- 3 साल में 136 हादसों में 95 ने गंवाई जान
- 10 ब्लैक स्पॉट में कम नहीं हो रहीं दुघर्टनाएं
- तीन ब्लैक स्पॉट जल्द होंगे कम
मंडला महावीर न्यूज 29. सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु एवं क्षति को कम करने के लिए परिवहन व यातायात विभाग ने कमर कस ली है। जिले भर में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट की संख्या घटकर 10 हो गई है। आने वाले समय में जल्द ही अन्य ब्लैक स्पाट और कम हो जाएंगे। लेकिन दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में होने वाले हादसों में ब्रेक नहीं लग पा रहा है। यहां लोग यातायात नियमों का पालन नहीं करने से दुर्घटना का शिकार हो रहे है। वहीं बेलगाम और तेज रफ्तार भी हादसे का कारण बन रहे है। जिससे हादसों का ग्राफ कम नहीं हो पा रहा है। हादसे में लोग असमय ही काल के गाल में समा रहे है।
जानकारी अनुसार दुर्घटना स्थल और संभावित क्षेत्रों के घटना स्थलों में हादसे ना हो इसके लिये पुलिस प्रशासन हमेशा प्रयासरत रहती है। इसक लिए सुरक्षात्मक उपाए भी किए जाते है। पुलिस प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट की संख्या विगत वर्ष जो 11 थी अब घटकर 10 हो गई है। आने वाले समय में जल्द ही अन्य ब्लैक स्पाट और कम हो जाएंगे। जिससे हादसों का ग्राफ कम हो जाएगा। नेशनल हाईवे 30 के दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में जहां सड़क हादसे आए दिन होते है, ऐसे स्थाना को शीघ्र चिन्हित कर यहां होने वाले हादसों को रोकने के लिये सुधारात्मक उपाय करने के लिए कहां गया है।
ये है एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट
यातायात सूबेदार योगेश राजपूत ने बताया कि जिले में 11 स्थानों पर एक्सिडेंट ब्लैक स्पॉट थे। जहां हादसें अधिक हो रहे थे। यहां हादसों को देखते हुए लोगों को जागरूक करने के साथ यहां सुरक्षात्मक उपाए किए गए। जिससे यहां होने वाले हादसों में कमी आई है। हादसों में कमी होने के बाद जिले में 11 की जगह 10 ब्लैक स्पॉट बचे है। बताया गया कि इन 10 ब्लैक स्पॉट में पिछले वर्ष दो नए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गए है, जो मोतीनाला क्षेत्र अंतर्गत है। सभी ब्लैक स्पॉट थाना बम्हनी, बिछिया, कोतवाली मंडला और मोतीनाला थाना क्षेत्र अंतर्गत है। जिसमें बम्हनी थाना क्षेत्र अंतर्गत चुही घाट, बिछिया अंतर्गत मेढ़ाताल, ठोढा, बंजारी बिछिया, बिछिया, सिझौरा है। कोतवाली थाना अंतर्गत बिनैका तिराहा हाईवे है। इसके साथ ही मोतीनाला थाना क्षेत्रांतर्गत भाई बहन नाला और दो नए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए है। जिसमें भीमडोंगरी खुर्शीपरी तिराहा, जोगी मंढी नटराज होटल चिन्हित किए गए है।
लोगों को कर रहे जागरूक
यातायात थाना प्रभारी ललित धुर्वे ने बताया कि यातायात पुलिस द्वारा सड़क हादसों में कमी लाने लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिये यातायात पुलिस द्वारा लोगों को समझाईश के साथ हिदायत भी दे रही है। उन्हें यातायात के नियमों का पालन करने की समझाईश भी दे रहे है। जिससे सड़क हादसों में कमी आ सके। बताया गया कि जिले के ब्लैक स्पॉट की संख्या आगामी समय में कम हो जाएगी क्योंकि कुछ ब्लैक स्पॉट में दुर्घटनाओं की संख्या अपेक्षाकृत कम हुई है। जिससे ऐसे स्थल ब्लैक स्पॉट की सूची से हट जाएंगे। जिले में अन्य स्थानों पर ब्लैक स्पॉट की संख्या ना बड़े इसके लिये पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में ट्रैफिक पुलिस एवं जिला पुलिस बल संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं और दुर्घटना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर रहे है।
ऐसे होते है ब्लैक स्पॉट का चयन
यातायात थाना प्रभारी ललित धूर्वे ने बताया कि किसी सड़क पर अगर एक ही जगह बार-बार हादसे होते हैं, तो उसे ब्लैक स्पॉट कहा जाता है. अगर किसी ब्लैक स्पॉट पर हादसों की संख्या कम नहीं हो रही है, तो उस पर निर्माण कार्य या बदलाव करने के बाद अगले तीन साल तक उसे मॉनिटर किया जाता है। अगर इस दौरान वहां पर हादसों की संख्या कम होती है, तो उस ब्लैक स्पॉट को खत्म माना जाता है। इसके लिए, एनएनएचआई के आंकड़ों को पुलिस के आंकड़ों से मिलान किया जाता है। सरकार की ओर से, अगर किसी सड़क, हाइवे, या एक्सप्रेस वे पर तीन साल में पांच सड़क हादसे हो जाएं, या किसी जगह पर तीन साल में दस मौत हो जाएं, तो उसे ब्लैक स्पॉट घोषित कर दिया जाता है।
10 ब्लैक स्पॉट, तीन में सुधार
पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा का कहना है कि सड़क हादसे आये दिन होते है। जिसमें लोग असमय काल के गाल में समा जाते है। इन्ही हादसों पर विराम लगाने जिले में 10 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे। जिन पर किए गए सुधारात्मक कार्यों से दुर्घटनाओं में कमी तो आई है। इन स्थानों पर साइन बोर्ड, गति अवरोधक, चेतावनी चिन्ह, रेडियम, रिफ्लेक्टर पोल के साथ सड़क सुधार कार्य किए गए। इसके साथ ही संबंधित एजेंसी नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे, अथॉरिटी पीडब्ल्यूडी ने भी इस स्थानों में हादसों को रोकने कार्य किए हैं। जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने मिले हैं। 10 ब्लैक स्पॉट क्षेत्र के तीन में सुधार है।
बिछिया में 34 दुर्घटनाएं, 15 की मौत
कहीं अंधा मोड़ है तो कहीं क्रासिंग तो कहीं नगर के बीच से भारी वाहन निकल रहे हैं। जिस कारण दुर्घटनाओं की संख्या के साथ मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। सबसे ब्लॉक स्पॉट नेशनल हाइवे तीस में बिछिया थाना के अंतर्गत हैं। बिछिया नगर में ही पिछले तीन साल में 34 दुर्घटनाओं में 15 लोगों ने जान गंवाई है जो चिन्हित सभी ब्लॉक स्पॉट में अधिक है। ये हादसे एक किलोमीटर के अंदर में हुए हैं। जिसका कारण नगर के माध्यम से एनएच 30 का गुजरना बताया गया है। यहां लोग बाइपास की मांग वर्षों से कर रहे हैं। पूर्व सीएम ने बाइपास की घोषणा कर चुके हैं लेकिन काम अब भी कागजों में सिमटा हुआ है, जिसके कारण लोगों को हादसे में जान गंवानी पड़ रही है।