आज होगा सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात

  • आज होगा सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात
  • सूर्य सायन मकर राशि में करेगा प्रवेश
  • अब उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े और रात छोटी होने लगेगी
  • 21 दिसम्बर 2024 को सूर्य मकर रेखा पर होगा लम्बवत् 

मंडला महावीर न्यूज 29. ठंड अपने शबाव पर है और दिन छोटे हो रहे और रातें बढ़ी हो रही है। ऐसे मौसम में शाम 5 बजे के बाद ही अंधेरा होना शुरू हो जाता है और शाम 6 बजते-बजते रात हो जाती है, और रात बढ़ी हो रही है, लेकिन ठंड के मौसम के कारण व्यक्ति को पता नहीं चलता है, दिन रात के छोटे बड़े होने का क्रम 22 दिसंबर से बदल जाएगा। 22 दिसंबर को सबसे छोटा दिन होगा और रात लंबी होगी। वहीं 22 दिसंबर के बाद से ही प्रतिदिन का समय बढ़ता जाएगा और रातें छोटी होती जाएगी। 25 दिसंबर से दिन बढ़ा होने लगेगा और रातें छोटी होते जाएंगी।

वरदान आश्रम यज्ञाचार्य नीलू महाराज ने बताया कि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण 22 दिसम्बर को सूर्य मकर रेखा पर लम्बवत होगा। जिससे उत्तरी गोलाद्र्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होगी। आज शनिवार 21 दिसंबर को सूर्योदय 06 बजकर 47 मिनट पर होगा। सूर्यास्त 05 बजकर 30 मिनट पर होगा। वहीं 21 दिसंबर को दिन की अवधि 10 घंटे 43 मिनट और रात की अवधि 13 घंटे 17 मिनट का होगा। वहीं 22 दिसम्बर को जबलपुर जोन में सूर्योदय 06.48, सूर्यास्त 05 बजकर 30 मिनट पर होगा। वहीं 22 दिसंबर को दिन की अवधि 10 घंटे 42 मिनट, रात की अवधि 13 घंटे 18 मिनट की होगी।

22 दिसम्बर को सूर्य सायन मकर राशि में प्रवेश करेगा और सूर्य की गति उत्तर की ओर दृष्टिगोचर होना प्रारम्भ होगी जिसे उत्तरायन का प्रारम्भ करते है। सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेगें और रात छोटी होने लगेगी। 22 दिसंबर को शीतकालीन संक्रांति भी कहा जाता है। विज्ञान की भाषा में इसे दक्षिणायन भी कहा जाता है। इस दौरान उत्तरी धु्रव पर रात हो जाती है जबकि दक्षिणी धु्रव पर सूर्य चमकता रहता है।

बताया गया कि शासकीय जीवाजी वैधशाला उज्जैन में इस घटना को वैधशाला में शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस पूरे दिवस शंकु की छाया सबसे लम्बी होकर मकर रेखा पर गमन करती हुई दृष्टिगोचर होगी। इस घटना को धूप होने पर ही हम देख सकेंगे।


वेधशाला में 50 विद्यार्थी करेंगे खगोलीय अवलोकन 

21 दिसम्बर को वेधशाला द्वारा स्कूल शिक्षा के 5 विद्यालयों से 50 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को वेधशाला आमंत्रित किया गया है। इन विद्यार्थियों को खगोलीय अवलोकन करवाकर खगोलीय ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं प्रथम तीन स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किये जायेगें।

20 मार्च 2025 को दिन रात बराबर होगे 

सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण इस वर्ष 21 दिसम्बर 2024 को सूर्य मकर रेखा पर लम्बवत् होगा। इस दिन सूर्य की क्रान्ति 23 अंश 26 कला 16 विकला दक्षिण होगी। जिससे भारत सहित उत्तरी गोलाद्र्ध में स्थित देशों में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी। 21 दिसम्बर को उज्जैन में सूर्योदय 7 बजकर 04 मिनट तथा सूर्यास्त 5 बजकर 45 मिनट पर होगा। जिससे 21 दिसम्बर को उज्जैन में दिन की अवधि 10 घंटे 41 मिनट और रात की अवधि 13 घंटे 19 मिनट की होगी। 21 दिसम्बर को सूर्य सायन मकर राशि में प्रवेश करेगा। 21 दिसम्बर के बाद सूर्य की गति उत्तर की ओर दृष्टिगोचर होना प्रारम्भ हो जाती है, जिसे सायन उत्तरायन का प्रारम्भ कहते हैं। सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलाद्र्ध में दिन धीरे-धीरे बड़े होने लगेंगे तथा रात छोटी होने लगेगी। 20 मार्च 2025 को सूर्य विषुवत रेखा पर लम्बवत् होगा। तब दिन-रात बराबर होंगे।


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