेखिका

मध्यप्रदेश के नव मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट अच्छा इसलिए माना जाएगा क्योंकि इसमें नया कर नहीं लगाया गया है। अनेक नए पद सृजित किए गए हैं, जिससे युवा रोजगारोन्मुख हो सकेंगे। गौपालकों व किसानों के हित का ध्यान रखा जाना अच्छी पहल है। शिक्षा व स्वास्थ्य का भी इस बजट से उन्नयन निश्चित रूप से हो सकेगा, जो हर्ष की बात है।


प्रो. डॉ शरद नारायण खरे, प्राचार्य



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