- रूढ़ी प्रथा, संस्कृति और परंपराओं की सुरक्षा के लिए पेसा एक्ट महत्वपूर्ण
- नारायणगंज में पेसा मोबिइलाइजरों का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित
मंडला महावीर न्यूज 29. आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के विकासखंड नारायणगंज में पेसा क्षेत्र में वन अधिकार अधिनियम और इसके प्रचार प्रसार के लिए पेसा मोबीलाईजरों का दो दिवसीय जनपद पंचायत नारायणगंज के सभा कक्ष में सीईओ गौरी शंकर डेहरिया के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वालित कर सरस्वती गीत गाकर किया गया।
आयोजित प्रशिक्षण में पंचायत इंस्पेक्टर रम्मू सिंह मरावी ने प्रशिक्षण का उद्देश्य बताया। दो दिवसीय प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर रामनाथ मरकाम, सीलचंद्र मार्को, रामकारण कुडापे, इंद्रा उइके, राघवी धुर्वे, दुर्गेश उइके द्वारा दिया गया। आयोजित पेसा प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर ने प्रशिक्षणार्थियों को पेसा एक्ट के उद्देश्य की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि जल जंगल, जमीन और सदियों से चली आ रही रूढ़ी प्रथा, संस्कृति और परंपराओं की सुरक्षा करना है। इस अधिनियम के तहत ग्रामीण समुदाय को अपने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और संरक्षण में अधिक अधिकार दिए गए। इसके साथ ही वन अधिकार अधिनियम 2006 के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
व्यक्तिगत और सामुदायिक वन अधिकार की दी जानकारी
व्यक्तिगत वन अधिकार कानून 2006 के अनुसार ऐसे ग्राम जो वन ग्राम हैं ग्राम में निवास करते हैं तो वह अपने निवास स्थान एवं उपयोग किए जाने वाले भूमि का अधिकार पत्र वन अधिकार कानून के तहत व्यक्तिगत अधिकार पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सामुदायिक वन अधिकार में ऐसे ग्राम के निवासी शामिल होते है, जिन्हें वन अधिकार के लिए सामुदायिक संसाधनों का अधिकार प्राप्त करने के लिए एक सामुदायिक अधिकार पत्र की मांग करते हैं। जिसमें उन्हें अपने मवेशियों के लिए चारागाह, गोठान इत्यादि संसाधनों की उपलब्धता की जाती है।
पेसा अधिनियम के प्रमुख उद्देश्य
मध्यप्रदेश पंचायत राज व्यवस्था अंतर्गत पेसा संबंधित प्रावधान मध्यप्रदेश पंचायत एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 में अनुसूचित क्षेत्र के लिए विशेष प्रबंध के प्रावधान, अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा को मजबूत बनाना, विवाद समाधान के पारंपरिक तरीके, शांति एवं सुरक्षा, मादक पदार्थों का निषेध और उनकी बिक्री पर रोक लगाना, अनुसूचित क्षेत्र में भूमि हस्तांतरण को प्रतिबंधित करना है।
पेसा एक्ट में कार्य करने के लिए सामुदाय की भागीदारी
मोबिलाईजरों को प्रशिक्षण में बताया कि पेसा एक्ट के तहत मिलने वाले लाभों में भूमि प्रबंधन, बाजारों व मेलो पर नियंत्रण नियम 2022, जैव विविधता अधिनियम 2002, जल संरक्षण, जल संसाधन एवं लघु सांभर की योजना और प्रबंधन, किशोर न्यायालय बालों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 में प्रमुख प्रावधान, महिला एवं बच्चों के विशेष संदर्भ में तीन नवीन आपराधिक कानून, बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम 2005 में प्रमुख प्रावधान, श्रम शक्ति योजना, सामाजिक क्षेत्र की संस्थाओं और कार्यकर्ताओं पर नियंत्रण समेत विभिन्न हितग्राही मूलक योजना में हितग्राहियों, बाजारों व मेलो पर नियंत्रण, अनुसूचित जनजाति और न्याय परंपरागत वन निवासी वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम 2006 एफआरए का लाभ मिलता है। पैसा क्षेत्र में वन अधिकार अधिनियम 1996 और पैसा अधिनियम 1996 के प्रचार प्रसार के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण पैसा मोबिलाइजरों को दिया गया। जिसका उद्देश्य ग्राम सभा स्तर पर समुदाय के साथ मिलकर किस प्रकार से पेसा एक्ट पर कार्य करना हैं सभी उद्देश्यों को बताते हुए प्रशिक्षण का समापन किया गया।