माता को चढ़ाई अठवाई, की महागौरी की पूजा, भक्तों का लगा तांता
- राम नवमी आज, जिले भर में होंगे विविध धार्मिक कार्यक्रम
मंडला महावीर न्यूज 29. नवरात्रि में नौ दिन की पूजा के दौरान मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की अलग- अलग दिन पूजा अर्चना की जा रही है। चैत्र नवरात्रि का पर्व चल रहा है। धार्मिक कार्यक्रमों में भक्तों का तांता लग रहा है। श्रृद्धालु मंदिर में पूजा पाठ व अन्य धार्मिक आयोजन कर रहे है। इस वर्ष नवरात्र के अवसर पर जिले भर में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की गई। महागौरी को आदि शक्ति माना गया है। पुराणों के अनुसार इनके तेज से संपूर्ण विश्व प्रकाशमान होता है। दुर्गा सप्तशती के अनुसार, शुंभ निशुंभ से पराजित होने के बाद देवताओं ने गंगा नदी के तट पर देवी महागौरी से ही अपनी सुरक्षा की प्रार्थना की थी। मां के इस रूप के पूजन से शारीरिक क्षमता का विकास होने के साथ मानसिक शांति भी बढ़ती है।
भक्तों ने की अष्टमी की पूजा, चढ़ाई अठवाई
चैत्र नवरात्र की अष्टमी को सुबह से ही मां के दरबार में भक्तों का तांता लगा रहा। भक्त अल सुबह से ही माता के दरबार पहुंचना शुरू हो गया। जलाभिषेक व पूजा-अर्चना के साथ जयकारे लगाकर माथा टेका। वहीं महिलाओं ने अठवाईं चढ़ाकर मां की पूजा-अर्चना की। घरों में कन्याओं को भोज कराकर पूजन किया। भक्ति के माहौल के बीच हवन-पूजन के कार्यक्रम आयोजित हुए। चैत्र नवरात्र को भक्तों ने महागौरी की पूजा के साथ अन्य देवी देवता के मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। शहर के सभी देवी मंदिरों समेत अन्य धार्मिक स्थलों में विराजमान देवी, देवता के दर्शन व पूजा अर्चना के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। महिलाओं ने जलाभिषेक व पूजा के साथ अठवाईं चढ़ाई। सुबह से देर शाम तक मंदिरों में हवन-पूजन, दर्शन का कार्यक्रम चलता रहा।
महाआरती पूजन कार्यक्रम में भक्तों ने पहुंचकर आदि शक्ति की आराधना की। वहीं घरों में कलश स्थापित कर नौ दिन का व्रत कर रहे। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दर्शन पूजन के साथ घरों में स्थापित कलश की पूजा की। कन्याओं को हलवा-पूड़ी, खीर आदि का प्रसाद बनाकर भोज कराया। पूजन के साथ दक्षिणा देकर कन्याओं की विदाई की। सुबह से लेकर देर शाम तक मंदिरों व घरों में मां की भक्ति व आराधना का क्रम जारी रहा।
आज मनाया जाएगा श्रीराम का जन्मोत्सव
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का जन्म त्रेतायुग में चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था, इसलिए हर वर्ष इस तिथि को राम जन्मोत्सव या राम नवमी के रूप में मनाते हैं। इस वर्ष यह त्यौहार आज 06 अप्रैल रविवार को मनाया जाएगा। इस वर्ष विभिन्न धार्मिक आयोजन भक्त कर रहे है। इसी के अंतर्गत आज कई तरह के आयोजन पूरे जिले भर में किए जाएंगे। जिले में आज श्रीराम का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। रामनवमी का दिन मां दुर्गा की अराधना के महापर्व चैत्र नवरात्र का आखिरी दिन है।
आज होगी माँ सिद्धिदात्री की पूजा
माँ दुर्गा की नवीं शक्ति सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली है। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघ्रिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, इंशित्व और वशित्व ये आठ सिद्धियां होती है। ब्रहवैवत्र्त पुराण के श्री कृष्ण जन्म खण्ड में यह संख्या अठ्ठारह बताइ गई है। इनके नाम अणिमा, सर्वकामावसायिता, सृष्टि, लघिमा, सर्वज्ञत्व, संहारकरणसामथ्र्य, प्राप्ति, दूरश्रवण, अमरत्व, प्राकाम्य परकायप्रवेशन, सर्वन्यायकत्व, महिमा, वाक्सिद्धि, भावना, ईशित्व, वाशित्व, कल्पवृक्षत्व,सिद्धि है।
माँ सिद्धिदात्री भक्तों और साधकों को सभी सिद्धियां प्रदान करने में समर्थ है। देवी पुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही सिद्धियों को प्राप्त किया था। इनकी अनुकम्पा से ही भवगान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण वह लोक में अद्धनारीश्वर नाम से प्रसिद्ध हुए। माँ सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली है। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर भी आसीन होती है। नवरात्र पूजन के नवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन विधि विधान के साथ साधना करने वाले साधकों को सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है।