- टीबी मुक्त जिला बनाने हर दिन होंगे विविध गतिविधियां
- सीएचसी नारायणगंज में 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर के लिए बैठक आयोजित
- निक्षय शिविर अभियान के क्रियान्वयन के लिए रूपरेख तैयार
- आयोजित कार्यक्रम की समय सारणी तय
मंडला महावीर न्यूज 29. नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर आयोजन के लिए सीएससी प्रभारी सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल की उपस्थित में मंगलवार को बैठक आयोजित की गई। बैठक सीएचओ, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सुपरवाईजर, आशा सहयोगनी उपस्थित रही। नि:क्षय शिविर के लिए आयोजित बैठक में सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल उपस्थित सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर के आयोजन से संबंधित जानकारी विस्तार से दी। निक्षय शिविर कार्यक्रम के लिए समय सारणी भी तय की गई है। जिसके आधार पर प्रतिदिन ग्राम स्तर पर गतिविधियां ओर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। विगत दिवस 7 दिसंबर से शुरू हुए 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का समापन के साथ पूरे कार्यक्रम की समीक्षा 08 मार्च 2025 को की जाएगी।
बैठक में उपस्थित एसटीएस देवेन्द्र साहू ने बताया कि आयुष्मान आरोग्यम मंदिर के अंतर्गत आने वाले सभी उच्च जोखिम वाले मरीज जो पूर्व में टीबी रोग से ग्रसित हुए हो, परिवार में कोई टीबी का मरीज हो, डायबिटीज मरीज, एचआईवी पीडि़त, कुपोषित मरीज और 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जानी है। जिसके लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इसके साथ ही एक्टिव केस फाइडिंग के तहत ग्रामों में मैदानी स्तर पर सर्वे कार्य आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा।
बैठक में आगे बताया कि आयोजित 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर में आयुष्मान आरोम्यम मंदिर स्वास्थ्य संस्था के माध्यम से नि:क्षय शिविर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस 100 दिवसीय नि:क्षय शिविर में आप सभी आशा कार्यकर्ता, आशा सहयोगनी और सीएचओ, एएनएम, एमपीडब्ल्यू, सुपरवाईजर समेत अन्य मैदानी स्वास्थ्य अमले की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। जिसमें सभी मिलकर इस बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को खोज कर लगने वाले शिविर स्थल तक लाने की जिम्मेदारी लेनी होगी। जहां संभावित और पीडि़त व्यक्तियों की जांच कर उसका उपचार शुरू किया जाएगा। जिससे वह पीडि़त व्यक्ति जल्द से जल्द इस बीमारी से मुक्त हो सके।
निक्षय शिविर अभिया के लिए समय सारणी तय
विगत 7 दिसंबर को 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान की शुरूआत की गई है। इसके बाद 8 से 22 दिसंबर तक अभियान के अंतर्गत कमजोर आबादी को संगठित किया जाएगा, इसके साथ ही स्थानीय हितग्राहियों को जागरूक करने के साथ हर आयुष्मान आरोग्य मंदिर में निक्षय शिविर आयोजित किया जाएगा7 जिसमें जनप्रतिनिधि की भागीदारी रहेगी। 23 से 31 दिसंबर के बीच क्रिसमस एवं नए वर्ष के आयोजन में टीबी का प्रचार प्रसार किया जाएगा। 01 से 12 जनवरी तक निक्षय शिविर में निर्वाचित प्रतिनिधियों की भागीदारी रहेगी। 13 से 15 जनवरी को लोहड़ी, मकर संक्राति एवं पोंगल उत्सवों में सामुदायिक प्रभावक एवं धार्मिक नेता अपने भागीदारी करके अभियान में सहभागिता करेंगे। 16 से 24 जनवरी तक स्कूल, कॉलेजों में टीबी संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। 25 से 26 को गणतंत्र दिवस समारोह में टीबी के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। टीबी की शपथ दिलाई जाएगी। जिले के सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा आयोजित कर टीबी शपथ का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 27 से 2 फरवरी तक सरकारी विभागों में निक्षय सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। जहां ज्यादा से ज्यादा टीबी की स्क्रीनिंग, जांच व उपचार किया जाएगा। 3 से 15 फरवरी तक श्रमिकों के कार्यस्थलों में निक्षय शिविर का आयोजन कर शत प्रतिशत टीबी स्क्रीनिंग जांच एवं उपचार किया जाएगा। 16 से 28 फरवरी तक मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। 01 मार्च से 7 मार्च के बीच रमजान त्यौहार के दौरान विभिन्न टीबी संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 8 मार्च को 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का समापन के साथ इस कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी।