- एफआईआर में बदल गए बयान, आक्रोशित हुए ग्रामीण
- अभद्र व्यवहार पर परिजन को आया गुस्सा, ग्रामीणों के साथ टिकरिया के सामने बैठे
- टिकरिया थाने में युवती के मौत की जांच की मांग
- एडीशनल एसपी के आश्वासन के बाद यातायात हुआ सामान्य
मंडला महावीर न्यूज 29. टिकरिया थाना के अंतर्गत युवती के परिजनो व ग्रामीणों ने युवती को न्याय दिलाने थाना टिकरिया पहुंच गए। जहां पूरा गांव एकत्र हो गया और हाईवे में जाम लग गया। परिजनो ने थाना टिकरिया में सही एफआईआर न लिखने का आरोप लगाया। बताया कि राजेन्द्र सिंगरौरे की पुत्री सलोनी सिंगरौरे की गला दबाकर हत्या की गई थी। जिसकी तत्काल एफआईआर की गई। लेकिन एफआईआर की पावती नहीं दी गई।
बताया गया कि गुरूवार 27 जून को एफआईआर की पावती मांगी गई तब देने में हीलाहवाली की गई। काफी देर तक पावती मांग गई, जिसके बाद एफआईआर की काफी परिजनों को दी गई, लेकिन एफआईआर की मिली कापी में की गई एफआईआर का उल्लेख नहीं था, झूठी एफआईआर की प्रति दे दी गई। थाना टिकरिया में लोगों के एकत्र होने की सूचना के बाद एडीशनल एसपी डॉ अमित वर्मा मौके पर पहुंचे और परिजनो को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
मृत युवती के पिता का राजेंद्र प्रसाद सिंगरौरे का कहना था कि उनकी बेटी बीमार नहीं थी और ना ही उसे उल्टी हुई है, पिता ने बताया कि उनकी बेटी की हत्या कर अपना अपराध छुपाने के लिए गलत कथन खिलवाया गया है। पुलिस द्वारा इसकी सही जांच कर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर एक पिता को न्याय दिलाए। जिससे उसकी बेटी की आत्मा को शांति मिले।
इस घटना के संबंध में मृत युवती के मामा ने बताया कि उनकी भांजी की गुरूवार को खारी थी, खारी के बाद सभी लोग सुबह थाना टिकरिया पहुंचे। जिससे युवती के मृत होने के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसकी प्रति थाने द्वारा रिपोर्ट दर्ज दिनांक को नही दी गई थी। एफआईआर की कापी थाने से ली गई, लेकिन एफआईआर लिखवाए गए कथन अंकित ही नहीं थे। जिसके कारण परिजन और ग्राम के लोग आक्रोशित हो गए। एफआईआर में गलत कथन दर्ज किया गया था। परिजन और ग्रामवासी एकत्र होकर टिकरिया थाने के टीआई से बात करनी चाही तो उनके द्वारा अभ्रद व्यवहार करते हुआ कहां कि आप लोगों को जो करना है कर लीजिए पूरे गांव के लिए मैं काफी हूं। इस प्रकार के कथन सुनते ही लोगों को गुस्सा आ गया और लोग युवती को न्याय दिलाने टिकरिया थाने के सामने बैठ गए।
पूरा गांव हो गया एकत्र
मृत युवति को न्याय दिलाने पूरा गांव एकत्र हो गया। जिसके कारण हाईवे में भीड़ एकत्र हो गई। टिकरिया थाने पहुंचे लोगों का कहना था कि हम लोगों ने हाइवे जाम नहीं किया है और चक्का जाम करने का कोई उद्देश्य था और ना ही यहां कोई हंगामा करने आए थे। मृत युवति के केस में गलत बयान लिखे गए है। गलत जांच की गई है, युवति को न्याय दिलाने यहां ग्राम के लोग एकत्र हुए थे। भीड़ ज्यादा होने के कारण यातायात प्रभावित हुआ था। ना कि जाम लगाया गया था।
एसडीओपी ने दिया आश्वासन
टिकरिया थाने में लोगों के एकत्र होने की जानकारी जैसे ही एसडीओपी निवास को लगी, तत्काल एसडीओपी मौके पर पहुंच गए। यहां एसडीओपी निवास द्वारा आश्वासन देते हुए कहां गया कि जांच सहीं और पूरी होगी, मामले की जो सत्यता है, आपको न्याय मिलेगा। जिसके बाद परिजन और ग्रामवासी अलग हो गए। हाईवे से आवागमन शुरू हो सका। एसडीओपी निवास ने आश्वासन देते हुए कहां कि इस मामले में आज जो बयान दर्ज किए गए है उस पर जांच कर रजिस्टर्ड की जाएगी। मृतिका को न्याय मिलेगा।