- यात्री सुविधाओं के साथ मंडला फोर्ट से शुरू की जाए लंबी दूरी की ट्रेन
- मंडला फोर्ट व नैनपुर जंक्शन में रेल सुविधाओं का किया जाए विस्तार
- मालगाड़ी डिब्बों की मरम्मत और रखरखाव के लिए नैनपुर में बनाया जाए डिपो
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला वर्षो से उपेक्षा का शिकार है। इस आदिवासी जिले में रोजगार के अवसर कम होने एवं रेल सुविधाओं का अभाव होने के कारण आज तक अन्य शहरों, महानगरों से पीछे है। जबकि नैनपुर जंक्शन नेरोगेज एशिया का सबसे बड़ा जंक्शन हुआ करता था। वहीं सन् 1965 तक रेलवे का प्रशासनिक मुख्यालय भी हुआ करता था। इसके बाद प्रशासनिक मुख्यालय नैनपुर से नागपुर में स्थानांतरित कर दिया गया। गेज कन्वर्जन के बाद जैसे अपेक्षा थी उसके अनुरूप ना तो रेल सुविधा क्षेत्र को मिली और ना ही क्षेत्र के विकास के लिए रेलवे द्वारा कोई परियोजना लगाई गई। जिलेवासियों की उम्मीद है कि आने वाले दिनों में रेलवे मंडला फोर्ट एवं नैनपुर जंक्शन को विकसित करने पर जोर देगा। जिससे समूचे आदिवासी क्षेत्र को इस रेल मार्ग का फायदा मिल सकेगा।
जानकारी अनुसार आदिवासी जिला मंडला को विकास की दौड़ में आगे आने के लिए यहां संचालित रेलवे मार्ग का विस्तारीकरण जरूरी है। रेल मार्ग से ही पूरे मंडला जिले का विकास संभव है। जिले में स्थित नैनपुर जंक्शन और मंडला फोर्ट से अन्य महानगरों में जाने वाली रेलगाडिय़ों के संचालन की सुविधा की मांग वर्षो से जिलेवासी कर रहे है, लेकिन नैनपुर से एक दो गाड़ी होकर गुजरती है, लेकिन आज भी जिले का मुख्य रेलवे स्टेशन किसी छोटे स्टेशन से कम नहीं है। मंडला फोर्ट में पहले भी दो समय ही रेलगाड़ी आया करती थी, आज भी सुबह और शाम दो रेल गाड़ी का संचालन हो रहा है। आज भी मंडला फोर्ट अपने विकास की राह देख रहा है। जिलेवासियों ने जल्द से जल्द मंडला फोर्ट और नैनपुर जंक्शन के विकास कार्य को पूरा करने की मांग कर रहे है।
दिल्ली, भोपाल की गाडिय़ों का संचालन मंडला फोर्ट से किया जाए
जिले वासियों ने मांग की है कि सभी यात्री गाडिय़ों का प्रचलन नैनपुर में नियुक्त लोको पायलट एवं गाड़ी प्रबंधक से कार्य करने के लिए स्टाफ की नियुक्ति नैनपुर में तुरंत की जाए। बताया गया कि रेलवे बोर्ड द्वारा निर्णय लिया गया था और एसईसीआर की जबलपुर में मौजूद वर्तमान लॉबी को रेलवे बोर्ड के निर्णय अनुसार तत्काल प्रभाव से बंद कर सभी स्टाफ को नैनपुर स्थानांतरित जल्द किया जाए। वहीं मंडला फोर्ट जो कि जिले का मुख्यालय भी है एवं उसे पूर्ण रूप से विकसित किए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही मंडला फोर्ट का नाम बदलकर रानी दुर्गावती टर्मिनस किया जाना चाहिए। इसके साथ ही यहां यात्री सुविधाओं के लिए प्लेटफार्म की लंबाई को बढ़ाई जाने के साथ जो गाडिय़ां दिल्ली एवं भोपाल को जाती है उन गाडिय़ों को जबलपुर एवं छिंदवाड़ा के बजाय मंडला फोर्ट से शुरू किया जाना चाहिए। जिससे जिलेवासियों को इसका लाभ मिल सके। जिलेवासियों का कहना है कि नैनपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन में लाइनों की संख्या भी बढ़ाई जाए। यहां चार दिशाओं से आने वाली गाडिय़ों के लिए यहां सिर्फ चार ही लाइन है जो कि अपर्याप्त है। इसके लिए दो लाइनों का निर्माण कार्य जारी था वह भी रोक दिया गया है उसे दो लाईन के निर्माण कार्य को जल्द शुरू किया जाए। जिससे इसका लाभ मिल सके।
नैनपुर में किया जाए कोचिंग डिपो का निर्माण
नैनपुर जंक्शन में सवारी गाड़ी डिब्बो के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए कोचिंग डिपो का निर्माण भी जल्द से जल्द किया जाए। जिससे जबलपुर में जिन गाडिय़ों का रख रखाव एवं देखरेख होती है उन गाडिय़ों को नैनपुर से शुरू किया जाए, जिससे उनका अनुरक्षण एवं देखरेख नैनपुर में किया जा सके। क्योंकि जबलपुर में गाडिय़ों की संख्या अधिक है लेकिन जगह की कमी के कारण कोचिंग डिपो का विस्तार नहीं हो पा रहा है। वहीं नैनपुर में कोचिंग डिपो का निर्माण करने से जो गाडिय़ां गोंदिया में मरम्मत एवं रखरखाव की जाती है उन्हें भी नैनपुर डिपो में मरम्मत की जा सकेगी एवं क्षेत्र से और अधिक कोचिंग गाडिय़ों को चलाया जा सकेगा। सभी सवारी गाडिय़ों एवं एक्सप्रेस गाडिय़ों के लिए लोको पायलट एवं गाड़ी प्रबंधक, नैनपुर जंक्शन में ही परिवर्तित किए जाएं इसके लिए नैनपुर में लोको पायलट सवारी गाड़ी एवं लोको पायलट मेल एक्सप्रेस एवं गाड़ी प्रबंधक मेल एक्सप्रेस की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए। बताया गया कि इस समूचे क्षेत्र में जैसे गड़ा गुड्स साइडिंग, पीजेपीबी साईडिंग, केवलारी साइडिंग, चिरईडोंगरी साइडिंग, सिवनी साइडिंग, लिंगा साइडिंग, मंडला फोर्ट साइडिंग है, बावजूद इसके मालगाड़ी डिब्बे की मरम्मत के लिए नैनपुर में डिपो का निर्माण नहीं किया गया है। जिससे इनकी मरम्मत एवं रखरखाव के लिए वापस भेजा जाता है। जिसमें आने-जाने में अधिक समय लगता है। नैनपुर में मालगाड़ी डिब्बे की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए रेलवे की खाली पड़ी जमीन का उपयोग किया जाए एवं डिपो का निर्माण किया जाए।
यात्री गाडिय़ों की दी जाए सुविधा
नैनपुर जंक्शन को आधार मानते हुए कम से कम 4 सेट थ्री फेस मेमो दिए जाएं, जिससे नैनपुर जंक्शन, मंडला फोर्ट एवं नैनपुर जंक्शन -बालाघाट फोर्ट- नैनपुर जंक्शन -छिंदवाडा जंक्शन एवं नैनपुर ग्वारीघाट के बीच गाड़ी सवारी की संख्या बढ़ाई जा सके। जिससे क्षेत्र के यात्रियों को इसके संचालन से सुविधा हो सकेगी। वहीं सिवनी से खुलने वाली गाड़ी संख्या 09590 एवं गाड़ी संख्या 14623 सिवनी के बजाय नैनपुर से चलाई जाए क्योंकि नैनपुर में इन गाडिय़ों के बिजली एवं पानी के देखरेख की व्यवस्था है। इन गाडिय़ों को नैनपुर से चलाने पर मंडला डिंडोरी एवं बालाघाट जिले की जनता को भी भोपाल एवं दिल्ली जाने की सुविधा प्राप्त होगी। मंडला फोर्ट स्टेशन से डोंगरगढ़ एवं मैहर के लिए यात्री गाड़ी की सुविधा प्रदान की जाए जिससे जिलेवासी माता जी के दर्शन के लिए बिना किसी परेशानी के जा सके।
इनका कहना है
मंडला में रेल परिसर का विकास तो हो रहा है लेकिन लोगों की सुविधा भी जरूरी है अक्सर देखा जाता है कि अभी भी ट्रेन महानगरों से नहीं जुड़ पाई है, जिससे दूर का सफर करने वाले राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है,
अनेक बार शासन प्रशासन के सामने मांग करते आ रहे है कि नागपुर से मंडला ट्रेन चालू की जाए, क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि लोग अपना इलाज करवाने के लिए नागपुर ज्यातार लोग जाते है, ट्रेन चालू होने से कई तरह की परेशानी से निजात मिल सकेगा
मैं मंडला दशहरा देखने आया था, रेलवे संचालक से मेरी मांग है कि, रेल गाड़ी का समय बदला जाए साथ ही मंडला में रेलवे का और विस्तारीकरण किया जाए जिससे ग्रामीण आदिवासियों को इसका लाभ मिल सके