हिन्दू धर्म में नर्मदा का विशेष महत्व, धूमधाम से मनाएंगे जन्मोत्सव

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हिन्दू धर्म में नर्मदा का विशेष महत्व, धूमधाम से मनाएंगे जन्मोत्सव

  • जिले भर में होंगे विविध धार्मिक आयोजन

मंडला महावीर न्यूज 29. नर्मदा जयंती भारत में हिन्दुओं द्वारा मनाया जाने वाला एक त्यौहार है। यह अमरकंटक में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, क्योंकि यह माँ नर्मदा का जन्म स्थान है। इसके अलावा यह पूरे मप्र में बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से माघ माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी को माँ नर्मदा का जन्म हुआ था, इसलिए यह हर साल इस दिन माँ नर्मदा का जन्मोत्सव मनाया जाता है। भारत में 7 धार्मिक नदियाँ हैं उन्हीं में से एक है माँ नर्मदा है। हिन्दू धर्म में इसका बहुत मह्त्व है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने देवताओं को उनके पाप धोने के लिए माँ नर्मदा को उत्पन्न किया था और इसलिए इसके पवित्र जल में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते है। नर्मदा महोत्सव को हिंदुओं द्वारा पर्व के रुप में मनाया जाता है। इस वर्ष नर्मदा जयंती आज 04 फरवरी को मनाई जाएगी।

मां नर्मदा जयंती पर्व पर जिले के नर्मदा मंदिर, नर्मदा घाटो में विविध धार्मिक आयोजन किए जाएंगे हैं। इसी तारतम्य में मुख्यालय से पांच किमी दूर मां नर्मदा अंचल के दक्षिण तट में स्थित ग्राम हिरदेनगर के ऊँ श्रीं माँ रूकमणि देवी सदाव्रत आश्रम सिद्धपीठ दरबार माँ नर्मदा मंदिर में 29 वां माँ नर्मदा जन्मोत्सव महापर्व कार्यक्रम बसंत पंचमी से शुरू हो गया है। जिसका समापन आज नर्मदा जयंती पर किया जाएगा।

जिले भर में होंगे विविध आयोजन 

नर्मदा जयंती के अवसर पर जिले के सभी नर्मदा घाटो में माँ नर्मदा को चुनरी अर्पित की जाती हैं। बड़ी संख्या में नर्मदा भक्त जयंती पर्व पर नर्मदा घाट पहुंच कर पूजन, अर्चन, चुनरी भेंट करेंगे।

अखंड रामधुन संकीर्तन का समापन आज 

जन्मोत्सव के अवसर पर दरबार में जप यज्ञ, रामधुन संर्कीतन, माँ नर्मदा अभिषेक, रामधुन समापन, कन्या भोज, मुण्डन संस्कार समेत विविध धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। आचार्य संतोष महाराज ने बताया कि 29 वां माँ नर्मदा जन्मोत्सव महापर्व चार दिवसीय नर्मदा जयंती के अवसर विविध धार्मिक आयोजन शुरू हो गए है।

जिसमें 01 फरवरी को जप यज्ञ, 02 फरवरी को अंखड रामधुन और कीर्तन शाम 8 बजे से अगले दिन तक। 3 व 4 फरवरी को अखंड रामधुन का समापन, पूर्णाहूति, कथा पूजन पाठ, संध्या आरती वंदना, माँ नर्मदा जी का अभिषेक, पूजन, हवन, कन्या भोज, मातृ पितृ, गुरू अभिषेक पूजन किया जाएगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे से बच्चों के मुंडन संस्कार का कार्यक्रम अयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है। 04 फरवरी को दोपहर 02 बजे से रात्रि 9 बजे तक विशाल भंडारा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही शाम 4.30 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक किन्नर चांदनी दीदी द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति दी जाएगी।


10 वर्षो से मनाया जा रहा नर्मदा जन्मोत्सव पर्व

  • नर्मदा जयंती पर शिवनंदन सेवा समिति द्वारा विविध कार्यक्रम

मंडला महावीर न्यूज 29.  नारायणगंज शिवनंदन सेवा समिति का प्रकल्प नर्मदा परिक्रमा सेवा समिति द्वारा विगत 10 वर्षों से लगातार बस स्टैंड नारायणगंज में मां नर्मदा जन्म उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें मां नर्मदा जी की प्रतिमा स्थापित कर भजन कीर्तन पूरी रात किया जाता है। इस धार्मिक आयोजन में आसपास की भजन मंडली की सहभागिता रहती है। रात भर आसपास के क्षेत्र वासियों के सहयोग से भजन कीर्तन मां नर्मदा जयंती के अवसर किया जाता है।

प्रतिवर्ष अनुसार मां नर्मदा प्रकट उत्सव का कार्यक्रम नर्मदे हर कीर्तन 3 फरवरी को सुबह 10 बज से 24 घंटे का शुरू किया गया है, जो 4 फरवरी दिन मंगलवार सुबह 10 बजे समाप्त किया जाएगा। इसके बाद हवन पूजन एवं प्रसाद वितरण का आयोजन कर मूर्ति विसर्जन कूम्हा घाट में किया जाएगा। विसर्जन से पहले शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इस कार्यक्रम में भक्तों से शामिल होने की अपील की है।


धूनीवाले दादाजी दरबार निवास से निकलेगी चुनरी यात्रा

  • प्रतिवर्ष धूनीवाले दादा दरबार से निकाली जाती है 18 किमी दूरी चुनरी यात्रा

मंडला महावीर न्यूज 29.  नर्मदा जन्मोत्सव पर जिलेभर में विविध प्रकार के आयोजन किए जाते हैं इसी तरह धूनीवाले दादा दरबार सिध्द क्षेत्र दीपक पहाड़ लधाटोला निवास से चुनरी पद यात्रा वर्षों से निकाली जाती है। इस वर्ष भी 4 फरवरी को नर्मदा जन्मोत्सव है जिसमें सुबह 9 बजे से नर्मदा तट बालपुर सिवनी के लिए चुनरी यात्रा का आयोजन किया गया है। जिसमें निवास सहित आसपास के ग्रामों से सैकडों की संख्या में नर्मदा भक्त शामिल होंगे। जिसकी तैयारी आयोजन समिति के द्वारा पूर्ण कर लीं गईं हैं। चुनरी यात्रा धूनीवाले दादा दरबार निवास से पूजन अर्चन के साथ आरंभ होगी। नगर भ्रमण के बाद पद चुनरी यात्रा रेवा तट बालपुर सिवनी के लिए आगे बढ़ेगी। यात्रा में बैंड बाजे और डीजे में धार्मिक गानों की धुन में भक्तजन थिरकते हुए नर्मदा तट की ओर प्रस्थान करेंगे। जिनका जगह-जगह पर स्वागत वंदन भी किया जाएगा। लगभग 18 किमी की दूरी तय करने के बाद नर्मदा तट बालपुर सिवनी में पूजन अर्चन और महाआरती के बाद नर्मदा मैया को चुनरी अर्पित की जाएगी। धूनीवाले दादाजी दरबार के संत अमृत देवानंद जी महाराज ने बताया कि नर्मदा जन्मोत्सव पर निकाली जाने वाली चुनरी यात्रा का यह 16वां वर्ष है। इस वर्ष भी पूरी भव्यता और गरिमामयी तरीके और भक्तिभाव से चुनरी यात्रा कर नर्मदा माई को चुनरी भेंट की जाएगी।



 

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