- अमल ज्योति स्कूल ने 30 टीबी मरीजों को लिया गोद
- 55 बच्चों की स्क्रीनिंग, टीबी के लक्षण, उपचार की दी जानकारी
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला को टीबी मुक्त बनाने की कवायद स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। जिले के हर ब्लाक में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से टीबी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही टीबी मरीजों को निक्षय मित्र बनकर उन्हें पोषण आहार देकर इस टीबी की जंग में जीत के लिए सहभागिता दे रहे है।
जानकारी अनुसार जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुमित सिंगौर के निर्देशन में पिरामल फाउडेशन मंडल के सहयोग से अमल ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा 30 टीबी मरीजों को गोद लिया है। इन टीबी मरीजों को फूड बास्केट दिया गया। पिरामल फाउंडेश की टीम द्वारा क्रिसमश मिलन समारोह आयोजित किया गया। बताया गया कि इस मिलन समारोह में अमल ज्योति के प्रिंसपल सिस्टर निर्मल मरिया को टीबी मुक्त जिला बनाने की जानकारी दी। जिसके लिए अमल ज्योति स्कूल को नि:क्षय मित्र अभियान से जुड़कर इस अभियान में सहयोग करने की बात कहीं।
प्रिंसपल सिस्टर निर्मल मरिया ने इस यज्ञ आहूति में अपना योगदान देने के लिये तैयार हुई और अमल ज्योति स्कूल में जिला क्षय अधिकारी की उपस्थिति में 30 मरीजों को फूड बास्केट वितरण किया गया। डीपीसी, एसटीएलएस, टीबी, एचआईव्ही, जिला क्षय के स्टाफ एवं प्रिंसपल सिस्टर निर्मल मारिया, वाईस पिं्रसपल सिस्टर नीना एवं सिस्टर फिना मौजूद रही। आयोजित कार्यक्रम में सभी बच्चों एवं उपस्थित स्टाफ को टीबी मुक्त जिला बनाने की जानकारी दी गई।
आयोजित कार्यक्रम में टीबी मुक्त जिला बनाने, टीबी के लक्षण, उपचार की जानकारी विस्तार से दी गई। इस दौरान 55 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। कार्यक्रम में 30 मरीजों को फूड बास्केट वितरण किया गया। 30 मरीजों को एक साथ गोद लेना अमल ज्योति विद्यालय दूसरों के लिए एक उदाहरण बन गया है। विद्यालय के छात्र, छात्राएं और शिक्षकों ने टीबी मुक्त जिला बनाने की शपथ ली। कार्यक्रम में जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुमित सिंगौर, पिरामल फाउंडेशन से रमेश परस्ते एवं रामकुमार सिंगौर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रामकुमार सिंगौरद्वारा किया गया।