- कान्हा में चार दिवसीय तृतीय तितली सर्वेक्षण संपन्न
- 11 राज्यों के 74 स्वयंसेवकों ने 39 फॉरेस्ट कैंप में किया तितलियों का सर्वेक्षण
- कान्हा के 75 से अधिक स्थानीय वन अमले ने सर्वे में दिया योगदान
मंडला महावीर न्यूज 29. कान्हा टाइगर रिजर्व में तितलियों की प्रजातियों की पहचान और वन्यजीव संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लगातार तीसरे वर्ष तितली सर्वेक्षण का आयोजन किया गया। 17 से 20 अक्टूबर तक यह चार दिवसीय सर्वेक्षण कान्हा प्रबंधन और स्वयंसेवकों के सहयोग से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य तितलियों की प्रजातियों की गणना, अध्ययन और उनकी विविधता की जानकारी एकत्र करना था।
सर्वेक्षण की शुरुआत 17 अक्टूबर को ईको-सेंटर, खटिया में एसके सिंह क्षेत्र संचालक, कान्हा टाइगर रिजर्व द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित करके हुई। इस वर्ष 11 राज्यों से आए लगभग 74 स्वयं सेवकों ने 39 फॉरेस्ट कैंप साइट्स पर तितलियों की प्रजातियों का सर्वेक्षण किया।
महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक जैसे राज्यों से स्वयं सेवकों की सक्रिय भागीदारी रही। इसके अलावा 5 नवनियुक्त वन रक्षक को विशेष रूप से इस अभियान में सम्मिलित किया गया। इनके साथ कान्हा टाइगर रिजर्व के 75 से अधिक स्थानीय वन अमले ने भी इस सर्वे में अपना योगदान दिया।
20 अक्टूबर को समापन समारोह में एसके सिंह और उप संचालक कोर पुनीत गोयल द्वारा सभी स्वयंसेवकों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक संचालक फेन ने किया। जिसमें फील्ड बायोलॉजिस्ट और परिक्षेत्र अधिकारियों का विशेष सहयोग रहा। सर्वेक्षण के दौरान सभी प्रतिभागियों द्वारा देखी गई तितलियों की जानकारी और फोटो एकत्रित कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
समारोह में इंदौर की वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजरवेंसी संस्था द्वारा कान्हा के पक्षी सर्वेक्षण में विशेष योगदान के लिए एसके सिंह को स्मृति चिन्ह और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 2024 के क्षितकालिन और ग्रीष्मकालीन पक्षी सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी प्रकाशित की गई।