- 2 साल में अंजनिया बम्हनी मार्ग हुआ दुर्दशा का शिकार
- 15 किलोमीटर के मार्ग में दिख रहे गहरे गहरे गड्डे
- ठेकेदार की मनमानी से हुई मार्ग की हालत खस्ताहाल
मंडला महावीर न्यूज 29. जिले के अंजनिया से बम्हनी मार्ग को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने करीब 2 साल ही हुए है, अब इस मार्ग में गड्ढे दिखाई देने लगे हैं। अंजनिया से बम्हनी मार्ग का निर्माण बीते वर्ष मई 2022 में 786.05 लाख की लागत से करवाया गया। ठेकेदार द्वारा मार्ग निर्माण की गुणवत्ता मानकों को ताक में रखकर 15 किलोमीटर के मार्ग निर्माण में लापरवाही बरती गई। जिसका खमियाजा अब राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। रात्रि के समय मार्ग पर आवाजाही के दौरान सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है। ऐसे में इस ओर आम जनों ने संबंधित विभागों से रोडो में हुए गहरे गड्ढे को भरने की मांग की है।
जानकारी अनुसार ग्राम झिगराघाट, बोकर, ककैया, घटिया के अलावा सिलगी गांव के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने इस मार्ग पर गुणवत्ताहीन निर्माण का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने विभागीय एस्टीमेट को दरकिनार करते हुए मार्ग का निर्माण किया है। जिसके कारण गुणवत्ताविहीन सड़क ज्यादा दिन टिक नहीं पाएगी। हाल ही में इसका नतीजा देखने को मिलनें लगा है। इसके अलावा इसी मार्ग पर ग्राम झिगराघाट के पास बने पुल पर रोड निर्माण के पहले से ही पुल पर बनी रेलिंग क्षतिग्रस्त है। जिससे यहां लगातार हादसे का अंदेशा बना हुआ है। वहीं इस मार्ग में गहरे गड्डे को भरने का काम कुछ दिनों पहले ही किया गया था, लेकिन भरे गए गड्डे अब जस के तस हो गए।
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खनिज परिवहन वाहनों से परेशानी
बताया गया कि बम्हनी, लफरा, मुगदरा क्षेत्र से डोलोमाइट गिट्टी क्रेशर से लोड कर यह भारी वाहन अंजनिया से होते हुए रायपुर बिलासपुर पहुंचते हैं। जहां इन वाहनों में क्षमता से अधिक डोलोमाइट लोड होने के चलते सड़क की आवाजाही में प्रभाव पड़ रहा है। इसके अलावा यह खनिज परिवहन वाहन जैसे कि अंजनिया पहुंचते हैं वैसे ही यह इंदिरा चौक मार्ग से मंडला मार्ग पर होकर बाईपास से सीधे रायपुर बिलासपुर पहुंच सकते हैं। लेकिन अधिकतर वाहन बायपास से न जाकर अंजनिया गांव के अंदर से गुजर रहे हैं। इससे भी ग्राम वासियों को काफी हद तक परेशानिया उठानी पड़ रही है ग्रामीणों का कहना है कि ओवर लोड गुजरने वाले वाहनों की जांच नही की जा रही है। वाहनों में क्षमता से अधिक माल लोड कर ले जाया जा रहा है। कार्रवाई ना होने के कारण वाहन मालिकों के हौसलें बुलंद है।