राम नाम का लेखन एक महान यज्ञ के समान

राम नाम का लेखन एक महान यज्ञ के समान

  • राम नाम लिखने से मिलती है मन को शांति
  • अयोध्या के श्रीराम नाम बैंक में जमा होगा श्रीराम नाम लेखन

मंडला महावीर न्यूज 29. मनोकामना पूर्ण करने के लिए विभिन्न जप तप है पर इन सब में सबसे सरल राम नाम लेखन है। श्री राम के नाम में एक महान शक्ती है। राम नाम की महिमा और शक्ति को जानने वाला आपको कोई नहीं मिलेगा, यह मन को शांत और स्थिर करने वाला राम नाम का एक बहुत बढिय़ा उपाय हैं । इस राम नाम से मन को शांति मिलेगी, यदि लग्न हो तो राम को भी पाया जा सकता है। राम नाम का लेखन कार्य एक महान यज्ञ के समान हैं।

किया जा रहा श्रीराम नाम का लेखन 

राम नाम के लेखन के लिए एक सफेद कोरा कागज जिसमें लाईन ना हो, उस पर लाल स्याही से राम नाम का लेखन करना चाहिए। लाल रंग के पैन से लिखे क्योकि लाल रगं प्रेम का प्रतिक है और प्रभु का लाल रंग से गहरा नाता है। ऐसा ही कुछ अद्भुत प्रयास ब्रम्ह मुहूर्त आरती सेवादार समिति सूर्य कुंड द्वारा इस वर्ष भी किया गया है। जहां समिति द्वारा श्री हनुमान लला दरबार में दो बड़ी कापियां सफेद कोरे कागज की बनवाई है। जिसमें एक कापी में दो हजार पन्ने है। इन कापियों में राम नाम लेखन की शुरूआत रामनवमी के दिन शुरू किया गया है, जो वैसाख की पूर्णिमा तक श्रीराम नाम लेखन किया जाएगा। हनुमान जी के दर्शन करने आने वाले भक्तों द्वारा इन कापियों में श्रीराम नाम का लेखन किया जा रहा है। भक्तो द्वारा बड़े ही श्रृद्धा भाव से श्रीराम नाम लेखन किया जा रहा है।

राम नाम से मिलती है शांति 

श्रीराम नाम लिखते लिखते आदमी राम को ही लिख लेता है, जान लेता है, पहचान लेता है और इसमें मन भी लगता है, और मन की शुद्धि भी होती है। राम नाम लेखन में यह विशेषता है कि अपनी पूरी चेतना लिखते समय उसमें में रहती है। क्रिया भी वही, विचार भी वही, भावना भी और इस प्रकार क्रिया शक्ति विचार शक्ति एवं ये तीनों शक्तियां सर्वात्मन इसमें लगती है। जप के समय ध्यान इधर-उधर हो सकता है, पर लेखन के समय पूरा ध्यान उसी में लग जाता है। राम नाम के सभी विधानों का बड़ा महत्व है। लेकिन विधान विशेष इसलिए होता है जब लिखेंगे तो स्वभाविक ही आंख ,मन और हाथ में तीनों एकाकार करने होंगे। अत: मन इंद्रिय दोनों का सहयोग होता है। मानसिक एकाग्रता और शांति के लिए लिखित मंत्र जप बहुत प्रभावशाली होता है। किसी साफ, हवादार, एकांत जगह पर बैठकर धैर्य और गंभीरता पूर्वक अवश्य लिखें तो बहुत लाभ होगा। मानसिक एवं शारीरिक रूप से शांति मिलती है। यह एक अनुभव किया हुआ प्रयोग है। धरती पर जितने भी महान संत हुए हैं उन सब ने राम नाम को जप, तप और लिखा है। ऐसा हमारे शास्त्रों में धार्मिक शास्त्रों में वर्णन है।

श्रीराम नाम बैंक में करेंगे जमा 

प्रतिवर्ष चैत्र की रामनवमी से शुरू होकर वैशाखी पूर्णिमा तक राम नाम लेखन मंडला के सूर्यकुण्ड धाम में किया जाता है। इस वर्ष दो बड़ी कापियां दो हजार पन्ने की राम नाम लेखन की सूर्यकुण्ड धाम में रखी गई है। सूर्यकुण्ड धाम में आने वाले भक्तों द्वारा इन कापियों में राम नाम का लेखन किया जा रहा है। यह क्रम वैशाखी पूर्णिमा तक चलेगा। रामनाम लेखन के बाद वैशाखी पूर्णिमा में इन राम नाम लेखन को अयोध्या के राम नाम बैंक में लेकर जाकर जमा किया जाएगा। अयोध्या के राम नाम लेखन की कापियों को ब्रम्हमूहुर्त आरती सेवादार द्वारा जमा कराई जाएगी।



 

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