सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में टीबी फोरम एवं टॉस्क फोर्स कमेटी की समीक्षा बैठक
- भारत को टीबी मुक्त बनाने सभी की सहभागिता जरूरी
- हर तीन माह में होगी कार्य की समीक्षा
- माइक्रोप्लान बनाकर ग्राम स्तर पर करेंगे टीबी की स्क्रीनिंग
- ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने सभी पैरामीटर में उतरना खतरना जरूरी
मंडला महावीर न्यूज 29. भारत को टीबी मुक्त बनाने की कवायद जमीनी स्तर पर जोरो से चल रही है। टीबी हारेगा, देश जीतेगा की तर्ज पर स्वास्थ्य अमला जमीनी स्तर पर टीबी रोग को खत्म करने कार्य कर रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य अमले द्वारा गांव-गांव विविध गतिविधियों के माध्यम से लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के साथ इनके लक्षण और उपचार की जानकारी दे रहेेेे है। इसके साथ ही आमजनों को टीबी हारेगा, देश जीतेगा के तहत मुफ्त जांच, मुफ्त इलाज और पोषण सहायता की विस्तार से जानकारी दी जा रही है। वहीं चिन्हित टीबी मरीजों का उपचार कराया जा रहा है। स्वास्थ्य अमले की नजर इन पर बनी हुई है, जिससे ये स्वस्थ्य होकर भारत को टीबी मुक्त बनाने में सहभागी बन सके।
जानकारी अनुसार देश और जिला को इस टीबी बीमारी से मुक्त कराने जिले के विकासखंडों में टीबी फोरम एवं टॉस्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में शामिल सदस्य विकासखंड की ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त कराने अपनी सक्रिय सहभागिता दे रहे है। जिससे भारत टीबी मुक्त हो सके और टीबी मुक्त अभियान सफल हो। इसके लिए प्रत्येक विकासखंड में गठित फोरम समिति में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और सदस्य बनाए गए है, जो इस अभियान के सफल क्रियान्वयन में सहभागिता दे रहे है। बुधवार को अनुविभागीय दण्डाधिकारी नारायणगंज की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में विकासखंड स्तरीय टीबी फोरम एवं टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
समस्त उपचार प्रक्रिया नि:शुल्क
विकासखंड स्तरीय टीबी फोरम एवं टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक में कमेटी के सभी सदस्यों को पिरामल फाउंडेशन के रामेश कुमार ने टीबी की जानकारी विस्तार से दी। बैठक में मौजूद सीएचओ और सदस्यों को बताया कि टीबी के इलाज के लिये समस्त उपचार प्रक्रिया नि:शुल्क है। दवाईयॉं नि:शुल्क मिलती है, मरीज की जब तक टीबी की दवाई चलेगी हितग्राही के खाते में प्रतिमाह 500 रूपये दिया जाएगा। एक मुश्त 750 रूपए राशि मरीज के आने जाने के लिये दी जाती है, वहीं टीबी मरीज की सूचना देने वाले को भी 500 रूपये दिये जाते हैं। इसके साथ टीबी मरीज को जो दवाई खिलाता है और मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो जाता है उसके बाद उसे 1000 की राशि दी जाती है।
मॉर्निंग सेम्पल लेना जरूरी
सीएचसी प्रभारी सीबीएमओ डॉ. एएल कोल ने उपस्थित सदस्यों को बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर अधिक से अधिक आईईसी गतिविधियॉं करना है, जिससे लोग अधिक से अधिक जागरूक हो। आजीविका मिशन की दीदियों का सहयोग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं ग्राम की महिलाओं को अभियान से जोड़कर लोगों को जागरूक करना होगा। इसके साथ संभावित लोगों के स्फुटम की मॉर्निंग सेम्पल करना भी जरूरी है। जिससे इस बीमारी से पीडि़त को चिन्हित कर उनका समय पर उपचार कराया जा सके। ग्राम स्तर पर अधिक से अधिक सेम्पिलिंग करना होगा, तब ही हम इस टीबी हारेगा, भारत जीतेगा की जंग को जीत सकेंगे।
इन मुद्दो पर की गई चर्चा
समीक्षा बैठक में मौजूद सीईओ नारायणगंज गौरीशंकर डहेरिया ने टीबी नोटीफिकेशन बढ़ाने के लिये बीएमओ, एसटीएस, एसटीएलएस समस्त सीएचओ से कहां। ग्राम पंचायत स्तर पर सामुदाय को जागरूक करने के लिए अलग-अलग माध्यमों का उपयोग करते हुये प्रचार-प्रसार करनें, समस्त पीआर आई को सेंसटाईज करने, ग्राम पचायत टीबी मुक्त करने के लिए पंचायतवार प्लान बनाने, सभी विभागों से समन्वय बनाकर टीबी मुक्त ग्राम बनाने, जिन मरीजों का इलाज चल रहा है या जिनका इलाज पूर्ण हो गया है उनके परिवार के सदस्यों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से खखार व एक्स-रे की जांच कराने एवं इगरा जाचं के लिए निर्देशित किया। इसके साथ ही नारायणगंज सीबीएमओ डॉ. एएल कोल द्वारा प्रोग्राम की मॉनटरिंग एवं समीक्षा समय-समय पर करने के लिया कहां गया। टीबी के अंतर्गत आने वाले सभी प्रोग्राम की समीक्षा हर त्रिमासिक स्तर पर निरंतर समिति के समक्ष करने, समस्त अधिकारी, कर्मचारी टीबी फोरम व टास्क फोर्स की गाईड लाइन अनुसार कार्य करना सुनिश्चित करने, ग्राम पंचायत स्तर पर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत करने के लिए जीपीडीपी में अपलोड कर कार्यक्रम सुनिश्चित करनें पर चर्चा की गई। इसके साथ ही बैठक में टीबी मरीज के द्वारा आने वाली समस्याओं की जानकारी दी गई एवं फोरम पर समक्ष उपस्थित टीबी मरीजों के परिजनों की समस्याओं का निदान कराया गया। पोषण संबंधित सहायता शासन के द्वारा डीबीटी के माध्यम से दी जाती है एवं अतिरिक्त पोषण निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को दिया जा रहा है। सामाजिक कल्याण विभागी की योजनाओं की जानकारी एवं टीबी रोगियों के लिये पुर्नवास योजना की जानकारी दी गई। ब्लाक टीबी फोरम अध्यक्ष द्वारा निर्देशित किया गया कि हर तीन माह में समीक्षा बैठक की जाए, जिसमें सभी सदस्य की उपस्थिति अनिवार्य है।
ये रहे मौजूद
बैठक में जनपद सीईओ गौरीशंकर डहेरिया, सीबीएमओ डॉ. एएल कोल, उपसरपंच खैरी दीपक सोनी, महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी संजीव मोहर, एलटी कैलाश सोनी, पिरामल फाउंडेशन रामेश कुमार, अधिवक्ता आशीष अग्रवाल, मीडिया से राजेश सोनी, नारायणगंज सीएचओ रंजीता पटेल, पूजा श्रीवास, सविता पूषाम, दिव्या, कमेटी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और सदस्यगण मौजूद रहे।