- पक्षी सर्वेक्षण में प्रतिभागियों ने देखी दो नई प्रजाति के पक्षी
- कान्हा में ब्रोंज ड्रैगो, इम्पीरियल पिजन पक्षी के साथ 381 प्रजाति
- 10 राज्यों से आए 85 प्रतिभागियों ने किया पक्षी सर्वेक्षण
मंडला महावीर न्यूज 29. कान्हा नेशनल पार्क में वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजर्वेंसी सोसायटी इंदौर के सहयोग से चार दिवसीय सातवां पक्षी सर्वेक्षण आयोजित किया गया। सर्वेक्षण 13 से 16 जून तक चला। सर्वेक्षण के प्रारंभ में क्षेत्रसंचालक कान्हा टाइगर रिजर्व द्वारा समस्त प्रतिभागियों को संबोधित किया गया। चार दिनों तक चले इस पक्षी सर्वेक्षण में देश के 10 राज्यों से 85 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया। जिसमें महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तराखण्ड, अरुणाचल प्रदेश एवं मध्यप्रदेश इत्यादि राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। सातवां पक्षी सर्वेक्षण में 02 नई प्रजातियाँ ब्रोंज ड्रैगो, इम्पीरियल पिजन मिली। जिन्हें मिलाकर कान्हा में पिछले सर्वेक्षण में मिली 379 को मिलाकर 381 हो गई।
बताया गया कि ईको सेन्टर खटिया में वाईल्ड लाइफ एवं नेचर कंजरवेंसी एवं कान्हा प्रबंधन द्वारा समस्त प्रतिभागियों को सर्वेक्षण में ली जाने वाले सावधानियों से अवगत कराने के बाद कान्हा के वाहन द्वारा प्रतिभागियों को विभिन्न केम्पों में पहुंचाया गया। यह सर्वेक्षण ई-बर्ड एप के माध्यम से किया गया। प्रत्येक केम्प में दो प्रतिभागियों को रखा गया। विगत वर्षों के अनुभव के आधार पर केम्पों को चयन किया गया।
7 से 8 किमी की दूरी पैदल की तय
दोनों प्रतिभागियों द्वारा स्थानीय कर्मचारियों के साथ पक्षी सर्वेक्षण के दौरान चार ट्रेल किये। प्रत्येक ट्रेल में 7-8 किमी की दूरी पैदल तय की गई एवं डेटा अपलोड किया गया। सर्वेक्षण के अंतिम दिन 16 को समस्त प्रतिभागियों को ईको सेन्टर खटिया में उपस्थित हुये। क्षेत्रसंचालक एवं कान्हा टाइगर रिजर्व के प्रबंधन के साथ समस्त प्रतिभागियों ने पक्षी सर्वेक्षण के अनुभव साझा किये। पक्षी सर्वेक्षण कार्यक्रम के अंत में क्षेत्रसंचालक कान्हा टाईगर रिजर्व द्वारा उद्बोधन दिया गया तथा अंत में प्रमाण पत्र प्रतिभागियों को वितरण किये गये।
पक्षी सर्वेक्षण में दिखी दो नई प्रजातियां
बताया गया कि कान्हा में कई तरह के वन क्षेत्र है, यहां साल वन, मिश्रित वन, बांस वन सहित घास के बड़े बड़े मैदान भी हैं। जिसके कारण कान्हा के जंगलों में पक्षियों की बहुत सी प्रजातियां देखने को मिलती है। कान्हा में पक्षियों की प्रजातियां अलग अलग होती हैं। कान्हा का भू दृश्य भी बहुत बड़ा है, मंडला जिला, बालाघाट जिला और छत्तीसगढ़ के क्षेत्र में इसका विस्तार होता है।
बता दे कि इस बार के पक्षी सर्वेक्षण में जो नए पक्षी प्रतिभागियों को नजर आए है वे पिछले विगत वर्षो में कान्हा के जंगलों में नहीं देखे गए है। इस वर्ष 02 प्रजातियों के नए पक्षी सर्वे में नजर आए है। सातवां पक्षी सर्वेक्षण में 02 नई प्रजातियाँ ब्रोंज ड्रैगो, इम्पीरियल पिजन मिली। कान्हा में पिछले सर्वेक्षण में मिली 379 को मिलाकर अब 381 पक्षी हो गई।