महिष्मति नगरी में शराब विक्रय पर अंकुश नहीं
- शहर में चल रहे अवैध काउंटर, बायपास के ढाबो में जांच कर की जाए कार्रवाई
मंडला महावीर न्यूज 29. मां नर्मदा के तट पर स्थित महिष्मति नगरी मंडला में शराब विक्रय पर प्रभावी रोक नहीं लग पा रही है। नगर और उपनगर में पहले जहां चार शराब की दुकानें थीं, वहीं नर्मदा तट पर विक्रय प्रतिबंधित होने के बाद अवैध विक्रेताओं की बाढ़ आ गई है। वर्तमान में सैकड़ों लोग शराब बेचकर अपना रोजगार चला रहे हैं। इस अवैध शराब विक्रय से कई परिवार नशे की गिरफ्त में आकर बर्बाद हो चुके है। आबकारी विभाग द्वारा कार्रवाई की बात तो कही जाती है, लेकिन उनकी कार्रवाई अक्सर छोटे स्तर पर ही दिखाई देती है। बड़े अवैध ठिकाने या भारी मात्रा में शराब की जब्ती कम ही देखने को मिलती है, ज्यादातर देशी शराब के छोटे मामले ही बनते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आबकारी विभाग अपनी औचित्यपूर्ण कार्रवाई करने में विफल रहा है और इसे कहीं और मर्ज कर देना चाहिए। बताया गया कि आज 4 मई से मंडला जिले के रामनगर में आदि उत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें शासन-प्रशासन के कई जिम्मेदार अधिकारी, मंत्री और मुख्यमंत्री तक मौजूद रहेंगे। रामनगर जो ऐतिहासिक चौगान मढिय़ा और राजा-महाराजाओं के किले के साथ मां नर्मदा का तट क्षेत्र भी है, वहां भी शराब खुलेआम बिक रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों से मांग की है कि मंडला नगर के 5 किलोमीटर के दायरे में जितने भी शराब के अवैध काउंटर चल रहे हैं, इसके साथ ही बायपास के ढाबों पर शराब परोसने वाले ढाबा संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इनका कहना है
नर्मदा नगरी में शराब का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। आबकारी विभाग की कार्रवाई दिखावटी लगती है। सैकड़ों लोग खुलेआम शराब बेच रहे हैं, जिससे कई परिवार तबाह हो रहे हैं। प्रशासन को नगर और आसपास के अवैध शराब विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
नर्मदा तट जैसे पवित्र क्षेत्र में भी शराब का अवैध विक्रय धड़ल्ले से जारी है। आबकारी विभाग को अपनी कार्यशैली में सुधार लाना होगा और बड़े शराब माफियाओं पर शिकंजा कसना होगा। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि क्षेत्र में शराब का अवैध कारोबार पूरी तरह से बंद हो।
राजेश मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता