प्रेम भक्ति से मनाया बाबा ईश्वर शाह का अवतरण दिवस
- सुबह प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में शामिल हुए आस्था प्रेमी
- शाम को गुरुवाणी के साथ सत्संग का हुआ आयोजन
मंडला महावीर न्यूज 29. हरे माधव परमार्थ सत्संग समिति कटनी शाखा मंडला द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सद्गुरु बाबा ईश्वर शाह का अवतरण दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की श्रृंखला में सत्संग भवन में प्रात: सभी सदस्यों के द्वारा आरती, गुरु अरदास की गई,तपश्चात प्रभात फेरी निकाली गई। गुरु के वचनों, आदर्शों, उपदेशों के बैनर के साथ बच्चों ने उत्साह के साथ सहभागिता करते हुए सुंदर प्रस्तुति दी। इसके साथ ही पुरुष एवं महिलाओं ने भी आयोजन को भक्तिमय बना दिया।
प्रभात फेरी के आगे आगे फूल बरसाए गए। गुरु के जयकारों के साथ प्रभात फेरी हरे माधव सत्संग भवन सुभाष वार्ड से प्रारंभ होकर,चिलमन चौक, बड़ चौराहा होते हुए अंबेडकर वार्ड स्थित श्री गुरुद्वारा साहिब में पहुंची। यहां दरबार में गुरु को दुशाला चढ़ाई गई। सामूहिक रूप से गुरु अरदास की गई और परिवारों की सुख शांति के लिए कामना की गई। इसके उपरांत प्रभात फेरी पड़ाव, दुर्गा मंदिर होते हुए पुन: सुभाष वार्ड सत्संग भवन में विराम ली।
रोपित पौधों का कर रहेनियमित संरक्षण
समिति के सदस्यों ने बताया कि आयोजन की श्रृंखला में इससे पहले पर्यावरण संरक्षण के लिए हरे माधव ध्यान वाटिका धौरानाला महाराजपुर में श्रम सेवक भाइयों ने सौ दिन की सेवा देकर अभी तक 135 पौधे रोपित किये हैं और उनका नियमित संरक्षण कर रहे हैं।
गुरुवाणी से मानव सेवा माधव सेवा का संदेश
आयोजन के अगले चरण में सायंकाल श्री गुरुद्वारा साहिब में हरे माधव सत्संग का आयोजन किया गया,इसमें सर्वप्रथम गुरु अरदास की गई। गुरु की भक्ति के भजन गाए। समिति के कृपा पात्र शिष्यों के द्वारा गुरु वाणी के माध्यम से प्रभु आराधना का सुखद संदेश दिया गया। आंतरिक अंधकार को दूर करने, दिव्य संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सत्संग के आयोजन में मानव सेवा माधव सेवा को चरितार्थ करते हुए प्रवचन शामिल किए गए।
बाल संस्कार के बच्चों के द्वारा रंगारंग प्रस्तुति
आरती में बड़ी संख्या में धर्म आस्था प्रेमी शामिल हुए,कार्यक्रम के अगले चरण में हरे माधव रूहानी बाल संस्कार के बच्चों के द्वारा गुरु भक्ति गीतों पर रंगारंग प्रस्तुति दी गई एवं सभी दर्शकों का मन मोह लिया, सभी धर्म प्रेमियों के लिए लंगर का आयोजन किया गया जिसमें शामिल जनों ने प्रसादी ग्रहण की।