हनुमान जन्मोत्सव मनाने सूर्यकुण्ड में भक्तों का मेला
- धूमधाम से मनाया हनुमान जन्मोत्सव
- हजारो की संख्या में उमड़े भक्त
मंडला महावीर न्यूज 29. सूरज कुण्ड के हनुमान जी जिले समेत प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी प्रसिद्ध है। इस स्थल में वर्ष भर विविध धार्मिक आयोजन होते रहते है। जहां दूर दूर से भक्त हनुमान जी के दर्शन व पूजन के लिए आते है। जयंती अवसर पर यहां भक्तों का मेला लग जाता है। यहां आए श्रृद्धालुओं ने बताया कि यहां के हनुमान जी तीन रूपों में भक्तों को दर्शन देते है। सुबह बाल्य रूप, दोपहर को व्यस्क रूप, शाम को वृद्ध अवस्था के रूप में भक्तों को दर्शन देते है। जयंती अवसर पर बजरंगबली के दर्शन के लिए भक्तों का यहां तांता लगा रहा। सुरक्षा की दृष्टि से इस वर्ष सूर्यकुण्ड में पुलिस बल तैनात रहा। जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो सके।
प्रसिद्ध धाम सूर्यकुण्ड हनुमान मंदिर में श्री हनुमान लला का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यहां श्री श्री 1008 ब्रम्हलीन भारती जी महाराज मुख्य संचालक समिति ब्रम्हमूर्हत आरती सेवादार के द्वारा शनिवार की प्रात: 3.45 ब्रम्ह्र मूर्हत में हनुमान लला को विधि विधान से पूजन पाठ करते हुए चोला अर्पण किया गया। इसके साथ मंदिर में उपस्थित सभी भक्तों के द्वारा स्पर्श वंदन लगाने का सौभाग्य मिला। मंदिर में आने वाले सभी भक्तों के चरण धुलाए गए और तिलक वंदन करते हुए पुष्पवर्षा के साथ अंग वस्त्र भेंट किया गया।
आरती के बाद हनुमान लला को अनेक प्रकार के भोग लगाए गए। सूर्यकुण्ड पहुंचे भक्तों में एक अलग तरह का उत्साह दिखाई दे रहा था। इस वर्ष हनुमान लला के मंदिर को अनोखे रूप से सजाया गया। हनुमान जन्मोत्सव पर अलसुबह से देर रात्रि तक भक्तों का आना जाना लगा रहा। भंडारा प्रसादी वितरण भी भव्य रूप से किया गया।
सूर्यकुंड धाम की विशेषता
जिला मुख्यालय से लगभग तीन किलोमीटर दूर सकवाह गांव में स्थित सूर्यकुंड हनुमान मंदिर में हनुमान जी अपने भक्तों को तीन रूपों में दर्शन देते हैं। बाल रूप, युवा रूप और वृद्ध रूप। यहां मान्यता है कि कोई भी भक्त हनुमान जी के दरबार से निराश नहीं लौटता। रोजाना सैकड़ों भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन प्रत्येक शनिवार और मंगलवार को यहां ब्रम्ह मुहूर्त 3.45 बजे विशेष आयोजन किया जाता है। यहां ब्रम्ह मुहूर्त 3.45 बजे पुरुष ही नहीं, महिलाएं भी यहां दर्शन के लिए आती हैं।