मनोकामना पूर्ण करते है सिंगपुर के श्री हनुमान
- कुंआ खुदाई के दौरान निकली थी प्रतिमा
- करीब 150 वर्ष पुरानी है मूर्ति
मंडला महावीर न्यूज 29. निवास से करीब सात किमी दूर ग्राम सिंगपुर में प्राचीनकालीन श्री हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है। बताया गया की यह मूर्ति लगभग 150 वर्ष पुरानी है। बुजूर्ग बताते है कि ग्राम में कुंआ निर्माण किया जा रहा था, इसी दौरान कुंआ खुदाई में यह श्री हनुमान जी की मूर्ति निकली थी। जिसके बाद श्री हनुमान जी की मूर्ति को एक जस्मीन के फूल के पेड़ पर टिकाकर स्थापित कर दी गई थी।
बताया गया कि जस्मीन पेड़ के नीचे मूति स्थापित होने के बाद ग्राम के लोग मूर्ति की पूजा, अर्चना करने लगे। यह क्रम चलता रहा और इस स्थान की मान्यता बढऩे लगी। इसके बाद ग्राम के लोग एकमत होकर यहां एक छोटा सा मंदिर का निर्माण कराया। जिस मंदिर में मूर्ति को विविध विधान के साथ स्थापित की गई। धीरे-धीरे यहां स्थापित श्री हनुमान जी ख्याति बढऩे लगी। लोग इनके दर्शन, पूजन के लिए आने लगे। मूर्ति की ऊंचाई लगभग 05 फीट है और वर्तमान में मंदिर का निर्माण कार्य चालू है।
मनोकामनाएं होती है पूरी
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्वजों का कहना था कि यह मूर्ति कुंआ की खुदाई में निकली थी और बहुत सिद्ध मूर्ति है। ग्राम सिंगपुर के अलावा इनके दर्शन और पूजन के लिए दूर-दूर से श्रृद्धालु आते है और उनकी मनोकामनाएं यहां पूर्ण होती हैं। ग्राम के रामकिशोर कछवाहा ने बताया की हनुमान मंदिर के पास ही रहता हूं, मेरा अपना स्वयं का अनुभव भी है कि मेरी सभी मनोकामनाएं इसी स्थान से पूर्ण हुई है। रामकिशोर का कहना है कि जो भी भक्तगण विश्वास रखकर अपनी मनोकामनाएं हनुमान जी के सामने रखेंगे, उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। श्री हनुमान जन्मोत्सव पर ग्राम सिंगपुर में विविध आयोजन किए गए। दिन भर भक्तों का तांता लगा रहा। बताया गया की ग्राम सिंगपुर को जिले की प्रसिद्ध पत्थर की खदान के नाम से भी जाना जाता था।
रिपोर्टर- रोहित प्रशांत चौकसे