- बाघ की मूवमेंट से दहशत, रात्रि में लगा जमघट
- घर में बंधे कुत्ते और गाय को बनाया शिकार
- दोनों की मौत, कान्हा के सरही परिक्षेत्र में बफर जोन की घटना
- बाघ को देखने पहुंची भीड़ को नियंत्रित करने पहुंचे पुलिस और वनकर्मी
मंडला महावीर न्यूज 29. मंडला जिले के बिछिया ब्लाक से लगे कान्हा नेशनल पार्क के सरही जोन स्थित कटंगा गांव दो बाघ की मूवमेंट विगत कई दिनों से देखी जा रही है। जिसके कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल है। बाघ की मूवमेंट के कारण लोगों को अपने जान-माल की सुरक्षा की चिंता हो रही है। बाघ की मूवमेंट के कारण लोगों में कई सवाल भी उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि बाघ कैसे रहवासी क्षेत्र में आ गया और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। लोगों को चिंता है कि अगर बाघ को नहीं पकड़ा गया तो यह लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। विगत दिवस बिछिया के नजदीकी गांव कटंगा में बाघ ने एक गाय और कुत्ते को अपना शिकार बना लिया। यह घटना कान्हा टाइगर रिजर्व के सरही परिक्षेत्र के बफर जोन अंतर्गत क्षेत्र में बुधवार-गुरूवार रात की है।
जानकारी अनुसार सरही परिक्षेत्र के बफर जोन में स्थित कटंगा गांव के रैया टोला निवासी संतोष कुडापे पिता अमर सिंह के घर में चेन से बंधे कुत्ते और नजदीक ही एक गाय पर बाघ ने हमला कर दिया। कुत्ते और गाय की आवाज सुनकर जब तक घर के लोग बाहर आए तब तक बाघ ने कुत्ते और गाय को अपना शिकार बना लिया था। लोगों की आवाज सुनकर मौके से बाघ भाग गया।
तीन माह से दो बाघ की मूवमेंट
बफर जोन में स्थित कटंगा गांव के लोगों ने बताया कि विगत तीन माह से इस क्षेत्र में बाघों की मूवमेंट है। विगत कुछ दिनों से कटंगा गांव क्षेत्र में कान्हा की सुप्रसिद्ध बाघिन मोहनी और उसके शावक को देखा जा रहा है। दोनों बाघ रात्रि में अधिकत्तर देखे जा रहे है। जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ वन परिक्षेत्र से लगे ग्राम तक पहुंच गए है। बाघ गांव के अंदर पहुंच कर मवेशियों पर हमला करने से ग्रामीण डरे हुए हैं। उन्होंने वन विभाग को घटना की सूचना दी है। जिसके बाद वनकर्मी क्षेत्र में गश्ती कर लोगों को सावधान कर रहे हैं।
बाघों को देखने देर रात तक लगा मजमा
बफर जोन में स्थित कटंगा गांव के नजदीक गुरूवार रात्रि करीब सात बजे के बाद फिर दो बाघ देखे गए है। कटंगा गांव के नजदीक दो बाघ देखे जाने की खबर फैलते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। वाहनों की हेडलाइट और टॉर्च के सहारे अंधेरे में बाघों को देखने के लिए कड़ाके की ठंड में भी देर रात तक लोगों का हुजूम लगा रहा। क्षेत्र में बाघ की सूचना मिलने पर कान्हा टाइगर रिजर्व, पूर्व सामान्य वन मंडल के वन्य कर्मियों सहित बिछिया पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। भीड़ को नियंत्रित करने प्रयास करते रहे, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए। वमुश्किल से लोगों की भीड़ को नियंत्रित किया गया।
वनकर्मी, पुलिस कर्मी रहा मौजूद
बताया गया कि लोगों के हुजूम को नियंत्रित करने के बाद दोनों बाघ जंगल की झाडिय़ों के बीच गायब हो गए। हालांकि वनकर्मी और पुलिस क्षेत्र में मौजूद है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि पिछले कई दिनों से इस क्षेत्र में बाघों की मूवमेंट है। रात के समय इस क्षेत्र में अकसर बाघ देखे जा रहे हैं। बुधवार गुरूवार की देर रात भी कटंगा गांव में ही बाघ ने एक कुत्ता और एक गाय को शिकार बनाया था। ग्रामीणों ने इस हमले के पीछे इन्ही बाघों के होने का अनुमान लगाया जा रहा है।